नीलम ने ले ली 11 की जान!
(प्रीति सक्सेना)
चेन्नई (साई)।
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान नीलम से अब तक ११ लोग मारे गए हैं।
तमिलनाडु में आठ और आंध्र प्रदेश में तीन लोगों की जान गई है। महाबलीपुरम के निकट
उत्तरी तमिलनाडु के तटवर्ती क्षेत्रों पर
तूफान का व्यापक असर पड़ा है। कल तूफान शुरू होने पर चेन्नई में सर्वाधिक ७५
किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलीं।
तूफान के कारण
मुम्बई से चला प्रतिभा कावेरी जहाज भटक गया। जहाज से १७ लोगों को सुरक्षित निकाल
लिया गया। इसमें सवार ३७ में से बीस लोगों ने जान बचाने के लिए पानी में छलांग लगा
दी। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि दो लोगों की मौत हो गई
और छह लोग लापता हैं।
तूफान का यह आलम था
कि चेन्नई में कल शाम से आधी रात तक बिजली गुल रही। तेज हवाओं से संचार नेटवर्क
ठप्प होने और बिजली के खंभे टूटने के कारण लोगों का घर पहुंचना मुश्किल हो गया।
रास्ते साफ करने के लिए पेड़ों और अन्य मलबों को हटाना पड़ा।
सिग्नल नहीं होने
के कारण न्यूज चौनलों को संदेश भेजना भी एक चुनौती रहा। मौसम विभाग के सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि चेन्नई और तटीय जिलों में अगले २४ घंटों में
बारिश होने की संभावना है। राज्य सरकार ने तटीय जिलों के स्कूल और कॉलेज आज बंद
रखने की घोषणा की है।
वहीं दूसरी ओर
हैदराबाद से समाचा एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने खबर दी है कि नागपट्टिनम में ८०
हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल बरबाद हो गई है। तीन हजार से अधिक लोग राहत
शिवरों में पहुंचाए गए हैं। प्रशासन ने अभी तूफान से हुए वास्तविक नुकसान का आकलन
नहीं किया है। आंध्र प्रदेश में तूफान के असर में कमी आई है, लेकिन मौसम विभाग
ने चेतावनी दी है कि राज्य के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों में अगले १२ घंटे तक भारी
वर्षा हो सकती है। हमारी हैदराबाद संवाददाता ने बताया कि समुद्र तट कई स्थानों पर
दो सौ मीटर तक कट गया है।
राज्य में हालांकि
अब तूफान का असर कम हुआ है लेकिन इसके प्रभाव से दक्षिण तटवर्ती इलाके में नेल्लोर, चित्तूर, प्रकासम जिलों और
रॉयलसीमा क्षेत्र में भारी बारिश हुई है। कृष्णपट्टिनम, वदरेवू और निजाम
पट्टिनम में लगा तीन नंबर का चेतावनी संकेत जारी रहेगा। मछुआरों को अगले २४ घंटे
तक समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
तूफान से संचार
लाइनों को मामूली नुकसान पहुंचा लेकिन कच्चे मकानों और धान तथा मूंगफली जैसी खड़ी
फसलों को नुकसान पहुंचा है। चेन्नई, विजयवाड़ा रेल मार्ग पर कई रेलगाड़ियां देर से
चल रही हैं। भारी वर्षा के कारण कुछ रेलगाड़ियां रद्द भी कर दी गई हैं। इस बीच, तूफान के कारण
समुद्र में लापता हुए तमिलनाडु के लगभग ६० मछुआरों को प्रकासम तट पर सुरक्षित
निकाल लिया गया है।
चेन्नई तट पर आए एक
बड़े तेल टैंकर एमटी प्रतिभा कावेरी का लंगर टूट गया। इस पर नाविकों को जहाज से
जाने को कहा गया। लाइफबोट से जहाज के चालक दल के 22 सदस्य तट पर आए।
तूफानी समुद्र में ज्यादा भार के कारण लाइफबोट पलट गई। कोस्ट गार्ड वहां मौजूद
नहीं था। मुछुआरे नाविकों की जान बचाने को लपके लेकिन वे 16 को ही बाहर ला
सके। शाम को 7।30 बजे एक नाविक का
शव पानी से निकाला जा सका।
चेन्नई में तूफान
ने 200 से अधिक
पेड़ व 50 बिजली के
खंभे उखाड़ दिए। इससे यातायात अवरूद्ध हो गया। प्रशासन को सड़क साफ करने में कई घंटे
लगे। बिजली बोर्ड ने करीब आठ घंटे तक चेन्नई के अधिकांश इलाकों में बिजली काटे
रखी। स्कूल व कॉलेज सोमवार को ही बंद कर दिए गए थे। ये अब शुक्रवार तक खुलेंगे।
तूफान के आने से
पहले ही प्रशासन ने मल्लापुरम से 4 हजार लोगों को राहत केंद्रों में भेज दिया
था। ट्रेफिक से अफरा-तफरी न हो इसलिए कई सरकारी कार्यालयों कई निजी संस्थानों में
तीन बजे ही छुट् टी कर दी गई।
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