नर्मदा सामाजिक कुंभ के आयोजन पूर्व निकली ऐतिहासिक कलश यात्रा
कुंभ स्थल पर आज से रामकथा प्रारंभ
10,11 एवं 12 फरवरी को आयोजित कुंभ के पूर्व धर्ममय हुआ महिष्मती नगर मंडला
(मनोज मर्दन त्रिवेदी)
सिवनी :-प्रदेश के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले मण्डला नगर में पवित्र रेवातट पर आज से कुम्भ आयोजन की आधार शिला रख दी गई आगामी १०-११ एवं १२ फरवरी को आयोजित होने वाले सामाजिक नर्मदा कुम्भ का विधिवत प्रारंभ आज से विविध आयोजित कार्यक्रम का सिलसिला प्रारंभ हो गया। कुम्भ मेले के प्रारंभिक चरण में आज विशाल कलश यात्राओं का आयोजन संपन्न हुआ। नगर के 4 पवित्र स्थलों से आज कलश यात्राऐं मंडला नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आयी मातृशक्तियों द्वारा निकाली गई। इस कलश यात्रा में लगभग 12 हजार महिलाओं का समावेश रहा,कलश यात्रा में गायत्री परिवार ने भी बढचढ कर हिस्सा लिया। कलश यात्रा प्रमुख श्रीमती संपतिया उईके के कुशल निर्देशन में यात्राऐं पड़ाव श्रीराम मंदिर,विद्या चौक,संगम एवं जिला वार्ड से निकाली गईं। ये यात्राऐं कुं भ स्थल महिष्मती नगर पहुंचकर संपन्न हुईं। प्रत्येक यात्रा में सुंदर झंाकियां,लोकनृत्य भजन मंडलियों के दल भारी उत्साह के साथ शामिल हुए। आज निकली कलश यात्राओं में आदिवासी समाज के पारंपरिक सैला नृत्य का आकर्षण देखते ही बनता था। जगह-जगह यात्राओं का स्वागत हुआ पुष्प वर्षा हुई,पानी आदि की व्यवस्था भी स्थानीयजनों द्वारा की गई थी। कुं भ की दृष्टि से निर्मित महिष्मती नगर में यात्राऐं पहुंचते-पहुंचते लगभग एकाकार रूप ले चुकी थीं। चारों यात्राओं का संगम कुंभ स्थल के मुख्य मार्ग पर हुआ। कुंभ को लेकर मंडला जिला सहित डिंडोरी,जबलपुर,बालाघाट,ङ्क्षछं
दवाड़ा,सिवनी सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। सभी ने कलश यात्रा की भव्यता सुंदर झांकियों,लोक नृत्यों एवं भजन मंडलियों की प्रस्तुती को मुक्त कं ठ से सराहा। कलश यात्रा जिनमें कलशधारी मातृशक्ति का समावेश था लगभग एक किलो मीटर क तारवद्ध सुसज्जित वेशभूषा में कलश यात्रा दिखायी दे रही थी। मंडला के पावन तट पर यह ऐतिहासिक क्षण अद्वितीय था और मंडलावासियों के लिए भी। कुंभ स्थल महिष्मती नगर में समापन के पश्चात वृन्दावन से पधारे अतुल कृष्ण जी महाराज की रामकथा का भी रसपान पहुंचे श्रद्धालुओं ने किया। इस रामकथा में मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी शामिल हुए और उन्होने कुंभ स्थल का भ्रमण भी किया। रोहाणी ने कथावाचक संत श्री अतुल कृष्ण जी भरद्वाज का पुष्पहार से स्वागत किया उनके साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री देवीसिंह सैयाम,पूर्व सांसद एवं भाजपा जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष फग्गन सिंह कुलस्ते, निवास विधायक रामप्यारे कुलस्ते,आयोजन समिति के राजेन्द्र जी,जिला भाजपा अध्यक्ष मंडला विजेन्द्र सिंह काकोडिय़ा,प्रफुल्ल मिश्रा,अरविंदनारायण तांबे,भोलानाथ आदि उपस्थित थे। कुं भ स्थल में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मंडला कलेक्टर के के खरे एवं पुलिस अधीक्षक वी एस चौहान भी उपस्थित थे।
कुंभ में बाहर से पहुंचने वाले एवं व्यवस्थाओं में लगे शासकीय-अशासकीय व्यक्तियों के भोजन की भी बड़ी व्यवस्थाऐं की गई हैं। कुंभ स्थल से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंभ में पहुंचने वाले 10,11 एवं 12 फरवरी के लिए 6 महानगरों जिनमें 51 नगर की रचना की गई है। सभी महानगरों में भोजन,स्वास्थ्य,मनोरंजन आदि की पर्याप्त व्यवस्थाऐं की गई हैं और सभी महानगरों में धार्मिक आयोजन व्यवस्थित ढंग से संचालित होंगे,परंतु मुख्य धार्मिक आयोजन महिष्मती नगर में ही होगा। आगामी 07 फरवरी से वंशावली लेखकों को भी आमंत्रित किया गया है।
आज 03 फरवरी से 09 फरवरी तक कुंभ स्थल महिष्मती नगर में नियमित रूप से दोपहर 02 बजे से शाम 05 बजे तक अतुल कृष्ण भरद्वाज रामायणी द्वारा रामकथा की अमृतवर्षा की जायेगी और रात्रि में कृष्ण लीला पर आधारित रासलीला का नियमित आयोजन 09 फरवरी तक चलेगा। 10 फरवरी से 12 फरवरी तक कुंभ में पहुंचे विभिन्न साधु,संतों और महात्माओं द्वारा धर्मगंगा का प्रवाह भी इसी स्थल से किया जायेगा।
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