राशन न मिलने पर ग्रामीणों में जमकर रोष!
राशन नहीं तो वोट नहीं की बात उठ रही बलपुरा में
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय से महज सात किलोमीटर दूर स्थित ग्राम
बलपुरा में सोसायटी की दुकान पर राशन न मिलने से ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान
पर पहुंच रहा है। आज अनेक ग्रामीणों ने राशन दुकान के सामने खड़े होकर अपने गुस्से
का इज़हार किया।
गौरतलब है कि सूबे के निज़ाम शिवराज सिंह चौहान द्वारा ओलावृष्टि से
प्रभावित किसानों के कांधे से कांधा मिलाकर उनके दुख में सहभागी होने का दावा किया
गया था। बकौल शिवराज सिंह चौहान ओला पीड़ित किसान परिवारों को एक रूपए किलो गेहूं
और चावल देने की घोषणा की गई थी। इसके बाद सरकारी स्तर पर जारी विज्ञप्तियों में
राशन की दुकानों और सोसायटी की राशन दुकानों से यह गेहूं चावल देने की बात कही गई
थी।
ग्राम बलपुरा के ग्रामीणों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि
ग्राम बलपुरा की सोसायटी की दुकान में न तो गेहूं मिल रहा है, न चावल मिल रहा है और न ही मिट्टी का तेल ही उपलब्ध हो पा रहा है।
अनेक घरों में तो इसके चलते चूल्हा भी नहीं जल पा रहा है।
गायब हैं विधायक!
एक ग्रामीण ने अपना आक्रोश जतलाते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों में
विधायक उम्मीदवारों ने ग्रामीणों के दुख सुख में साथ देने की बात कही थी। ओलावृष्टि
के बाद तबाह हुई फसल का जायजा लेने यहां कोई नहीं आया। कई दिनों से सोसायटी की
राशन दुकान भी नहीं खुल रही है, और विधायक का पता तक नहीं है।
राशन नहीं तो वोट नहीं!
ग्रामीणों ने सोसायटी के सामने ही ‘राशन नहीं तो वोट नहीं‘ के नारे भी बुलंदी के साथ लगाए।
वहां उपस्थित महानन्द बघेल, सरपद बघेल, गिरधारी, गंगा, आनंद बघेल, मनीष बघेल, राजू सराठे, राधेश्याम आदि ने बताया कि
उन्हें बार-बार आकर देखना होता है कि दुकान खुली है या नहीं। बंद दुकान देखकर वे
मजबूरी में लौट जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार सोसायटी की दुकान न खुलने के कारण न
तो वे खेतों पर ही काम करने जा पा रहे हैं और न ही बनी मजदूरी करने।