मंगलवार, 14 अगस्त 2012

राहुल का नेतृत्व पाने आतुर है कांग्रेस!


राहुल का नेतृत्व पाने आतुर है कांग्रेस!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस में अब नेहरू गांधी परिवार से इतर कोई और नेता नहीं बचा है। सारे के सारे कांग्रेस के सिपाही एक बार फिर कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं कि वे आएं और बीच भंवर में फंसी कांग्रेस की नैया को खेकर ठिकाने तक पहुंचाएं। राहुल कांग्रेस की नैया के खिवैया बनेंगे या नहीं यह तो वे ही जानें पर जिस तरह से कांग्रेस के मीडिया प्रबंधक राहुल का एक बार फिर महिमा मण्डन कर रहे हैं उससे साफ हो गया है कि कांग्रेस इस वक्त राहुल का नेतृत्व पाने बेकरार ही है।
आजादी के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस ने आजादी के उपरांत भी देश के नवनिर्माण में महती भूमिका निभाई है। कांग्रेस में नेहरू गांधी परिवार का दबदाब रहा है यह बात भी सर्वविदित ही है, किन्तु राजीव गांधी के उपरांत कांग्रेस में इस परिवार में करिश्माई नेतृत्व का अभाव साफ दिखाई देने लगा।
नब्बे के दशक में गैर नेहरू गांधी परिवार के मुखिया के बतौर नरसिंहराव ने पांच साल तक सरकार चलाकर एक नया इतिहास कायम किया। इसके उपरांत जब कांग्रेस की नैया की पतवार जैसे ही इटली मूल की सोनिया गांधी के हाथों में आई उसके उपरांत कांग्रेस का पतन आरंभ हो गया। इक्कीसवीं सदी में पहले दशक में 2004 में अस्तित्व में आया कांग्रेसनीत संप्रग दो का आरंभिक काल ठीक ठाक रहा पर संप्रग दो में घपले घोटालों ने कांग्रेस का जीना दूभर कर दिया।
कांग्रेस के अंदर चल रही चर्चाओं के अनुसार सोनिया गांधी के यस मैन डॉ.मनमोहन सिंह को वैसे तो ईमानदार की संज्ञा दी जाती है पर पिछले दो सालों से मनमोहन सिंह को ईमानदार के बजाए अब भ्रष्टाचार के ईमानदार संरक्षकका तगमा अघोषित तौर पर इसलिए मिल गया क्योंकि उनके सामने भ्रष्टाचार घपले, घोटालों के अनगिनत बड़े छोटे खेल खेले गए और वे मौन बैठे रहे।
कहा जाता है कि कांग्रेस अंदर ही अंदर टूट चुकी है। अब उसे आवश्यक्ता है संजीवनी की। यह संजीवनी या तो राहुल गांधी अथवा प्रियंका गांधी से मिल सकती है या फिर उमर दराज नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाकर। राहुल गांधी का जादू उत्तर प्रदेश के चुनावों में साफ तौर पर फ्लाप शो ही साबित हो चुका है। फिर भी कांग्रेस के मीडिया प्रबंधक उन्हें महिमा मण्डित करने का जतन करते नजर आ रहे हैं।
राहुल गांधी ने भी पिछले दिनों बड़ी भूमिका निभाने हेतु अपनी अनुमति देकर कांग्रेस के साथ ही साथ देश पर एहसान कर दिया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने मनमोहन सरकार के मंत्री के रूप में नई पारी शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि वे रक्षा, मानव संसाधन या ग्रामीण विकास मंत्रालय संभाल सकते हैं। सूत्रों की मानें तो अगर राहुल रक्षा मंत्री बनते हैं तो पार्टी की नीति निर्धारण कमेटी यानी कोर गु्रप में भी वह शामिल होंगे और इस मंत्रालय का मंत्री विवादों से भी परे है। अगर वे मानव संसाधन मंत्री बनते हैं तो ज्यादा से ज्यादा शिक्षा संस्थानों में जाएंगे और युवा सोच को आगे बढ़ाने का पार्टी को मौका मिलेगा। इसी तरह अगर वह ग्रामीण विकास की राह पकड़ते हैं तो महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, जिसमें वे खासी रुचि रखते हैं, को भी नया आयाम मिल सकता है। साथ ही एआईसीसी में महासचिव भी वह बने रहेंगे यानी राहुल अब एक साथ कई पारियों की शुरुआत कर सकते हैं।
उधर, राहुल को मंत्रीमण्डल में शामिल करने की अटकलों के बीच अब शिंदे को दलित पीएम प्रोजेक्ट करने की संभावनाओं पर पानी पड़ता नजर आ रहा है। भले ही शिंदे को देश का होम मिनिस्टर और लोकसभा में सदन का नेता बना दिया गया हो पर उन्हें अब भी संगठन में महत्वपूर्ण स्थान से दूर ही रखा गया है।
सुपर सीडब्लू सी के नाम से पहचानी जाने वाली कांग्रेस के कोर ग्रुप की कमेटी मे शिंदे को शामिल ना किया जाना इस बात की ओर संकेत दे रहा हे कि उन्हें दलित सैअलमेंट के बतौर यह पद दिया गया है। पिछले सप्ताह हुई कोर ग्रुप की बैठक में शिंदे को आमंत्रित नहीं किया जाना साफ दर्शाता है कि शिंदे को बतौर शोभा की सुपारी ही इस्तेमाल करने वाली है कांग्रेस।
ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के अलावा कोर ग्रुप में रक्षा मंत्री ए के एंटनी, वित्त मंत्री पी चिदंबरम और सोनिया के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल शामिल हैं। चिदंबरम को गृह मंत्री रहते वक्त इस ग्रुप में शामिल किया गया था और शिवराज पाटिल को भी गृह मंत्री के तौर पर इस समूह का सदस्य बनाया गया था।

रियो ले गए ओलंपिक का झंडा


रियो ले गए ओलंपिक का झंडा

(अभिलाषा जैन)

लंदन (साई)। लंदन ओलिंपिक खेलों का रंगारंग समापन हो गया है। भारत ने दो रजत और चार कांस्य सहित छह पदक जीतकर ओलिंपिक इतिहास का अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। पदक तालिका में भारत ५५वें स्थान पर रहा। लंदन ओलिंपिक में, स्पर्धाओं का अंतिम दिन कल पहलवान सुशील कुमार के नाम रहा। पेइचिंग के कांस्य विजेता सुशील, ६६ किलोवर्ग में रजत पदक जीतकर लगातार दो ओलिंपिक व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
नई दिल्ली स्थित समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से मणिका सोनल ने बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यू पी ए अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सुशील कुमार को पदक जीतने पर बधाई दी है। लंदन में कल देर रात आयोजित एक भव्य और रंगारंग समारोह के साथ ३०वें ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक खेलों का समापन हुआ।
ओलिंपिक पार्क स्थित मुख्य स्टेडियम पर लगभग तीन घंटे तक चले समारोह में दुनिया के चुनिंदा संगीतकारों ने अपने यादगार प्रदर्शन से एथलीटों, अधिकारियों और दर्शकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। डेविड अर्नाल्ड के निर्देशन में आयोजित इस समारोह में स्पाइस गर्ल्स, एडवर्ड एल्गर, प्रसिद्ध बैंड झ्झ्द हूझ्झ् और पिंक फ्लॉइड के पूर्व सदस्यों ने स्टेडियम में मौजूद सभी लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। लंदन ओलिंपिक खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने खेलों को सफल बनाने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष जैक्स रैगे ने खेलों के विधिवत समापन की घोषणा की।
इसके बाद ओलिंपिक ध्वज को २०१६ के मेजबान शहर ब्राजील के रियो डि जिनेरियो के मेयर को सौंप दिया गया। समारोह के अंतिम चरण में धीरे-धीरे ओलिंपिक ज्योति बुझा दी गई। दुनिया भर के एथलीटों ने चार साल बाद रियो डि जिनेरियो में फिर मिलने के संकल्प के साथ विदा ली। पदक तालिका में, अमरीका ४६ स्वर्ण सहित कुल एक सौ चार पदकों के साथ पहले, चीन ३८ स्वर्ण सहित ८७ पदक लेकर दूसरे और ब्रिटेन २९ स्वर्ण सहित ६५ पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
लंदन में पिछले दो हफ्ते से चल रहे ओलंपिक खेल अब समाप्त हो गए हैं और ओलंपिक का झंडा ब्राज़ील के शहर रियो को सौंप दिया गया है जहां 2016 में ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। समारोह के आखिरी क्षणों में ब्राज़ील की झलक दिखाई गई जहां रियो के सांबा स्कूल के नर्तकों ने ज़बर्दस्त नृत्य पेश किया। ओलंपिक का झंडा रियो के मेयर को सौंपा गया जिसके साथ ही ओलंपिक की ज़िम्मेदारी अब ब्राज़ील शहर की हो गई।
लंदन ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतते ही सुशील कुमार पर इनामों की बरसात होने लगी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने पहलवान सुशील कुमार को डेढ़ करोड़ रुपए के नकद इनाम की घोषणा की। दिल्ली सरकार ने भी उन्हें एक करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। रेल मंत्री मुकुल राय ने भी सुशील कुमार को 75 लाख रुपए का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। सुशील ने लंदन ओलंपिक में 66 किलोग्राम फ्री स्टाइल में सिल्वर मेडल जीता है।
हुड्डा ने सुशील को बधाई दी और कहा कि उन्होंने राज्य और देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सोनीपत में कुश्ती अकैडमी बनाने के लिए सुशील को जमीन भी दी जाएगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सुशील कुमार को एक करोड़ रुपए इनाम देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार ने ओलिंपिक में इतिहास रच कर हम सबको गौरवान्वित किया है।
रेल मंत्री ने सुशील कुमार के कोच सतपाल सिंह को एक लाख रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, हमें सुशील कुमार पर गर्व है क्योंकि वह रेलवे परिवार का हिस्सा है। रेलवे अपने साथ जुड़े खिलाड़ियों को समर्थन और उन्हें प्रेरित करना जारी रखेगा।

यूपी में कर्फ्यू जारी


यूपी में कर्फ्यू जारी

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश में स्थानीय प्रशासन ने बरेली के कर्फ्यूग्रस्त बारादरी, प्रेम नगर, कोतवाली और किला क्षेत्रों में आज भी कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दिये जाने की घोषणा की है। हिंसक गतिविधियों और कर्फ्यू के उल्लंघन के आरोप में कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों से करीब दो सौ पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों से हिंसा की किसी ताजा घटना की कोई सूचना नहीं है। उधर सूत्रों ने बताया कि अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतने के आरोप में जिला थाना और जगतपुर पुलिस चौकी प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों से किसी हिंसात्मक घटना का समाचार नहीं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अराजक तत्त्वों और हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर छापे डाले हैं। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स सहित सुरक्षाबलों की १८ कंपनियां तैनात की गई हैं। शिक्षा संस्थाओं, बैंको और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन सरकारी कार्यालय खुले हैं। कर्फ्यू से स्थानीय इंजीनियरिंग और अन्य संस्थानों में प्रवेश के लिए चल रही काउंसिलिंग पर असर पड़ा है। विभिन्न कॉलेजों में प्रवेश के लिए बरेली पंहुच रहे छात्रों को भी अपने कॉलेज तक पहुंचने में भारी असुविधा हो रही है।

पुलिस परीक्षा में धराए 77 मुन्ना भाई


पुलिस परीक्षा में धराए 77 मुन्ना भाई

(प्रतिभा सिंह)

पटना (साई)। बिहार में पुलिस ने प्रखंड परियोजना अधिकारी-बीपीओ और प्रखंड सहायक अधिकारी-बीएओ परीक्षाओं के दौरान नकल करवाने के आरोप में ७७ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से १९ आरोपितों का संबंध एक संगठित गिरोह से है। पुलिस ने बताया कि इन्होंने परीक्षा में नकल करवाने के लिए मोबाइल फोन की ब्लूटूथ सुविधा का इस्तेमाल किया। बीपीओ और बीएओ के ५३३-५३३ पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में महादलित विकास मिशन की परीक्षा में बड़े पैमाने पर कथित धांधली करने के आरोप में पुलिस की विशेष टीम ने ७७ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से ५८ परिक्षार्थियों के अभिभावक भी शामिल हैं। सभी गिरफ्तार लोगों पर आईपीसी और आईटीएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार लोगों से एक लाख नकद, ६३ मोबाइल फोन और १९ चार पहिंया और दो पहिंया वाहन भी जब्त किया गया है। एडीजी मुख्यालय के मुताबिक यह गिरोह काफी बड़ा हो सकता है।

एमडीएलआर के आफिस पर छापा


एमडीएलआर के आफिस पर छापा


(चंद्रकांत शर्मा)

गुडगांव (साई)। गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में कल दिल्ली पुलिस ने गुड़गांव में एमडीएलआर समूह के दफ्तर पर छापा मारा। दिल्ली पुलिस मामले की एक आरोपी अरूणा चड्ढा के साथ गुड़गांव पहुंची। पुलिस ने एमडीएलआर के दफ्तर से कई दस्तावेज जब्त करने के साथ-साथ कम्प्यूटर भी स्कैन किये।
इस बीच, दिल्ली पुलिस को गीतिका की एक ई-मेल का पता चलने के बाद दिल्ली की एक अदालत ने अरूणा की पुलिस हिरासत की अवधि एक दिन बढ़ा दी। बताया जाता है कि इस ई-मेल में गीतिका ने अपने बूते पर करियर बनाने की बात कही है। इस मामले में मुख्य आरोपी, हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा छह दिन से लापता हैं। मामले की एक अन्य आरोपी अरुणा चड्ढा की हिरासत की अवधि एक दिन के लिये बढ़ा दी गई।
दिल्ली पुलिस ने गुड़गांव स्थित एमडीएलआर समूह के कार्यालय पर छापा मारा। इस दौरान पुलिस दल एमडीएलआर की गिरफ्तार कर्मचारी अरुणा चड्ढा को भी अपने साथ वहां लेकर गई थी। पुलिस टीम ने कार्यालय से विभिन्न दस्तावेज तथा अन्य सामग्री अपने कब्जे में ली है।
कुछ महिला पुलिस अधिकारियों के साथ यह पुलिस दल यहां पॉश इलाके सेक्टर 15 स्थित चार मंजिला कार्यालय इमारत में दो घंटे से अधिक समय तक रहा। उधर, इस मामले के मुख्य आरोपी और हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा पांचवें दिन भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया।
पूर्व विमान परिचारिका 23 वर्षीय गीतिका शर्मा ने कांडा द्वारा कथित रूप से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए उत्तर पश्चिमी दिल्ली के अशोक विहार स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। गीतिका ने आत्महत्या से पूर्व लिखे अपने नोट में कहा था कि वह कांडा और एमडीएलआर की अधिकारी अरुणा चड्ढा से तंग आकर आत्महत्या कर रही है। कांडा और चड्ढा दोनों ने इस आरोप को गलत बताया था।

मुर्सी ने बर्खासत किया सेना के अफसरों को


मुर्सी ने बर्खासत किया सेना के अफसरों को

(साई इंटरनेशनल डेस्क)

काहिरा (साई)। मिस्र में राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी ने रक्षा मंत्री फील्ड मार्शल हुसैन तंतावी और सेना अध्यक्ष सामी अन्नान को बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने संवैधानिक आदेश के तहत सेना को दिये गए व्यापक अधिकार भी छीन लिये हैं। रविवार को काहिरा के अल अजहर विश्वविद्यालय से टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में श्री मुर्सी ने अपने फैसले को सही ठहराया है।
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पिछले वर्ष हुए प्रदर्शनों के अधूरे एजेंडे को पूरा करने के लिए की गई है। इन्हीं प्रदर्शनों के कारण राष्ट्रपति हुस्ने मुबारक को सत्ता से हटना पड़ा था। राष्ट्रपति मुर्सी ने स्पष्ट किया कि उनका यह फैसले किसी व्यक्ति के विरूद्ध नहीं हैं और उनका उद्देश्य किसी संस्था का मान घटाना भी नहीं है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को मिली जानकारी के अनुसार मिस्र के राष्ट्रपति मुर्सी ने फील्ड मार्शल हुसैन मोहम्मद तंतावी को हटाकर अब्दुल फतह अल्सीसी को मिस्र का नया रक्षा मंत्री बना दिया है। गौरतलब है कि तंतावी मुबारक सरकार के गिरने के एक साल बाद तक अंतरिम सैनिक शासक रहे और वे पिछले २० सालों से देश के रक्षामंत्री बने रहें थे ताजा कदम से देश की नीतियां बनाने, सरकार चलाने, बजट बनाने और संविधान लिखने वाली एसेम्बली के गठन पर सेना की पकड़ खत्म हो जायेगी। साथ ही मूर्सी ने जज मोहम्मद नेकी को देश का नया उपराष्ट्रपति नियुक्त किया है।

गरजे सिंह: केंद्र को कहा प्रापर्टी डीलर!


गरजे सिंह: केंद्र को कहा प्रापर्टी डीलर!

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। गांधीवादी नेता अन्ना हजारे के साथ मंच साझा करने बाद पूर्व आर्मी प्रमुख जनरल वीके सिंह ने बाबा रामदेव के साथ भी रविवार को रामलीला मैदान में मंच साझा किया। वीके सिंह ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार किसानों के साथ प्रॉपर्टी डीलर जैसा बरताव कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों से विकास के नाम पर जमीन छीनी जा रही है। दो महीने पहले आर्मी चीफ से रिटायर हुए जनरल सिंह का सरकार के साथ उम्र विवाद हुआ था। इसी महीने जनरल सिंह जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे का अनशन खत्म करवाने गए थे। वह उन लोगों में भी शामिल थे जिन्होंने अन्ना हजारे से अनशन खत्म कर राजनीतिक विकल्प देने की अपील की थी।
रविवार को दोपहर बाद रामलीला मैदान में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जनरल वीके सिंह ने कहा कि 1995 से लेकर अब तक देश में दो लाख किसानों ने खुदकुशी कर ली। वहीं सरकार विकास के नाम पर किसानों से जमीन छीनने में लगी है। पूर्व आर्मी चीफ ने कहा कि सरकार का व्यवहार किसानों के साथ प्रॉपर्टी डीलर की तरह है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के माध्यम से किसानों की समस्याएं प्रमुखता से उठाई जा सकती हैं। जनरल सिंह ने आरोप लगाया कि हर दिन कोई न कई नया घोटाला हो रहा है और हर घोटाला पहले के घोटाले से बड़ा साबित हो रहा है। हम चाहते हैं कि विकास पूरे देश में समान रूप से हो, लेकिन दुर्भाग्य से 4-5 फीसदी तक ही धन का वितरण हो रहा है।
जनरल वीके सिंह ने सरकार की नीतियों की भी जमकर आलोचना की। सिंह ने कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वह जनकल्याणकारी नीतियों को सही तरीके से चलाए। लेकिन उदारीकरण के बाद अब आपको पिज्जा आधे घंटे के अंदर मिला जाता है, पर एंबुलेंस दो घंटे में भी नहीं मिलती है। 15 रुपए में पानी की बोतल मिल रही है लेकिन घर के नलों में पेय जल नदारद है। देश में 5 से 7 फीसदी लोग मौज में हैं वहीं मास आबादी वजूद की लड़ाई लड़ रही है। जनरल सिंह ने कहा कि आज लोकतंत्र का मतलब वोटबैंक की राजनीति है। लोकतांत्रिक संस्थाओं में लगातार पतन जारी है। उन्होंने कहा कि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो सकता है यदि लोग जाति और धर्म से ऊपर उठकर अपनी आवाज बुलंद करने का साहस करें।