गुरुवार, 27 मार्च 2014

बत्तियों पर कब लाल पीला होगा प्रशासन!

बत्तियों पर कब लाल पीला होगा प्रशासन!

(पीयूष भार्गव)

सिवनी (साई)। राज्य शासन द्वारा लाल, पीली और नीली बत्ती के लिए राजपत्र में अधिसूचना जारी किए जाने के बाद भी सिवनी में इसका असर होता नहीं दिख रहा है। सिवनी में आज भी नियम विरूद्ध तरीके से सरकारी वाहनों पर पीली बत्तियां चमचमा रही हैं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार के छः मार्च के राजपत्र में लाल, पीली और नीली बत्ती की पात्रता निर्धारित किए जाने के आदेश का प्रकाशन किया जा चुका है। इसके तहत फायर बिग्रेड एवं एंबूलेंस को घूमने वाली नीली बत्ती, व्हीव्हीआईपीज के पायलटिंग में लगे वाहन, अनुविभगीय दण्डाधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, कार्यपालक दण्डाधिकारी को नीली बत्ती की पात्रता दी गई है।
इसके अलावा वाणिज्यिक कर अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, जिला खनि अधिकारी, प्रवर्तन कार्य में लगे आबकारी अधिकारी, सहित पुलिस के नगर निरीक्षक, पीसीआर वेन, उप परिवहन आयुक्त एवं जिला परिवहन अधिकारी को नीली बत्ती की पात्रता दी गई है। वन विभाग में वन मण्डलाधिकारी, उप वन मण्डलाधिकारी, वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी और उड़न दस्तों को नीली बत्ती की पात्रता दी गई हैं। ये पात्रताएं सभी अधिकारियों को उनके कार्यक्षेत्र के लिए दी गई हैं।

मध्य प्रदेश के राजपत्र में प्रकाशित इस आदेश के बाद भी सिवनी जिले में वाहनों के अग्रशीर्ष पर लगने वाली बत्तियों के बारे में परिवहन और यातायात पुलिस द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जाना आश्चर्यजनक ही माना जा रहा है। यहां यह उल्लेखनीय होगा कि जिन्हें लाल बत्ती का पात्रता है वे लाल बत्ती और जिन्हें पीली बत्ती की पात्रता है वे तो पीली बत्ती लगा ही रहे हैं लेकिन सिवनी में जिन्हें पीली बत्ती की नहीं वरन नीली बत्ती की पात्रता है, उनके वाहनों पर भी पीली बत्ती ही चमचमा रही है।

किसके लिए बना दी पालिका ने खेत में सड़क!

किसके लिए बना दी पालिका ने खेत में सड़क!

निर्जन स्थान पर बनी सड़क का व्यय वसूला लाए कॉलोनाईजर से

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। युवा एवं ऊर्जावान नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी के नेतृत्व में सिवनी नगर पालिका परिषद द्वारा जो किया जा रहा है वह वाकई आने वाले दिनों में नज़ीर ही बन सकता है। अवैध कॉलोनियों के नाम पर हुई बसाहट में तो पानी के लिए पाईप लाईन, स्ट्रीट लाईट, सड़क, नाली आदि की व्यवस्था नहीं है पर निर्जन खेत जहां प्लाट काटे जा रहे हैं वहां अवश्य ही सड़क बना दी गई है।
इसी तरह का एक मामला छिंदवाड़ा नाके वाले फिल्टर प्लांट के पास का, प्रकाश में आया है। यहां डेव्हलॅप हो रही भगवती नगर नामक एक कॉलोनी (जिसके पास आवश्यक अनुमतियां हैं अथवा नहीं, पता नहीं) के अंदर नगर पालिका परिषद द्वारा पक्की सीमेंट की सड़क का निर्माण कर दिया गया है। लोगों को यहां सड़क बनने पर आश्चर्य इसलिए हुआ क्योंकि यहां तो अभी भवनों के निर्माण का कार्य आरंभ हुआ ही नहीं है, फिर यह सड़क किसके चलने के लिए बना दी गई है?
गौरतलब है कि सिवनी शहर में छः-सात दर्जन से ज्यादा अवैध कॉलोनियां अस्तित्व में हैं। इन कॉलोनियों में से अधिकांश को नगर पालिका परिषद को सौंप दिया गया है। इन कॉलोनियों के रहवासियों को बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। लोग आश्चर्यचकित हैं कि जहां लोग रह रहे हैं और जिन कॉलोनियों को नगर पालिका को हस्तांतरित किया जा चुका है, वहां सड़क बनाने के बजाए नगर पालिका परिषद को भला क्या सूझी कि उसके द्वारा निर्जन स्थान पर ही सड़क बना दी गई।

नगर पालिका के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिस स्थान पर यह सड़क बनाई गई है, वहां आधा दर्जन से भी कम मकान बने हुए हैं। इस निर्माण के लिए तो पालिका को प्राक्कलन तैयार करवाना ही नहीं चाहिए था। सूत्रों के अनुसार इस सड़क का पूरा व्यय संबंधित कॉलोनाईजर से ही वसूला जाना चाहिए।

बिना आवेदन के पंच के नाम पर भरी जा रही हाजिरी

बिना आवेदन के पंच के नाम पर भरी जा रही हाजिरी

पंच ने की खुद के नाम पर भरी जाने वाली हाजिरी की जांच की मांग

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। केवलारी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत सोनखार के रोजगार सहायक सुनील गौतम पर मनमानी करने के आरोप लग रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सोनखार के रोजगार सहायक सुनील गौतम द्वारा ग्रामीणों से आवेदन लिए बिना ही उन्हें कार्य पर रखा जा रहा है, और उनके वेतन में गोलमाल किया जा रहा है। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को प्राप्त ग्राम पंचायत के पंच बके सिंह ककोडिया के सादे कागज वाले शपथ पत्र में कहा गया है कि वे ग्राम पंचायत सोनखार में वार्ड नंबर दो के पंच हैं।
उन्होंने आगे कहा है कि उनके द्वारा रोजगार गारंटी योजना में किसी तरह का आवेदन नहीं किए जाने के बाद भी उनकी हाजिरी, निर्माण कार्य में भरी गई है। उन्हांेने कहा है कि जब वे पोस्ट ऑफिस गए, तब उन्हें पता चला कि उनके जैसे अनेक लोगों जिन्होंने आवेदन नहीं किया है, उनकी भी हाजिरी भरी जा रही है।
उन्होंने आगे लिखा है कि जब उनके द्वारा इसकी शिकायत ग्राम पंचायत के सचिव और रोजगार सहायक से की गई तो उन्हें बताया गया कि उपयंत्री के द्वारा कम वेल्यूवेशन किया गया है। इस तरह की भ्रामक जानकारियां देकर, पंच को गुमराह भी किया जा रहा है।

बके सिंह ककोडिया ने आगे कहा है कि उनके खाता नंबर 9988295 में मजदूरी का भुगतान डाला गया है, जबकि उनके द्वारा ग्रामीण रोजगार योजना के तहत किसी तरह का आवेदन ही नहीं दिया गया था। उन्होंने जिला प्रशासन से इस मामले की जांच कर दोषियों को दण्डित करने और जिन मजदूरों ने वास्तव में कार्य किया है, उन्हें उनका भुगतान दिलवाने की अपेक्षा व्यक्त की है।

तीन प्रत्याशियों ने लिये नाम वापस, 16 प्रत्याशियों के मध्य मुकाबला

तीन प्रत्याशियों ने लिये नाम वापस, 16 प्रत्याशियों के मध्य मुकाबला

प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। अंततः जिला जनसंपर्क कार्यालय से बालाघाट और मण्डला संसदीय क्षेत्र के चुनाव संबंधी समाचार जारी होना आरंभ हो गया। आज ही समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया द्वारा माहौल में गर्मी, चुनावी सियासत ठण्डीशीर्षक से टिप्पणी का प्रकाशन किया गया था, जिसमें सिवनी के लोगों को बालाघाट और मण्डला संसदीय क्षेत्र के बारे में चुनावी जानकारियां न मिलने की बात कही गई थी।
आज जारी सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 16वीं लोकसभा के गठन के लिए निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बालाघाट लोकसभा क्षेत्र क्रमांक-15 में 10 अप्रैल को मतदान कराया जायेगा। आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नाम वापसी के दिन आज 26 मार्च को तीन प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस ले लिये हैं।
इस प्रकार अब कुल 16 प्रत्याशी चुनाव मैदान में शेष रह गये हैं। कलेक्टर एवं रिटर्निंग ऑफिसर व्ही.किरण गोपाल ने नाम वापसी के बाद शेष बचे प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिये हैं। नाम वापिसी के दिन आज 26 मार्च को दोपहर तीन बजे तक अंबेडकराईट पार्टी आफ इंडिया के कविराज मेश्राम एवं निर्दलीय प्रत्याशी अली एम.आर.खान व राम अवतार देवांगन के द्वारा अपने नाम वापिस ले लिये गये हैं।
नाम वापिसी के बाद शेष प्रत्याशी भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के अशोक मसीह को हंसिया और बाली, भारतीय जनता पार्टी के बोधसिंह भगत को कमल, बहुजन समाज पार्टी के योगेश समरीते को हाथी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की हीना कावरे को हाथ(पंजा), समाजवादी पार्टी की अनुभा मुंजारे को साईकिल, आर.पी.आई.(ए.) की डॉ.असरा अंजुम फारूखी को सिलाई मशीन, माईनराईटीज डेमोक्रेटीक पार्टी के आसिफ खान को पतंग, रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (खोब्राा.) के गौतम रामटेके ऑटो रिक्शा, आम आदमी पार्टी के यू.के.चौधरी को झाड़ू, छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के नंदलाल उईके को सीटी, बहुजन मुक्ति पार्टी के लक्ष्मीनारायण डेहरिया को चारपाई, जय महाभारत पार्टी के विवेक मिश्रा को आलमारी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की हीरासन उईके को आरी तथा निर्दलीय प्रत्याशी शंकर कनसरे को एयर कंडीशनर, जबलपुर हाईकोर्ट अधिवक्ता व लेखक सुखराम आसटकर को कोट एवं संदीप सोनी को टोप चुनाव चिन्ह आंटित किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 अप्रैल को बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र 108-बैहर, 109-लांजी व 110-परसवाड़ा में प्रातः सात बजे से अपरान्ह चार बजे तक और विधानसभा क्षेत्र 111-बालाघाट, 112-वारासिवनी, 113-कटंगी, 114-बरघाट व 115-सिवनी में प्रातः सात बजे से शाम छः बजे तक मतदान कराया जायेगा।

नाकारा नेताओं का दंश भोग रही छपारा की जनता

नाकारा नेताओं का दंश भोग रही छपारा की जनता

तीन दिनों से नगर में पानी सप्लाई बंद, आम आदमी पानी-पानी के लिये मोहताज

नेताओं को जनता की समस्या से ज्यादा वोटों की चिंता

(आनंद तिवारी)

छपारा (साई)।  नगर मंे पिछले तीन दिनों से नल जल योजना पूरी तरह से बंद पड़ी हुई है। इसके चलते 25 हजार की जनसंख्या वाले छपारा नगर की आम जनता पानी पानी के लिये मोहताज हो गई है। आलम तो यह है कि सुबह से लेकर देर रात तक हेंड पंप और कुओं पर पानी के लिये कतारें लगी रहती हैं। यही नहीं पानी के लिये कई जगहों पर तो वाद-विवाद की स्थिति भी निर्मित हो रही है, लेकिन लगता है कि क्षेत्रीय विधायक के साथ-साथ छपारा के चुने हुये जनप्रतिनिधियों और नेताओं को इस बात से कोई सरोकार नहीं है।
ज्ञातव्य है कि छपारा नगर में पिछले तीन दिनों से नल जल योजना और फिल्टर प्लांट की बिजली विद्युत विभाग के द्वारा विच्छेदित कर दी गई है। पंचायत और विद्युत विभाग के सूत्रों ने बताया कि ग्राम पंचायत के ऊपर नल जल योजना का नौ लाख अढ़सठ हजार रूपयें का बिल भुगतान बाकी है।
वही पंचायत के सरपंच और सचिव कहना है कि छपारा के नगर वासियांे पर करीब 25 लाख रूपये का नल टैक्स बाकी है और आम जनता द्वारा कई-कई वर्षों से नल टैक्स का बिल भरा नहीं गया है। पंचायत के सरपंच-सचिव पिछले तीन दिनों से नगर में रजिस्टर लेकर घूम-घूम कर वसूली करने में लगे हुए हैं, तथा टैक्स जमा नहीं करने वालों के नल कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। अब सवाल यह है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पिछले कई वर्षों से आखिर कर क्या रहे थे? अब जब आग लग ही गई है तो कुआं खोदने में लगे हैं।
नगर में पानी के लिये हालात बद् से बद्तर होते जा रहे हैं। वार्डों के हैंड पंपों और कुओं मंे बाल्टी इत्यादि लेकर आम आदमी पानी के लिये मशक्कत करते नजर आ रहा है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस के नाकारा जनप्रतिनिधियों और नेताआंे को इस बात से कोई लेना देना नहीं है। वे तो अपनी दुकानदारी चमकाने और नेताओं की चापलूसी करने मंे ही मगन हैं।
मीडिया में छपारा में पेयजल की समस्या की खबरें सुर्खियों में आने के बाद अब छपारा सरपंच ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नगर के सभी नल जल उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे जल कर की राशि पंचायत मे जमा करें ताकि विद्युत बिल के नौ लाख रूपये का भुगतान किया जा सके और नलजल योजना का संचालन सुचारू रूप से पंचायत के द्वारा किया जा सके। उधर भाजपा और कांग्रेस के किसी भी जनप्रतिनिधियों और नेताओं ने नगर में पानी के भीषण संकट पर कोई पहल करना जरूरी नही समझा है। हां अलबत्ता यह जरूर है कि ये लोग हाथ जोड़े वोट मांगते नजर आ रहे हैं।
यही नहीं पिछलें दिनों मंडला लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते नगर में संपर्क के दौरान पानी की गंभीर समस्या पर उन्होंने न तो आम जनता से कोई बात ही की और न ही कोई पहल भी उन्होंने की। यही हाल मंडला लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार मरकाम के साथ भी है।
मंगलवार को दोपहर चार बजे से छपारा कांग्रेस कार्यालय मे मंडला लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी और केवलारी विधायक ठा.रजनीश सिंह और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की एक आवश्यक बैठक रखी गई थी लेकिन कार्यकर्ता इंतजार करते करते थक गये और घर जाते जाते गुनगुनाने लगे कि इंतहा हो गई इंतजार की और छः घंटो के लंबे इंतजार के बाद रात दस बजे ओमकार मरकाम और विधायक रजनीश सिंह का काफिला कांग्रेस कार्यालय पहुंचा जहां मुठ्ठी भर कार्यकर्ताओ के बीच बैठक सम्पन्न हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बैठक मे भी सिर्फ और सिर्फ वोटों की राजनीति पर ही चर्चा चलते रही लेकिन किसी ने भी नगर में व्याप्त पानी के भीषण संकट पर चर्चा करना उचित नही समझा। लोगों का कहना है कि अब नगर की जनता भी ऐसे मक्कार और नाकारा नेताओं और जनप्रतिनिधियों से आजिज आ चुकी है और उसने आने वाली 10 तारीख को भारी मतदान कर चुनाव में इन तथा कथित नेताओं को सबक सिखाने की ठान ली है।


पंचायत के उपसरपंच रूनिझा जी से बात हुई थी, उन्होंने बताया है कि व्यवस्था बनाई जा रही है।
श्रीमति पुष्पा रमेश चन्द्र जैन, जिला पंचायत सदस्य.

मुझे कोई जानकारी नहीं थी, आज ही मैंने पंचायत की मुनादी सुनी है। अगर नल जल योजना की लाईट कट गई है तो पंचायत जिम्मेदार है। इसमें किसी राजनीतिक पार्टी का क्या दोष है।
ठा.जयकेश सिंह, ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, छपारा.

हम तो जनता से अपील कर रहे हैं कि पंचायत में टैक्स जमा करें तभी बिजली जुड़ पायेगी और क्या बतायें?
श्रीमती राधा साहू, जनपद सदस्य, छपारा.

समाचार पत्रों मंे पढ़ा, तब मुझे मालूम चला कि पंचायत की बिजली काट दी गई है। अगर कोई नागरिक मेरे पास शिकायत लेकर आता तो मैं कलेक्टर या एस.डी.एम., तहसीलदार या सीईओ से बात करता। मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है।

ठा.धर्मेन्द्र सिंह, भाजपा मण्डल अध्यक्ष, छपारा.

महावीर ट्रेडर्स आईल मिल पर गिरी गाज

महावीर ट्रेडर्स आईल मिल पर गिरी गाज

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) केवलारी से प्राप्त शिकायत की जांच कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी, केवलारी जिला सिवनी कराई गई थी। 10 जुलाई को प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के आधार पर अनावेदक अजय कांकरिया पिता प्रेमचंद कांकरिया मालिक महावीर ट्रेडर्स आईल मिल उगली, तहसील केवलारी जिला सिवनी हाल मुकाम चांगाटोला जिला-बालाघाट एवं श्री विजय टेम्भरे पिता रमेश टेम्भरे, संचालक, महावीर ट्रेडर्स आईल मिल उगली, निवासी खामी थाना उगली जिला सिवनी के विरूद्ध यह प्रकरण केरोसीन (उपयोग पर निर्बंधन और अधिकतम कीमत नियतन) आदेश के उल्लघंन किये जाने पर मिल मालिक अजय कांकरिया पिता प्रेमचंद कांकरिया मालिक महावीर ट्रेडर्स आईल मिल उगली, तहसील केवलारी जिला सिवनी हाल मुकाम चांगाटोला जिला-बालाघाट को उनके द्वारा संचालित ग्राम उगली तहसील केवलारी जिला सिवनी स्थित आईल मिल में कोल्हू मशीन का संचालन नीले रंग के मिट्टी तेल से करने एवं कोल्हू मशीन संचालन के लिये एक प्लास्टिक केन में अनाधिकृत रूप से 40 लीटर नीले रंग का कैरोसीन संग्रहित करने के कारण उनका यह कृत्य केरोसीन (उपयोग पर निर्बंधन और अधिकतम कीमत नियतन) आदेश का उल्लघंन होकर अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत दंडनीय होने के फलस्वरूप कोल्हू मशीन का संचालन नीले रंग के केरासीन से संचालित किये जाने की स्वीकारोक्ति के आधार पर तथा उसके लिखित जवाब में प्रथम त्रृटि मानकर जप्तशुदा केरोसीन एवं कोल्हू मशीन को राजसात किया जाकर अनावेदक के विरूद्ध अभियोजन की कार्यवाही किये जाने हेतु अभिमत तथा अनावेदक द्वारा अवैधानिक रूप से उसके मिल परिसर में एक प्लास्टिक केन में लगभग 40 लीटर नीले रंग केरोसीन अवैध रूप से संग्रहित किये जाने की स्वीकारोक्ति पर अनावेदकों की एक कोल्हू मशीन के टैंक में लगभग 15 लीटर नीले रंग का केरोसीन भरा हुआ तथा एक प्लास्टिक केन में लगभग 40 लीटर नीला रंग का केरोसीन मय प्लास्टिक केन एवं कोल्हू मशीन सहित अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत केरोसीन (उपयोग पर निर्बंधन और अधिकतम कीमत नियतन) आदेश के उल्लघंन में शासन पक्ष में राजसात किया जाकर अनावेदकों के विरूद्ध केरोसीन (उपयोग पर निर्बंधन और अधिकतम कीमत नियतन) आदेश में विहित प्रावधानों का उल्लघंन करने के कारण अनावेदक के विरूद्ध धारा 3/7 अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत वैधानिक रूप से दंडित किये जाने के लिये अनावेदक के विरूद्ध संबंधित थाने में दंडात्मक कार्यवाही हेतु अभियोजन दर्ज कराने के आदेश दिये गये।

इसी के साथ प्रकरण में जप्त राजसात उक्त कोल्हू मशीन के ईंधन टेंक में भरा हुआ 15 लीटर नीले रंग का केरोसीन एवं एक प्लास्टिक केन में लगभग 40 लीटर नीले रंग का भरा मिट्टी का तेल उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से उपभोक्ताओं को राशन कार्ड पर विक्रय कराये जाने के आदेश न्यायालय कलेक्टर द्वारा जारी किये गये। कोल्हू मशीन की नीलाम से प्राप्त राशि तथा नीले रंग के मिट्टी के तेल उपभोक्ताओं को राशन कार्ड पर विक्रय से प्राप्त राशि शासकीय कोष में जमा कराये जाने के आदेश पारित किया जाकर उक्त आदेश का क्रियान्वयन हेतु न्यायालय कलेक्टर न्यायालय सिवनी द्वारा जिला आपूर्ति अधिकारी सिवनी को निर्देशित किया गया है।

औचक निरीक्षण में बीआरसी को बंद मिला कुड़ोपार स्कूल

औचक निरीक्षण में बीआरसी को बंद मिला कुड़ोपार स्कूल

(ब्यूरो कार्यालय)

बरघाट (साई)। कुछ स्कूलों में बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं तो कुछ स्कूलों में शीघ्र ही परीक्षाएं होने वाली हैं, लेकिन अब भी बहुत सारे ऐसे शासकीय स्कूल हैं जहां के शिक्षक लापरवाही बरतते हुए स्कूलों की तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे हैं जिनमें से बरघाट विकासखंड के प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला कुड़ोपार भी शामिल है।
यहां गत दिवस बरघाट बीआरसी ने दोपहर के समय औचक निरीक्षण किया तो उक्त दोनों शालाएं बंद पाई गईं। इस पर बरघाट बीआरसी ने उक्त दोनों शालाओं के प्रधान पाठक द्वारा निर्धारित समय के पूर्व शाला बंद करने का स्पष्टीकरण प्रमाण सहित प्रस्तुत करने का पत्र जारी किया है।

इस दौरान कुड़ोपार माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक तामसिंह ठाकुर सहित अध्यापक विलासराव चखोले एवं विनोद कुमार गजभिये व प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक जितेंद्र कुमार शरणागत व सहायक अध्यापक चूरामन तेकाम एवं देवचंद भालेकर भी अनुपस्थित थे। इन्हें भी नोटिस जारी किया गया है।

विधवा के साथ दुष्कृत्य

विधवा के साथ दुष्कृत्य

(अपराध ब्यूरो)

सिवनी (साई)। अपने दो बच्चों के साथ घर में सो रही एक 31 वर्षीय विधवा महिला के साथ एक युवक ने डरा धमकाकर दुष्कृत्य किया जिसे कोतवाली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलीपेठ में रहने वाली एक 31 वर्षीय महिला के पति की मृत्यु हो गई थी जो ईट भट्टे में कार्य करते हुए अपने दो बच्चों के साथ रहती थी। बीती रात्रि जब उक्त महिला घर में सो रही थी तभी रात्रि लगभग एक बजे युवक रविंद्र पिता मुकेश कछवाहा पीछे का दरवाजा तोड़कर घर में घुस गया और उसने महिला को डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कृत्य किया।

इसकी रिपोर्ट पीड़िता ने कोतवाली में दर्ज कराई जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 376, 556, 354, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध किया और आज ही आरोपी रविंद्र को गिरफ्तार कर लिया।

छोटी मस्ज़िद चौक के पास मटेरियल से लोग परेशान

छोटी मस्ज़िद चौक के पास मटेरियल से लोग परेशान

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। इन दिनों सिवनी नगरपालिका परिषद इंजिनियर विहीन है। बावजूद इसके निर्माण कार्य धड़ल्ले से चल रहे हैं, वहीं कुछ जगह गुणवत्ताविहीन आधे-अधूरे निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, जिसमें से एक है छोटी मस्जिद चौक के पास।

बताया जाता है कि छोटी मस्ज़िद चौक के पास से नगरपालिका परिषद नाली का निर्माण करा रही है। इस नाली निर्माण के लिए खुदाई की गई है, जिसकी मिट्टी सड़क के किनारे ही फेंक दी गई है। इसके कारण वहां से गुजरने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा जिनकी दुकानों के सामने नाली बनी है और वहां मिट्टी का ढेर लगा दिया गया है इसके कारण वहां जाने वाले ग्राहक भी परेशान हैं। इस ओर नगरपालिका प्रशासन ध्यान हीं नहीं दे रहा है।

अनिल चौरसिया का त्रयोदशी संस्कार आज

अनिल चौरसिया का त्रयोदशी संस्कार आज

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। नगर के प्रतिष्ठित नागरिक एवं छोटी पुलिस लाईन दुर्गा उत्सव समिति के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे स्व.अनिल कुमार चौरसिया का गंगाजलि पूजन एवं त्रयोदशी संस्कार कार्यक्रम गुरूवार 27 मार्च को दोपहर एक बजे उनके सुनारी मोहल्ला स्थित निवास पर आयोजित है।
उल्लेखनीय होगा कि मिलनसार स्वभाव के धनी और लजीज पान के बीड़े लगाने वाले अनिल चौरसिया का गत 15 मार्च को निधन हो गया था वे अपने पीछे पत्नि, छोटे भाई सहित पुत्र, पुत्रियों के भरे-पूरे परिवार को छोड़ गए हैं।

दैनिक हिन्द गजट परिवार दिवंगत आत्मा की चिरशांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।

एक अभ्यर्थी ने लिया नामांकन वापस

एक अभ्यर्थी ने लिया नामांकन वापस

दस अभ्यर्थियों को निर्वाचन प्रतीक आवंटि

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। मंडला लोक सभा निर्वाचन के लिये नाम निर्देशन पत्र वापिस लेने के अंतिम दिन तक एक अभ्यर्थी विजय कुमार उइके द्वारा अपना नाम निर्देशन पत्र वापिस लिया गया है। नाम वापिसी के बाद अब शेष 10 अभ्यर्थी चुनाव लडें़गे जिन्हें रिटर्निंग ऑफिसर लोकेश जाटव द्वारा निर्वाचन प्रतीक आवंटित किये गये हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसारइंडियन नेशनल कांग्रेस के ओमकार मरकाम को हाथ, भारतीय जनता पार्टी के फग्गन सिंह कुलस्ते को कमल, बहुजन समाज पार्टी के शंभूसिंह को हाथी, अम्बेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया के इन्दर सिंह उइके को कोट, आम आदमी पार्टी के खुमान सिंह आरमो को झाडू, गौंडवाना गणतंत्र पार्टी के गंगासिंह पट्टा को आरी, छत्तीसगढ स्वाभिमान मंच के फूलसिंह धुर्वे को सीटी, भारतीय सत्य संघर्ष पार्टी के बैशाखू मरावी को बल्लेबाज, नेशनल पीपुल्स पार्टी के महतलाल बरकडे को किताब एवं निर्दलीय अभ्यर्थी घनश्याम कुडापे को बल्ला प्रतीत चिन्ह आवंटित किये गये हैं। प्रतीक आवंटन के साथ ही अभ्यर्थियों को पहचान पत्र का वितरण भी कर दिया गया है।

ओलावृष्टि की किश्त वितरित करने निर्देश

ओलावृष्टि की किश्त वितरित करने निर्देश

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। विगत दिवस जिले में आई प्राकृतिक आपदा (ओलावृष्टि, असामयिक अतिवृष्टि) से किसानों की रबी फसल की क्षति हुई। जिसके लिए जिले को किसानों को मुआवजा वितरित करने के लिए 5 करोड़ की राशि प्राप्त हुई जिसे तहसीलदारों को पुनर्राबंटित किया गया है। चूंकि मार्च 2014 समाप्ति की ओर है अतः तहसीलदार पदनाम पर आहरण, वितरण करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।

सभी तहसीलदारों को आवंटित राशि का प्रयोग आर.बी.सी. 6(4) के निर्धारित मापदंडों के अनुसार किया जाकर व्यय की गई राशि के उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं व्यय का ब्यौरा निर्धारित प्रारूप में अविलंब कलेक्टर कार्यालय को प्रेषित किये जाने के निर्देश दिए गये हैं। तहसील सिवनी को एक करोड़, कुरई 50 लाख, केवलारी को 50 लाख, बरघाट को 50 लाख, धनौरा को 50 लाख, लखनादौन को एक करोड़, घंसौर को एक करोड़ राशि मुआवजा हेतु आवंटित की गई है।

एक रोगी को आर्थिक सहायता मंजूर

एक रोगी को आर्थिक सहायता मंजूर

(ब्यूरो कार्यालय)


सिवनी (साई)। सी.एम.एच.ओ. ने बताया है कि जिला बीमारी सहायता निधि से जिले के एक रोगी, निवासी शहीद वार्ड कटंगी रोड मो.इकबाल पिता मेहताब खान सिवनी को कैन्सर रोग के इलाज हेतु 97 हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

गेहूं के समर्थन मूल्य पर बोनस 150 रूपये देय

गेहूं के समर्थन मूल्य पर बोनस 150 रूपये देय

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। राज्य शासन के निर्देशानुसार रबी विपणन मौसम 2014-15 में समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत गेहूं की खरीदी एक अप्रैल से प्रारंभ होगी। शासन द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 1400 धन 150 राज्य शासन का बोनस कुल 1550 रूपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिये मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ सिवनी को अधिकृत किया गया है।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने किसानों से अनुरोध किया है कि वे अपनी उपज को सुखाकर, छन्ना लगाकर ही खरीदी केन्द्रों में विक्रय के लिये लेकर आयें। प्रत्येक खरीदी केन्द्र समिति अपने खरीदी केन्द्र में नमी मीटर, पर्याप्त इलेक्ट्रॉनिक्स कांटा-बाट, त्रिपाल, सिलाई मशीन, हम्मालों की व्यवस्था आदि सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने बताया कि खरीदी केन्द्र प्रभारी अपने खरीदी केन्द्र में ऑनलाईन पंजीकृत किसान से ही एफ.ए.क्यू. गुणवत्ता के आधार पर इस वर्ष का उत्पादित गेहूं का उपार्जन शासन द्वारा निर्धारित प्रति हेक्टेयर मात्रा अनुसार ही करेंगे। खरीदी केन्द्र प्रभारी किसान से ऑनलाईन पंजीयन की रसीद, मूल ऋण पुस्तिका, बैंक खाता की पासबुक, गेहूं का बोया गया रकबा एवं उत्पादन की पुष्टि के लिये खसरे की नवीन नकल आदि दस्तावेज से पुष्टि करने के उपरांत ही गेहूं की खरीदी करेंगे।

जिला आपूर्ति अधिकारी ने आगे बताया है कि खरीदी केन्द्र प्रभारी के द्वारा किसान की ऋण पुस्तिका में क्रय की गई गेहूं की मात्रा दर्शित कर संस्था की सील लगाकर हस्ताक्षर किए जाएंगे। समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूं के लिये किसानों को समिति द्वारा स्थल पर ही ई-उपार्जन परियोजना के तहत रसीद प्रदाय की जायेगी। किसानों के खाते में राशि खरीदी उपरांत अधिकतम सात दिवस के अंदर केन्द्रीय जिला सहकारी बैंक द्वारा जमा किया जायेगा।

नगर के विभिन्न वार्डाें में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव

नगर के विभिन्न वार्डाें में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। मलेरिया, डेंगू बीमारियों से बचाव हेतु नगरपालिका सिवनी द्वारा शहर के समस्त वार्डाें में स्प्रे पम्प द्वारा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह छिड़काव 26 मार्च को महामाया वार्ड, पृथ्वीराज चौहान वार्ड में किया गया। इसी क्रम में 27 मार्च को महारानी लक्ष्मीबाई वार्ड, अकबर वार्ड, 28 मार्च को सी.बी.रमन वार्ड, लाल बहादुर शास्त्री वार्ड, 29 मार्च को टैगोर वार्ड, कबीर वार्ड, 31 मार्च को महावीर वार्ड, गुरूनानक वार्ड, एक अप्रैल को गांधी वार्ड, मेजर ध्यानचंद वार्ड में छिड़काव किया जाएगा।
इसी प्रकार दो अप्रैल को सुभाष वार्ड, अशोक वार्ड, तीन अप्रैल को शहीद वार्ड, संजय वार्ड, चार अप्रैल को विवेकानंद वार्ड, आजाद वार्ड, पांच अप्रैल को तिलक वार्ड, रानी दुर्गावती वार्ड, सात अप्रैल को किदवई वार्ड, कस्तूरबा वार्ड, आठ अप्रैल को अम्बेडकर वार्ड, भगतसिंह वार्ड में नगरपालिका के दलों द्वारा छिड़काव किया जायेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह दल नगर के सभी वार्डाें में डेंगू एवं चिकिनगुनिया बीमारी रोकथाम हेतु कीटनाशक दवाओं का छिडकाव करेंगे। गर्मी के मौसम में तापमान में वृद्धि होने के कारण घरों में कूलर्स का उपयोग प्रारंभ हो चुका है ऐसी स्थिति में एडीज नामक मच्छर की उत्पत्ति से डेंगू एवं चिकिनगुनिया बीमारी फैलती है।
इसलिए लार्वा विनिष्टीकरण के लिए सात दिन से अधिक जमा पानी की निकासी अनिवार्य रूप से कर देने के लिए जनता को सलाह दी जाएगी। घर के अंदर एवं कैम्पस में जमा करके रखे गये पानी में मच्छरों के लार्वा की उत्पत्ति पाये जाने पर आर्थिक दंड भी लगाया जायेगा। इसके तहत मच्छर जनित स्थानों में टेमोफास डाला जायेगा। इस हेतु  ये दल बीच नगर के सभी वार्डाें में जाकर घर-घर भ्रमण कर डेंगू एवं चिकिनगुनिया बीमारी, मलेरिया बुखार से पीड़ितों की खोज कर रक्त पट्टी बनायेंगे एवं उपचार प्रदान करेंगे।

बताया गया है कि ये दल इसके अलावा गड्डो एवं डबरों में टेमोफास डालेंगे। मलेरिया पीड़ित परिवारों सहित अन्य लोगों के क्षेत्र में जाकर फागिंग मशीन से धुआ भी करेंगे। आमजनों को यह सलाह देंगे कि इसके बावजूद भी घर में मच्छर दिखाई पड़ते हैं तो वे मच्छरदानी का उपयोग कर निद्रा करें। दल द्वारा यह कार्य प्रतिदिन प्रातः दस बजे से शाम पांच बजे तक संपन्न कराया जायेगा।

कागजों पर साक्षर भारत!

कागजों पर साक्षर भारत!

(शरद खरे)

आज़ादी के समय भारत देश में साक्षरता का प्रतिशत बेहद कम था। ब्रितानी हुकूमत में लोग साक्षर होने की दिशा में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाया करते थे। आज़ादी के उपरांत भारत में कई सालों बाद लोगों को साक्षर करने की दिशा में पहल आरंभ हुई। बुजुर्ग या प्रौढ़ लोगों को शिक्षित करने के लिए सरकारों को खासी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि आयु ज्यादा होने पर लोग पढ़ने में शर्म महसूस करते थे। शासन की ओर से इसके लिए प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम का आगाज़ किया गया। कालांतर में प्रौढ़ शिक्षा के तहत अनेक अन्य कार्यक्रम भी संचालित होने लगे।
इसी के तहत शायद साक्षर भारत योजना का आगाज़ किया गया है। इस योजना के बारे में ज्यादा प्रचार-प्रसार नहीं होने से यह मामला बहुत ज्यादा प्रकाश में नहीं है। इस योजना में भारी भरकम बजट का प्रावधान भी है। इस योजना में व्यापक स्तर पर भर्राशाही होने के आरोप लगते रहे हैं, पर इनकी जांच नहीं होने से इन आरोपों पर सदा ही मिट्टी डलती रही है।
सिवनी विकास खण्ड में भी साक्षर भारत में फर्जीवाड़े की जानकारियां सामने आ रही हैं। साक्षर भारत के तहत सिवनी में कितने केंद्र कार्यरत हैं? कहां किस मद में कितनी खरीदी की गई है? प्रेरक प्रशिक्षण में किसको किस देयक के माध्यम से कितने बिल बाउचर के लगाने पर कितना भुगतान किया गया है? इसमें चार हजार रूपए प्रति केंद्र के हिसाब से कहां कितनी राशि खर्च की गई है? इस बारे में विभाग मौन ही है।
साक्षर भारत योजना के तहत सिवनी विकासखण्ड स्तर पर संचालित केंद्रों में फर्नीचर खरीदी की निविदा कब बुलवाई गई? इसका प्रकाशन कहां कराया गया? कितने का खरीदा गया? आदि मामलों में भी विभाग मौन ही है। इसके प्रभारी और बींझावाड़ा स्कूल के प्रधान पाठक आर.एस.कुमरे अपने आपको डाकिया ही निरूपित कर रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य शिक्षा केंद्र के द्वारा आने वाली इमदाद को उनके माध्यम से ग्राम पंचायतों को बांट दिया जाता है, आगे का कार्य ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाता है।

इसकी जानकारियां लेने के लिए अगर कोई सूचना के अधिकार का प्रयोग करना चाहे तो आखिर वे जाएं तो किसके कार्यालय में जाएं, और वहां जाकर वे किसके नाम से आवेदन लगाएं? इसका कार्यालय कहां है यह भी कम ही लोग जानते होंगे? कुल मिलाकार हालात देखकर लगता है मानो सब कुछ कागजों पर ही संचालित हो रहा है। जिला प्रशासन से जनापेक्षा है कि लोगों को साक्षर करने के लिए साक्षर भारत योजना में पलीता लगाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा योजनाओं में की जाने वाली गड़बड़ियों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए।

सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ें उमा: रामदेव

सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ें उमा: रामदेव

(मोदस्सिर कादरी)

नई दिल्ली (साई)। योग गुरू बाबा रामदेव ने बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती से सोनिया गांधी के खिलाफ बरेली से चुनाव लड़ने की अपील की है।
बाबा रामदेव ने कहा कि उमा भारती के नाम की घोषणा झांसी से हो चुकी है, लेकिन रायबरेली का मैदान खाली है। ऐसे में उमा भारती को कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ना चाहिए।
रामदेव ने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया गांधी भ्रष्टाचार की सरगना है, उन्होंने लोकतांत्रिक नीतियों को बंधक बनाकर रख लिया है। हिंदू और हिंदुस्तान से नफरत करती हैं ऐसी महिला राजनीतिक कलंक है। जब तक ऐसे सरगनाओं का पत्ता साफ नहीं होगा तब तक देश का कुछ नहीं हो पाएगा। योग गुरू ने कहा कि 67 सालों से कांग्रेस देश को धोखा दे रही है और आगे भी इनसे कुछ होने वाला नहीं है।
श्रीप्रकाश जायसवाल ने बाबा रामदेव की टिप्पणी पर जवाब देते हुए कहा कि पहले रामदेव से पूछिए की वो योग गुरू हैं या राजनीतिक गुरू क्योंकि अगर वो राजनीति में आ चुके हैं तो उन्हें इसके अनुसार ही जवाब दिया जाएगा।

उमा भारती ने ग्वालियर में कहा कि मेरे खिलाफ प्रदेश के नंबर वन नेता ने खबरें प्लांट कराईं। मैं भोपाल से चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं। मैंने इसकी शिकायत सीएम शिवराज सिंह चौहान से की। समाजवादी पार्टी से लड़ना आसान है लेकिन अपनी पार्टी से लड़ना मुश्किल है।