पहली बार हुआ अनोखा विरोध! भाजपा रही मौन!
(महेश रावलानी)
सिवनी (साई)। केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के सिवनी आगमन पर सिवनी के नागरिकों
की पीड़ा को राजनैतिक और गैर राजनैतिक संगठनों द्वारा अपने अपने तरीके से विरोध
प्रदर्शित किया, वहीं भारतीय जनता पार्टी की सिवनी
जिला इकाई का मौन भी चर्चाओं में रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार से ही अधिवक्ता रीतेश आहूजा और अजय बाबा
पाण्डे की जुगल जोड़ी द्वारा बिना किसी के नाम का उल्लेख किए हुए ही कुछ फ्लेक्स
काले रंग में तैयार करवाए गए। इनमें से कुछ छोटे बेनर को एक कार में चारों ओर
लगाकर अपना विरोध प्रदर्शित कर जनता को जगाने का प्रयास किया गया।
आज प्रातः बारापत्थर में अस्पताल के करीब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री
श्रीवास्तव एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस की इन दोनों युवाओं से तकरार हुई। दोनों
ही पुलिस अधिकारियों ने अधिवक्ता द्वय को मशविरा दिया कि वे अपने वाहन से वे बेनर
हटा लें।
अपरान्ह जैसे ही केंद्रीय मंत्री कमल नाथ का काफिला पुराने आरटीओ आफिस के
रास्ते बाहुबली चौक पहुंचा वहां उन्हें एसपी बंग्ले की ओर से आ रहे मजदूर संघ के
कार्यकर्ताओं का विरोध का सामना करना पड़ा। बड़ी तादाद में उपस्थित मजदूर संघ के
कार्यकर्ताओं ने काले बैलून हवा में लहराकर कमल नाथ का विरोध प्रदर्शित किया और
नारेबाजी की।
बाहुबली चौक पर जिला असंगठित मजदूर महासंघ के अध्यक्ष संजू मिश्रा के
नेतृत्व में लगभग 300 कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी, काले झंडे एवं काले गुब्बारों के साथ विरोध प्रकट किया। इस
दौरान एन.एच.7 का निर्माण कार्य रूकवाने का दोषी कमल नाथ को ठहराते हुए तीखा
आक्रोश व्यक्त किया गया एवं कमल नाथ
मुर्दाबाद,
कमल नाथ वापिस जाओ के नारे लगाए गये।
इस विरोध प्रदर्शन में मजदूर महासंघ के अलावा सिवनी विधायक नीता पटेरिया, नगर अध्यक्ष प्रेम तिवारी, युवा मोर्चा अध्यक्ष लालू राय, नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, नरेन्द्र टांक, मुनिया टांक, दीपू मिश्रा, अजय पांडे, मुकेश सोनी, परसराम सनोडिया, बंटी गहलोद, पप्पू सोनी, चिंता सलामे, लक्ष्मी यादव, पार्षद राजा पराते, आशीष माना ठाकुर, नितिन ठाकुर, अभय जैन, जयनाथ बघेल, पप्पू तिवारी, राजू माना ठाकुर, राजू साहू, अलकेश रजक, भुवन अवधिया एवं
अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों और मजदूर महासंघ के बीच गहमा-गहमी
की स्थिति बन गयी लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ तैनात भारी पुलिस बल
द्वारा बीच-बचाव कर संभावित किसी भी अप्रिय स्थिति को टाल दिया गया।
कमल नाथ के आगमन को लेकर जोरदार तैयारियां की गई थी। बाहुबली चौक से
निकलने में कमल नाथ के वाहन को लगभग 10 मिनिट का वक्त लगा। इस दौरान उपस्थित
कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए आतिशबाजी कर फूलमालाओं से कमल नाथ का
स्वागत किया। काफिले में कमल नाथ के पीछे चल रहे छिंदवाड़ा विधायक दीपक सक्सेना, गंगा तिवारी के अलावा अन्य कई नेताओं की गाड़ियों में विरोध
प्रदर्शन करने वालों ने काले गुब्बारे छोड़े।
श्री नाथ का काफिला जब पूर्व केंद्रीय मंत्री विमला वर्मा एवं वरिष्ठ
कांग्रेसी नेता गुलाम मास्साब के निवास से आयोजन स्थल की ओर जा रहा था तब कचहरी
चौक पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तो सर्किट हाउस चौराहे पर जनमंच के
कार्यकर्ताओं द्वारा कमल नाथ के काफिले का विरोध किया।
सर्किट हाउस चौराहे पर जनमंच एवं गांेडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा कमल नाथ
के काफिले के समक्ष काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। जनमंच और गोंगपा के
प्रदर्शनकारियों ने अपने सिर पर काला रूमाल बांध रखा था। प्रदर्शन के दौरान संजय
तिवारी, नरेन्द्र ठाकुर गुड्डू, रविन्द्रनाथ
त्रिपाठी,
विवेक मिश्रा के अलावा कई कार्यकर्ता और आम
नागरिक भी शामिल थे। फोरलेन और बड़ी रेल लाईन को लेकर व्यापक नारेबाजी की गई। इस
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों और विरोधियों के बीच बहस-बाजी के चलते
उपस्थित पुलिस बल द्वारा हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।
शहर भर में यह चर्चा आम रही कि सिवनी के साथ अन्याय करने के लिए जब भी बात
आती रही है तब भाजपा की जिला इकाई द्वारा श्री नाथ को सदा ही कटघरे में खड़ा किया
गया है, पर इस बार जब अनेक संगठन श्री नाथ का विरोध कर रहे थे, तब भाजपा की जिला और नगर इकाई ने मौन ही साधे रखा।