बुधवार, 27 फ़रवरी 2013

अंबानी को मुजाहिद्दीन का खतरा


अंबानी को मुजाहिद्दीन का खतरा

(निधि गुप्ता)

मुंबई (साई)। देश की अर्थव्यवथा और देश की सियासत को हांकने के कथित आरोपी अंबानीज अब इंडियन मुजाहिद्दीन के निशने पर हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को कथित रूप से आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) ने जान से मारने की धमकी दी है। रविवार को आतंकी संगठन की तरफ से एक चिट्ठी भेजी गई है, जिसमें उन्हें और उनके अल्टामाउंट रोड स्थित उनके घर को नुकसान पहुंचाने की बात की गई है। चिट्ठी में कहा गया है कि अगर वह इसी तरह गुजरात में भारी निवेश करते रहे या उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी भी तरह से समर्थन किया तो उसकी कीमत उन्हें अपनी और अपने परिवार की जान देकर चुकानी होगी।
मुंबई पुलिस ने इस मामले की तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि एक अंजान आदमी ने नरीमन पॉइंट स्थित अंबानी के मेकर चेम्बर्स ऑफिस के पर्सनल स्टाफ को यह चिट्ठी दी। रविवार दोपहर को यह चिट्ठी अंबानी के ऑफिस में डिलीवर की गई। यह चिट्ठी अंग्रेजी में सादे कागज़ पर हाथ से लिखी गई है और माना जा रहा है कि इसे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के ही किसी सदस्य ने लिखा है।
चिट्ठी में एक इंडियन मुजाहिदीन ऑपरेटिव दानिश की रिहाई की भी मांग की गई है। धमकी दी गई है कि अगर दानिश को रिहा नहीं किया गया तो देश के सबसे अमीर आदमी को इसका नुकसान भुगतना होगा। इसमें न सिर्फ धमकियां हैं बल्कि गुजरात में उनके पैसा लगाने का भी विरोध किया गया है। चिट्ठी में लिखा है कि मोदी का सपोर्ट करके अंबानी ने अल्पसंख्यकों की भावनाओं को चोट पहुंचाई है। इसमें अंबानी पर आरोप लगाया गया है कि उनके दक्षिणी मुंबई स्थित अल्टामाउंट रोड वाले घर की जमीन दरअसल वक्फ बोर्ड की है जिसे उन्होंने हथिया लिया है।
रिलायंस के वाइस प्रेसिडेंट जो कि खुद एक रिटायर्ड कर्नल हैं और कंपनी के सिक्युरिटी अडवाइजर भी हैं, तुरंत पुलिस कमिशनर सत्यपाल सिंह के पास गए और उन्हें मामले की पूरी जानकारी दी। सत्यपाल सिंह ने हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर को बताया, श्रिलायंस के कुछ लोग इस बाबत मुझसे मिले हैं। हमने मामले की जांच शुरू कर दी है।श् इसके बाद इस मामले को मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथों सौंप दिया गया।
सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि अंबानी से उस दिन की सीसीटीवी फुटेज की मांग की जाएगी और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि यह दानिश दरभंगा के चकजोरा गांव का मोहम्मद दानिश अंसारी भी हो सकता है जिसे 2009 में भटकल भाइयों को पनाह देने के इल्जाम में एनआईए ने गिरफ्तार किया था।

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