गुरुवार, 28 मार्च 2013

देश प्रयोगशाला नहीं है राजा साहेब!


देश प्रयोगशाला नहीं है राजा साहेब!


(लिमटी खरे)

सवा सौ साल का गौरवमयी इतिहास है कांग्रेस की झोली में। सवा सौ साल में कांग्रेस ने अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं। एक समय था जब सत्य, अहिंसा, ईमानदारी, नैतिकता ही कांग्रेस की आन बान और शान हुआ करती थी। आज कांग्रेस में इन सारी चीजों के मायने मानो बदल गए हैं। इस देश पर आधी सदी से ज्यादा एकछत्र राज किया है कांग्रेस ने। आज कांग्रेस को राज करने के लिए ना जाने कितने दलों की बैसाखियों की जरूरत पड़ रही है। कांग्रेस ने कुछ सालों के अंतराल में चिंतन शिविर भी आयोजित किए हैं। इन शिविरों में व्यक्ति से ज्यादा संगठन के बारे में चिंता होती आई है। इक्कीसवीं सदी में जब जब कांग्रेस ने सर जोड़कर चिंतन किया है हर बार एसा प्रतीत हुआ कि चिंतन शिविर संगठन को मजबूत करने नहीं वरन् व्यक्ति विशेष को महिमा मण्डित करने के लिए आयोजित हुआ हो।

कांग्रेस शब्द सुनते ही नब्बे के दशक तक विश्वास का प्रतिरूप ही सामने आता रहा है। नब्बे के दशक के उपरांत कांग्रेस की नैया रसातल में जाना आरंभ हो गई। एक एक करके कांग्रेस के सारे आधार स्तंभ उखड़ते गए और कांग्रेस की नैया का पाल हवा में इधर उधर फड़फड़ाने लगा, जिसका परिणाम आज कांग्रेस की दिशाहीनता है। राजीव गांधी के निधन के उपरांत जब पी.व्ही.नरसिंहराव ने कांग्रेस को थामा तब नेहरू गांधी परिवार के साथ अपनी नजदीकी का फायदा उठाने वाले नेताओं को पसीने आने लगे। उनका रक्तचाप बढ़ा और एक बार फिर कांग्रेस की सत्ता की धुरी नेहरू गांधी परिवार की इतालवी बहू सोनिया मानियो के हाथों सौंप दी गई।
सोनिया गांधी की सरपरस्ती में कांग्रेस के आलंबरदार अपने आप को महफूज समझने लगे। यहीं से कांग्रेस का पतन आरंभ हुआ। सियसी मामलों में सोनिया गांधी पूरी तरह नासमझ ही थीं। उनके सलाहकारों ने अपने अपने हितों को ध्यान में रखकर पतवार चलाना आरंभ किया। कुछ समय में ही अलग अलग दिशा में चलने वाले चप्पुओं से कांग्रेस की नैया गोल गोल चक्कर खाने लगी। कांग्रेस के नेताओं को लगा मानो कांग्रेस की नैया भंवर में फंस गई हो।
चतुर सुजान नेताओं ने राज्यों में अपना एकाधिकार बढ़ाना आरंभ किया। सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, किन्तु उन्हें जमीनी हकीकत का बिल्कुल भान नहीं था। वे उसी रंग में रंगी दुनिया देख पातीं जिस रंग का चश्मा उन्हें लगा दिया जाता। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद लगभग डेढ़ दशक में कांग्रेस में रीढ़ वाले आधार सहित नेताओं का टोटा साफ दिखने लगा। कांग्रेस में अब बिना रीढ़, बिना जनाधार वाले नेताओं की फौज अग्रिम पंक्ति में साफ दिखाई पड़ रही है।
कांग्रेस की नजरों में भविष्य के वजीरे आजम राहुल गांधी को सत्ता का ताज पहनाने के लिए आतुर नेताओं ने उन्हें अपने हिसाब से सियासी ककहरा सिखाना आरंभ कर दिया। राहुल गांधी भी उसी रंग में रंगते चले गए जिस रंग में उनके शिक्षकों और सलाहकारों ने उन्हें रंगना चाहा। एकाएक राहुल गांधी के सहयोगियों ने उन्हें जमीनी हकीकत से दो चार करवाया कि देश में कांग्रेस का आधार तो बचा ही नहीं है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय 24 अकबर रोड़ पर एक वरिष्ठ पदाधिकारी के साथ चर्चा के प्रसंग का जिकर यहां लाजिमी होगा। हम उन पदाधिकारी का नाम उजागर नहीं करना चाहेंगे पर वाक्या जरूर महत्व का है। चर्चा में उक्त पदाधिकारी ने कहा कि कांग्रेस को किस तरह मजबूत किया जा सकता है, इस बारे में कुछ प्रकाश डाला जाए। दरअसल, चंद दिनों बाद उनकी चर्चा सोनिया गांधी से होने वाली थी इसी संदर्भ में।
हमने उन्हें एक ही बात कही कि केंद्र में मंत्री और कांग्रेस के बड़े क्षत्रपों की जिम्मेदारी निर्धारित कर दी जाए। पद या मंत्री पद उसी आधार पर मिले कि वे अपने अपने राज्य में अपने प्रभाव वाले क्षेत्र से कांग्रेस के कितने सांसद विधायक जिताकर ला पाते हैं, यही आधार राज्यों में लाल बत्ती और संगठन में पद बांटते समय लागू कर दिया जाए। वस्तुतः वर्तमान में जितने भी क्षत्रप केंद्र में राजनीति कर रहे हैं उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में कांग्रेस मर चुकी है।
दरअसल, कांग्रेस के बड़े नेता अपने क्षेत्र में दूसरे किसी भी नेता को उभरने का मौका इसलिए नहीं देना चाहते क्योंकि दूसरे के उदय से दो पावर सेंटर बन जाएंगे और उनकी पूछ परख समाप्त हो जाएगी। होना यह चाहिए कि हर क्षत्रप को अपने अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में सांसद विधायक की टिकिट देने के लिए फ्री हेण्ड दे देना चाहिए और अगर वे अपने तयशुदा उम्मीदवारों को ना जिता पाएं तो उन्हें घर बिठा देना चाहिए।
कांग्रेस के अंदर अराजकता के कारण अब अनुशासनहीनता भी बढ़ती जा रही है। देखा जाए तो पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता को ही पार्टी के बारे में राय जाहिर करना चाहिए। इससे उलट अपने अस्तित्व को बरकरार रखने के लिए कांग्रेस के बड़े नेता जब तब बयानबाजी से बाज नहीं आते हैं। राहुल गांधी के बारे में फैसला लेने का हक कांग्रेस की वर्किंग कमेटी को है पर उनके भविष्य का निर्धारण कांग्रेस के आला नेता करते आ रहे हैं।
हाल ही में कांग्रेस के एक बड़े नेता राजा दिग्विजय सिंह ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार में दो शीर्ष नेताआं का प्रयोग असफल रहा है। राजा दिग्विजय सिंह का यह कहना ही आपत्तिजनक है कि दो शीर्ष नेता प्रयोग कर रहे हैं! उनका कहना है कि वर्तमान में सत्ता का केंद्र यूपीए अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी और वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह के बीच बटा हुआ है। यही कारण है कि केंद्र में दो पावर सेंटर बन गए हैं।
कुछ दिनों पूर्व राहुल गांधी ने सदन के केंद्रीय कक्ष में साफ कह दिया था कि वे प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते। उनकी इस साफगोई से अनेक नेताओं का रक्त चाप तेजी से बढ़ गया। राहुल गांधी अगर सोनिया गांधी की राह पर चल पड़े तो राहुल गांधी का मनमोहन सिंह आखिर कौन होगा? इसी गुणा गणित में उलझे सियासी नेता जोड़ घटाने में उलझ गए। देश किस रास्ते पर जा रहा है, भ्रष्टाचार और मंहगाई ने आम आदमी का दम निकाल दिया है इस बात से किसी को लेना देना नहीं है।
एक निजी चेनल को दिए साक्षात्कार में राजा दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर सोचते हैं कि दो नेताओं वाला माडल उचित नहीं है। जो प्रधानमंत्री है उसी के पास अथारिटी होना चाहिए। इशारों ही इशारों में राजा दिग्विजय सिंह ने यह जतला दिया कि प्रधानमंत्री के हाथों में कुछ नहीं है सब कुछ सोनिया गांधी के हाथों में है जो रिमोट से पीएम को चला रही हैं। विपक्ष को बैठे बिठाए एक अच्छा मुद्दा मिल गया है, पर पता नहीं 53 ग्रेड की सीमेंट की तरह सैट विपक्ष इस मामले को कितना भुना पाता है। (साई फीचर्स)

पांचवां ब्रिक्स सम्मेलन संपन्न


पांचवां ब्रिक्स सम्मेलन संपन्न

(टी.विश्वनाथन)

डरबन (साई)। पांचवां ब्रिक्स सम्मेलन कल डरबन में विकास योजनाओं के लिए पांच वर्ष के अन्दर ४५ खरब डॉलर की पूंजी वाले ब्रिक्स विकास बैंक के गठन की घोषणा के साथ सम्पन्न हो गया। सदस्य देशों के बीच आर्थिक चुनौतियों से निपटने और वित्तीय स्थिरता लाने के उद्देश्य से सौ अरब डॉलर का आपात आरक्षित कोष बनाने को भी मंजूरी दी गयी।
२०१५ तक पांच खरब डॉलर के महत्वाकांक्षी व्यापार लक्ष्य को हासिल करने के लिए ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के उद्देश्य से कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को सम्बोधित किया। डॉ. सिंह ने दक्षिण अफ्रीका को ब्रिक्स संगठन की अध्यक्षता सौंपते हुए गत वर्षों में भारत की अध्यक्षता में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। सदस्य देशों के बीच तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें विकास परियोजनाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए ब्रिक्स, विकास बैंक स्थापित करने संबंधी समझौता भी शामिल है।
ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना होने पर वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा कि ब्रिक्स देशों के नेताओं ने आपातकालिक रिजर्व व्यवस्था के विचार को भी मंजूरी दी है। उधर, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीन के राष्ट्रपति षी चिन फिंग के बीच डरबन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान बातचीत हुई। कल देर शाम करीब एक घंटे तक चली इस बातचीत में दोनों नेताओं ने एक दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच यह पहली उच्चस्तरीय द्विपक्षीय बैठक थी। इससे पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पूर्ण अधिवेशन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। प्रधानमंत्री ने चीन के राष्ट्रपति को भारत आने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह को चीन के राष्ट्रपति षी चिन चिन फिंग के बीच शिष्टमंडल शिखर की वार्ता से यह साफ संकेत मिले हैं कि भारत और चीन के बीच आपसी रिश्ता एक नई दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। डॉ. सिंह ने षी से कहा कि भारत-चीन के साथ अच्छे रिश्ते रखना चाहता है। चीन के राष्ट्रपति ने डॉक्टर मनमोहन सिंह की यह कहते हुए तारीफ की कि उन्हें इस बात की जानकारी है कि उनके और चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू चिंताओं के बीच अच्छे रिश्ते थे और वे इन रिश्तों को नया आयाम देना चाहते हैं। इस वार्ता में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री शंकर मेनन ने प्रधानमंत्री की सहायता की जबकि चीन के राष्ट्रपति के दल में मंत्री और पोलिड ब्यूरो के मेम्बर भी शामिल थे।
बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा की। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि भारत-चीन संबंध सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं और दोनों देश साझा सैन्य अभ्यास करने तथा समुद्री सुरक्षा पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए हैं।
ब्रिक्स देशों ने मानवाधिकारों के बढ़ते उल्लंघन और सीरिया में जारी हिंसा पर अंतर्राष्ट्रीय मानवता कानून की निंदा की है। पांचवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर डरबन घोषणापत्र में सीरिया में सुरक्षा और मानवता के गिरते हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की गई।  अफगानिस्तान के बारे में ब्रिक्स देशों ने कहा कि शांति और स्थिरता प्राप्त करने के लिए विकास में सहायता और वैश्विक बाजारों में पहुंच के लिए एफ.डी.आई. की जरूरत है।

इंटरनेट पर हमला!


इंटरनेट पर हमला!

(अभिलाषा जैन)

लंदन (साई)। इंटरनेट पर अगर आपको गति कम मिले तो आप चौंकिए मत! जी हां, इंटरनेट पर जबर्दस्त हमला हुआ है। यह हमला अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इंटरनेट के पुरोधाओं की दुनिया में विरोधाभास के चलते इस तरह की परिस्थितियां निर्मित हुई हैं।
फिलहाल इसका असर नेटफ्लिक्स पर देखने को मिल रहा है। 5 देशों की साइबर पुलिस इन हमलों की पड़ताल में जुट गई है। हमलावरों ने जिस टेक्नीक का इस्तेमाल किया है उसे श्डिस्ट्रिब्यूटिड डिनायल ऑफ सर्विसश् कहते हैं। इसमें टारगेट को काफी तादाद में ट्रैफिक भेजा जाता है ताकि वह पहुंच के बाहर हो जाए। इस हमले में लंदन और जेनेवा में स्थित एक एनजीओ श्स्पैमहौसश् के श्डोमेन नेम सिस्टम सर्वरश् को निशाना बनाया गया।
ये सर्वर वे होते हैं जो डोमेन नामों को वेबसाइट के इंटरनेट प्रोटोकॉल अड्रेस से जोड़ता है। स्पैमहौस के चीफ एग्जेक्युटिव ऑफिसर स्टीव लिनफोर्ड ने इसे अप्रत्याशित हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि, कि इसका निशाना अगर ब्रिटेन सरकार हो तो इसमें इतनी ताकत है कि उनका सारा काम ठप हो जाए और इंटरनेट से बिल्कुल कट जाए।
लिनफर्ड ने कहा कि जब बैंकों पर ऐसे साइबर हमले होते हैं तो उनकी रफ्तार 50 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड होती है। लेकिन ये हमले 300 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड पर हो रहे हैं। सर्रे यूनिवर्सिटी में साइबर-सिक्युरिटी के एक्सपर्ट, प्रफेसर ऐलन वुडवर्ड के मुताबिक इस हमले का असर पूरी दुनिया में इंटरनेट की सेवाओं पर पड़ रहा है। प्रफेसर वुडवर्ड ने बताया, कि अगर आप एक रोड के बारे में सोचें, तो ये हमले उस पर इतना ट्रैफ़िक डाल रहे हैं कि ना सिर्फ सड़क जाम हो गई है, बल्कि उसके आसपास चलने की भी स्पेस नहीं बची है।

अश्लील सी.डी. ने कैथल सहित पूरे प्रदेश के माथे पर कलंक पौत दी


अश्लील सी.डी. ने कैथल सहित पूरे प्रदेश के माथे पर कलंक पौत दी

(राज कुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर ङ्क्षसह सुर्जेवाला की अशखील सी.डी. प्रकरण को लेकर आज इनैलो महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारी व कार्यकर्त्ताओं ने शहर में रोष स्वरूप प्रदर्शन किया। इसके बाद हजारों की संख्या में इनैलो महिला पदाधिकारी व कार्यकर्त्ता जवाहर पार्क से प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और शमशेर सुर्जेवाला एवं रणदीप ङ्क्षसह सुर्जेवाला का पुतला फूंका। इससे पूर्व महिला प्रकोष्ठ की इनैलो पदाधिकारी व कार्यकर्त्ता जवाहर पार्क में एकत्रित हुए तथा जुलूस की रूप में पिहोवा चौक व करनाल रोड से होते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। लघु सचिवालय में उपस्थित कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए इनैलो नेत्री कमलेश श्योकंद व अधिवक्ता रुचि ङ्क्षसगला ने कहा कि शमशेर ङ्क्षसह सुर्जेवाला की अशखील सी.डी. ने कैथल सहित पूरे प्रदेश के माथे पर कलंक पौत दी है। उस सी.डी. में जो लड़की है, वह ङ्क्षजदा है या उसकी हत्या कर दी गई है, इसकी जांच होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस सरकार मामले की निष्पक्ष जांच किए बिना मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो कांग्रेस सरकार एंटी रेप महिला बिल लाकर महिलाओं को सम्मान देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के बड़े नेता व हरियाणा सरकार में मंत्री के पिता नौकरी मांगने के लिए आने वाली महिलाओं के साथ रंगरंलाई मनाते हैं, इससे बड़ी शर्मनाक घटना देश के लिए नहीं हो सकती है। इनैलो पार्टी मांग करती है कि इस अशखील सी.डी. की जांच कर आरोपी पूर्व विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। इसके अलावा अगर उद्योग मंत्री रणदीप ङ्क्षसह सुर्जेवाला के मन में महिलाओं के प्रति थोड़ा सा भी सम्मान है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। महिला हलका प्रधान जयंति शर्मा व पूर्व सरपंच पताशो देवी ने कहा कि इससे ज्यादा शर्म की बात क्या होगी कि नौकरी दिलाने नाम पर किस प्रकार महिलाओं का यौन शोषण कांग्रेसी नेताओं द्वारा किया जाता है। आज कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ सुर्जेवाला की पोल जनता के सामने खुल चुकी है। इस अशखील सी.डी. को देखकर स्वयं कांग्रेसी कार्यकर्त्ता भी अपने आप को शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीयाध्यक्ष सोनिया गांधी स्वयं एक महिला उन्हें इस प्रकरण में संज्ञान लेते हुए रणदीप ङ्क्षसह सुर्जेवाला को उनसे त्याग पत्र लेना चाहिए ताकि नौकरियों के नाम पर कांग्रेसी जो नारी का शोषण करते हैं उस पर अंकुश लगाया जा सके। प्रदर्शन करने वालों में विधायक फूल ङ्क्षसह खेड़ी, पूर्व विधायक लीला राम, कमलेश श्योकंद, पूर्व सरपंच पतासो देवी, अधिवक्ता रुचि ङ्क्षसगला, कमलेश ढांडा, सुनीता चावरिया, जयंति शर्मा, कमला रंगा, आशा एम.सी., दर्शना पार्षद कलायत, बबली चंदाना, छन्नो नौच  पारस मित्तल, राजन भगत, हरदीप पाडला अधिवक्ता, बलराज नौच, महेंद्र शर्मा सरपंच खेड़ी, राजन भगत, रणदीप कौल, अवतार चीका, प्रो. रणधीर चीका, मिया ङ्क्षसह जाजनपुर, काला खरकं, अनिल बंदराना, विक्रम कसाना, रामदिया चावरिया, सतबीर गोपेरा, अभिजीत जोशी, संजय जागलान,ओमप्रकाश काला कुराड़ सहित हजारों की संख्या में इनैलो महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारी व कार्यकर्त्ता उपस्थित थी। 

पुलिस अभिरक्षा से फरार बदमाश आबाद गिरफ्तार

पुलिस अभिरक्षा से फरार बदमाश आबाद गिरफ्तार

(सचिन धीमान)

मुजफ्फरनगर (साई)। जनपद मंे सक्रिय व ईनामी बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी मंजिल सैनी ने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया था। एसपी सिटी राजकमल यादव व सीओ सिटी संजीव कुमार वाजपेयी के नेतृत्व में नई मंडी पुलिस व क्राइम ब्रांच के संयुक्त प्रयास मंे पुलिस अभिरक्षा से फरार कुख्यात ईनामी बदमाश आबाद पुत्र भूरा को उसके साथी जमालू के साथ मुठभेड़ में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अभियुक्त आबाद की गिरफ्तारी पर बारह हजार रूपये का ईनाम पुलिस विभाग द्वारा घोषित किया हुआ था।
पुलिस लाईन सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि 1 4 दिसम्बर 2011 में स्थानीय पुलिस लाईन से दरोगा रामभूल यादव मय आठ कांस्टेबिलों के जिला जेल से अभियुक्त आबाद व अन्य अभियुक्तगणों को गैंगस्टर न्यायालय सहारनपुर अपनी अभिरक्षा में लेकर गये थे। न्यायालय में अभियुक्तों के पेश करने के बाद वापस जेल में दाखिल करते समय अभियुक्त आबाद रास्ते में गाड़ी की जाली तोड़ कर फरार हो गया था। फरार होन के बाद कुख्यात आबाद ने अपने साथियों के साथ डेढ़ साल के दौरान आधा दर्जन वारदातों को अंजाम दिया। आज सवेरे पचैंडा रोड पर हुई मुठभेड़ के बाद आबाद पुत्र भूरा निवासी जटवाड़ा और जमालू पुत्र शमशेर निवासी बसेड़ा को शस्त्रों और एक बाइक सहित गिरफ्तार किया। एसएसपी ने बताया कि आबाद शातिर अपराधी है जिसने किशोर अवस्था में ही बिजनौर में कारबाईन लूट की वारदात की थी। आबाद ने 17 जनवरी 2013 को बाईपास रोड ट्रैक्ट्रर और टैंकर लूट लिया था। भोपा में दिल्ली निवासी परिवार से लूटपाट के बाद फरार होते समय किसान की हत्या आबाद ने अपने साथियों के साथ की थी। खतौली में भी आबाद ने दो लूट की वारदात की थी। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। 

होली की मस्ती में रंगा पूरा नगर


होली की मस्ती में रंगा पूरा नगर

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। देश भर में होली के अवसर पर धूमधाम और उल्लास देखने को मिला। होली पर अनेक राज्यों में अनेक घटनाओं के भी समाचार मिले हैं। होली के मौके पर कल देश भर में अलग-अलग दुर्घटनाओं में १३ लोगों के मरने की ख़बर है।
मध्यप्रदेश से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से नंद किशोर ने कटनी ब्यूरो के हवाले से बताया कि कटनी जिले के रिथी थाना क्षेत्र के खिरवा गांव में कल शाम लगभग बारह लोग एक कुएं में गिर गए। ये लोग होली के दौरान कुएं की एक पट्टी पर चढ़ गए थे और यह पट्टी अचानक नीचे गिर गई। पुलिस ने कुएं से दो शवों को निकाल लिया है जबकि ज्यादातर लोगों को स्थानीय निवासियों ने बचा लिया। राहत और बचाव का काम आज सुबह दोबारा शुरू हो गया।
साई न्यूज के उत्तर प्रदेश ब्यूरो से दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कानपुर में होली के दौरान गंगा नदी में नहाते हुए दो अलग अलग दुर्घटनाओं में कम से कम आठ लड़के डूब गए। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि नवाबगंज इलाके में गंगा बांध के पास नदी में नहाते हुए पांच लड़के डूब गए। इनके शव निकाल लिये गए हैं। एक अन्य घटना में शाम को बिट्ठूर इलाके में नदी में नहाते हुए तीन लड़के डूब गए। दो शव निकाल लिये गए हैं।
वहीं कोलकता से साई ब्यूरो से प्रतुल बनर्जी ने बताया कि पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले में होली मनाने के बाद अलग-अलग दुर्घटनाओं में तालाब में नहाने गए तीन लोग मारे गए। एक अन्य घटना में नादिया जिले में होली मनाने के बाद दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और पांच घायल हो गए।
मुजफ्फरपुर से साई ब्यूरो एस.के.धीमान ने बताया कि होली के मौके पर कल देश भर में अलग-अलग दुर्घटनाओं में १३ लोगों के मरने की ख़बर हैघ् मध्यप्रदेश में कटनी जिले के रिथी थाना क्षेत्र के खिरवा गांव में कल  शाम लगभग बारह लोग एक कुएं में गिर गए। ये लोग होली के दौरान कुएं की एक पट्टी पर चढ़ गए थे और यह पट्टी अचानक नीचे गिर गई। पुलिस ने कुएं से दो शवों को निकाल लिया है जबकि ज्यादातर लोगों को स्थानीय निवासियों ने बचा लिया। राहत और बचाव का काम आज सुबह दोबारा शुरू हो गया।
उत्तर प्रदेश में कानपुर में होली के दौरान गंगा नदी में नहाते हुए दो अलग अलग दुर्घटनाओं में कम से कम आठ लड़के डूब गए। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि नवाबगंज इलाके में गंगा बांध के पास नदी में नहाते हुए पांच लड़के डूब गए। इनके शव निकाल लिये गए हैं। एक अन्य घटना में शाम को बिट्ठूर इलाके में नदी में नहाते हुए तीन लड़के डूब गए। दो शव निकाल लिये गए हैं।
पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले में होली मनाने के बाद अलग-अलग दुर्घटनाओं में तालाब में नहाने गए तीन लोग मारे गए। एक अन्य घटना में नादिया जिले में होली मनाने के बाद दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और पांच घायल हो गए।
मुजफ्फरपुर से साई ब्यूरो से एस.के.धीमान ने बताया कि नगर के विभिन्न मौहल्ले और चौराहों तथा गांव कस्बों में होली के पावन पर्व पर होली का पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके अलावा  नगर में विभिन्न बाजारों में एक दूसरे पर व्यापारियों ने रंग गुलाल डालकर होली पर्व मनाया। रंगों के पावन पर्व पर होली पर सम्पूर्ण भारत में प्राकृतिक सौंदर्य चारों ओर दिखाई देता है। मनुष्य को रंगों के प्रयोग व प्रचलन की प्रेरणा निश्चित तौर पर प्रकृति की देन है। विविध रंगों से मनुष्य का गहरा भावनात्मक सम्बन्ध है। होली का धार्मिक एवं एतिहासिक ही नहीं अपितु प्राकृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण सम्बन्ध है।
आज पूरे देश के साथ जनपद में पूर्ण निष्ठा एवं आस्था के साथ देवी देवताओं की पूजा अर्चना के बीच मनाया गया। नगरवासियों ने भी अपने इष्टदेव एवं कुलदेवताओं की श्रद्धा एंव विश्वास के साथ पूजा अर्चना की और विभिन्न देवी देवालयों में प्रसाद एवं दीप प्रज्जवलित कर प्रार्थना की। प्रातः से ही प्रसिद्ध एवं प्राचीन डल्लू देवता पर भक्तजनों ने पूजा अर्चना की। इस मौके पर नाग देवता के मंदिर में दूध प्रसाद एवं वस्त्रों को इष्ट देवता को समर्पित किया गया। मंदिर में भक्तजनों के जनसैलाब से पूरा क्षेत्र भक्तिमय नजर आ रहा था। जहां से भक्तजनों ने अपने कुल देवताओं की पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी। पूजा अर्चना मंे रंग बिरंगे वस्त्रों व साड़ियों में सजी धजी महिलाओं तथा बच्चों की अद्भुत छटा चारों ओर बिखरी नजर आ रही थी। नगर में दिनभर होली पूजन एवं डिस्को पर युवा एवं बच्चों के थिरकते हुए मस्ती करते रहे।
होली के पावन पर्व पर दर्जनों सामाजिक व व्यापारिक संगठनों ने होली मिलन के कार्यक्रम आयोजित किये। नगर के विभिन्न बाजारों, कार्यालयों एवं चौराहों पर होली का जमकर हुड़दंग मचा तथा सभी अपनी मस्ती में मस्त नजर आये।

राउरकेला : साई पालकी निकली


साई पालकी निकली

(अनूप अग्रवाल)

राउरकेला (साई)। साई अगन प्लांट साइट रोड की ओर से दोल पूर्णिमा के मौके पर रविवार की शाम को साई बाबा की भव्य पालकी यात्रा निकाली गई। पांच सौ से अधिक महिला पुरुष भक्त शामिल होकर गाजा बाजा व भजन के साथ नगर परिक्रमा की। शाम को यहां भजन संध्या व साई की जीवनी पर नृत्य नाटिका का आयोजन हुआ। देर रात तक यहां भक्त झूमते गाते रहे तथा संध्या आरती व प्रसाद सेवन के साथ इसका समापन हुआ।
साई अगन प्लांट साइट रोड की ओर से दोल पूर्णिमा पर रविवार की शाम साढ़े तीन बजे साई बाबा की पालकी यात्रा कल्याण मंडप प्लांट साइट रोड से से निकली गई। गाजा बाजा व आकर्षक झांकी तथा बाबा की पालकी के साथ महिला पुरुष भक्त मेन रोड से डेली मार्केट, कचहरी रोड से उदितनगर होकर उरामपाड़ा से पावर हाउस रोड होकर शाम करीब रात साढ़े नौ बजे प्लांट साइट कल्याण मंडप पहुंचे। शाम को यहां बाबा का भजन संध्या नृत्य नाटिका का आयोजन किया गया जिसमें बाल कलाकारों ने आकर्षक ढंग से साई बाबा जीवनी पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इसके आयोजन में साई भक्त विश्वजीत नायक, क्षेत्रमोहन राउत, प्रसन्न सेनापति, देवव्रत बिहारी, प्रणय नायक बड़ी संख्या में महिला पुरुषों ने अहम भूमिका निभाई। संध्या आरती व प्रसाद सेवन के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ।

मोबाइल कम्पनियों के इत्ते ज्यादा अपने मिनट क्यों...?


मोबाइल कम्पनियों के इत्ते ज्यादा अपने मिनट क्यों...?

(भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी)

नई दिल्ली (साई)। अमाँ मियाँ कलमघसीट मोबाइल कम्पनियों पर कन्ट्रोल नहीं लगता क्या? आज सुलेमान भाई का चेहरा तमतमाया लग रहा था। मैंने उन्हें बैठने का इशारा किया तो बोल पड़े क्या बैठूं पहले से ही मूड ऑफ है। मैंने उनसे रिक्वेस्ट किया तो वह बैठे। आज उनके मुँह में पान की गिलौरी नहीं थी। एक दम से सूखा मुँह। मुझे ताज्जुब हुआ। मैंने लिखना बन्द कर दिया और घड़े में से पानी निकालकर एक गिलास सुलेमान भाई को पीने के लिए यिा।
तत्पश्चात् सुलेमान कुछ नार्मल हुए और मेरी तरफ देखकर कहने लगे डियर कुछ लिखो। आखिर ये मोबाइल कम्पनियाँ नई जेनरेशन को चौपट करने पर तुली हुई हैं। आज कल नए लड़के लड़कियाँ कानों से मोबाइल लगाए घण्टों बातें करते रहते हैं। सुलेमान की बात में काफी वजन था। ऐसा मैंने भी महसूस किया है। मैंने जो अनुभव किया है उसको यहाँ लिखकर आप सभी से शेयर करना चाहूँगा। एक मोबाइल कम्पनी है जो अपने सिम धारक ग्राहकों को असीमित टाक मिनट देती हे, वह भी कम पैसों में।
युवा पीढ़ी या फिर आशिक मिजाज लोग (उम्र बाधा नहीं) घण्टों समय-असमय बातें करते हुए देखे जा सकते हैं। जिस-जिस को मोबाइल सेट कान से लगाए देखा जाए समझिए कि उसके सिम में मिनट हजारों/असीमित पड़ा है, वह भी कम पैसों में। यह तो रही कुछ साधारण सी जानकारी। कई लोगों के मुँह से सुना है कि युवक-युवतियाँ अपने मोबाइल सेट्स हमेशा अपने साथ रखते हैं। सोते-जागते और नित्यक्रियाओं के समय भी ये लोग अपने मोबाइल सेट्स विशेष पॉकेट्स में रखे रहते हैं या फिर कानों से लगाए बातचीत में व्यस्त ही रहते हैं। यह सब क्या है? कुछ दिनों पहले पढ़ा था कि मोबाइल फोन से निकलने वाली ध्वनि तरंगे कान एवं मस्तिष्क को हानि पहुँचाती हैं। मुझे तो डर लगने लगा लेकिन यह युवा पीढ़ी क्यों नहीं डरती?
मैंने इस चिन्ता के विषय को सुलेमान से शेयर किया तब वह और भी रिलैक्स हो गए। उनके चेहरे का भाव बता रहा था कि उनकी और मेरी चिन्ता एक ही है। वह पान की पीक मुँह से उगलकर बोले मियाँ कलमघसीट मैं तो आजिज आ गया हूँ। सुना है एक मिनट देने वाली मोबाइल कम्पनी पर महाराष्ट्र सरकार ने बैन लगा दिया है, इसकी खबर सुनकर तसल्ली हुई थी कि अब जल्द ही अपने यहाँ भी पाबन्दी लगेगी और बरबाद हो रही वर्तमान नस्ल तथा पुराने लोगों के बीच उत्पन्न दरार खत्म होगी। काश! जल्द ही ऐसी कम्पनियाँ अपना मिनट वाला स्पेशल टैरिफ बाउचर सुविधा समाप्त कर देंती तो...। हाँ-हाँ बोलो मियाँ रूक क्यों गए। यार कुछ बोलो मत जब देखो घर की महिलाएँ अपने रिश्तेदार महिलाओं से बेवजह की बातें करती हैं। एकाध मिनट की बातें नहीं एक-एक घण्टे। लड़के-लड़कियाँ अपने कथित दोस्त यार से बतियाते हैं। ऐसे में खाने-पीने की बात दूर। एक कप चाय या एक गिलास पानी मिलना मुश्किल है। मैं कहता हूँ यार घरेलू महिलाएँ जब फुर्सत पाती हैं तब अपनी बहने, भाइयों, माँ एवं अन्य दूर-दराज रहने वाले रिश्तेदारों से घण्टों बातें करके जी हल्का करती है, इसमें बुराई ही क्या है। सुलेमान इस पर कुछ न बोलकर कहते हैं कि चलो यह बात मान लेते हैं कि ठीक, लेकिन घरों के लाडले-लड़कियाँ इतनी लम्बी वार्ता क्यों करते हैं, उनके इस प्रश्न पर मैं निरूत्तर हो जाता है।

मोदी को टक्कर देने की तैयारी में शिवराज


मोदी को टक्कर देने की तैयारी में शिवराज

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। भाजपा में अब नंबर वन की जंग तेज हो गई है। अघोषित तौर पर नरेंद्र मोदी ही नंबर वन हैं। उनके सामने अब नंबर वन की जंग में शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह का नाम सामने आ रहा है। शिवराज सिंह चौहान ने तो आने वाले चुनावों में नरेंद्र मोदी को पछाड़ने की तैयारी कर ली है। अगर सब कुछ सही सही रहा तो आने वाले समय में शिवराज सिंह चौहान एक साथ दो सौ पचास सभाओं को संबोधित करते नजर आएंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव के दौरान एक साथ 250 स्थानों पर सभाएं संबोधित करते नजर आएंगे। यह बात भले ही अजूबा लगे, लेकिन सच होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नई तकनीक के जरिए चौहान को राज्य के घर-घर तक पहुंचने की तैयारी में है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री शिवराज ही रहने वाले हैं। इसकी तैयारियां भी तेज हो गई हैं। चुनाव के दौरान चौहान एक साथ 250 स्थान पर सभाएं संबोधित करते नजर आएंगे। हाईटेक तरीके से होने वाले इस चुनाव प्रचार में चौहान गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आगे रहेंगे, क्योंकि मोदी ने एक साथ सिर्फ 53 सभाओं को ही संबोधित किया था।
बीजेपी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि, पार्टी का चुनाव प्रचार आक्रामक अंदाज में होगा और पार्टी सारा जोर चौहान पर ही लगाएगी। ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचने के लिए थ्री-डी के जरिए सीधे प्रचार की आधुनिक तकनीक को गुजरात चुनाव में मुख्यमंत्री मोदी ने अपनाया था और उसी तकनीक को मध्य प्रदेश में भी अपनाए जाने की तैयारी है। पार्टी का मानना है कि इस तकनीक के जरिये चौहान की बात एक ही बार में 250 स्थानों के मतदाताओं तक पहुंचाई जा सकती है, इसलिए इसका इस्तेमाल बेहद जरूरी है।
बीजेपी की रणनीति पर गौर करें तो एक बात साफ हो जाती है कि लगातार दो जीत के बाद पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्ट्रिक लगाना चाहती है और इसके लिए वह किसी तरह की चूक नहीं चाहती। यही कारण है कि पार्टी मतदाताओं को लुभाने का कोई भी फंडा हाथ से जाने नहीं देना चाहती।
सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि गुजरात की एम्स ऑर्गनाइजेशन नामक संस्था के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सन्नी भट्ट इन दिनों मध्य प्रदेश के प्रवास पर हैं और प्रचार की इस तकनीक पर उनकी मुख्यमंत्री चौहान व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से चर्चा भी हो चुकी है।
ज्ञातव्य है कि एम्स ऑर्गनाइजेशन वही कंपनी है जिसने गुजरात में मुख्यमंत्री मोदी का प्रचार नई तकनीक से किया था। सूत्रों का कहना है कि आगामी चुनाव के लिए सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की रणनीति बनाई जा रही है। राज्य में यह पहला अवसर होगा, जब नई तकनीक के जरिये चुनाव प्रचार किया जाएगा और मुख्यमंत्री एक जगह सभा करेंगे, जबकि उन्हें लोग 250 स्थानों पर सुनेंगे। इस तकनीक के जरिए चौहान की छवि को जीवंत बनाए रखने की कोशिश होगी।
सरकार और कंपनी के बीच समझौता हो गया तो चौहान घर-घर और पार्कों तक पहुंचेंगे। शिवराज हर तरफ एलसीडी पर क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर अपनी राय जाहिर करते नजर आएंगे। चुनाव में इस नई तकनीक का इस्तेमाल होने पर चौहान का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में भी दर्ज हो जाएगा।

बंग्लुरू : आबकारी मंत्री का इस्तीफा मंजूर


आबकारी मंत्री का इस्तीफा मंजूर

(श्वेता यादव)

बंग्लुरू (साई)। कर्नाटक के राज्यपाल एच.आर. भारद्वाज ने राज्य मंत्रीपरिषद् से आबकारी मंत्री एम.पी. रेणुकाचार्य को हटाए जाने के बारे में मुख्यमंत्री की सिफारिश को मंजूर कर लिया है। मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की थी।
श्री रेणुकाचार्य को कल भारतीय जनता पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया था। भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रह्घ्लाद जोशी ने ये कहते हुए श्री रेणुकाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की है कि वे राज्य के कुछ पार्टी नेताओं के बारे में अनुचित बातें कहते रहे हैं।
पार्टी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि अपनी पार्टी से चुनाव पर खड़े होने वाले उम्मीदवारों की सूची तैयार करने में प्रमुख पार्टियां व्यस्त हैं। दूसरी तरफ अपने आगे उपलब्ध विविध चयन के बारे में ध्यान डाले हुए नेताओं का फेरबदलाव का वातावरण कर्नाटक में देखा जा रहा है। उन लोगों में यदियुरप्पा के समर्थक जाने जाते थे। उनमें रेणुकाचार्य का नाम प्रमुख देखा गया था। बीजेपी से निकाले जाने के बाद उन्हें येदियुरप्पा की पार्टी कर्नाटक जनता पार्टी शामिल होने की उम्मीद है।

देश भर में मनी जमकर होली


देश भर में मनी जमकर होली

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। रंगो का त्योहार होली आज देश भर में पूरे उल्लास के साथ मनाया गया। कल रात्रि होलिका दहन के उपरांत आज का हर्ष और उल्लास देखने लायक था। देश भर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से मिली जानकारियों के अनुसार देश भर में रंगोत्सव पूरी धमधाम से मनाया गया।
रंगों का त्यौहार होली आज देश भर में हर्षाेल्लास के साथ मनाया जा रहा है। कल देश के विभिन्न भागों में होलिका दहन किया गया। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है। होली के अवसर पर राजस्थान के पर्यटन विभाग ने कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के जयपुर ब्यूरो से शैलेंद्र ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ होली मना रहे हैं। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे आज जेसलमेर पहुंचे वे सीमावर्ती चौकियों पर गए और जवानों के साथ उन्होंने होली खेली। जयपुर में भी होली परम्परागत उल्लास के साथ मनाई जा रही है। राजस्थान पर्यटन विकास निगम ने होली पर एक दुलंडी उत्सव का आयोजन किया है। इसमें सैंकड़ों विदेशी पर्यटक मौजूद हैं, जिन्होंने करीब दो घंटे तक एमआई रोड़ पर होली का आनंद लिया।
वहीं देश के हृदय प्रदेश में होली का उल्लास देखने लायक था। मध्यप्रदेश में भी होली की धूम है। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के एमपी ब्यूरो से सोनल सूर्यवंशी ने खबर दी है कि इस अवसर पर बड़े-बड़े जुलूस निकाले जा रहे हैं, जिसमें साम्प्रदायिक सौहार्द देखने को मिल रहा है।
साई न्यूज ब्यूरो ने बताया कि लोगों की सुबह आज रंगों की बौछारों और हंसी के ठहाकों के साथ शुरू हुई। घरों पर आने वालों को गुझिया और मठरी जैसी परंपरागत मिठाईयां परोसी जा रही हैं। राजधानी भोपाल के पुराने और नये हिस्से में परम्परागत होली जल समारोह निकाले गए। इस दौरान साम्प्रदायिक सौहार्द के दृश्य भी देखने को मिले। जल संरक्षण का संदेश देखने के उद्देश्य से लोगों का एक वर्ग सिर्फ गुलाल और तिलक होली खेल रहा है।
वहीं संस्कारधानी जबलपुर के ब्यूरो से सुरेंद्र जायस्वाल ने बताया कि सिवनी में जिला प्रशासन कुछ हद तक इस अवसर पर सख्त रहा। बताया जाता है कि रात बारह बजे के पहले ही जगह जगह प्रशासन द्वारा जबरन ही होलिका का दहन करवा दिया गया। नागरिकों के अनुसार होलिका दहन का महूर्त रात्रि ढाई तीन बजे था पर प्रशासन ने किसी की नहीं सुनी।
बताया जाता है कि आज दिन में भी प्रशासन ने हुरियारों को अघोषित तौर पर अपरान्ह बारह बजे के बाद घर भेजना आरंभ कर दिया। आज दोपहर लगभग तीन बजे एक स्थानीय सांध्य दैनिक के संपादक और पुलिस अधिकारी के बीच दबाव देकर घर भिजवाने की बात पर कहासुनी भी हुई। लोगों में प्रशासन की सख्ती को लेकर आक्रोश साफ दिखाई दे रहा था।
ज्ञातव्य है कि सिवनी में 07 फरवरी को परिस्थितियों के कथित तौर पर बिगड़ने से वहां कर्फयू लगा दिया गया था। 08 फरवरी को सुबह ना तो समाचार पत्रों को ही बटने दिया गया था और ना ही लोगों को दूध और पानी ही नसीब हो पाया था। प्रशासन के इस अडियल रवैए से नागरिक खासे खफा था।
पिछले दिनों सिवनी में कथित तौर पर सिमी के गुर्गे भी पुलिस ने धराए थे। इनके पास से लगभग डेढ़ सौ जिंदा बम, बंदूक और अन्य आपत्तिजनक हथियार भी बरामद हुए थे। पुलिस की जांच इस संबंध में जारी है। कहा जा रहा है कि जिनके घरों में इन्होंने शरण ली थी उन घर मालिकों पर पुलिस खासी मेहरबान है।
वहीं पटना से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से प्रतिभा सिंह ने बताया कि बहार में भी लोग एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने होली के अवसर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। लोग सुबह से घरों से बाहर निकलने लगे और फिर टोलियों संग गाने बजाने और खाने का सिलसिला शुरू हो गया। हर किसी के घर में लजीज व्यंजन तैयार किए गए हैं। खासकर बिहार का प्रसिद्ध पुआ तो जरूर बना है। कई नेताओं के घरों पर भी होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया है।
इधर, समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के दिल्ली एनसीआर ब्यूरो से मणिका सोनल ने बताया कि राजधानी दिल्ली में रंगों का यह त्यौहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। दुबई में भी होली का त्यौंहार हर्षाेल्लास के साथ मनाये जाने के समाचार हैं।