मोदी, थरूर प्रकरण! नए
महाभारत का आगज!
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
सदियों पहले हुआ महाभारत का युद्ध में पांडवों की पत्नि के कारण हुआ था। अब
इक्कीसवीं सदी के दूसरे दशक में एक नए महाभारत का आगाज होता दिख रहा है। सियासी
पार्टियां अपने अपने स्वार्थों के लिए पारिवारिक स्तर पर उतर आए हैं।
एक तरफ गुजरात के
निजाम नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नि को पचास
करोड़ की प्रेमिका करार दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर शशि थरूर द्वारा पारिवारिक
स्तर पर राजनीति ना करने की नसीहत देने के बजाए अपनी पत्नि पर प्राईज टेग लगाया जा
रहा है।
गुजरात के
मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर
के बारे में दिए गए बयान को लेकर चल रही जुबानी जंग और तेज हो गई है। शशि थरूर ने
मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि नफरत का मुख्यमंत्री बनने से बेहतर है लव का मिनिस्टर
बनना।
थरूर ने यह जवाब
भाजपा प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान के जवाब में दिया है जिसमें कहा
गया था कि थरूर इंटरनेशनल लव गुरू हैं इसलिए उन्होंने लव अफेयर्स का मंत्री बना
देना चाहिए। थरूर ने इस बयान के जरिए मोदी पर भी निशाना साधा है। गुजरात दंगों के
चलते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मोदी को मौत का सौदागर भी कह चुकी है।
भाजपा प्रवक्ता
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि मैं थरूर के जवाब से बहुत प्रभावित हूं। उन्हंे
इंटरनेशनल लव गुरू के लिए मिनिस्ट्री ऑफ लव अफेयर्स बना देनी चाहिए ताकि उनकी
बुद्धिमतता और उपदेश का देशवासी लाभ उठा सकें। थरूर ने मंगलवार को मोदी पर निशाना
साधते हुए ट्विट किया था कि मेरी पत्नी आपके 50 करोड़ रूपए के
अनुमान से ज्यादा कीमती है। मेरे पत्नी अनमोल है। आप (मोदी)पहले प्यार के लिए
योग्य बनें और फिर उसे समझे। थरूर के इसी ट्विट के जवाब में नकवी ने यह बयान दिया
था।
ज्ञातव्य है कि
हिमाचल प्रदेश के मंडी में मोदी ने एक चुनावी रैली में थरूर पर निशाना साधते हुए
कहा था वाह,क्या
गर्लफ्रेंड है। क्या आपने कभी 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड देखी है,वो भी इस गरीब देश
में। केन्द्र सरकार में एक मंत्री हुआ करते थे,उन पर आईपीएल में
घोटाले के आरोप लगे थे। उन्होंने संसद में दावा किया था कि जिस औरत के खाते में 50 करोड़ रूपए डाले
जाने की बात कही जा रही है उसका मुझसे कोई लेना देना नहीं है। बाद में पता चला कि
उस मंत्री और उस औरत के शादी के कार्ड इधर उधर बंटते हुए मिले।
गौरतलब है कि 2010 में थरूर पर आरोप
लगा था कि उन्होंने सुनंदा पुष्कर को आईपीएल में कोच्चि टीम के प्रमोटरों की तरफ
से शेयर दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उस वक्त वे विदेश राज्य मंत्री थे।
आरोपों के बाद थरूर ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हाल ही में हुए कैबिनेट
फेरबदल के दौरान उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया। थरूर अब मानव संसाधन एवं विकास
राज्य मंत्री हैं।
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