बुधवार, 14 मार्च 2012

कमल नाथ तुस्सी ग्रेट हो!


कमल नाथ तुस्सी ग्रेट हो!

महाकौशल को कुछ नहीं पर छिंदवाड़ा ने मारी बाजी

सुषमा को मिला तोहफा!



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद केंद्र सरकार के रेल बजट में मध्य प्रदेष की साफ तौर पर उपेक्षा होती दिखी किन्तु लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमति सुषमा स्वराज और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमल नाथ ने अपने अपने क्षेत्रों में विकास के नए आयाम स्थापित कर ही दिए। दोनों ही के संसदीय क्षेत्र पर दिनेश त्रिवेदी खासे मेहरबान दिखे।
रेल बजट में नौ साल बाद पहली बार रेल यात्री किराए में बढोतरी होगी। भारी गहमा गहमी और विरोध के बीच रेल मंत्री दिनेष त्रिवेदी ने अपना पहला रेल बजट पेष करते हुए बढ़ोतरी का ऐलान किया। पैसेंजर टिकट पर दो पैसा प्रति किलोमीटर, स्घ्लीपर में पांच पैसा प्रति किमी, एसी थ्री टियर और चेयर कार में 10 पैसा, एसी टू टीयर में 15 पैसा और एसी प्रथम श्रेणी में 30 पैसा प्रति किलोमीटर के हिसाब से रेल किराये में बढ़ोतरी होगी। प्लेटफॉर्म टिकट अब तीन की जगह पांच रुपये का मिलेगा।
त्रणमूल कांग्रेस के नुमाईंदे रेल मंत्री दिनेष त्रिवेदी ने बुधवार को लोकसभा में अपने बजट भाषण में कहा कि 2012-13 में एक लाख युवकों को नौकरी दी जाएगी और यात्रियों की सुविधा के लिए 75 नई एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। 21 नई पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएंगी। 8 नई मेमू और 9 नई डेमू ट्रेनें चलाई जाएंगी। प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों के लिए अलग ट्रेन चलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि शताब्दी रेलगाडियों की रफ्तार बढ़ाने का प्रस्ताव है। भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और लोकसभ में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज के संसदीय क्षेत्र विदिषा में डीजल इंजन का कारखाना स्थापित किया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि सरकारी बजट का 10 फीसदी रेलवे पर खर्च किए जाने की जरूरत है। अगले 10 साल में रेलवे को 14 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। इनमें ढाई लाख करोड़ बुनियादी ढांचे के लिए इस्तेमाल किए जाने हैं। इसके अलावा स्घ्टेषन विकास निगम बनेगा।
उन्होंने कहा कि रेलवे रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन होगा। 114 नई लाइनों का सर्वे होगा। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक इसकी सूची मुहैया नहीं हो सकी है। 45 नई रूटों पर रेल लाइनें होंगी। नई लाइनों के लिए 6900 करोड़ रुपये रखे गए हैं। 4500 किमी ट्रैक का विद्युतीकरण होगा। डबल डेकर मालगाडियां चलाई जाएंगी। मालगाडियों के लिए अलग कॉरिडोर पर जोर दिया जा रहा है।
नई रेलगाडियों की घोषणा में पुरानी घोषणाओं का अता पता भी नहीं रहा। पिछले साल रेल मंत्री ने 99 नई एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेने चलाने की घोषणा की थी लेकिन उसमें से 31 ट्रेनों अभी तक पटरियों पर नहीं उतरी हैं। पटरियों पर उतरने की बात तो दूर अभी तक इन ट्रेनों के लिए जरुरी कोच भी नहीं बने हैं यह बात खुद रेल मंत्रालय का रिकार्ड दर्षा रहा है। इन ट्रेनों में सात दुरतों, दो डबल डेकर एसी ट्रेन, और एक शताब्दी ट्रेन भी शामिल थी।
इस रेल बजट की सबसे बडी विषेषता यह रही कि इसमें इटारसी से मानिकपुर के रास्ते का विद्युतीकरण का प्रस्ताव है। अगर जबलपुर से इटारसी और कटनी तक रेल लाईन का विद्युतीकरण हो जाता है तो निष्चित तौर पर हाई कोर्ट के कारण दिल्ली जबलपुर राजधानी एक्सप्रेस के मार्ग प्रषस्त हो सकते हैं।
सबसे आष्चर्यजनक पहलू यह सामने आया है कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमल नाथ के संसदीय क्षेत्र वाले सिंगल रेल लाईन वाले आमला छिंदवाड़ा रेल खण्ड और छिंदवाड़ा से कलमना (नागपुर) के निर्माणाधीन रेलखण्ड के विद्युतीकरण को वर्ष 2012 - 2013 में विद्युतीकृत होने वाली दस परियोजनाओं में शामिल किया गया है। छिंदवाडा से सिवनी होकर मण्डला और बालाघाट से जबलपुर के रेल खण्ड के अमान परिवर्तन के मसले में यह रेल बजट पूरी तरह मौन ही नजर आया।
इसके अलावा मध्य प्रदेश में हबीबगंज से इंदौर एसी डबल डेकर रोजाना, जबलपुर से सिंगरोली इंटर सिटी रोजाना एवं इंदौर से यशवंतपुर बरास्ता इटारसी साप्ताहिक रेल आरंभ की गई है। साई बाबा के दर्शनों के लिए विशा खापट्टनम, मैसूर और पंडरपुर के बीच रेल सेवा आरंभ की गई है।

यह है बढ़ा किराया

उपनगरीय और साधारण द्विघ्तीय श्रेणी के यात्री किघ्राये में 2 पैसा प्रति किलोमीटर, मेल एक्सप्रेस द्वितीय श्रेणी में 3 पैसे प्रति किलोमीटर, स्लीपर श्रेणी में 5 पैसे प्रति किलोमीटर, एसी चेयर कार, एसी-3 और प्रथम श्रेणी में 10 पैसे प्रति किलोमीटर, एसी-2 में 15 पैसे प्रति किलोमीटर तथा एसी-1 श्रेणी में 30 पैसे प्रति किलोमीटर की बढोत्तरी का प्रस्ताव है।