गुडिया के समर्थन
में उबल रही दिल्ली
(रश्मि सिन्हा)
नई दिल्ली (साई)।
दिल्ली में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना के विरोध में आज दूसरे दिन भी
प्रदर्शन जारी है। आईटीओ के पास पुलिस मुख्यालय के सामने अनेक लोगों ने दिल्ली
पुलिस आयुक्त को हटाये जाने की मांग को लेकर धरना दिया। प्रदर्शनकारी जांच में
देरी के लिए दोषी दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग भी कर रहे थे।
इन पुलिसकर्मियों
को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सामने
आज सवेरे से ही प्रदर्शनकारी जमे हुए हैं। वे दोषी को फांसी की सजा देने की मांग
कर रहे हैं। पुलिस अस्पताल के प्रमुख प्रवेश द्वार पर कड़ी चौकसी बरत रही है, जिससे मरीज और
एम्बुलेंस को आने-जाने में सुविधा हो।
अस्पताल के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बच्ची की हालत स्थिर है। अखिल भारतीय
आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ० डी के शर्मा ने बताया कि
ऑपरेशन के बाद बच्ची पर इलाज का अच्छा असर हो रहा है। उन्होंने कहा कि बच्ची
कैजुअल रिकवरी शो कर रही है और कल रात वो भलीभांति सोई है। इस समय पर बच्ची के सभी
वायटल पैरामीटर्स स्टेबल हैं। उसका केलोस्टमी फंक्शनिंग है। वो कॉन्शियस है, अलर्ट है तथा अपने
पेरेन्ट्स, नर्सेस और
डॉक्टर्स से बातचीत कर रही है। अभी उसे हल्का बुखार है जिसमें कि धीरे धीरे
इम्प्रूवमेंट हो रही है। इस समय पर यह कहा जा सकता है कि उसकी लाइफ को कोई भी
डेंजर नहीं है।
उधर, मध्य प्रदेश में
पुलिस ने सिवनी जिले से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से संजीव प्रताप सिंह
ने बताया कि जिले के घंसौर थाना क्षेत्र में मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के
कर्मचारी द्वारा चार वर्ष की बच्ची के दुष्कर्म मामले के एक आरोपी राकेश चौधरी को
गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस अधीक्षक मिथिलेश शुक्ला ने बताया कि इस मामले के
दूसरे आरोपी बिहार का रहने वाला फिरोज खान को पकड़ने के लिए विभिन्न जगहों पर पुलिस
टीम भेजी गई है। पीड़ित बच्ची को इलाज के लिए विमान से कल नागपुर भेजा गया था।
दिल्ली में एक
मासूम बालिका के साथ हुए योनाचार के उपरांत देश उबल पड़ा, तब कहीं जाकर देश
के प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को चिंता सताने लगी है। प्रधानमंत्री ने देश में
महिलाओं की सुरक्षा स्थिति पर गंभीर चिन्ता व्यक्त की है। पिछले वर्ष दिसम्बर में
दिल्ली में हुएसामूहिक दुष्कर्म तथा हाल में एक मासूम बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म
की घटना का जिक्र करते हुए डॉ० मनमोहन सिंह ने कहा कि इन घटनाओं से सबक लेते हुए
मनोविकृतियों को दूर करने के लिए समाज में सामूहिक रूप से प्रयास करने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने
कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमें एक देश के रूप में बेहतर काम करने
होंगे। ऐसे मामले पिछले वर्ष दिसम्बर में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद
हमारे सामने आये। छोटी बच्ची के साथ हुई इस वीभत्स घटना से अब यह जरूरी हो गया है
कि समाज से इस मनोविकृति को दूर करने के लिए हम सामूहिक रूप से काम करें।
आज नई दिल्ली में
आठवें सिविल सेवा दिवस के उद्घाटन भाषण में डॉ० मनमोहनसिंह ने कहा कि महिलाओं पर
होने वाले अत्याचारों से प्रभावकारी ढंग से निपटने के लिए सरकार ने तेजी से पहल की
है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की
महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों की है। देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति
का जिक्र करते हुए डॉ० सिंह ने सभी क्षेत्रों में निवेश की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि देश कठिन
आर्थिक दौर से उबर सके।
उन्होंने कहा कि
हमारी सरकार ने औद्योगिक और आधारभूत परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा देने के लिए
मंत्रिमंडलीय समिति के गठन में महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। समिति ने इस दिशा में
बेहतर काम किया है लेकिन अभी बहुत कुछ किये जाने की जरूरत है, खासकर उद्यमियों और
निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में। आपदा प्रबंधन का जिक्र करते हुए
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आपदा के समय जानमाल की सुरक्षा के लिए बेहतर
तौर-तरीके अपनाने और उन्हें लोगों तक व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए काम करने
होंगे।
वहीं समाचार एजेंसी
ऑफ इंडिया के दिल्ली ब्यूरो से मणिका सोनल ने बताया कि ईस्ट दिल्ली के गांधी नगर
में 5 साल की
बच्ची से दरिंदगी के खिलाफ दिल्ली में दूसरे दिन भी विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।
एम्स के बाहर और आईटीओ पर दिल्ली पुलिस के हेडक्वॉर्टर के बाहर कुछ लोग धरने पर
बैठे हुए हैं। वहीं एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की हालत में सुधार हो
रहा है। दूसरी तरह इस घटना का आरोपी मनोज कई सनसनीखेज खुलासे कर रहा है।
पांच बजे तक दिल्ली
के पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग पूरी नहीं हुई और इसके बाद बिना पुलिस हेटक्वार्टर
के सामने बैठे प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च शुरू कर दिया है।
आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय इसकी अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने सभी
प्रदर्शनकारियों से अपील की है हर हाल में प्रदर्शन कोशांतिपूर्ण बनाए रखना है।
उन्होंने कहा कि जहां कङी भी पुलिस हमें रोकेगी, वहीं रुक जाना है।
पुलिस के घेरे को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने के बदले सारे प्रदर्शनकारी वहीं
सड़क पर बैठ जाएं।
मौके पर मौजूद साई
न्यूज संवाददाता आकाश कुमार के अनुसार दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर के पास प्रदर्शन
कर रहे लोगों तक दिल्ली पुलिस अनोखे अंदाज में पहुंची। दिल्ली पुलिस की तरफ से
रविवार को चिट्ठियां बांटी गई। इन चिट्ठिठों में यह बताया गया था कि कोई कार्रवाई
न करने का आरोप गलत है। इसमें पुलिस द्वारा की गई कार्रवाइयों का ब्योरा देते हुए
बताया गया था कि पुलिस ने समुचित कार्रवाई की है।
वहीं दूसरी ओर
प्रदर्शनकारियों की पीएम हाउस की ओर मार्च की धमकी को देखते हुए प्रधानमंत्री
आवासा 7 रेसकोर्स
रोड की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहां बड़ी संख्या में आरएएफ के जवान तैनात कर दिए गए
हैं। पुलिस हेडक्वॉर्टर के सामने प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी के नेताओं ने
सरकार को 5 बजे तक का
अल्टिमेटम देते हुए कहा है कि उससे पहले दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को पद से हटा
दिया जाए। उन्होंने कहा है कि अगर उससे पहले सरकार इस फैसले का ऐलान नहीं करती है
कि प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च शुरू कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि अगर पुलिस
ने उन्हें रोका तो जो होगा देखा जाएगा। इस बीच आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता
पहले ही पीएम आवास पहुंच गए जिन्हें थोड़े हंगामे के बाद पुलिस वहां से हटा ले गई।
दिल्ली के मौजूदा
पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को हटाने की प्रदर्शनकारियों की मांग को उस समय काफी
मजबूती मिली जब कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित ने भी यही मांग कर दी। दिल्ली के
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने रविवार को यह मांग की।
उन्होंने कहा कि यह माग गलत नहीं है। मैं पहले से ही इसकी मांग कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर की
घटना के बाद ही मैंने कहा था कि उन्हें पुलिस कमिश्नर पद से हटाया जाना चाहिए।
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा कि यह सिर्फ हमारी मांग नहीं
है। पूरी दिल्ली यह मांग कर रही है कि पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को पद से हटाया
जाए। उन्होंने कहा कि हमने सरकार को आज शाम 5 बजे तक का समय दिया है। तब तक इस फैसले का
ऐलान कर दे।
रेप के आरोपी का
चेहरा क्यों छिपाती है पुलिस? रेप के आरोपी का चेहरा आखिर क्यों छिपाया
जाता है? बच्ची से
रेप के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस कमिश्नर के इस्तीफे के साथ-साथ रेप के
आरोपियों को भी बेनकाब करने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के हेडक्वॉर्टर पर
प्रदर्शन कर रहे आम आदमी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि दिल्ली पुलिस को बच्ची से रेप
के आरोपी मनोज का चेहरा नहीं छिपाना चाहिए। उसे बिना नकाब के सबके सामने लाकर
मिसाल पेश करनी चाहिए।
एम्स में मौजूद साई
संवाददाता राहुल डब्बास ने बताया कि एम्स के डॉक्टरों ने बच्ची का मेडिकल बुलेटिन
जारी कर बताया है कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची की
जान को कोई खतरा नहीं है। उसे हल्का बुखार जरूर है, लेकिन वह परिजनों
और डॉक्टरों से बात कर रही है और खाना भी मांग रही है। एम्स के डॉक्टर डीके शर्मा
ने बताया, कि बच्ची
के कमर के निचले के जख्मों की ड्रेसिंग की गई है। उसकी सेहत में सुधार हो रहा है
और वह शनिवार रात को ठीक से सोई भी है। बच्ची के सभी पैरामीटर नॉर्मल हैं। वह अपने
परिजनों और डॉक्टरों से बात कर पा रही है। उसे हल्का बुखार है। इसमें हल्का-हल्का
सुधार हो रहा है। उसके जीवन को कोई खतरा नहीं है। एम्स के अनुभवी डॉक्टरों की टीम
डॉक्टर संजीव अग्रवाल के नेतृत्व में बच्ची की निगरानी कर रही है। उसके शरीर में
इन्फेक्शन कम हो रहा है। उसने खाने की मांग की है। डॉक्टर जो पूछ रहे हैं वह उसका
जवाब दे रही है। अगले दो हफ्तों में उसे हॉस्पिटल से छुट्टी दी जा सकती है।
पांच साल की इस
बच्ची के साथ गैंगरेप की आशंका भी जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक मनोज ने
पुलिस को बताया है कि उसके साथ इस दरिंदगी में एक और युवक भी शामिल था। इस युवक का
नाम प्रदीप बताया जा रहा है। उसे पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम बिहार भेजी गई
है। दिल्ली पुलिस मनोज से पूछताछ के साथ-साथ उसके सामान की भी जांच कर रही हैं।
पुलिस ने जब मनोज के मोबाइल की जांच की तो उसमें कई अश्लील क्लिप्स भी मिलीं। जानकारी
के मुताबिक मनोज ने पूछताछ में बताया कि 15 अप्रैल को उसने बच्ची से रेप करने से पहले
अपने दोस्त के साथ अश्लील फिल्में देखी थीं। इसके बाद दोनों ने शराब पी और बच्ची
से रेप किया। रेप के बाद वे घर बंद कर भाग गए। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस
मनोज पर गैंगरेप की धाराएं भी लगा रही है।
दिल्ली में पांच
साल की बच्ची से दरिंदगी की हदें पार करने वाला मनोज आदतन अपराधी है। उसने यह
दरिंदगी पहली बार नहीं की है। उसके बारे में एक चौंकाने वाली सच्चाई यह भी है कि
शादी से पहले उसने अपनी पत्नी से भी रेप किया था। मनोज की साली की पिछले दिनों रेप
के बाद हत्या हुई थी। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं इसमें भी तो उसका हाथ नहीं है।
बिहार में
मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के भरथुआ के रहने वाले मनोज को उसके गांव वाले अपराधी
प्रवृत्ति का बता रहे हैं। उसके गांववालों का यहां तक कहना है कि मनोज ने दो साल
पहले प्रेम विवाह किया था। दरअसल यह प्रेम विवाह जैसा कुछ नहीं था, उसने उस लड़की से
पहले दुराचार किया था। लड़की के घरवालों वालों के दबाव और पंचायत के फरमान के बाद
वह शादी के लिए राजी हुआ था।
हालांकि उसकी पत्नी
अब पूरी तरह से उसके समर्थन में उतर आई है। उसकी पत्नी का कहना है कि उसके पति को
फंसाया जा रहा है। वह ऐसा काम नहीं कर सकते। किसी दबाव में उन्होंने गुनाह को
कबूला है। उधर, मनोज के
गांववालों में उसके खिलाफ भारी आक्रोश है। गांव ने उसके परिवार का बहिष्कार करने
का फैसला किया है। मनोज व उसके परिवार के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया
गया है। दिल्ली में रेप की खबर के बाद से मुजफ्फरपुर के भरथुआ गांव के लोग काफी
आक्रोशित हैं। मनोज की हरकतों से शर्मसार उसके गांव वालों ने उसे फांसी देने की
मांग की है।