खोज जारी है पी.एल.मर्सकोले की!
कौन हैं एमसीएमसी में दूरसंचार के
सहायक यंत्री?
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। मुख्य निर्वाचन
पदाधिकारी मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत
यादव द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव 2014 हेतु प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया
में पेड न्यूज पर नियंत्रण रखे जाने हेतु जिला स्तरीय सर्टिफिकेशन एवं मॉनीटरिंग
कमेटी का गठन किया गया है।
जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा
जारी विज्ञप्ति के अनुसार गठित समिति में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत
यादव को अध्यक्ष, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पत्रकार आर.के.विश्वकर्मा, विधानसभा क्षेत्र सिवनी 115 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी, जनसंपर्क सहायक संचालक सदस्य सचिव, दूरसंचार केन्द्र सहायक यंत्री
पी.एल.मर्सकोले, जिला पंचायत मीडिया अधिकारी उक्त समिति लोकसभा चुनाव के दौरान सभी
समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया में प्रकाशित, प्रचारित समाचारों की सघन जांच
करने, राजनैतिक विज्ञापनों का पता लगाने, चुनाव अवधि के भीतर प्रकाशित होने
वाले समाचार कव्हरेज, खबर के रूप में सेरोगेट विज्ञापन सहित किसी भी रूप में मीडिया में जारी
विज्ञापन की निगरानी करेगी एवं इसकी सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रस्तुत
करेगी।
वहीं, इस मामले में कुछ पत्रकारों के
द्वारा इसके सदस्यों में दूरसंचार केंद्र सिवनी के पी.एल.मर्सकोले के बारे में
पतासाजी की गई। उन्हें पता चला कि पिछले दो दशकों में भी सिवनी में पी.एल.मर्सकोले
नाम का कोई सहायक यंत्री पदस्थ नहीं रहा है। अगर पी.एल.मर्सकोले नाम के किसी सहायक
यंत्री की तैनाती यहां नहीं है तो फिर आखिर किस आधार पर उनका नाम निर्वाचन जैसे
महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एमसीएमसी में शामिल कर लिया गया है?
इस संबंध में जब दूरसंचार विभाग
के जिला अभियंता एन.के.लहरिया (9425821721) से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में सिवनी
जिले में सहायक यंत्री के बतौर कोई पी.एल.मर्सकोले तैनात नहीं हैं। उन्होंने कहा
कि उनकी बेहतर जानकारी के अनुसार सिवनी में वर्तमान में मर्सकोले सरनेम वाले एक
लिपिक हैं और एक टीटीए हैं। उन्होंने कहा कि सिवनी में आठ सहायक यंत्री हैं।
जिला अभियंता दूरसंचार ने साई
न्यूज को बताया कि आर.एन.बघेल, एन.पी.वंशकार, रविंद्र बिसेन, ए.एस.तिवारी, श्री हल्दकार, श्री स्वामी, श्री जैन एवं श्री वर्मा पदस्थ हैं। अब यह शोध का विषय हो गया है कि
जिस अधिकारी के अस्तित्व को ही जिला अभियंता दूरसंचार द्वारा नकारा जा रहा हो उसे
निर्वाचन जैसे अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एमसीएमसी का सदस्य कैसे बना दिया गया
है?
इस संबंध में जब जिला जनसंपर्क
अधिकारी सुश्री बबिता मिश्रा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला जिला
कलेक्टर के द्वारा ही डील किया गया है, अतः इस संबंध में वे ही बेहतर बता पाएंगे। वैसे आज के जनसंपर्क विभाग
के प्रेस नोट में एमसीएमसी के गठन का समाचार दिया गया है।