शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012

. . . और सचिन हो गए कांग्रेस के ब्रांड एम्बेसेडर


. . . और सचिन हो गए कांग्रेस के ब्रांड एम्बेसेडर

राहुल को महिमा मण्डित करने चल पड़ा टोटकों का दौर

दिग्गी के हटते ही अहमद ने दिखाए तेवर

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश भर में कांग्रेस के गिरते जनाधार से अब लगने लगा है कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की ताजपोशी की राह शूल ही शूल भरी है। कांग्रेस के आला नेता अब राहुल गांधी के लिए टोने टोटकों का सहारा लिया जाने लगा है। घपले घोटालों और भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबी कांग्रेसनीत संप्रग सरकार के कारनामों की ओर से ध्यान हटाने के लिए अब देश के क्रिकेट जगत के कथित भगवान सचिन तेंदुलकर को कांग्रेस का ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने की चाल चली जा रही है।
सचिन तेंदुलकर का नाम राज्य सभा के लिए उछलने के बाद सियासी गलियारों में बहस तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि पेप्सी कोला जैसे विदेशी ब्राण्ड्स को हिन्दुस्तान में प्रमोट करने के विज्ञापन करने वाले सचिन ने कभी भी स्वदेशी के लिए प्रमोशनल काम नहीं किया है। अब इटली मूल की श्रीमति सोनिया गांधी के चरण धोकर वे अपने आप को कांग्रेसी बना रहे हैं, जिससे उनके प्रशंसकों में मायूसी छाने लगी है।
भारतीय क्रिकेट के धुरंधर खिलाड़ी सचिन तेन्दुलकर को सरकार ने राज्यसभा के लिए मनोनीत करने का निश्चय किया है। एक विशेष प्रावधान के तहत गैर राजनीतिक क्षेत्र से सरकार राज्यसभा के लिए 12 लोगों का मनोनयन कर सकती है। इसी प्रावधान के तहत सरकार ने सचिन तेन्दुलकर सहित अभिनेत्री रेखा को राज्यसभा भेजने की बात सामने आई है। दो अन्य नामों का खुलासा अभी नहीं किया गया है।
उधर, कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ के सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को दिन में सचिन तेंदुलकर ने अपनी पत्नी अंजलि के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि क्रिकेट की दुनिया में बुलंदियां छू चुके 39 वर्षीय तेंदुलकर और हिन्दी सिनेमा की 80 के दशक की मशहूर अभिनेत्री रेखा संविधान के एक प्रावधान के तहत संसद के उच्च सदन की सदस्यता हासिल करेंगे।
मनमोहन सरकार द्वारा तेन्दुलकर का नाम घोषित करने से ज्यादा चौंकानेवाला नाम अभिनेत्री रेखा का है। गुजरे जमाने की सदाबहार अभिनेत्री और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ लंबे समय तक चर्चाओं में रही रेखा के राज्यसभा पहुंचने से कम से अमिताभ बच्चन के लिए बहुत सुखद संयोग होगा जब उनकी पूर्व प्रेमिका और वर्तमान पत्नी दोनों राज्यसभा में नजर आयेंगी. अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन को समाजवादी पार्टी ने अपने टिकट पर राज्यसभा पहुंचाया है।
उल्लेखनीय होगा कि सचिन को भारत रत्न देने की मांग जोर शोर से उठ रही थी। भाजपा नेता गोपीनाथ मुण्डे का कहना है कि कांग्रेस या सरकार को अगर सचिन का सम्मान ही करना था तो उन्हें राज्यसभा सीट देने के बजाय भारत रत्नदिया जाना चाहिए था।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इस मामले में कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि विश्व कप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव या लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर जो सन्यास ले चुके हैं को राज्य सभा से भेजा जाना चाहिए था, पर चतुर सुजान कांग्रेस के नेताओं ने अब भी क्रिकेट खेल रहे सचिन का चुनाव किया।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर कहा कि यह सब कुछ सोनिया गांधी के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल का रचा खेल है। जैसे ही राजा दिग्विजय सिंह को राहुल गांधी के पास से हटाया गया और अहमद पटेल को तवज्जो मिलना आरंभ हुआ अहमद पटेल ने अपने आप को साबित करना आरंभ कर दिया है।
उक्त पदाधिकारी ने कहा कि अहमद पटेल ने अब राहुल गांधी को सियासी हल्कों में स्थापित करने के लिए सचिव तेंदुलकर को आगे किया है और समाजवादी पार्टी को झटका देने के लिए उन्होंने रेखा का नाम आगे बढ़ाया है। गौरतलब है कि एक जमाने में अमिताभ रेखा और अमिताभ कांग्रेस (राजीव गांधी) की जुगल जोड़ी बेहद मशहूर थी। अब यह गुजरे जमाने की बात हो चुकी है। अब रेखा और अमिताभ तथा अमिताभ और कांग्रेस एक दूसरे के बारे में ना तो कुछ बोलते हैं और ना ही बोलने के इच्छुक दिखते हैं।
गौरतलब है कि पहले भी लोगों को लुभाने के लिए कांग्रेस भाजपा द्वारा रूपहले पर्दे के सितारों को सीढ़ी बनाकर सत्ता की मलाई चखी है। पिछले दिनों एक केंद्रीय मंत्री की जमानत पर गोविंदा राजनीति में आए पर बाद में उन्हें अन्य सितारों के मानिंद राजनीति रास नहीं आई। कीर्ति आजाद के बाद अब सचिन पर दांव खेलकर कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को महिमा मण्डित करने का प्रयास कियाजा रहा है जिसकी अच्छी प्रतिक्रिया दिखाई नहीं दे रही है।
उधर सरकारी सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटील ने जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री रेखा और अनुआगा को राज्यसभा मे मनोनीत करने को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री ने कल गृह मंत्रालय को इस बारे में एक विज्ञप्ति भेजी थी जिसे अधिसूचना के लिए राष्ट्रपति को भेज दिया गया।
बताया जाता है कि जैसे ही सचिन की राज्य सभा सदस्य बनने की बात फिजां में तैरी वैसे ही सोेशल नेटवर्किंग वेब साईट्स पर से भारी मात्रा में उनके फालोअर्स ने सचिन को अनफालो करना आरंभ कर दिया है। चर्चा तो यहां तक भी है कि कांग्रेस की नकारात्मक छवि के चलते कहीं सचिन को इसका खामियाजा ना उठाना पड़ जाए।

बाल यौन शोषण से निपटने विधेयक को मंजूरी


बाल यौन शोषण से निपटने विधेयक को मंजूरी

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बाल यौन शोषण से निपटने के लिए एक विधेयक को मंजूरी दी है। इस विधेयक में व्यवस्था की गयी है कि १८ वर्ष से कम उम्र के किसी भी नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के इरादे से किये गये शारीरिक सम्पर्क को गैर कानूनी माना जायेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विधेयक में बच्चों के साथ किसी भी तरह के यौन अपराध के दोषी व्यक्ति को तीन वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक के दंड का प्रस्ताव किया गया है। विधेयक में बच्चों के साथ होने वाले गंभीर यौन अपराधों के लिये दस वर्ष तक के कारावास का सुझाव दिया गया है जिसे आजीवन कारावास की सजा तक बढाया जा सकता है।
देश भर में नाबालिग बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराधों की बढ़ती घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से महिला और बाल विकास मंत्रालय ने यह विधेयक पेश किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सस्ती स्वास्थ्य सेवा के बारे में संयुक्त उद्यम कार्यक्रम लागू करने को भी मंजूरी दे दी है।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस पर वर्ष २०११-१२ से पांच वर्षों तक ३७० करोड़ से अधिक खर्च होंगे। इस साझा उद्यम कार्यक्रम के तहत भारतीय संस्थानों में सस्ती दवाइयां, टीके, स्टेम सेल जैसे उत्पाद विकसित करने के लिए सहायता दी जाएगी। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने हरियाणा में गुड़गांव के बिनोला और बिलासपुर गांवों में २०५ एकड़ जमीन के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी। इस जमीन पर एक अरब ६२ करोड़ रूपये की लागत से भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना की जायेगी।

सामान्य रहेगा इस बार मानसून


सामान्य रहेगा इस बार मानसून

(प्रियंका श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। देश में लगातार तीसरे वर्ष मानसून सामान्य रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। पृथ्वी विज्ञान मंत्री बिलास राव देशमुख ने कल नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस साल मानसून सामान्य रहेगा। उन्होंने कहा कि सामान्य मानसून रहने की संभावना ४७ फीसदी जबकि इसके सामान्य से कम रहने की संभावना २४ फीसदी है। चावल, सोयाबीन, कपास और मक्का जैसी खरीफ की फसलों के लिए मानसून बहुत महत्वपूर्ण होता है
 भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक श्री एल एस राठौर ने बताया कि इस वर्ष धान की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद है। उन्होनें कहा कि फसल-वार विश्लेषण करें तो क्योंकि खरीफ की ऋतु के दौरान सबसे मेजर क्रोप धान है और आकलन यह है कि धान वाले क्षेत्र जो हैं, वहां पर अच्छी बारिश की संभावना है, इसलिए धान की पैदावार निश्चित रूप से बेहतर होगी।
उन्होंने कहा कि देश की ६० प्रतिशत कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर रहती है। भारत में फसल वर्ष २०११-१२ के दौरान खाद्यानों की २५ करोड़ २५ लाख टन पैदावार होने का अनुमान है। जबकि पिछले फसल वर्ष में २४ करोड़ ४७ लाख टन पैदावार हुई थी।

मशहूर अदाकरा जोहरा हुईं शतायु

मशहूर अदाकरा जोहरा हुईं शतायु

(दीपक अग्रवाल)

नई दिल्ली (साई)। रूपहले पर्दे की दुनिया में जाने पहचाने नाम कपूर खानदान की चार पीढ़ियों के साथ काम करने वाली मशहूर अदाकारा जोहरा सहगल सौ साल की हो गईं हैं। पदमश्री और पदम विभूषण से सम्मनित जोहरा सहगल के चेहरे की खुशी देखते ही बन रही है।

जोहरा सहगल का नाम लेते ही फिल्मी दुनिया की एक ऐसी शख्सियत का चेहरा नजरों के सामने उभरता है जो कहने को तो बुजुर्ग है लेकिन जिसकी जीवंतता को उम्र छू भी नहीं पाई है। विलक्षण प्रतिभा और ऊर्जा से भरपूर ऐसी अभिनेत्री जिसने फिल्मी दुनिया की चार पीढ़ियों (पृथ्वीराज कपूर से रणबीर कपूर तक) को न सिर्फ देखा है बल्कि सात दशक के अपने करियर में उनके साथ काम किया है।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनपीएफ) की लाडली ऑफ सेंचुरी जोहरा आज सौ साल की हो गईं हैं। 27 अप्रैल, 1912 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जन्मीं जोहरा का जीवन के प्रति उत्साह और उनके मोहक अंदाज का आज भी कोई जोड़ नहीं है। देहरादून के पास चकराता में पली-बढ़ी जोहरा को भारत सरकार वर्ष 1998 में पद्मश्री और वर्ष 2010 में पद्म विभूषण से सम्मानित कर चुकी है।
जोहरा का असली नाम साहिबजादी जोहरा बेगम मुमताजुल्ला खान है। उनका जन्म 27 अप्रैल, 1912 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रोहिल्ला पठान परिवार में हुआ। वह मुमताजुल्ला खान और नातीक बेगम की सात में से तीसरी संतान हैं। हालांकि जोहरा का पालन-पोषण सुन्नी मुस्लिम परंपराओं में हुआ, लेकिन वह बचपन से ही विद्रोह मानसिकता की थीं।
लाहौर से स्कूली शिक्षा और स्नातक करने के बाद जोहरा अपने मामा के साथ जर्मनी चली गई। वहां उन्होंने खुद को बुर्के से आजाद कर लिया और संगीत की शिक्षा ली। वर्ष 1935 में जोहरा जाने-माने नर्तक उदय शंकर से मिलीं और उनके डांस ग्रुप का हिस्सा बन कर पूरी दुनिया घूमीं।
वर्ष 2007 में फिल्म चीनी कम में अमिताभ बच्चन की बिंदास मां की भूमिका निभा चुकीं जोहरा ने 14 साल तक पृथ्वी थियेटर के साथ काम किया। वह भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) से भी जुड़ी रही हैं। उन्होंने हम दिल दे चुके सनम, दिल से, और सांवरिया जैसी बीस से अधिक बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 1935 में बतौर डांसर काम आरंभ किया था।
थियेटर को अपना पहला प्यार मानने वाली जोहरा ने पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी थियेटर में करीब 14 साल तक काम किया। इस दौरान उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया। जिनमें हम दिल दे चुके सनम, बेंड इट लाइक बेकहम और चीनी कम जैसी फिल्में शामिल हैं।
उदय शंकर के साथ जापान, मिस्त्र, यूरोप और अमेरिका सहित कई देशों में अपने डांस कार्यक्त्रम पेश किए। वह काफी दिनों तक ब्रिटेन में रहीं और अंग्रेजी फिल्मों में भी काम किया। वैज्ञानिक, पेंटर व डांसर कमलेश्वर सहगल से 1942 में शादी की। वर्तमान में वह ओड़िशी नृत्यांगना अपनी बेटी किरण सहगल के साथ दिल्ली में रहती हैं।
उधर, दिल्ली से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो कार्यालय से मणिका सोनल ने बताया कि प्रसिद्ध नृत्यांगना और अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री जोहरा सहगल 27 अप्रैल को 100 साल की हो जाएंगी। इस मौके पर उनकी बेटी किरण सहगल अपनी मां को एक विशेष उपहार देने की तैयारी में हैं। किरण ने अपनी मां के जीवन पर एक किताब लिखी है जोहरा सहगल फैटी। इस किताब में किरण ने एक सख्त मिजाज और अपने वजन को लेकर हमेशा चिंतित रहने वाली मां के बारे में बताया है।
कुछ दिनों पहले 67 वर्षीय किरण (प्रख्यात ओड़िशी नृत्यांगना) ने अपनी मां को उनकी जीवनी का कवर पेज दिखाया, जिस पर लिखा था जोहरा सहगल फैटी। दरअसल किरण इस शीर्षक पर अपनी मां की प्रतिक्रिया जानना चाहती थीं। यह देखते ही जोहरा ने तपाक से कहा, तुमने प्रकाशक से फैटी के साथ हिटलर लिखने को क्यों नहीं कहा। इतना कहकर वह खिलखिला पड़ीं।
प्रस्तुत है जोहरा सहगल के फिल्मी सफर की दास्तान

-वर्ष 1945 में पृथ्वी थियेटर में 400 रुपये मासिक वेतन पर काम शुरू किया। इसी दौरान इप्टा ग्रुप में शामिल हुई।

-वर्ष 1946 में ख्वाजा अहमद अब्बास के निर्देशन में धरती के लाल और चेतन आनंद की फिल्म नीचा सागर में काम किया।

-धरती के लाल भारत की पहली फिल्म थी, जिसे कान फिल्म समारोह में गोल्डन पाम पुरस्कार मिला।

-मुंबई में जोहरा ने इब्राहीम अल्काजी के प्रसिद्ध नाटक दिन के अंधेरे में बेगम कुदसिया की भूमिका निभाई।

-गुरुदत्त की वर्ष 1951 में आई फिल्म बाजी तथा राजकपूर की फिल्म आवारा के प्रसिद्ध स्वप्न गीत की कोरियोग्राफी भी की।

-1964 में बीबीसी पर रुडयार्ड किपलिंग की कहानी में काम करने के साथ ही 1976-77 में बीबीसी की टेलीविजन श्रृंखला पड़ोसी नेबर्स की 26 कड़ियों में प्रस्तोता की भूमिका निभाई।