आज भी ममता ही चला
रहीं भारतीय रेल!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और भारत गणराज्य की पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने
भले ही अपने स्थान पर अपने गणों को रेल महकमा सौंपा हो, फिर केंद्र सरकार
से अलग होकर अपने गणों को केंद्र सरकार से हटा लिया हो पर आज भी हकीकत यही है कि
ममता बनर्जी के बिठाए गए कारिंदे ही भारतीय रेल को हांक रहे हैं।
भारतीय रेल्वे
बोर्ड के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इक्कीसवीं सदी के
स्वयंभू प्रबंधन गुरू एवं तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्रालय
का कामकाज संभालते ही रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों की तत्काल प्रभाव से छुट्टी
कर अपनी पसंद के रेल्वे बोर्ड के अध्यक्ष देश भर में नियुक्त कर दिए थे।
इसके बाद जैसे ही
यह कमान लालू यादव के पास से त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के पास आई उन्होंने भी
यही कदम उठाया और लालू प्रसाद यादव के बिठाए गए सारे रेल्वे भर्ती बोर्ड के
अध्यक्षों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और अपनी पसंद के लोगों को इस पर काबिज करवा
दिया गया। सूत्रों ने यह भी बताया कि देश भर में 20 रेल्वे बोर्ड काम
कर रहे हैं, एवं इनका
कार्यकाल तीन साल का होता है।
ममता बनर्जी के
रेल्वे से हटने के उपरांत दिनेश त्रिवेदी, फिर श्री राय और फिर सी.पी.जोशी के उपरांत
रेल विभाग अब पवन बंसल के पास आ गया है। ममता के उपरांत त्रणमूल द्वारा इन रेल्वे
बोर्ड के अध्यक्षों को नहीं बदलना तो समझ में आता है पर जब यह मंत्रालय कांगेस के
जोशी ओर फिर बंसल के पास आ गया है तब इन अध्यक्षों को ना बदलना यही साबित कर रहा
है कि आज भी रेल मंत्रालय में ममता बनर्जी ही ही तूती बोल रही है।
गौरतलब है कि
अहमदाबाद के रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष डी.एन.गुप्ता, अजमेर के
वी.डीएस.केवासन, इलाहाबाद
के एस.के.माथुर, बिलासपुर
के नितिन ढिमोले, बंग्लुरू
के पी.यू.के.रेड्डी,
भुवनेश्वर के जी.एम.त्रिपाठी, भोपाल में
डी.सी.पंत, कोलकता में
आरत्र राजगोपाल, चंडीगढ़
रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव सोनी एवं चेन्नई के एस.रामसुब्बू हैं।
इसी तरह गोरखपुर के
राजीव किशोर, गुवहाटी के
टी.के.मण्डल, जम्मू में
सुरेंद्र कुमार, मादला में
डी.के.मण्डल, मुंबई में
बी.के.दादाबोय, मुजफ्फरपुर
में वी.पी.एन.तिवारी, पटना रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष डॉ.श्रीप्रकाश, रांची में दिनेश
कुमार, सिकन्दराबाद
में वी.वी.रेड्डी,
त्रिवेंद्रम रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष सुश्री नीनू इथीरह
एवं सिलिगुडी में एम.एल.खान को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था ममता बनर्जी द्वारा।
ये सारे ममता
बनर्जी की नियुक्ति वाले रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष आज भी बदस्तूर ही काम कर
रहे हैं। यहां यह उल्लेखनीय होगा कि रेल्वे भर्ती बोर्ड पर सदा ही परीक्षा और
भर्ती के दौरान गफलत एवं भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। ना तो इस ओर पूर्व
मंत्री सी.पी.जोशी और ना ही रेल्वे के वर्तमान निजाम पवन बंसल की निगाहें इस ओर
इनायत हो सकी हैं।