शनिवार, 12 अप्रैल 2014

अस्सी प्रतिशत कर्मचारी रहे मतदान से वंचित

अस्सी प्रतिशत कर्मचारी रहे मतदान से वंचित
चुनाव में रहा जमकर अव्यवस्थाओं का बोलबाला!
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। लोकसभा चुनाव में भले ही स्वीप प्लान के चलते मतदान का प्रतिशत कुछ हद तक बढ़ा हो पर चुनाव अव्यवस्था के साए में ही संपन्न हुए हैं। आलम यह रहा कि लगभग अस्सी प्रतिशत कर्मचारियों को ईडीसी (इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट) ही प्राप्त नहीं हुआ। इन कर्मचारियों द्वारा मतदान में हिस्सा नहीं लिया जा सका। अब विकल्प के तौर पर कर्मचारियों को डाक मतपत्र दिया जाकर इनका मत लिया जा सकता है।
एक ओर तो जिला प्रशासन सिवनी द्वारा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप प्लान जोर-शोर से चलाया गयाजिसके अच्छे प्रतिसाद सामने आए हैं। चुनाव में पिछले बार की तुलना में मतदान का प्रतिशत बढ़ा ही है। विडम्बना यही कही जाएगी कि हजारों की तादाद में कर्मचारियों को ईडीसी ही नहीं मिल पाया जिससे वे अपने मताधिकार का उपयोग नहीं कर पाए।
भरवाए अनेक प्रपत्र
चुनाव में संलग्न कर्मचारियों को पहले प्रशिक्षण में प्रपत्र 12 एवं 12 ‘‘ भरवाया गया था। कर्मचारियों द्वारा इसे भरकर प्रशिक्षण स्थल पर जमा कर दिए गए थे। इस प्रपत्र में सरकारी कर्मचारी का मतदान केंद्र आदि का पूरा ब्यौरा भरा जाना था। दूसरे प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों को ईडीसी का प्रपत्र भरवाया गया।
सामग्री के साथ मिलेगा ईडीसी
चुनाव कार्य में संलग्न एक कर्मचारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि द्वितीय प्रशिक्षण के दौरान ही कर्मचारियों के सामने यह उद्घोषणा कर दी गई थी कि उन्हें ईडीसीसामग्री वितरण के समय ही पॉलीटेक्निक कॉलेज प्रांगण में प्रथक बनाए गए काउंटर से मिल जाएगा।
हुआ हंगामा!
कर्मचारी जब पॉलीटेक्निक कॉलेज में सामग्री लेने पहुंचे तो उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए ईडीसी की मांग की। बताया जाता है कि कर्मचारियों को ईडीसी न मिलने पर उन्होंने हंगामा करना आरंभ कर दिया। हंगामा बढ़ते देख वहां उपस्थित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा यह समझाईश दी गई कि कर्मचारियों को उनका ईडीसी उनके सेक्टर मजिस्ट्रेट के मार्फत बूथ पर ही भिजवा दिया जाएगा।
नहीं पहुंचा ईडीसी
अनेक कर्मचारियों के अनुसार सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा भी उन्हें बूथ पर उनके ईडीसी लाकर नहीं दिए गए जिससे लगभग अस्सी प्रतिशत कर्मचारी मतदान से वंचित रह गए। ईवीएम लेकर वापस लौटे कर्मचारियों में इस बात को लेकर भारी रोष है कि वे मतदान करवाने गए थे और उन्हें स्वयं ही वोट डालने नहीं मिल पाया।
किन्हें मिलना था ईडीसी
निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिन सरकारी कर्मचारियों को उनकी लोकसभा से अन्यत्र दूसरी लोकसभा में संलग्न किया गया थाउन्हें डाक मतपत्र दिए गए। वहींजिन कर्मचारियों की ड्यूटी उन्हीं की लोकसभा क्षेत्र में लगी थीउन्हें ईडीसी दी जाकर उनके मतदान केंद्र में ही मत देने के लिए अधिकृत किया गया था।
यह बचा है विकल्प!
जानकारों का कहना है कि जिन सरकारी कर्मचारियों को ईडीसी नहीं मिला है और वे मतदान से वंचित रहे हैंउन्हें अब डाक मतपत्र दिया जाकर मतदान कराया जा सकता है। वैसे भी उन डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी जो मतगणना के एक घंटे पहले तक मतगणना स्थल पर पहुंचे। ऐसे मतपत्रों को मतगणना में शामिल कर लिया जाएगा।

कलेक्टर के दाएं हाथ में लगा निशान!

कलेक्टर के दाएं हाथ में लगा निशान!

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। लोकसभा में मतदान के दौरान बाएं हाथ की तर्जनी में लगने वाली अमिट स्याही के मामले में अनेक लोगों को या तो स्याही नहीं लगी या बाएं के बजाए दाएं हाथ की तर्जनी में स्याही लगा दी गई। मजे की बात तो यह है कि जिला निर्वाचन अधिकारी भरत यादव के दाएं हाथ की तर्जनी पर अमिट स्याही लगाई गई।
जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी मतदान के छायाचित्रों में जिला कलेक्टर भरत यादव को वोट डालते और अमिट स्याही लगाते हुए फोटो जारी किए गए हैं। इन तस्वीरों में जिला कलेक्टर को एक अधिकारी द्वारा अपनी सीट से खड़े होकर दाएं हाथ की तर्जनी पर अमित स्याही लगाते हुए दिखाया गया है। एक कर्मचारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से कहा कि वरिष्ठ अधिकारी उस समय सामान्य मतदाता की हैसियत से गए होंगे, पर उनके सम्मान में कर्मचारी द्वारा खड़ा होना अप्रत्याशित है।

वहीं, एक अन्य पाठक द्वारा गत दिवस समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया द्वारा जारी छायाचित्र जिसे आज दैनिक हिन्द गजट द्वारा प्रकाशित किया गया है को देखकर टिप्पणी करते हुए कहा गया कि मीडिया के माध्यम से ही उनके संज्ञान में आया था कि चुनाव प्रशिक्षण में यही बात बताई गई थी कि मतदान के पूर्व मतदाता के बाएं हाथ की तर्जनी में अमिट स्याही लगाई जाए, किन्तु मतदान केंद्र में तो जिला निर्वाचन अधिकारी को ही बाएं के बजाए दाएं हाथ की तर्जनी में स्याही लगाई जा रही है।

नही थम रहीं साई प्रसाद ग्रुप ऑफ कम्पनीज़ के खिलाफ निवेशकों की शिकायत

नही थम रहीं साई प्रसाद ग्रुप ऑफ कम्पनीज़ के खिलाफ निवेशकों की शिकायत
महिला निवेशक ने की लिखित शिकायत
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। साई प्रसाद ग्रुप ऑफ कम्पनीज के द्वारा किये जा रहे कारनामंे थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। स्थिति तो अब यह बन गई है कि आये दिन पुलिस प्रशासन व जिला कलेक्टर से निवेशकों द्वारा इस कम्पनी द्वारा किये जा रहे अवैध व्यापार की जांच की मांग की जाकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की जा रही है।
कलेक्टोरेट के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बाताया कि चुनाव के चलते इस कंपनी की जांच को जिला कलेक्टर भरत यादव ने थोड़ा ढील देकर रखा था किन्तु अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ग्वालियर एवं इंदौर संभाग मे इस कंपनी के खिलाफ हुई कठोर कार्यवाही को संज्ञान मंे लेते हुए श्री यादव एक-दो दिन में ही इस कंपनी के कर्णधारों के खिलाफ गंभीर आदेश जारी कर सकते हैं।
ज्ञातव्य है कि विगत माह फरवरी में सैकड़ों लोगों ने जनसुनवाई के दौरान जिला कलेक्टर से अपने जमा रूपये वापस दिलाने की मांग की थी जिसकी जांच भी हुई है। उक्त लिखित शिकायत में शिकायतकर्ता कालका प्रसाद बघेल ने अभिनव रघुवंशी उर्फ पप्पू ब्रांच मैनेजर सिवनी के खिलाफ राशि गबन करने तक का आरोप लगाया हैयह जांच तो चल ही रही है।
इसके अलावा भी कई निवेशकों में से एक अन्य महिला आवेदक ने इस कंपनी पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए सात अपै्रल को जिला कलेक्टर के समक्ष लिखित शिकायत में बताया है कि साई प्रसाद ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा सिवनी जिले मंे विगत छः वर्षों से करोड़ों रूपयों का व्यवसाय केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से दलालों के द्वारा करवाया गया हैऔर हाल ही मे पता चला है कि इस कंपनी ने पूर्व में जिन योजनाओं के तहत एफ.डी. व आर.डी. निवेशकों से जमा करवाई थी अब उस राशि को निवेशकों को बताये बगैर साई प्रसाद कॉर्पाेरेशन एवं सोसायटी में ट्रान्सफर किया जा रहा है।
वहीं निवेशकों को दिये गये सर्टिफिकेट दलालों द्वारा वापस मांगे जा रहे हैं एवं पुनः नये सर्टिफिकेट जारी होंगेजैसी बातचीत की जा रही है। उक्त कंपनी द्वारा छः व साढे़ छः साल में उनके द्वारा जमा रूपयों का तीन गुना व उससे ज्यादा राशि वापसी की पालिसी प्रदान की गई हैजिसे प्रस्तुत भी किया गया है।
यह आरोप भी लगाया गया है कि यह संस्था पूर्ण रूप से बैंकिंग कार्य कर रही है। अब निवेशकों को उनके रूपयों की वापसी खतरे में लग रही है। उल्लेखनीय होगा कि शिकायतकर्ताओं द्वाराउनके जमा रूपयों को वापस दिलाने की कार्यवाही करबगैर प्रशासनिक अनुमति के करोड़ों का व्यापार करवाने वाले कंपनी के अधिकारियों अभिनव रघुवंशी उर्फ पप्पू सिवनी मैनेजरके.एस.मिश्रा रीज़नल मैनेजर जबलपुर एवं राजेश मिश्रा जेड.एम.भोपाल के विरूद्ध कार्यवाही कर इस व्यवसाय को बंद कराकर जिले के लोगों को लुटने से बचाने की मांग भी की गई है।
जिला कलेक्टर को दिये गये उक्त कंपनी के दस्तावेजों से यही बात साबित होती है कि यह कम्पनी साढे छः साल में ही जमा रूपयों को तीन गुना कर देती हैजो कि जांच का एक गंभीर विषय है। यही नहीं कंपनी द्वारा पूरा लेनदेन बैंकिंग कार्य पद्धति की तर्ज पर किया जाता है। इसके पुख्ता प्रमाण भी (जैसे नगद जमा पावती व रसीद) शिकायतकर्ताओं के द्वारा जिला कलेक्टर एवं अखबारों को दिए गए हैं।
बगैर आर.बी.आई. की अनुमति के कोई भी संस्था या कंपनी एफ.डी. व आर.डी. का व्यवसाय नही कर सकती हैयदि किया जा रहा है तो वह अवैध है जिसकी जांच किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
पंकज शर्मावरिष्ठ अधिवक्ता.
यदि ऐसा व्यवसाय साई प्रसाद ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा किया जा रहा है तो विधिवत प्रत्येक छः माह या वर्ष में कम से कम एक बार प्रशासन द्वारा जमा लेनदेन पर ऑडिट जरूरी हैजो की कंपनी नहीं कर रही होगी तो यह गंभीर जांच का विषय है।
वीरेन्द्र सोनकेशरियावरिष्ठ अधिवक्ता.
मैंने साई प्रसाद ग्रुप ऑफ कंपनीज के कार्यालय जाकर जिला कलेक्टर के आदेशानुसार जांच कर फाईल उन्हें सौंप दी है।
के.सी.परतेएसडीएम सिवनी.

नहीं खुलीं शराब दुकानें!

नहीं खुलीं शराब दुकानें!
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। सिवनी को छोड़कर प्रदेश के कमोबेश हर जिले में मतदान की समाप्ति के बाद शराब दुकानें खुल गईं।

हाल ही में राजधानी भोपाल में शराब दुकानें बंद कराने के आदेश के संबंध में जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि भोपाल में शराब दुकानें मतदान के समय तक बंद रहेंगी। वहीं सिवनी में शराब दुकानें मतदान के उपरांत दूसरे दिन सुबह नौ बजे ही खुल पाईं।

चुनाव आयोग ने यूपी में शाह व आजम की चुनावी रैलियों पर लगाया प्रतिबंध

चुनाव आयोग ने यूपी में शाह व आजम की चुनावी रैलियों पर लगाया प्रतिबंध
(रश्मि सिन्हा)
नई दिल्ली (साई)। चुनाव आयोग ने भाजपा नेता अमित शाह और सपा नेता आजम खान के उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक सभा करने, जुलूस निकालने या रोड शो करने पर प्रतिबंध लगा दिया। इन दोनों ही नेताओं ने ही भड़काऊ भाषण दिए थे, जिनकी चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी।

चुनाव आयोग ने दोनों के भाषणों की जांच के बाद इनकी रैली, रोड शो और चुनावी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ एफआईआर दर्ज करने का भी आदेश दिया है। आयोग ने उत्तर प्रदेश में अधिकारियों से शाह और आजम खां के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और अगर उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं हुई है तो कार्यवाही शुरू करने को कहा है। चुनाव आयोग ने रैलियों पर रोक लागने के साथ साथ आजम खान को नोटिस भी दिया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि आजम खान के साथ नरमी बरती जा रही है।

मतदाता पर्ची नहीं मिली तो दूरभाष पर दें जानकारी

मतदाता पर्ची नहीं मिली तो दूरभाष पर दें जानकारी
सिवनी में नहीं बटीं पूरी पर्चियां!
(दीप्ति)
भोपाल (साई)। जिले में लोकसभा निर्वाचन के लिए बूथ लेवल आफीसर्स द्वारा घर घर जाकर मतदान पर्चियों का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत वरवड़े ने बताया कि जिन मतदाताओं को अब तक मतदाता पर्चियां नहीं मिलीं हैं वह जिला निर्वाचन कार्यालय के कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 273055727305672730440 पर काल कर जानकारी दें। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी वरवड़े ने बताया कि वह खुद भी मतदाता पर्ची वितरण व्यवस्था का क्षेत्र में जायजा ले रहे हैं। पर्ची वितरण में लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
मतदान केन्द्रों पर सभी जरूरी बेसिक सुविधाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं। इस बात को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी खुद मतदान केन्द्रों पर जाकर देख रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने आज जिले के पचास से अधिक मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि वह रोजाना सुबह से शाम तक क्षेत्र के भ्रमण पर रहते हैं और निर्वाचन के लिए आयोग के अनुसार की गई व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। फलाइंग स्कवाड सहित गठित अन्य दलों के अधिकारियों-कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे अपने क्षेत्र में मौजूद रहें। अनुपस्थित पाए जाने पर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी।  कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी वरवड़े ने आज मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग कराए जाने के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा की।
सिवनी में नहीं बटीं पूरी पर्चियां
वहींसमाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के सिवनी ब्यूरो ने बताया कि जिले में अनेक मतदाताओं को मतदाता पर्चियां नहीं मिल पाईं। वहीं प्रशासनिक सूत्रों के हवाले से ब्यूरो ने बताया कि बीएलओ द्वारा शत प्रतिशत पर्चियां बांटने की सूचना आयोग को दी है।

15 अप्रैल से 17 अप्रैल तक बंद रहेंगी शराब की दुकानें

15 अप्रैल से 17 अप्रैल तक बंद रहेंगी शराब की दुकानें
(संतोष पारदसानी)
भोपाल (साई)। लोकसभा निर्वाचन-2014 के तहत भोपाल लोकसभा क्षेत्र के लिए 17 अप्रैल को मतदान होगा। इस परिप्रेक्ष्य में 15 अप्रैल की शाम 6रू00 बजे से 17 अप्रैल को मतदान समाप्ति तक और में मतगणना दिवस 16 मई को भी सम्पूर्ण भोपाल जिले में शुष्क दिवस घोषित किया गया है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं।

कलेक्टर ने जारी आदेश में साफ किया है कि 15 अप्रैल सांय 6ः00 बजे से 17 अप्रैल को मतदान समाप्ति तक और मतगणना 16 मई के दिन को सम्पूर्ण जिले में शुष्क दिवस के तहत सभी लायसेंसी मदिरा विक्रय केन्द्रों को बन्द रखने और शराब का क्रय-विक्रय एवं वितरण आदि को पूर्णतरू प्रतिबंधित किया गया है। शुष्क अवधि में मदिरा के किसी भी फुटकर बिक्री की दुकान, होटल बार, रेस्टोरेंट बार, क्लब बार और मदिरा बेचने परोसने वाले अन्य प्रतिष्ठानों द्वारा किसी भी व्यक्ति को मदिरा बेचने और परोसने की अनुमति नहीं होगी। गैर मालिकाना क्लबों, स्टार होटलों, रेस्टोरेंट आदि और किसी के भी द्वारा चलाये जाने वाली होटलों को भी मदिरा परोसने की अनुमति नहीं होगी। शुष्क दिवसों के दौरान मदिरा के व्यक्तिगत भण्डारण पर एवं गैर लायसेंस प्राप्तु परिसर में मदिरा के भंडारण पर सख्ती से रोक रहेगी। इस आदेश को पालन कराने के लिए पुलिस, आबकारी सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

स्कूलों का समय अब सुबह साढ़े सात से दोपहर बारह बजे तक

स्कूलों का समय अब सुबह साढ़े सात से दोपहर बारह बजे तक
(प्रदीप आर्य)
भोपाल (साई)। भोपाल जिले में कोई भी शासकीय अथवा अशासकीय स्कूल दोपहर बारह बजे के बाद तक नहीं लगेगा। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट निशांत वरवड़े ने बढ़ती गर्मी के चलते बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों का समय सुबह 7ः30 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक का नियत किया है। आदेश जारी कर सभी स्कूल संचालकों और प्राचार्यों को सुबह 7ः30 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक स्कूल लगाने के लिए कहा गया है।

14 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश

14 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश
(राजेश शर्मा)

भोपाल (साई)। राज्य शासन ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती सोमवार 14 अप्रैल, को सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में सार्वजनिक अवकाश दिवस घोषित किया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा अधिसूचना जारी की गई है।

संसदीय क्षेत्रवार जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत

संसदीय क्षेत्रवार जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश के नौ संसदीय क्षेत्र में गुरूवार को हुए निर्वाचन में कुल एक करोड़ 44 लाख 25 हजार 460 मतदाताओं में से 91 लाख 65 हजार 123 मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। पहले चरण में नौ संसदीय क्षेत्र में शामिल 17 जिले और 70 विधानसभा क्षेत्र में मतदान की प्रक्रिया संपन्न हुई।
इनमें से कुछ जिले दो-दो संसदीय क्षेत्र में भी आते थे। बालाघाट संसदीय क्षेत्र में शामिल बालाघाट, बैहर, लांजी, परसवाड़ा, वारासिवनी और कटंगी विधानसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत 68.86 और सिवनी जिले के बरघाट और सिवनी विधानसभा में क्रमशरू 72.75 एवं 65.13 प्रतिशत रहा।

छिन्दवाड़ा
छिन्दवाड़ा जिले के छिन्दवाड़ा में 77.46, जुन्नारदेव में 76.33, अमरवाड़ा में 79.09, चौरई में 80.95, सौंसर 81.18, परासिया 78.17 और पार्ण्ढुना विधानसभा क्षेत्र में 80.75 प्रतिशत मतदान हुआ।

होशंगाबाद
होशंगाबाद जिले के होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र में 63.76, सिवनी-मालवा में 68.11, सोहागपुर में 68.85, पिपरिया में 69.33, नरसिंहपुर जिले के नरसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में 66.61, तेन्दूखेड़ा में 65.42, गाडरवारा में 65.05, रायसेन जिले के उदयपुरा में 59.26 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ।

जबलपुर
जबलपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र पाटन में 56.8, बरगी में 61.21, जबलपुर-पूर्व में 54.97, जबलपुर-उत्तर में 61.49, जबलपुर-केन्ट में 58.37, जबलपुर-पश्चिम में 56.62, पनागर में 59.82, सिहोरा में 59.31 प्रतिशत मतदान हुआ।

मण्डला
मण्डला संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र बिछिया में 62.2, निवास में 66.62, मण्डला में 66.0, डिण्डोरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र में 67.58 एवं डिण्डोरी में 72.98, नरसिंहपुर जिले के गोटेगाँव में 65.48, सिवनी जिले के केवलारी में 68.35, लखनादौन में 64.25 प्रतिशत वोट डाले गये।

रीवा
रीवा संसदीय क्षेत्र के सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में 50.9, सेमरिया में 55.78, त्योंथर में 52.24, मऊगंज में 51.43, देवतालाब में 53.39, मनगवां में 56.3, रीवा में 54.22, गुढ़ में 56.07 प्रतिशत मतदान हुआ।

सतना
सतना संसदीय क्षेत्र के चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र में 58.29, रैगाँव में 63.27, सतना में 60.21, नागौद में 65.14, मैहर में 59.17, अमरपाटन में 65.32, रामपुर बघेलान में 67.18 प्रतिशत मतदान हुआ।

शहडोल
शहडोल संसदीय क्षेत्र में अनूपपुर जिले के कोतमा में 59.57, अनूपपुर में 60.08, पुष्पराजगढ़ में 66.72, कटनी जिले के बरवाड़ा में 54.2, शहडोल जिले के जयसिंहनगर में 71.54 और जैतपुर में 70.08, उमरिया जिले के बांधवगढ़ में 58.72, मानपुर में 54.81, प्रतिशत मतदान हुआ।

सीधी
सीधी संसदीय क्षेत्र में सीधी जिले के चुरहट विधानसभा क्षेत्र में 55.62, सीधी में 57.62, सिंहावल में 56.67, धौहानी में 56.84, सिंगरौली जिले के चितरंगी में 57.3, सिंगरौली में 54.95 और देवसर में 52.52 शहडोल जिले के ब्यौहारी में 62.43 प्रतिशत मतदान संपन्न हुआ।