कांग्रेस को झटका दे प्रसाद ने थामा भाजपा का दामन
कांग्रेस उम्मीदवार ने ही पार्टी बदल ली
(संतोष पारदसानी)
भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश के भिंड से कांग्रेस के उम्मीदवार डॉक्टर भागीरथ
प्रसाद पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस ने शनिवार को ही भागीरथ
प्रसाद के नाम का ऐलान किया था.
भागीरथ प्रसाद इससे पहले साल 2009 में भी कांग्रेस के टिकट पर भिंड से
चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि तब वो भाजपा के उम्मीदवार से हार गए थे. डॉक्टर भागीरथ
प्रसाद आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. साल 2009 में चुनाव लड़ने से पहले वे इंदौर के
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति भी थे. और इससे पहले प्रमुख सचिव गृह रह
चुके हैं.
भागीरथ प्रसाद ने कहा, ‘कांग्रेस में
बहुत बिखराव है, गुटबंदी है. इन परिस्थितियों में मैं
महसूस कर रहा था कि मेरी योग्यता और क्षमता का लाभ पार्टी नहीं ले रही. जो
क्षेत्रीय संगठन है उसमें भी निराशा का भाव बहुत ज़्यादा है.‘ जब उनसे ये पूछा गया कि क्या वे चुनाव जीतने के लिए भाजपा में
शामिल हुए हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं पूरे पांच
साल से काम कर रहा था लगातार. मैंने कोई पद नहीं लिया. निजी कारोबार नहीं किया. और
कांग्रेस ने कोई पद नहीं दिया. मुझे पीसीसी का सदस्य तक नहीं बनाया. टिकट मिलने के
बाद पार्टी छोड़ी है इससे ज़ाहिर होता है कि मेरा कमिटमेंट कुछ और है.‘ उन्होंने कहा कि उन्हें टिकट की फिक्र नहीं है.
‘कोई डील हुई है‘
वहीं चुनाव से ठीक पहले उम्मीदवार के पाला बदलने से कांग्रेस तिलमिलाई हुई
है. विधानसभा में विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे ने बीबीसी से कहा, ‘आज सुबह भी उन्होंने हमारे ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष से बात की
और कहा कि परसों आप कार्यकर्ताओं की बैठक बुला लो उस मीटिंग में हम रहेंगे. ऐसी
स्थिति में ये आकलन करना बड़ा मुश्किल है कि क्यों पार्टी छोड़कर गए.‘ सत्यदेव कटारे ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान अपनी सरकार के भ्रष्टाचार से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘कोई डील हुई है, राजनीतिक हो या फ़ाइनेंशियल. सवाल ये है कि शिवराज अगर
अपने भ्रष्टाचार से ध्यान हटाना चाहते हैं तो वो संभव नहीं है. भागीरथ के जाने का
बदला हम शिवराज को मुख्यमंत्री पद से हटवा कर लेंगे.‘ वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर के
भागीरथ प्रसाद का पार्टी में स्वागत किया.
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