मंत्रीमण्डल विस्तार सोमवार को!
भूरिया की छुट्टी तय, साधो पा सकती हैं लाल बत्ती
सिंधिया की हो सकती है पदोन्नति
कमल नाथ पर लटक रही तलवार
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। बहुप्रतिक्षित केंद्रीय मंत्रीमण्डल विस्तार सोमवार को शाम पांच बजे होने की उम्मीद है। कांग्रेस के प्रबंधकों की सहयोगी दलों से मुलाकात और प्राधानमंत्री एवं सोनिया गांधी की मुलाकात से सियासी फिजा में गर्माहट आ गई है। इस विस्तार में मध्य प्रदेश के प्रभावित होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा कम ही चेहरों को पदोन्नति मिल सकती है। साथ ही दर्जन भर मंत्रियों पर तलवार भी लटक रही है।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष कंेद्र 10 जनपथ (श्रीमति सोनिया गांधी के सरकारी आवास) के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नेजा थामने वाले कांति लाल भूरिया को इस बार ड्राप किया जा रहा है। भूरिया मालवांचल से हैं इसी को बैलेंस करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी द्वारा राज्य सभा सदस्य विजय लक्ष्मी साधो का नाम आगे बढ़ाया जा रहा है। सूत्रों ने संकेत दिए कि राहुल गांधी की युवाओं को आगे लाने की सोच के चलते ज्यातिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है, वहीं शहरी विकास मंत्री कमल नाथ पर आलाकमान की नजरें तिरछी हो गई हैं।
गौरतलब होगा कि पृथ्वीराज चव्हाण के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने, ममता के पश्चिम बंगाल के निजाम बनने और दयानिधि मारन के त्यागपत्र से रिक्त हुए विभागों का कार्यभार अन्य मंत्रियांे का अतिरिक्त तौर पर सौंपा गया है। जिन मंत्रियों की बिदाई तय मानी जा रही है, उनमें कंपनी मामलों के मंत्री मुरली देवड़ा, खान मंत्री बी.के.हांडिक और आदिवासी मामलों के मंत्री कांति लाल भूरिया प्रमुख हैं। भूरिया की लाल बत्ती बरकरार रखने के लिए महासचिव राजा दिग्विजय सिंह प्रयासरत हैं।
जिन मंत्रियोें का कद बढ़ सकता है उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा, पेट्रोलियम मंत्री जतिन प्रसाद के नाम प्रमुखता से उभर कर आए हैं। उधर छत्तीसगढ़ कोटे से इस बार चरण दास महंत की लाटरी लग सकती है। इसके अलावा जिन मंत्रियों पर तलवार लटक रही है उनमें शहरी विकास मंत्री कमल नाथ, कृषि मंत्री शरद पवार, एचआरडी और संचार मंत्री कपिल सिब्बल, पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश, भारी उद्योग प्रफुल्ल पटेल, एस.एम.कृष्णा, पवन बंसल, फारूख अब्दुल्ला और पवन बंसल प्रमुख हैं। सूत्रों ने विस्तार सोमवार को शाम पांच बजे होने के संकेत दिए हैं।
सत्ता में कांग्रेस का नया गठजोड़ बनकर उभरा है मनमोहन और प्रणव मुखर्जी का साथ। कहा जा रहा है कि प्रणव मुखर्जी को उनके पसंदीदा विभाग के साथ ही उप प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। साथ ही गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम से नाराज प्रणव मुखर्जी उन्हें रूखसत करने पर तुले हैं तो इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे कमल नाथ, कपिल सिब्बल और कृष्णा को राहुल गांधी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।