शनिवार, 22 सितंबर 2012

सांची का सच


सांची का सच

(लिमटी खरे)

देश के हृदय प्रदेश की राजधानी भोपाल से 46 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित सांची अचानक ही देश विदेश में चर्चा का विषय बन गया है। गुमनामी के अंधेरे में सालों साल सांसें लेने वाले रायसेन जिले के इस छोटे से कस्बे को वैसे तो दो चार मर्तबा सुर्खियों में आने का मौका मिला है पर अचानक ही शुक्रवार को सांची ने अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर आमद दे दी है। सांची में श्रीलंका के महामहिम राष्ट्रपति ओर भूटान के प्रधानमंत्री का आना अपने आप में महत्वपूर्ण ही माना जाएगा। वैसे सांची की विशेषता यह है कि यहां के बौद्ध स्मारक और स्तूप ईसापूर्व तीसरी शताब्दी के हैं। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की नगर पंचायत है सांची जो मूलतः विदिशा (अंग्रेजों के जमाने का भेलसा जहां की तोपें बड़ी प्रसिद्ध थीं) से महज दस किलोमीटर दूर है।
सांची के बारे में इंटरनेट और इतिहास खंगालने पर ना जाने कितने तरह की बातें सामने आती हैं, पर सांची का सच वाकई क्या है? क्यों सालों साल इंटरनेशनल फेम का सांची गुमनामी में कराहता रहा है। सांची जाने पर आपको मिलते हैं एक पहाड़ पर महज तीन स्तूप, कुछ पुराने अवशेष, एक मंदिर। पहाड़ी से नीचे उतरने पर एक अस्पताल, एक गेस्ट हाउस। सड़क पार करते ही मध्य प्रदेश पर्यटन का गेटवे रिट्रीट, एक रेल्वे स्टेशन, भोपाल की ओर जाने पर एक निजी होटल संबोधी के साथ ही साथ विदिशा की ओर जाने पर एक अदद विदेशी शराब की दुकान!
सांची के बारे में किंवदंतियां चाहे जो भी हों पर नगर पंचायत सांची के बारे में बताया जाता है कि विदिशा और भोपाल के लोग सुरापान के लिए सांची से महफूज और लाजवाब कोई स्थान नहीं पाते हैं। विदिशा से महज दस किलोमीटर दूर यह स्थान शराबखोरों के लिए मुफीद है। उठाया स्कूटर और एक घंटे में टल्ली होकर वापस। सांची रेल्वे स्टेशन पर भी कम ही रेल गाड़ियां रूकती हैं। इन वर्णित खूबियों के अलावा सांची में और हैं तो बस पुराने मकान और बाजार।
वैसे कहा जाता है कि सांची के विश्व विख्यात स्तूप वास्तुकला का नायाब उदहारण हैं। सांची सम्राट अशोक के युग के बौद्ध स्तूपों के लिए प्रसिद्ध है, यहां पर वर्ष भर देश-विदेश से सैलानी आते रहते हैं। कहा जाता है कि जिस समय बौद्ध धर्म अपने चरम पर था, उस समय सांची का वैभव भी अपने चरम पर था। भोपाल व विदिशा के बीचोंबीच एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित सांची स्तूप मौर्य सम्राट अशोक ने बनावाये थे।
बड़ा स्तूप क्रमांक एक को विशाल पत्थरों से बनाया गया है यह भारत का प्राचीनतम स्तूप भी कहा जा सकता है। इस स्तूप के चारों ओर जो तोरण द्वार बने हुए हैं, वह बहुत ही अद्भुत हैं। पत्थरों पर बौद्ध कथाओं का अंकन दूसरे बौद्ध स्मारकों के मुकाबले में सांची में सबसे बढ़िया माना जाता है। इस स्तूप के पूर्वी तथा पश्चिमी द्वारों पर युवा गौतम बुद्ध की आध्यात्मिक यात्रा की अनेकों कहानियां अंकित हैं। स्तूप क्रमांक दो व तीन भी बलुआ पत्थर के बने हुए हैं लेकिन इनके ऊपर की छतरी चिकने पत्थर की बनी हुई है। यहीं पास में अशोक स्तंभ भी है।
इतिहास खंगालने पर पता चलता है कि सांची को काकानाया, काकानावा, काकानाडाबोटा तथा बोटा श्री पर्वत के नाम से प्राचीन समय में जाना जाता था। कहा जाता है कि सांची को 13वीं शताब्घ्दी के बाद 1818 तक लगभग भुला ही दिया गया था, जब जनरल टेलर, एक ब्रिटिश अधिकारी ने इन्हें दोबारा खोजा, जो आधी दबी हुई और अच्छी तरह संरक्षित अवस्था में था। बाद में 1912 में सर जॉन मार्शल, पुरातत्व विभाग के महानिदेशक में इस स्थल पर खुदाई के कार्य का आदेश दिया। यह स्मारक 1989 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित हुआ है।
यह है सांची का इतिहास, पिछले दिनों अचानक ही श्रीलंका के महामहिम राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे और भूटान के वजीरे आजम जिम्मी थिनेल के सांची आने की खबर ओर सांची में बौद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना की खबरों से सांची विश्व के मानचित्र का केंद्र बन गया। बौद्ध महत्व के प्रमुख शहरों में सबसे पहले लुम्बिनी, बोध गया, सारनाथ और कुशीनगर का आता है। इसके उपरांत श्रावस्ती, राजगीर, सनकिस्सा और वैशाली तथा अन्य शहरों में पटना, गया, कोशम्बी, मथुरा, कपिल वस्तु, देवदहा, केसरिया, पावा, नालंदा और बनारस के नाम हैं। बाद के शहरों में जहां बोद्ध धर्म पाया गया है उनमें सांची के साथ ही साथ रत्नागिरी, एलोरा, अजंता और भारहट हैं।
इन समीकरणों के आधार पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सांची में सांची बौद्ध एवं ज्ञान विश्वविद्यालय का शिलान्यास करवाकर एक तरह से बाजी मार ही ली है। बौद्ध धर्म के महत्व वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के स्थानों की सुध सूबाई सरकारों द्वारा सालों से नहीं ली गई है। देखा जाए तो सांची भी पूरी तरह से उपेक्षित होकर भोपाल और विदिशा के लिए मयखाना ही बनकर रह गया था।
यहां इस बात का उल्लेख करना भी लाजिमी होगा कि राज्य सरकार के डेयरी विकास विभाग के तहत संचालित होने वलो मध्य प्रदेश स्टेट कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के उत्पादन और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बिकने वाले दुग्ध उत्पादों को भी सांची के नाम से ही बेचा जाता है, जिसके ब्रांड एम्बेसेडर भी शिवराज सिंह चौहान ही हैं। सांची के नाम का दोहन तो प्रदेश सरकार सालों से करते आ रही है बावजूद इसके सांची के उद्धार के लिए ना तो भाजपा की सरकार और ना ही कांग्रेस की सरकारों द्वारा कोई कदम उठाए गए।

वायको ने भी बनाया सांची को चर्चित

तमिलनाडू से अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सांची जाकर राजपक्षे का विरोध करने वाले एमडीएम के नेता गोपालसामी वाईको के कारण भी सांची खासा चर्चित रहा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व में ही इन अतिविशिष्ट व्यक्तियों के आगमन के चलते धरना प्रदर्शन विरोध ना करने की अपील को वाईको ने दरकिनार ही किया। वाईको को एमपी महाराष्ट्र की सीमा पर छिंदवाड़ा जिले में पुलिस ने धर लिया।

गिरफ्तारी को स्वागत बताया जनसंपर्क ने

मध्य प्रदेश का जनसंपर्क महकमा जो ना करे सो कम है। वाईको को छिंदवाड़ा जिले की सीमा में पुलिस और प्रशासन ने घेरे रखा। इसी समय मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग की आधिकारिक वेब साईट पर खबर जारी हुई कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से छिंदवाड़ा कलेक्टर और एसपी ने वाईको का स्वागत किया। बाद में बढ़चिचोली में वाईको के काफिले को रोक दिया गया था।

जनहित में लेने पड़ते हैं कड़े फैसले: सिंह


जनहित में लेने पड़ते हैं कड़े फैसले: सिंह

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री ने कहा है कि आम जनता के हितों की रक्षा और देश की अर्थव्यवस्था में निवेशकों का विश्वास बहाल करने के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। कल शाम राष्ट्र को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि यूपीए सरकार आम आदमी की सरकार है और सरकार की जिम्मेदारी है कि वह राष्ट्रीय हितों की रक्षा करें और कड़े फैसले लेकर लोगों का भविष्य सुरक्षित बनाये।
हाल ही में लिए गए सरकार के नीतिगत आर्थिक फैसलों का कारण बताते हुए डॉक्टर सिंह ने कहा कि ये कड़े फैसले शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, ग्रामीण विकास और युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए आवश्यक राजस्व जुटाने के इरादे से लिए गए। उन्होंने कहा कि सरकार की ये जिम्मेदारी है कि वो राष्ट्र हित में काम करे और जनता के भविष्य को सुरक्षित रखें।
पीएम ने कहा कि इसके लिए हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि हमारी अर्थव्यवस्था का तेजी से विकास हो जिससे देश के नौजवानों के लिए पर्याप्त संख्या में अच्छे रोजगार के नए मौके पैदा हो। तेज आर्थिक विकास इसलिए भी जरूरी है कि हम शिक्षा, स्वास्थ्य आवासी सुविधाओं और ग्रामीण इलाकों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जरूरी रकम जुटा सकें।
आर्थिक मंदी से जूझ रहे अमरीका, चीन और कुछ यूरोपीय देशों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इस वैश्विक संकट के प्रभाव को सीमित रखने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटे और मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों का विश्वास बनाए रखना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी को फायदा पहुंचाने के लिए हमें आर्थिक विकास की गति को बढ़ाना है। हमें भारी वित्तीय घाटों से भी बचना होगा ताकि भारत की अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास मजबूत हो। डीजल की कीमतों में वृद्धि और रसोई गैस के सिलिंडरों की संख्या सीमित करने के फैसले को उचित ठहराते हुए डॉक्टर सिंह ने कहा कि हम अपनी आवश्यकता का अस्सी प्रतिशत तेल आयात करते हैं और विश्व बाजार में पिछले चार वर्षों में तेल की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन बढ़ी हुई कीमतों का बोझ लोगों पर नहीं डाला गया ताकि उन्हें मुश्किलों का सामना न करना पड़े।
मनमोहन ंिसह ने कहा कि पेट्रोलियम प्रदार्थों पर दी जाने वाली सब्सिडी में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है। पिछले साल ये सब्सिडी एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये थी। अगर हमने कोई कार्रवाई न की होती, तो इस साल ये सब्सिडी बढ़कर दो लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो जाती। इसके लिए पैसा कहां से आता।
यह बताते हुए कि बहुत सारा डीजल अमीर लोग बड़ी कारों और एसयूवी में इस्तेमाल करते हैं, डॉक्टर सिंह ने कहा कि सरकार इन लोगों को सब्सिडी देकर राजकोषीय घाटा क्यों बढ़ाये। प्रधानमंत्री ने कहा कि डीजल की कीमत में १७ रुपये की जगह सिर्फ पांच रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई जो कि डीजल पर हो रहे नुकसान को कम करने के लिए जरूरी था। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पर करों की दर पांच रुपये प्रति लीटर कम की गई है ताकि स्कूटर और मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल करने वाले करोड़ो मध्यमवर्गीय लोगों को राहत मिल सके।
खुदरा व्यापार में सीधे विदेशी निवेश को मंजूरी देने के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे किसानों को फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को अपने यहां खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश की अनुमति के बारे में फैसला करने का अधिकार है, लेकिन उन्होने आगाह किया कि किसी एक राज्य को किसी दूसरे राज्य को अपने किसानों, नौजवानों और उपभोक्ताओं को बेहतर जीवन के अवसर देने से नहीं रोकना चाहिये।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के दो कार्यकाल के दौरान अर्थव्यवस्था में आठ दशमलव दो प्रतिशत की रिकॉर्ड सालाना वृद्धि हुई। डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हे कड़े फैसले लेने के लिये जनता का विश्वास चाहिये और लोगों को समझना होगा कि ये फैसले उन्ही के हित में हैं।

सरकार को बाय बाय कहा टीएमसी ने

सरकार को बाय बाय कहा टीएमसी ने

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। तृणमूल कांग्रेस ने केन्द्र में यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के १९ सांसद हैं। पार्टी ने मनमोहन सिंह सरकार से समर्थन वापस लेने का पत्र कल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपा। राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति में कहा गया है कि तृणमूल कांग्रेस ने तत्काल प्रभाव से यूपीए सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है।
तृणमूल कांग्रेस के छह मंत्रियों ने भी मनमोहन सिंह सरकार से इस्तीफा दे दिया। पार्टी अध्यक्ष ममता बैनर्जी ने डीजल की कीमतों में वृद्धि, रसोई गैस से सब्सिडी हटाने और मल्टी ब्रांड खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति जैसे केन्द्र के फैसलों के विरोध में यूपीए सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के फैसले की मंगलवार को घोषणा की थी।
उधर, कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार से अपने सभी मंत्रियों को हटाने का फैसला किया है। पार्टी के कोर ग्रुप की कल शाम नई दिल्ली में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि ममता बनर्जी सरकार में पार्टी के सभी मंत्री आज शाम तक अपना इस्तीफा सौंप देंगे।इस बीच, सरकार ने कहा है कि यूपीए से तृणमूल कांग्रेस के बाहर होने से कोई असर नहीं पड़ेगा।

राहुल का अमेठी फिर बना तहसील


राहुल का अमेठी फिर बना तहसील

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। कांग्रेस की नजर में भविष्य के वजीरे आजम राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के नाम से बने जिले को एक बार फिर तहसील बना दिया गया है। उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय ने अमेठी, मुसाफिरखाना, गौरीगंज आदि को मिलाकर मायावती सरकार द्वारा बनाए गए छत्रपति साहूजी नगर की अधिसूचना को रद्द कर दिया है।
उत्तर प्रदेश सचिवालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि 01 जुलाई 2010 को अधिसूचना जारी कर इसे जिला बनाया गया था। हाई कोर्ट ने इस अधिसूचना को ही रद्द कर दिया है। जस्टिस देवी प्रसाद सिंह, शबीहुल हसनैन और डी.के.अरोड़ा की पीठ ने मनोज कुमार रस्तोगी, की याचिका पर सुनवाई के बाद यह व्यवस्था दी।
सूत्रों ने बताया कि सुल्तानपुर जिले की तीनों तहसीलों अमेठी गोरीगंज, मुसाफिर खाना एवं रायबरेली की सलोनन, तिलोई को मिलकार छत्रपति साहूजी नगर नामक नया जिला बनाया गया था। इसे जिला बनाने का जनगणना का ही आधार कोर्ट ने खारिज कर दिया।
अब देखना यह है कि इस संबंध में कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी क्या पहल करते हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान निजाम अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी भी कांग्रेसनीत केंद्र सरकार के लिए बैसाखी बनी है। सोनिया और राहुल का संसदीय क्षेत्र भी उत्तर प्रदेश का ही हिस्सा है।

व्यापार मामलो में भारत पाक में समझौता

व्यापार मामलो में भारत पाक में समझौता

(सोहेल खान)

इस्लामाबाद (साई)। भारत और पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और सामान्य बनाने के लिए सीमा शुल्क मामलों में सहयोग, व्यापार संबंधी शिकायतों के समाधान और गुणवत्ता मानदंडों का पालन करने के क्षेत्र में तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इस्लामाबाद में वाणिज्य सचिव स्तर की दो दिन की बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि इन समझौतों से द्विपक्षीय व्यापार व्यवस्था में पर्याप्त सुधार आयेगा।
वाणिज्य सचिव एस. आर. राव और पाकिस्तान के वाणिज्य सचिव मुनीर कुरैशी के बीच  कल  इस्लामाबाद में वाणिज्यिक और आर्थिक सहयोग पर सातवें दौर की बातचीत हुई । नई दिल्ली में जारी वाणिज्य मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन समझौतों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार को सुचारू बनाना और परस्पर व्यापार की संभावनाओं में आने वाली बाधाओं को दूर करना है। दोनों देशों के सीमा शुल्क प्राधिकरणों के बीच हुए दो समझौतों को लागू करने के नियमों और तौर तरीके तय करने के लिये सीमा शुल्क संबंधी कार्यदल अगले महीने कराची और मुम्बई में बैठक करेगा।

घाटी में मारा गया एक आतंकी


घाटी में मारा गया एक आतंकी

(विनोद नेगी)

जम्मू (साई)। कश्मीर घाटी में सेना के जारी अभियान में मोहरा-उड़ी में एक और आतंकवादी  मारा गया है । हाल ही में  इस इलाके में पहले भी एक आतंकवादी मारा गया था । सेना के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि यह अभियान अब भी जारी है।
ज्ञातव्य है कि सेना की इस कार्रवाई में एक और आतंकवादी मारे जाने से मारे गए आतंकियों की संख्या दो हो गई है। सीमावर्ती उड़ी तहसील के मोहरा इलाके में ऑपरेशन अब भी जारी है और सेना के प्रवक्ता के अनुसार इस इलाके में अभी भी कुछ और आतंकवादी मौजूद हो सकते हैं। ताहम सेना ने पहले ही स्पष्ट किया है कि ये घुस्पैठ की कोई नई कार्रवाई नहीं है और ये मिलिटंट पहले से ही घाटी में मौजूद थे।

विश्व हिन्दी सम्मेलन का आगाज


विश्व हिन्दी सम्मेलन का आगाज

(साई इंटरनेशलन डेस्क)

जोहानसबर्ग (साई)। नौवां विश्व हिन्दी सम्मेलन आज दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग में शुरू हो रहा है। तीन दिन के इस सम्मेलन में दुनियाभर से लगभग आठ सौ प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसका उद्घाटन विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर करेंगी। दक्षिण अफ्रीका के वित्त मंत्री प्रवीण गोवर्धनजी समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। मॉरिशस के कला और संस्कृति मंत्री मुकेश्वर चिनि भी इसमें शिरकत करेंगे। हमारे संवाददाता ने बताया कि सम्मेलन में हिन्दी के शास्त्रीय और आधुनिक पहलुओं जैसे पारंपरिक और समसामयिक विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व हिन्दी सम्मेलन में देश-विदेश के प्रतिनिधियों का आना-जाना शुरू हो गया है। सम्मेलन में कई विदेशी और देशी लेखक उत्साह से भाग ले रहे हैं । आज सम्मेलन में लंदन की विदेशी लेखकों का अभिनंदन और सम्मान भी किया जाएगा। सम्मेलन स्थल पर नेलसन मंडेल सभागार में हिंदी से संबंधित अनेक पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। स्थानीय लोगों में भी भारी उत्साह नजर आ रहा है।

पीएम का संदेश निराशाजनक: भाजपा


पीएम का संदेश निराशाजनक: भाजपा

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राष्ट्र के नाम संदेश की तुलना विदेशी कंपनी के कारोबारी प्रमुख के संबोधन से करते हुए बीजेपी ने कहा कि डीजल की बढ़ी कीमत और रसोई गैस सिलेंडर की राशनिंग को वापस लेने की बजाए प्रधानमंत्री ने इसे जायज ठहराने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री के संदेश को निराशाजनक और हतोत्साहित करने वाला बताते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा कि सरकार को घाटा घोटालों से है, गरीबों को दी जा रही सब्सिडी से नहीं।
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को आर्थिक उदारवाद नहीं, बल्कि उधारवाद का संदेश दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘देश के चौराहों, चौपालों, खेतों और खलिहानों में विदेशी पूंजी निवेश के खिलाफ चल रही हवा को बदलने के लिए प्रधानमंत्री ने डॉलरी डायलॉगका सहारा लिया।उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने देश को गुमराह किया है और हड़बड़ी में चौतरफा गड़बडी भी की है।
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘लोग प्रधानमंत्री से राहत की उम्मीद कर रहे थे और आशा कर रहे थे कि डीजल की बढ़ी कीमत और रसोई गैस की राशनिंग के फैसले को वापस लिया जायेगा। लेकिन प्रधानमंत्री ने केवल इसे जायज ठहराने का ही प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आर्थिक संकट की मुख्य वजह भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के विषय पर कुछ नहीं कहा। अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री को रोजगार सृजन के बारे में ठोस बातें बतानी चाहिए थी, लेकिन उनका जोर केवल विदेशी किराना कंपनियों पर रहा। नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री को गरीबों को दी जाने वाली 1।40 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी की याद तो रही, लेकिन 1।86 लाख करोड़, 1।76 लाख करोड़ रुपये और 90 हजार करोड़ रुपये की लूट और घोटालों की याद नहीं आई।
भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि जनता हकीकत जान गई है और उसे झांसे में अब नहीं रखा जा सकता। हवा से हार जायेंगे, हवा को मोड़ने वाले। ये खुद टूटे पड़े है, डॉलरों पर डोलने वाले।उन्होंने कहा, ‘सरकार को घाटा घोटालों से है, गरीबों को दी जाने वाली सब्सिडी से नहीं। प्रधानमंत्री के संदेश से सरकार की परेशानी और बढेगी।

बालकृष्ण मामले की सुनवाई 22 अक्टूबर तक टली


बालकृष्ण मामले की सुनवाई 22 अक्टूबर तक टली

(अर्जुन कुमार)

देहरादून (साई)। फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के जरिये भारतीय पासपोर्ट लेने के आरोपी योगगुरु बाबा रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण के खिलाफ चल रहे मुकदमे की सुनवाई 22 अक्टूबर तक के लिये टल गयी। केंद्रीय जांच ब्यूरो के वकील राजमोहन चांद ने बताया कि अदालत में भारत बंद के कारण मामले की सुनवाई नहीं हो सकी।
हालांकि मुख्य आरोपी बालकृष्ण अदालत में अपनी पेशी के लिये मौजूद थे। मामले की अगली सुनवाई के लिये 22 अक्टूबर की तारीख नियत की गयी है। बालकृष्ण को सीबीआई ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज हासिल करने और उनके जरिये भारतीय पासपोर्ट लेने के मामले में दोषी पाने के बाद गत 20 जुलाई को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था। बाद में उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने बालकृष्ण को जमानत पर रिहा कर दिया था।

राजस्थान में सबको मिलेंगे साल में 9 रियायती सिलेंडर


राजस्थान में सबको मिलेंगे साल में 9 रियायती सिलेंडर

(शैलेन्द्र)

जयपुर (साई)। राजस्थान संभवतः देश का पहला राज्य है जहां राज्य सरकार प्रदेश के सभी 64 लाख रसोई गैस उपभोक्ताओं को तीन अतिरिक्त गैस सिलेंडर रियायती दर पर देगी। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार ने एक विशेष वर्ग के रसोई गैस उपभोक्ताओं को ही 6 के बजाये 9 गैस सिलेंडर रियायती दर पर देने का फैसला लिया है, जबकि राज्य सरकार सभी वर्ग के घरेलू गैस उपभोक्ताओं को 6 के स्थान पर 9 सिलेंडर रियायती दर पर देगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय किया गया। सूत्रों के अनुसार राज्य में चौसठ लाख रसोई गैस उपभोक्ताओं को हर साल तीन सिलेंडर प्रति कनेक्शन तक अतिरिक्त अनुदान देने से राजकोष पर आठ सौ बतीस करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इस निर्णय से राज्य के उपभोक्ताओं को हर साल छह के बजाये नौ सिलेंडर रियायती दर पर मिल सकेंगे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जून 2011 में प्रति गैस सिलेंडर पचास रुपये की वृद्धि होने पर राजस्थान सरकार ने गैस उपभोक्ताओं को पच्चीस रुपये का अनुदान दिया था। इस फैसले से राज्य सरकार पर हर साल एक सौ पच्चीस करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ा।

रोहिणी में परिवार के 3 सदस्यों की हत्या


रोहिणी में परिवार के 3 सदस्यों की हत्या

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहने वाले एक परिवार के तीन सदस्य शुक्रवार तड़के अपने घर में मृत पाए गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहिणी के सेक्टर 17 में रहने वाले योगेंद्र प्रताप सिंह (55), उनकी पत्नी रेखा (50) और बेटी रोजी (22) की उन्हीं के घर में हत्या कर दी गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, श्प्रताप के सिर पर किसी भारी चीज से हमला किया गया है, जबकि उनकी पत्नी और बेटी की तकिए से दम घोंटकर हत्या कर दी गई।श्
पुलिस ने बताया कि वह घटना के कारणों को पता लगाने के लिए जांच में जुट गई है। हालांकि पुलिस को संदेह है कि हत्घ्या किसी परिचित ने ही की है और हत्घ्या का मकसद लूटपाट हो सकता है।

दिल्ली पीसीसी का बदलेगा चेहरा


दिल्ली पीसीसी का बदलेगा चेहरा

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। राष्ट्रीय स्तर पर संगठन और केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं के साथ ही दिल्ली कांग्रेस में भी हलचल की चर्चाएं जोरों पर हैं। अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल की इनिंग पांच साल की हो गई है। इसलिए फेरबदल की गुंजाइश भी है। वैसे, अग्रवाल अभी विदेश में हैं। दो-तीन दिन में उनके लौट आने पर इन चर्चाओं की असलियत साफ हो सकती है।
कांग्रेस गलियारों की इन चर्चाओं के मूल में कौन है, कहना मुश्किल है। लेकिन चर्चाओं के पीछे मकसद और मतलब बहुत बार सही भी होते हैं। इन चर्चाओं के बीच यह सवाल भी खड़ा हो रहा है कि साल भर बाद विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के किसी भी वक्त के खतरे के मद्देनजर क्या इस वक्त फेरबदल किया जाना सही होगा?
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि युवा केन्द्रीय मंत्री अजय माकन और कृष्णा तीरथ के भी अध्यक्ष पद के लिए आगे चल रहे हैं। लेकिन स्वतंत्र प्रभार के दोनों मंत्री सरकार में अच्छा काम कर रहे हैं। वे शायद ही वहां से हटना चाहें। दो और अहम नाम भी हैं।
2002 में एमसीडी में तब तक की सबसे ज्यादा सीटें जीतने में रोल प्ले करने वाले प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के नाम पर फिर विचार हो रहा हैं। चोपड़ा को विधानसभा स्पीकर नहीं बनाए जाने पर एक बड़े वर्ग को काफी बुरा लगा था। अब वह कसर पूरी की जा सकती है। विधानसभा स्पीकर डॉ. योगानंद शास्त्री का नाम भी चर्चा में है। शास्त्री को यदि अध्यक्ष बनाया जाता है, तो उनकी जगह चोपड़ा को स्पीकर की कुर्सी दी जा सकती है।

आखिर चीता कैसे भागता है तेज


आखिर चीता कैसे भागता है तेज

(अभिलाषा जैन)

लंदन (साई)। चीता सबसे तेज दौड़नेवाला जानवर है। उसकी गति के आगे अन्य पशु हार मान लेते हैं। लेकिन क्या आपको चीते की इस तेज गति का राज पता है? जापान के शोधकर्ताओं ने मिलकर इस गुत्थी को सुलझा लिया है। शोध में शामिल वैज्ञानिकों का कहना है कि दौड़ता हुआ चीता ठीक पिछले पहियों की ताकत से चलने वाली रियर व्हील ड्राइव कार की तरह होता है।
चीते की मांसपेशियों के फाइबर मैपिंग से यह बात सामने आयी है। घरेलू बिल्ली और कुत्ते से चीते की मांसपेशियों की तुलना करने पर वैज्ञानिकों को पता चला कि चीते को रफ्तार देने वाली विशेष शक्ति पिछले हिस्से की मांसपेशियों से मिलती है। मांसपेशियों के अलग-अलग फाइबर अलग-अलग कामों के लिए होते हैं। सभी तरह के जीवों में टाइप वन फाइबर थोड़ी सी शक्ति प्रदान करने का काम करते हैं। वहीं टाइप टू ए फाइबर तेज कदमों से चलने में मददगार साबित होते है।
यह फास्ट शक्ति प्रदान करता है, जिससे तेज और सरपट दौड़ने में मदद मिलती है। चीते की विभिन्न मांसपेशियों के फाइबर की मैपिंग से जानवरों के दौड़ लगाने की क्षमता के बारे में अहम जानकारी हासिल हुई है। चीते के फाइबर की मैपिंग में ये पाया गया है कि उसके अगले पैरों में बिल्ली और कुत्ते की तरह टाइप वन के फाइबर मिले जबकि पिछले पैरों में टाइप टू एक्स फाइबर मिले। वैज्ञानिकों का मानना है कि चीते में रफ्तार इन्हीं पिछले पैरों से आती है।

सावधान: गैस सिलिंडर भी होते हैं एक्सपायर


सावधान: गैस सिलिंडर भी होते हैं एक्सपायर

(संजीव प्रताप सिंह)

नई दिल्ली (साई)। अगर आप घरेलू गैस का इस्तेमाल करते हैं तो थोड़ा सावधान हो जायें। कहीं आपका गैस सिलिंडर एक्सपायर तो नहीं हो गया है। इसकी गहनता से जांच कर लें, कारण घरेलू गैस सिलिंडर भी एक्सपायर होते हैं। सिलिंडर पर ही कोड वर्ड में उसकी एक्सपायरी तिथि व वर्ष भी अंकित होते हैं।
एक्सपायर सिलिंडर खतरनाक हो सकते हैं और इससे कभी भी हादसा हो सकता है। इस संबंध में गैस एजेंसी संचालकों का कहना है कि प्लांट में इसकी गहनता से जांच होती है और वहां से जांच के बाद ही सिलिंडरों की सप्लाई की जाती है। इसके बाद भी अगर एक्सपायरी सिलिंडर आ जाते हैं तो उसे वापस करवा दिया जाता है।
गैस एजेंसी संचालक सिलिंडर एक्सपायरी के संबंध में बेशक जानकारी रखते हैं, लेकिन अधिकतर उपभोक्ताओं को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं होती है। सभी गैस सिलिंडरों पर एक्सपायरी तिथि अंकित होती है। यह एक कोड वर्ड के रूप में सिलिंडर के ऊपरी हिस्से में बने रिंग को जोड़ने वाली तीनों पट्टी में से किसी एक पर लिखा रहता है। मसलन ए-13, बी-15, सी-19 या डी-12।
इस पर लिखे अल्फाबेट ए, बी, सी व डी का मतलब माह होता है और उसके साथ अंकित अंक वर्ष को दर्शाता है। ए का मतलब मार्च का पहला सप्ताह, बी का मतलब जून का दूसरा सप्ताह, सी का मतलब सितंबर का तीसरा सप्ताह व डी का मतलब दिसंबर का अंतिम सप्ताह। इस तरह यदि किसी सिलिंडर पर डी-12 लिखा है तो इसका अर्थ है वह सिलिंडर दिसंबर 2012 के अंतिम सप्ताह में एक्सपायर कर जायेगा।

फैंटम भारत में हुई लांच


फैंटम भारत में हुई लांच

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। ब्रिटेन की सुपर लग्जरी कार निर्माता कंपनी राल्स रायस मोटर कार्स ने 4.5 करोड़ रूपए मूल्य की फैंटम सीरीज-2 कार को शुक्रवार को भारतीय बाजार में पेश किया। कंपनी के महाप्रबंधक (एशिया) हरफ्राइड हेसेनोरी ने यहां एक कार्यक्रम में इस आलीशान कार को पेश करते हुए बताया कि 6.75 लीटर के बेहद ताकतकवर इंजन से लैस यह कार महज 5.7 सेकंड में ही शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।
उन्होंने दावा किया कि यह कार 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फर्राटा भर सकती है। फैंटम सीरीज-टू की हरेक कार तकनीशियनों के हाथों से तैयार की गई है। इसका निर्माण ब्रिटेन के गुडवुड में स्थित राल्स रायस के कारखाने में किया जा रहा है।