बुधवार, 27 फ़रवरी 2013

फिर उपेक्षा का शिकार हुआ सिवनी ब्राडगेज के मामले में


0 सिवनी से नहीं चल पाएगी पेंच व्हेली ट्रेन . . . 9

फिर उपेक्षा का शिकार हुआ सिवनी ब्राडगेज के मामले में

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। सौ साल से पुरानी छिंदवाड़ा नैनपुर नेरोगेज लाईन एक बार फिर वर्ष 2013 - 2014 के बजट में उपेक्षा का शिकार हो गई। 17 साल बाद कांग्रेस के रेल मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट में छिंदवाड़ा नैनपुर रेल खण्ड के अमान परिवर्तन का नाम ना होना आश्चर्यजनक ही माना जा रहा है।
अगले साल के रेल बजट में सिवनी जिले में सिवनी छपारा लखनादौन, सिवनी बरघाट कटंगी और रामटेग गोटेगांव के लिए 27.5 किलोमीटर के सर्वे का प्रावधान अवश्य ही किया गया है। सिवनी से बरघाट कटंगी मार्ग का कब सर्वे होगा और कब रेल खण्ड के लिए बजट आवंटन होगा यह बात अभी भविष्य के गर्भ में ही है।
सिवनी से छपरा लखनादौन के रेल खण्ड को भी झुनझुना ही माना जा सकता है, क्योंकि निश्चित तौर पर यह रेलखण्ड बंजारी के आसपास से गुजरेगा जहां अभी भी फोरलेन की वन मंत्रालय से अनुमति लंबित है। रही रामटेक गोटेगांव की बात तो इस रेलखण्ड में 27.5 किलोमीटर का जो आंकड़ा रेल बजट में दर्शाया गया है वह महाराष्ट्र में रामटेक के आसपास का ही बताया जा रहा है।
इस रेल बजट में नैनपुर से मण्डला के अमान परिवर्तन का उल्लेख किया गया है। जिससे साबित होता है कि बालाघाट सिवनी के भाजपाई सांसद के.डी.देशमुख और मण्डला सिवनी के कांग्रेसी सांसद बसोरी सिंह मसराम के लिए सिवनी जिला प्राथमिकता में नहीं है।

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