शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2011

बजट पर होगी विधानसभा चुनावों की छाया


बुनकरों को तोहफा दे सकते हैं प्रणव
 
एमपी के बुनकर भी होंगे लाभान्वित
 
बंगाल और यूपी चुनावों को देखकर बिछ रही है बिसात
 
(लिमटी खरे)
 
नई दिल्ली। कांग्रेसनीत केंद्र सरकार के इस साल के बजट में बुनकरों को तोहफा मिल सकता है। उत्तर प्रदेश और बंगाल चुनवों के मद्देनजर बजट की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कांग्रेस आलाकमान ने भी प्रणव मुखर्जी को किसान हितैषी बजट बनाने के निर्देश दे दिए हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के करीबी सूत्रों का कहना है कि इस साल के बजट में दम तोड़ रही हाथ करघा विधा से बेरोजगार हुए बुनकरों के लिए केंद्र सरकार कुछ विशेष तोहफा लेकर आने वाली है। गौरतलब है कि पूर्व में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, के नेतृत्व में पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के बुनकरों का एक प्रतिनिधिमण्डल केंद्रीय कपड़ा मंत्री दयानिधि मारन से भेंट करने गया था, जहां उसने बुनकरों की समस्याओं से मंत्री को आवगत कराया था।
समझा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश चुनावों के पहले कांग्रेस द्वारा बुनकर विशेषकर मुस्लिम समुदाय के पिछड़े लोगों को अपने से जोड़ने की रणनीति के चलते केंद्र सरकार द्वारा उन्हें लुभाने के लिए बजट में कुछ इस तरह के प्रावधान किए जा रहे हैं ताकि थम चुके हाथ करघों की खट खट एक बार फिर सुनाई देने लगे, इसके साथ ही साथ बुनकरों के परिवारों में चूल्हा जल सके इसके भी पुख्ता इंतजाम इस बजट में होने की उम्मीद जताई जा रही है।

पौने दो सौ से अधिक सांसदों ने करा रखा है अवैध निर्माण


माननीयों के बंग्लों मंे है अवैध निर्माण
 
नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश के नीति निर्धारकों को राजधानी के प्रसिद्ध वास्तुकार लुटियन के नाम पर बसे लुटियन जोन में आवंटित सरकारी आवासों पर अवैध निर्माण करा रखे हैं, वह भी तब जब केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के आला अफसरान और कर्मचारी रोजना ही इन आवासों पर दस्तक देते हैं।
संसद के दोनों सदनों के विपक्ष के नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली, बीजेपी संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी, एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व सांसद अर्जुन सिंह और समाजवादी पार्टी से निकाले जा चुके अमर सिंह ऐसे नेताओं की लिस्ट में शामिल हैं जिन्होंने उन्हें आवंटित किए गए लुटियन जोन के बंगलों में अवैध निर्माण करवाया है।
सूचना के अधिकार में सीपीडब्ल्यूडी ने बताया कि ऐसे कुल 182 वर्तमान अथवा पूर्व सांसद हैं जिन्होंने लुटियन जोन के बंगलों में अनधिकृत निर्माण करवाया है जबकि ऐसा करने की सख्त मनाही है। सूचना के अधिकार के तहत पूछे गए सवाल के जवाब में विभाग की ओर से दी गई सूची में ऐसा करने वालों में बीजेपी सासंद कलराज मिश्र, आरएलडी अध्यक्ष अजित सिंह, जेडीयू प्रमुख शरद यावद, कांग्रेस नेता अहमद पटेल, राजीव शुक्ल, मुहम्मद अजहरुद्दीन और उŸार प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती भी शामिल हैं।
कथित अनधिकृत निर्माण की सूची में बीजेपी और बीएसपी के पार्टी मुख्यालयों की भी गिनती है। सूचना में बताया गया कि इन नेताओं के बंगलों में किए गए अनधिकृत निर्माण में अतिरिक्त कमरे, शौचालय, कार्यालय, बरामदा, प्लेटफॉर्म आदि बनाया जाना शामिल है।

नशेलों पर शिकंजा कसने की तैयारी में सरकार


नशेलों पर शिकंजा कसने की तैयारी में सरकार
समिति ने सुझाए कड़े प्रावधान
नई दिल्ली (ब्यूरो)। नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर सरकार का शिकंजा कसने वाला है, आने वाले दिनों में नशे में वाहन चलाने के एवज में 10,000 रुपये तक का जुर्माना और एक साल की सजा का प्रावधान किया जा रहा है। मोटर वाहन अधिनियम में सुधार की सिफारिशो को यदि मान लिया जाता हैए तो राजधानी में शराब पीकर गाड़ी चलाना या ड्राइविंग करते हुए मोबाइल फोन पर बात करना काफी महंगा साबित हो सकता है।
अधिनियम में सुधार के सुझावों को यदि मंजूरी मिल जाती है, तो गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने वालों वालो को 1,000 रुपये तक का जुर्माना देना पड़ेगा। एक विशेषज्ञ समिति ने सुझाव दिया है कि यदि कोई व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी चलाता पकड़ा जाता है, और उसके 100 एमएल खून में 150 एमजी तक शराब पाई जाती है, तो उसे छह माह से एक साल की सजा होनी चाहिए या उस पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाना चाहिए या फिर दोनों हो सकती हैं। यदि व्यक्ति के शरीर में 30 से 150 एमजी तक शराब पाई जाती हैए तो उसे छह माह की सजा या पाच हाजर रुपए का जुर्माना या अर्थदंड और जेल दोनों हो सकती हैं।
पूर्व सड़क सचिव एस सुंदर की अध्यक्षता वाली दस सदस्यीय समिति द्वारा तैयार 411 पृष्ठों की रिपोर्ट में ये सुझाव दिए गए हैं। समिति ने मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के सुधार के बारे में अपने सुझाव दिए हैं। समिति ने अपनी रिपोर्ट सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री सी पी जोशी को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। समिति ने सुझाव दिया है कि यदि गाड़ी चलाते हुए कोई व्यक्ति मोबाइल पर बात करता पकड़ा जाता है, तो उस पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाना चाहिए। साथ ही इसमें पेनल्टी अंको का प्रावधान भी होना चाहिए।

दिल्ली में रेल्वे स्टेशन की व्यस्था होगी चाक चौबंद


दिल्ली में रेल्वे स्टेशन की व्यस्था होगी चाक चौबंद
नई दिल्ली (ब्यूरो)। जब तब हई अलर्ट पर रहने वाली दिल्ली में रेल प्रशासन यात्रियों और स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर है। स्टेशन और आसपास की हर गतिविधि पर नजर रखने के साथ ही हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। इसी के तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के प्रमुख स्टेशनों में इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम लगाया जाएगा।
पहले चरण में नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार, दिल्ली सराय रोहिल्ला, दिल्ली कैंट, शाहदरा, तिलक ब्रिज, शिवाजी ब्रिज और गाजियाबाद स्टेशन पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम लगाया जाएगा। हाई स्पीड रेल सेक्शन दिल्ली-आगरा रूट पर भी इसी तर्ज पर सुरक्षा व्यवस्था होगी। नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और आनंद विहार स्टेशनों को 232 क्लोज सर्किट टीवी कैमरेए वाहनों की जांच के लिए 17 आटोमेटिक व्हीकल स्कैनर सिस्टम, लगेज-बैगेज स्कैनर, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड से लैस किया जाएगा।
रेलवे के सूत्रों ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत प्लेटफार्म, फुट ओवरब्रिज व सीढिय़ों पर हाई फ्रीक्वेंसी मूविंग कैमरे और अन्य सुरक्षा उपकरण लगेंगे ताकि हर हलचल पर नजर रखी जा सके। अब तक नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन स्टेशनों पर सीमित स्थानों पर ही क्लोज सर्किट कैमरे लगे हुए थे।

यूआईएडीआई से जुड़ा डाक विभाग


यूआईएडीआई से जुड़ा डाक विभाग
नई दिल्ली (ब्यूरो)। इक्कीसवीं सदी में कंप्यूटर के युग में ग्रामीण भारत में पोस्ट आफिस और डाकिए के महत्व और प्रासंगिकता को देखते हुए सरकार ने डाक विभाग को विशिष्ट पहचान संख्या से जोड़ दिया है ताकि लोगों को उनकी चिðिया समय पर मिल सके और उन्हें अपने खतों की स्थिति के बारे में जानकारी मिल सके।
डाक विभाग और भारतीय विशिष्ठ पहचान संख्या (यूआईडीएआई) ने इस आशय के सहमति पत्र हस्ताक्षर किया है। लोग अब यह पता कर सकते हैं कि उनकी चिðी पते पर पहुंची है या नहीं। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने इस अवसर पर कहा कि भारत गावों का देश है। ग्रामीण भारत में आज भी डाकिया सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है। हम चाहते हैं कि सूचना के प्रवाह के इस माध्यम को प्रौद्योगिकी से जोड़ा जाए ताकि गावों में रहने वाले लोगों को फायदा हो।
उन्होंने कहा कि आज भी गाव में जब अपनों का हालचाल जानने के लिए लोगों की निगाहें साइकिल पर आने वाले डाकिए पर लगी रही है। हम चाहते हैं कि डाक व्यवस्था को पूरी तरह से सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ा जाए ताकि आम लोगों को फायदा हो। डाक विभाग और यूआईडीएआई के बीच यह सहयोग इसी दिशा में एक प्रयास है जो देश में समावेशी विकास सुनिश्चित करेगा।
यूआईडीएआई के अध्यक्ष नंदन नीलेकणि ने कहा कि डाक विभाग को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में यह गठजोड़ एक महत्वपूर्ण पहल है जिसके दायरे में चिðियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजना, डाक से जुड़े साजो-सामान, प्रौद्योगिकी उन्नयन आदि आते हैं। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से अब लोगों को इस बात का पता चल सकेगा कि उनकी चिðी कहां है। कोई भी व्यक्ति आनलाइन माध्यम से इस बात का आग्रह कर सकता है कि उनकी चिðी पते पर पहुंची है या नहीं।

मुख्य सचिवों के सम्मेलन में बोले पीएम


भ्रष्टाचार से बुरी तरह आहत हैं प्रधानमंत्री
नई दिल्ली (ब्यूरो)। घपलों और घोटालों से घिरी केंद्र सरकार में अपने सहयोगियों की कारगुजारियों से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बुरी तरह आहत हैं। उन्होंने कई घोटालों के उजागर होने के मद्देनजर भ्रष्टाचार के दानव पर चिंता जाहिर करते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है।
राज्यों के मुख्य सचिवों के दूसरे सालाना सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यहां शुक्रवार को कहाए श्भ्रष्टाचार सुशासन की जड़ पर प्रहार करता है। यह त्वरित विकास की दिशा में रुकावट है। यह सामाजिक समावेशिकरण के हमारे प्रयासों को बेअसर नहीं तो हल्का अवश्य करता है। इससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हमारी छवि को नुकसान पहुंचता है और हमें अपने ही लोगों में प्रतिष्ठा कम होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद की चुनौती से सशक्त, साहसी और त्वरित ढंग से निपटने की जरूरत है। उन्होंने न्यायपालिका की जवाबदेही और भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वालों की हिफाजत से सम्बद्ध संसद में पेश किए गए दो विधेयकों को भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि कानून के साथ-साथ प्रशासनिक पद्धतियों में जरूरी बदलाव और प्रक्रियाओं में तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के अवसरों में कमी लाने के लिए व्यवस्थित प्रतिक्रिया लाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहाए इसके प्रमाण है कि प्रतिस्पर्धा लानेए चुनने के व्यापक मौकों और आधुनिक तकनीक से भ्रष्टाचार से सार्थक ढंग से निपटा जा सकता है।

कुंभ स्थल पर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष

नर्मदा सामाजिक कुंभ के आयोजन पूर्व निकली ऐतिहासिक कलश यात्रा 

कुंभ स्थल पर आज से रामकथा प्रारंभ 
 
10,11 एवं 12 फरवरी को आयोजित कुंभ के पूर्व धर्ममय हुआ महिष्मती नगर मंडला

(मनोज मर्दन त्रिवेदी)

सिवनी :-प्रदेश के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले मण्डला नगर में पवित्र रेवातट पर आज से कुम्भ आयोजन की आधार शिला रख दी गई आगामी १०-११ एवं १२ फरवरी को आयोजित होने वाले सामाजिक नर्मदा कुम्भ का विधिवत प्रारंभ आज से विविध आयोजित कार्यक्रम का सिलसिला प्रारंभ हो गया।  कुम्भ मेले के प्रारंभिक चरण में आज विशाल कलश यात्राओं का आयोजन संपन्न हुआ। नगर के 4 पवित्र स्थलों से आज कलश यात्राऐं मंडला नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आयी मातृशक्तियों द्वारा निकाली गई। इस कलश यात्रा में लगभग 12 हजार महिलाओं का समावेश रहा,कलश यात्रा में गायत्री परिवार ने भी बढचढ कर हिस्सा लिया। कलश यात्रा प्रमुख  श्रीमती संपतिया उईके के कुशल निर्देशन में यात्राऐं पड़ाव श्रीराम मंदिर,विद्या चौक,संगम एवं जिला वार्ड से निकाली गईं। ये यात्राऐं कुं भ स्थल महिष्मती नगर पहुंचकर संपन्न हुईं। प्रत्येक यात्रा में सुंदर झंाकियां,लोकनृत्य भजन मंडलियों के दल भारी उत्साह के साथ शामिल हुए। आज निकली कलश यात्राओं में आदिवासी समाज के पारंपरिक सैला नृत्य का आकर्षण देखते ही बनता था। जगह-जगह यात्राओं का स्वागत हुआ पुष्प वर्षा हुई,पानी आदि की व्यवस्था भी स्थानीयजनों द्वारा की गई थी। कुं भ की दृष्टि से निर्मित महिष्मती नगर में यात्राऐं पहुंचते-पहुंचते लगभग एकाकार रूप ले चुकी थीं। चारों यात्राओं का संगम कुंभ स्थल के मुख्य मार्ग पर हुआ। कुंभ को लेकर मंडला जिला सहित डिंडोरी,जबलपुर,बालाघाट,ङ्क्षछं
दवाड़ा,सिवनी सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। सभी ने कलश यात्रा की भव्यता सुंदर झांकियों,लोक नृत्यों एवं भजन मंडलियों की प्रस्तुती को मुक्त कं ठ से सराहा। कलश यात्रा जिनमें कलशधारी मातृशक्ति का समावेश था लगभग एक किलो मीटर क तारवद्ध सुसज्जित वेशभूषा में कलश यात्रा दिखायी दे रही थी। मंडला के पावन तट पर यह ऐतिहासिक क्षण अद्वितीय था और मंडलावासियों के लिए भी। कुंभ स्थल महिष्मती नगर में समापन के पश्चात वृन्दावन से पधारे अतुल कृष्ण जी महाराज की रामकथा का भी रसपान पहुंचे श्रद्धालुओं ने किया। इस रामकथा में मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी शामिल हुए और उन्होने कुंभ स्थल का भ्रमण भी किया। रोहाणी ने कथावाचक संत श्री अतुल कृष्ण जी भरद्वाज का पुष्पहार से स्वागत किया उनके साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री देवीसिंह सैयाम,पूर्व सांसद एवं भाजपा जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष फग्गन सिंह कुलस्ते, निवास विधायक रामप्यारे कुलस्ते,आयोजन समिति के राजेन्द्र जी,जिला भाजपा अध्यक्ष मंडला विजेन्द्र सिंह काकोडिय़ा,प्रफुल्ल मिश्रा,अरविंदनारायण तांबे,भोलानाथ आदि उपस्थित थे। कुं भ स्थल में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मंडला कलेक्टर के के खरे एवं पुलिस अधीक्षक वी एस चौहान भी उपस्थित थे।
कुंभ में बाहर से पहुंचने वाले एवं व्यवस्थाओं में लगे शासकीय-अशासकीय व्यक्तियों के भोजन की भी बड़ी व्यवस्थाऐं की गई हैं। कुंभ स्थल से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंभ में पहुंचने वाले 10,11 एवं 12 फरवरी के लिए 6 महानगरों जिनमें 51 नगर की रचना की गई है। सभी महानगरों में भोजन,स्वास्थ्य,मनोरंजन आदि की पर्याप्त व्यवस्थाऐं की गई हैं और सभी महानगरों में धार्मिक आयोजन व्यवस्थित ढंग से संचालित होंगे,परंतु मुख्य धार्मिक आयोजन महिष्मती नगर में ही होगा। आगामी 07 फरवरी से वंशावली लेखकों को भी आमंत्रित किया गया है।
आज 03 फरवरी से 09 फरवरी तक कुंभ स्थल महिष्मती नगर में नियमित रूप से दोपहर 02 बजे से शाम 05 बजे तक अतुल कृष्ण भरद्वाज रामायणी द्वारा रामकथा की अमृतवर्षा की जायेगी और रात्रि में कृष्ण लीला पर आधारित रासलीला का नियमित आयोजन 09 फरवरी तक चलेगा। 10 फरवरी से 12 फरवरी तक कुंभ में पहुंचे विभिन्न साधु,संतों और महात्माओं द्वारा धर्मगंगा का प्रवाह भी इसी स्थल से किया जायेगा।