रेल बजट: क्या आया हृदय प्रदेश की झोली
में!
(लिमटी खरे)
17 साल बाद कांग्रेस के रेल मंत्री ने रेल
बजट प्रस्तुत किया। पवन बंसल के इस रेल बजट में मध्य प्रदेश को उम्मीद बहुत अधिक
थी। एमपी में इस साल के अंत में चुनाव हैं, अतः चुनावी साल को देखते हुए एमपी की
झोली में बहुत कुछ डाला गया है पर यह सब कुछ आंकड़ों की बाजीगरी से ज्यादा नहीं है।
इस रेल बजट में मध्य प्रदेश को सब कुछ मिला और कुछ भी नहीं हासिल हुआ की कहावत
चरितार्थ होती दिख रही है। एमपी में सबसे समृद्ध रहा छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के
लिए यह रेल बजट, शेष जिलों यहां तक कि केंद्रीय उर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी
इस रेल बजट में कुछ नहीं हासिल कर पाए। कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता इस रेल बजट
को मध्य प्रदेश के लिए जनहितकारी अवश्य निरूपित कर रहे होंगे पर जब वे मीडिया के
सामने से हटते होंगे तो उन्हें भी अंदर ही अंदर पीड़ा हो ही रही होगी।
इस बार के रेल बजट में सवेक्षण विशेषकर
इंजीनियरिंग यातायात सर्वे के नाम पर सबसे अधिक बाजीगरी दिखाई गई है। जिन रेल
खण्डों का सर्वेक्षण हो चुका है उन रेल खण्डों का दुबारा सर्वेक्षण कराकर एक
झुनझुना ही थमाने का प्रयास किया है पवन बंसल ने। इस बार के बजट मे चालू सर्वेक्षण
में इटारसी, नागपुर वर्धा की 73.8 किलोमीटर की तीसरी लाईन, छिंदवाड़ा जिले में सौंसर, पाढुर्णा 30 किलोमीटर का और छिंदवाड़ा जिले में ही
आमला से छिंदवाड़ा दोहरीकरण का सर्वेक्षण का काम प्रस्तावित किया गया है।
इसके अलावा चालू सर्वेक्षण में नैनपुर
मण्डला फोर्ट, रामटेक गोटेगांव 27.5 किमी, पेंड्रा रोड़ से गोटेगांव श्रीधाम तक 260 किलोमीटर, सिवनी से छपारा लखनादौन, सिवनी से बरघाट कटंगी, लामटा से परसवाड़ा बैहर होकर मलाजखण्ड, बालाघाट से भरवेली, उकुवा, जयसिंहनगर से शहडोल, जबलपुर से बेमेत्रा, कवर्धा होकर राजनांदगांव, सतना रीवा मार्ग का दोहरीकरण प्रस्तावित
किया गया है।
इसी तरह गुना से आरोन, सिरोंज, बरोडा विदिशा नई रेल लाईन, सागर से छतरपुर खजुराहो नई रेल लाईन, बरान शिवुपरी, जबलपुर से दमोहर पन्ना का सर्वेक्षण, कटनी से बीना तीसरी लाईन, रामगंज मण्डी से नीचम, जबलपुर उदयपुरा सागर रेलखण्ड, कटनी सिंगरोली रेलखण्ड का दोहरीकरण का
सर्वेक्षण भी प्रस्तावित हैं
ब्यावरा से राजगढ़ बीना नए रेल खण्ड, छिंदवाड़ा से करेली होकर सागर, दमोह से हाटनगर खजुराहो, भोपाल से इंदौर नई रेल लाईन, सागर बंडरी, मालथौन होकर ललितपुर नई रेल लाईन, छिंदवाड़ा, गाडरवाड़ा, उदयपुर, जैसीनगर नई रेल लाईन, सागर बण्डा, बड़ा मल्हारा, खजुराहो नई रेल लाईन, उज्जैन रामगंज मण्डी नई रेल लाईन, सतना मिर्जापुर नई रेल लाईन, इंदौर बैतूल नई रेल लाईन सौरसा सीतामउ, मंदसौर नई रेल लाईन, आष्टा भोपाल नई रेल लाईन, सतना रीवा नई रेल लाईन का सर्वेक्षण भी
प्रस्तावित है।
मध्य प्रदेश के खाते में नई रेल के
मामले में इंदौर से चंडीगढ़ एक नई साप्ताहिक रेल गाड़ी जो देवास, उज्जैन, गुना ग्वालियर होकर गुजरेगी, जबलपुर से यशवंतपुर नई साप्ताहिक रेल
गाड़ी, प्रस्तावित है। इसके अलावा जो रेल नई रेल गाडियां एमपी से होकर गुजरेंगी
उनमें बांद्रा रामनगर जो नागदा होकर साप्ताहिक, निजामुद्दीन से मुंबई साप्ताहिक एसी
एक्सप्रेस बरास्ता भोपाल खण्डवा, बीकानेर चेन्नई सप्ताहिक भोपाल नागदा
होकर, कालका से साई नगर सप्ताह में दो दिन चलेगी जो भोपाल इटारसी होकर
गुजरेगी।
एमपी से संबंधित जिन रेल गाडियों के
फेरे बढ़े हैं उनमें जबलपुर से अमरावती एक्सप्रेस जो सप्ताह में तीन दिन चलती थी अब
सप्ताह में हर दिन चलेगी। इंदौर से अमृतसर चलने वाली एक्सप्रेस रेल गाड़ी अब सप्ताह
में एक के बजाए दो दिन चलेगी। इसके अलावा जो रेल एमपी से होकर गुजर रही हैं उनमें
निजामुद्दीन से यशवंतपुर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन के बजाए चार
दिन गुजरेगी।
एमपी में जिन रेल गाडियों का विस्तार
किया गया हैं उनमें जबलपुर से जयपुर दयोदय एक्सप्रेस को अजमेर तक बढ़ाया गया है।
मरेठ से नीमच चलने वाली रेल गाड़ी अब मंदसौर तक चलेगी। रतलाम से चित्तोडगढ़ चलने
वाली रेल गाड़ी उदयपुर तक तथा रतलाम से चित्तोड़गढ़ चलने वाली डेमू एक्सप्रेस अब
भीलवाड़ा तक जाएगी।
मध्य प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2013 - 2014 में जिन परियोजनाओं को पूरा किया जाना
प्रस्तावित है उसमें अमान परिवर्तन की श्रेणी में छिंदवाड़ा जिले की छिंदवाड़ा सौंसर
रेल खण्ड परियोजना ही अकेली है। इसके अलावा नई परियोजना में भिंण्ड इटावा रेल खण्ड
को इस साल पूरा कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश की झोली में भोपाल के
समीप मिसरोद में मोटराईज्ड बोगियों की मरम्मत और पुर्नस्थापना का कारखाना खोला
जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही साथ रतलाम में कौशल उन्नयन प्रशिक्षण केंद्र की
प्रस्तावना की गई है। (साई फीचर्स)