शुक्रवार, 14 जून 2013

बारिश में उखड़ने लगी कुरई घाट की सड़क

बारिश में उखड़ने लगी कुरई घाट की सड़क

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। बरसात के आगमन के साथ ही कुरई घाटी रोड के उखड़ जाने की खबरें आना शुरू हो गई हैं। बताया जाता है एन.एच.7 की इस रोड को बने हुए अभी एक वर्ष भी नहीं हुआ है और शुरूआती बारिश में ही उसका धसकना शुरू हो गया है।
कुरई घाटी में विहंगम दृश्य के पास के मोड़ पर सड़क बुरी तरह से उखड़ गयी है। दुर्घटना की दृष्टि से इस मोड़ को अत्यंत खतरनाक माना जाता हैं। कई वाहन इस स्थान पर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। ऐसे में इस स्थान पर रोड का उखड़ना गंभीर विषय है। हालाकि ठेकेदार द्वारा सड़क के मरम्मत का कार्य शुरू तो कर दिया गया है, लेकिन यदि तकनीकि दृष्टि से देखा जाये तो सड़क के दोनों छोर पर पानी की निकासी के लिये नाली का होना बेहद आवश्यक है। अन्यथा पूरी बारिश भर इस सड़क की टूट फूट होते रहेगी और फिर लंबे-लंबे जाम लगने की स्थिति पुनः निर्मित हो जायेगी।

क्षेत्रीय नागरिकों के बीच यह चर्चा का विषय है कि पहली ही बारिश को सड़क के न सह पाने से, इस सड़क की गुणवत्ता पर शासन को ध्यान जरूर देना चाहिए।

विमला वर्मा और गुलाम मास्साब के हाल जाने नाथ ने

विमला वर्मा और गुलाम मास्साब के हाल जाने नाथ ने

(गोपाल शर्मा)

सिवनी (साई)। केंद्रीय संसदीय कार्य और शहरी विकास मंत्री कमल नाथ ने आज अपनी सिवनी यात्रा के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम मास्साब के हाल चाल जाने।
आप अपरान्ह जैसे ही वे सिवनी पहुंचे वे सबसे पहले सुश्री विमला वर्मा से मिलने उनके गृह निवास गिरधर भवन पहुंचे जो कभी कांग्रेस का कार्यालय हुआ करता था। सुश्री वर्मा से चर्चा के दौरान कमल नाथ ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली।
श्री नाथ इसके उपरांत युवा एवं उर्जावान कांग्रेस के नेता हाजी सोहेल पाशा के नाना और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम मास्साब से मिलने उनके निवास पर भी गए।

कमल नाथ ने सुश्री वर्मा और गुलाम मास्साब के स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनके लंबे जीवन की कामना की।

पहली बार हुआ अनोखा विरोध! भाजपा रही मौन!

पहली बार हुआ अनोखा विरोध! भाजपा रही मौन!

(महेश रावलानी)

सिवनी (साई)। केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के सिवनी आगमन पर सिवनी के नागरिकों की पीड़ा को राजनैतिक और गैर राजनैतिक संगठनों द्वारा अपने अपने तरीके से विरोध प्रदर्शित किया, वहीं भारतीय जनता पार्टी की सिवनी जिला इकाई का मौन भी चर्चाओं में रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार से ही अधिवक्ता रीतेश आहूजा और अजय बाबा पाण्डे की जुगल जोड़ी द्वारा बिना किसी के नाम का उल्लेख किए हुए ही कुछ फ्लेक्स काले रंग में तैयार करवाए गए। इनमें से कुछ छोटे बेनर को एक कार में चारों ओर लगाकर अपना विरोध प्रदर्शित कर जनता को जगाने का प्रयास किया गया।
आज प्रातः बारापत्थर में अस्पताल के करीब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री श्रीवास्तव एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस की इन दोनों युवाओं से तकरार हुई। दोनों ही पुलिस अधिकारियों ने अधिवक्ता द्वय को मशविरा दिया कि वे अपने वाहन से वे बेनर हटा लें।
अपरान्ह जैसे ही केंद्रीय मंत्री कमल नाथ का काफिला पुराने आरटीओ आफिस के रास्ते बाहुबली चौक पहुंचा वहां उन्हें एसपी बंग्ले की ओर से आ रहे मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं का विरोध का सामना करना पड़ा। बड़ी तादाद में उपस्थित मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने काले बैलून हवा में लहराकर कमल नाथ का विरोध प्रदर्शित किया और नारेबाजी की।
बाहुबली चौक पर जिला असंगठित मजदूर महासंघ के अध्यक्ष संजू मिश्रा के नेतृत्व में लगभग 300 कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी, काले झंडे एवं काले गुब्बारों के साथ विरोध प्रकट किया। इस दौरान एन.एच.7 का निर्माण कार्य रूकवाने का दोषी कमल नाथ को ठहराते हुए तीखा आक्रोश व्यक्त किया गया एवं  कमल नाथ मुर्दाबाद, कमल नाथ वापिस जाओ के नारे लगाए गये।
इस विरोध प्रदर्शन में मजदूर महासंघ के अलावा सिवनी विधायक नीता पटेरिया, नगर अध्यक्ष प्रेम तिवारी, युवा मोर्चा अध्यक्ष लालू राय, नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, नरेन्द्र टांक, मुनिया टांक, दीपू मिश्रा, अजय पांडे, मुकेश सोनी, परसराम सनोडिया, बंटी गहलोद, पप्पू सोनी, चिंता सलामे, लक्ष्मी यादव, पार्षद राजा पराते, आशीष माना ठाकुर, नितिन ठाकुर, अभय जैन, जयनाथ बघेल, पप्पू तिवारी, राजू माना ठाकुर, राजू साहू, अलकेश रजक, भुवन अवधिया एवं अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों और मजदूर महासंघ के बीच गहमा-गहमी की स्थिति बन गयी लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ तैनात भारी पुलिस बल द्वारा बीच-बचाव कर संभावित किसी भी अप्रिय स्थिति को टाल दिया गया।
कमल नाथ के आगमन को लेकर जोरदार तैयारियां की गई थी। बाहुबली चौक से निकलने में कमल नाथ के वाहन को लगभग 10 मिनिट का वक्त लगा। इस दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए आतिशबाजी कर फूलमालाओं से कमल नाथ का स्वागत किया। काफिले में कमल नाथ के पीछे चल रहे छिंदवाड़ा विधायक दीपक सक्सेना, गंगा तिवारी के अलावा अन्य कई नेताओं की गाड़ियों में विरोध प्रदर्शन करने वालों ने काले गुब्बारे छोड़े।
श्री नाथ का काफिला जब पूर्व केंद्रीय मंत्री विमला वर्मा एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम मास्साब के निवास से आयोजन स्थल की ओर जा रहा था तब कचहरी चौक पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तो सर्किट हाउस चौराहे पर जनमंच के कार्यकर्ताओं द्वारा कमल नाथ के काफिले का विरोध किया।
सर्किट हाउस चौराहे पर जनमंच एवं गांेडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा कमल नाथ के काफिले के समक्ष काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। जनमंच और गोंगपा के प्रदर्शनकारियों ने अपने सिर पर काला रूमाल बांध रखा था। प्रदर्शन के दौरान संजय तिवारी, नरेन्द्र ठाकुर गुड्डू, रविन्द्रनाथ त्रिपाठी, विवेक मिश्रा के अलावा कई कार्यकर्ता और आम नागरिक भी शामिल थे। फोरलेन और बड़ी रेल लाईन को लेकर व्यापक नारेबाजी की गई। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों और विरोधियों के बीच बहस-बाजी के चलते उपस्थित पुलिस बल द्वारा हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।

शहर भर में यह चर्चा आम रही कि सिवनी के साथ अन्याय करने के लिए जब भी बात आती रही है तब भाजपा की जिला इकाई द्वारा श्री नाथ को सदा ही कटघरे में खड़ा किया गया है, पर इस बार जब अनेक संगठन श्री नाथ का विरोध कर रहे थे, तब भाजपा की जिला और नगर इकाई ने मौन ही साधे रखा।

कांग्रेस को मिला भवन, सिवनी की झोली अभी भी है रीती

कांग्रेस को मिला भवन, सिवनी की झोली अभी भी है रीती

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। छिंदवाड़ा से नागपुर टू लेन है और फोरलेन सिवनी का अधिकार है। रजनीश सिंह अपने आप को अकेला ना समझें, कमल नाथ और उनका परिवार रजनीश के साथ सदा खड़ा रहेगा। सिवनी में कांग्रेस कमेटी के भवन का काम तीस दिन के अंदर आरंभ हो जाएगा।‘‘ उक्ताशय की बात केंद्रीय शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री कमल नाथ ने आज कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को संबोधित करते हुए कही।
श्री नाथ ने कहा कि हरवंश सिंह उनकी जानकारी में फोरलेन ना बनने की बात आई थी। उन्हें इस बात का दुख है कि फोरलेन नहीं बन पाई। सुप्रीम कोर्ट ने इस सड़क को रोका था। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में जब भी सड़क की बात आती है वे इस बात को कहते हैं कि छिंदवाड़ा का अधिकार टू लेन का है और सिवनी का अधिकार फोरलेन का।
खचाखच भरे महावीर पेलैस के मैदान में कमल नाथ ने कहा कि सिवनी के फोरलेन के लिए उनसे किसी भी भाजपा के कार्यकर्ताओं या नेताओं ने संपर्क नहीं किया। उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्रालय से वे सिवनी को काफी कुछ देना चाहते हैं। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार पर आरोप लगाते हुए कमल नाथ ने कहा कि राज्य में अफसर कर्मचारी बिना पैसे लिए कोई भी काम नहीं कर रहे हैं।
प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कमल नाथ ने कहा कि कांग्रेस की चक्की बहुत ही धीरे पीसती है पर बहुत ही महीन पीसती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने युवाओं और किसानों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि टिकिट की लड़ाई तो कार्यकर्ता बहुत ही तेजी से लड़ते हैं पर जब बात चुनाव में काम करने की आती है तो चुनावी लड़ाई में कार्यकर्ता पीछे रह जाते हैं।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद कांति लाल भूरिया ने कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल बन चुका है। श्री भूरिया ने कहा कि वे और राहुल सिंह अब तक 125 विधानसभाओं में परिवर्तन यात्रा को लेकर जा चुके हैं। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कमल नाथ आदि के नाम के नारे लगवाए पर वे कांग्रेस के ही प्रधानंमत्री डॉ.मनमोहन सिंह के नारे लगवाना भूल गए।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा कि वे और कांति लाल भूरिया अब तक 120 विधानसभाओं में परिवर्तन यात्रा के माध्यम से जा चुके हैं। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की अटल ज्योति योजना का उपहास उड़ाते हुए राहुल सिंह ने कहा कि इसका नाम अटक ज्योति योजना होना चाहिए क्योंकि बिजली आज भी नहीं मिल पा रही है।
कांति लाल भूरिया और अजय सिंह राहुल ने कार्यकर्ताओं को दिए उद्बोधन में सिवनी जिले के विकास की बात ना करना कार्यकर्ताओं में चर्चित रहा।
नरसिंहपुर, होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस के सांसद राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार चोर है। उन्होंने अपनी ही सरकार को परोक्ष तौर पर कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह जानते हुए भी कि शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार चोर है, फिर भी केंद्र की कांग्रेस सरकार लगातार प्रदेश को धन देती जा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कमल नाथ के कट्टर समर्थक राज कुमार खुराना ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार कार्यकर्ताओं में इतना जोश देखा है। उन्होंने कांग्रेस के मठाधीशों पर प्रहार करते हुए कमल नाथ की ओर इंगित होते हुए कहा कि सिवनी में बहुत दिनों से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के मान सम्मान को कुचला जा रहा था।
श्री खुराना ने कमल नाथ से कहा कि टिकिट चाहे जिस को दें पर वे सिवनी के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ओर से उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि चारों सीट इस बार कांग्रेस की झोली में ही जाएगी। सिवनी जिले के हित की बात कांग्रेस के मंच से राज कुमार खुराना द्वारा पुरजोर तरीके से उठाई गई।
उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा से नैनपुर के रेल खण्ड के अमान परिवर्तन का काम जारी है। सिवनी के लोगों को भरोसा दिलाने के लिए कि कमल नाथ इस जिले के लिए कुछ कर रहे हैं, हेतु इसका काम सिवनी के छोर से आरंभ करवाया जाए। साथ ही साथ श्री खुराना ने कमल नाथ से मांग की कि सिवनी के रेल्वे स्टेशन का टेंडर हो चुका है उसका काम भी शीघ्र आरंभ करवाया जाए। साथ ही साथ उन्होंने फोरलेन और पेंच परियोजना को भी जल्द पूरा करने की बात कही।
इस अवसर पर युवक कांग्रेस के नेशनल कार्डीनेटर राजा बघेल ने कहा कि आज भाजपा के लोगों ने कायरता पूर्ण हरकत की है जिसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अब कांग्रेस के कार्यकर्ता ईंट का जवाब पत्थर से देंगे और भाजपा के नेता के आगमन के दौरान उनका इससे सौ गुना ज्यादा विरोध किया जाएगा।
इस अवसर पर ठाकुर हरवंश सिंह के पुत्र अपने भाषण के दौरान बार बार रूआंसे हुए। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने छिंदवाड़ा में चाहे तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद आए हों या सी.पी.जोशी, हर बार सिवनी के कार्यकर्ताओं को उनसे मिलवाया। इतना ही नहीं दिल्ली जाकर भी सिवनी के कार्यकर्ताओं को मंत्रियों से मिलवाया।
रजनीश सिंह ने जोरदार तरीके से एक बार फिर सिवनी को गोद लेने का आग्रह कमल नाथ से किया। उन्होंने कहा कि सिवनी अनाथ हो चुकी है, अब कमल नाथ के अलावा और कौन है जो सिवनी वासियों के दुख दर्द को सुनेगा। रजनीश सिंह द्वारा बार बार सिवनी और केवलारी विधानसभा (दोनों सामान्य हैं, बरघाट और लखनादौन सुरक्षित हैं) का जिकर अपने भाषण में किया।
इस अवसर पर नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इमरान पटेल ने अपने संक्षिप्त किंतु सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि सिवनी में फोरलेन में मोहगांव से खवासा और जबलपुर की ओर बंजारी के पास कुछ हिस्सा रह गया है उसे पूरा कराया जाए। साथ ही साथ गोटेगांव रामटेक नई रेल लाईन, सतपुड़ा संभाग के गठन को तत्काल करवाया जाए। इमरान पटेल ने कहा कि सिवनी में कांग्रेस के पास अपना एक भवन तक नहीं है।

कमल नाथ का स्वागत और विरोध!

कमल नाथ का स्वागत और विरोध!

(शरद खरे)

केंद्रीय मंत्री कमल नाथ गुरूवार को सिवनी आए। कांग्रेस ने उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछा दिए, वहीं दूसरी ओर अनेक राजनैतिक और गैर राजनैतिक संगठनों ने उनका जमकर विरोध किया। संभवतः जीवन में पहली बार ही कमल नाथ ने इस तरह का विरोध देखा होगा। स्वस्फूर्त विरोध वाकई में सिवनी के लोगों के दिलों में विकास की किरण से कोसों दूर होने की कसक दर्शाने के लिए पर्याप्त माना जा सकता है।
सिवनी के लोगों के मन में इस बात का दर्द है कि आसपास के सारे जिलों में पहले सिवनी नंबर वन था पर बीस पच्चीस सालों से सिवनी फिसड्डी हो गया है। लोग इसका कारण बेहतर जानते हैं, पर उनकी मजबूरी है कि वे कुछ कह और कर नहीं सकते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा द्वारा प्रदेश में मंत्री रहते हुए जो सौगातें दी थीं उसके बाद सिवनी की झोली रीती ही रह गई। सिवनी को कुछ भी नहीं मिल पाया चाहे शासन कांग्रेस का रहा हो या भाजपा का। सिवनी वासियों की उम्मीदें एक के बाद एक धूमिल होती चली गईं और सिवनी के लोगों ने इसे नियति मानकर अपने पुराने ढर्रे पर चले गए।
सिवनी के सांसद विधायकों ने कभी सिवनी के विकास की बात नहीं सोची। अगर सांसद विधायक चाहते तो सिवनी का आज नक्शा ही कुछ और होता। चुनाव आते ही प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा अपनी तान छेड़कर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना आरंभ कर देते हैं। वे भूल जाते हैं कि जनता सब कुछ जानती है।
वस्तुतः सांसद विधायक जनता को बरगलाना चाहते हैं। जनता के मन में कसक उठती जरूर है पर वहीं दबकर रह जाती है। जनता पूछना चाहती है कि जब आप सांसद और विधायक हैं तो जो आरोप जनता के सामने लगाते हैं उन आरोपों को संसद या विधानसभा में उठाते क्यों नहीं हैं।
सिवनी के अविकसित रहने का दर्द सिवनी का सच्चा निवासी ही समझ सकता है। राजनैतिक तौर पर किसी भी नागरिक की निष्ठा किसी भी राजनैतिक दल के साथ हो सकती है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के सिवनी के स्थानीय नुमाईंदों का फर्ज बनता है कि वे भी अपने अपने दलों के माध्यम से सिवनी का विकास सुनिश्चित करवाएं।
पिछले बीस पच्चीस सालों में सिवनी का विकास मानो ठहर सा गया है। नेता अपने भाषणों में चाहे विकास के जो आयामों के गढ़े जाने और भविष्य में गढने की बात कह रहे हों किन्तु सच्चाई जनता के सामने है कि सिवनी पच्चीस सालों में जहां रूका था आज वहीं खड़ा हुआ है।
परिवहन, स्वास्थ्य, शिक्षा हर दृष्टि में सिवनी के लोग अपने आप को हर किसी के सामने बौना पाते हैं, यह बात भी किसी से छिपी नहीं है। ना तो यहां ब्राडगेज है, ना सड़क का उचित परिवहन। स्वास्थ्य के मामले में सरकारी स्तर पर सुविधाएं नगण्य ही हैं। रही बात शिक्षा की तो सरकारी स्कूल कालेज की दशा किसी से छिपी नहीं है।
महाकौशल में कांग्रेस में ही एक कद्दावर नेता हैं और वे हैं कमल नाथ। महाकौशल में कमल नाथ के कद को दूसरा नेता ना तो कांग्रेस में है और ना भाजपा में। इस लिहाज से महाकौशल के कमोबेश केंद्र बिन्दु बन चुके सिवनी को उनसे बहुत ज्यादा आशा है। यह आशा कांग्रेस की ही नहीं वरन हर राजनैतिक दल की होना चाहिए। इसके लिए अन्य राजनैतिक दलों के लोगों को दलगत राजनीतिक भावना से उपर उठने की आवश्यक्ता है।
कमल नाथ का गुरूवार को सिवनी आगमन पर कांग्रेस के गुट विशेष द्वारा उनका स्वागत करना अपने आप में उचित है, वहीं विपक्षी दलों और अन्य गैर राजनैतिक संगठनों द्वारा किया गया उनका विरोध भी तर्क संगत ही माना जा सकता है। कमल नाथ का विरोध और स्वागत दोनों ही उचित माने जा सकते हैं।

स्वागत इसलिए क्योंकि कमल नाथ कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं और केंद्र में सालों से मंत्री हैं। उनके कद के हिसाब से उनका स्वागत लाजिमी है। वहीं विरोध इसलिए उचित है क्योंकि कमल नाथ का सूचना तंत्र बेहद तगड़ा माना जाता है और अगर उनकी जानकारी में सिवनी के अविकसित रहने की बात आई (कारण चाहे जो भी हो) तो यह उनका फर्ज था कि वे सिवनी के विकास के मार्ग प्रशस्त करते।