गुरुवार, 23 अगस्त 2012

गीतिकाओं से पटा पड़ा है भारत देश

गीतिकाओं से पटा पड़ा है भारत देश

(लिमटी खरे)

जनसेवकों, राजनेताओं को बैसाखी बनाकर आसमान की बुलंदियों को छूने की कोशिश में देश की ना जाने कितनी अबलाओं ने अपनी जान गंवाई है। गीतिका के एन पहले अनुराधा के साथ भी कमोबेश एसा ही हुआ। इतना ही नहीं राजस्थान में भंवरी देवी का हाल क्या हुआ यह जग जाहिर है। कहा जाता है कि राजनेताओं को पैसा और सेक्स की कभी ना समाप्त होने वाली भूख ने परेशान कर रखा है। देश के हृदय प्रदेश में सरला मिश्रा का हश्र भी एसा ही हुआ था। यूपी में मधुमिता हत्याकांड को लोग अभी भूल नहीं पाए होंगे। दरअसल, नेताओं के आसपास के ग्लेमर की चकाचौंध में महिलाएं राजनैतिक शिखर पर पहुंचने या धन कमाने के लिए अनैतिक काम करने भी राजी हो जाती हैं। यही हाल निजी क्षेत्र की कंपनियों का है। अनेक अश्लील वेब साईट्स में अश्लील वीडियो क्लिप्स में कार्पोरेट सेक्टर के इस घिनौने पहलू को भी आसानी से देखा जा सकता है। वयोवृद्ध राजनेता नारायण दत्त तिवारी भी अवैध संतान के पिता ही निकले।

कहा जाता है कि आम आदमी पैसा और ताकत के पीछे भागता है। जिसके पास ये दोनों ही चीजें होती हैं, वह भागता है गरम गोश्त के पीछे। दूसरों से बेहतर दिखने और बनने की चाहत में युवतियां एक अंधेरी सुरंग में घुस तो जाती हैं, पर वे इससे बाहर नहीं निकल पाती हैं। उनका दम इसके अंदर ही अंदर घुट जाता है। हाल ही में गीतिका शर्मा और अनुराधा उर्फ फिजा की मौत से संस्कारों का देश कहे जाने वाले भारत गणराज्य में यक्ष प्रश्न यह उठकर खड़ा हो गया है कि राजनीतिज्ञों के इस मकड़जाल से आखिर देश की महिलाएं कब मुक्त हो पाएंगी।
जुलाई 1995 में दिल्ली में नैना साहनी हत्याकांड ने सियासी मंच को हिलाकर रख दिया था। कांग्रेस के एक नेता सुशील शर्मा ने अपनी ही पत्नि नैना साहनी को मारकर दिल्ली के एक मशहूर रेस्तरां में तंदूर में जला दिया था। फिजा और गीतिका की मौत ने साफ कर दिया है कि सियासी गलियारे में एक बार घुसने के बाद कम से कम महात्वाकांक्षी महिलाओं के लिए निकलने का कोई द्वार नहीं है। सियासी गलियारा इनके लिए वनवे ट्रेफिक से कम नहीं है।
गीतिका शर्मा ने आत्महत्या के पहले यह इबारत लिख दी थी कि गोपाल गोयल कांडा एक धोकेबाज और धूर्त आदमी है। गीतिका का कहना था कि कांडा एक एसा आदमी है जो संबंधों और भगवान के नाम की दुहाई देकर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करता है। कांडा झूठा और मक्कार है। गीतिका का कहना था कि उसके जीवन की सबसे बड़ी भूल यह थी कि उसने कांडा पर यकीन किया।
कांडा था तो चालबाज, वरना कैसे इतने कम समय में एक चप्पल के साधारण व्यवसाई से हरियाणा जैसे संपन्न प्रदेश का गृह मंत्री बन जाता। कांडा के पास इस वक्त आकूत दौलत बताई जाती है। कांग्रेस की सरकार को दिल्ली की नाक के एन नीचे हरियाणा में इतनी दौतल रातों रात एकत्र होने की खबर ना लग पाना आश्चर्यजनक ही है। इसके पहले हरियाणा के फरीदाबाद से सांसद अवतार सिंह भड़ाना पर भी लोगों को परेशान करने और अवैध उत्खनन के आरोप लग चुके हैं।
सेक्स स्केंडल्स के बारे में हरियाणा का कोई सानी नहीं है। इसके पहले हरियाणा के उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन और फिजां के संबंधों का पटाक्षेप भी बेहद दर्दनाक और डरावना ही हुआ है। अनुराधा बाली उर्फ फिजा एक महत्वपूर्ण ओहदे पर थी। पर, उसके मन में सियासी बियावान में टहलने की इच्छा जोर मार रही थी। उसकी मंशा चुनाव लड़ने की थी।
चंद्र मोहन ने चांद मोहम्मद तो अनुराधा को फिजा बना दिया था कथित प्यार ने। दरअसल, मुसलमानों में एक विवाह से ज्यादा वैध हैं। इसलिए दोनों ने मुस्लिम धर्म अंगीकार किया और फिर कर लिया निकाह। इनका हनीमून भी समाप्त नहीं हुआ और दोनों में अलगाव हो गया।
जब अलगाव हुआ, तब उसने फिजा-ए-हिंद नाम से राजनीतिक पार्टी भी बनायी। पर अंततः वह अतिमहात्वाकांक्षा का शिकार हो गई। कुछ लोगों का मानना हो सकता है कि फिजां की राजनैतिक महात्वाकांक्षाएं थीं। किसी नेता के संपर्क में आकर उसका जलजला देखकर इस तरह की महात्वाकांक्षाएं पलना स्वाभाविक ही है। इस जोड़े की इस प्रेमकथा का अंत फिजा का सड़ा गला शव उसके निवास पर मिलना ही था।
राजनैतिक भंवर में राजस्थान की भंवरी देवी फंसी और अपनी देह त्यागना पड़ा। कहते हैं बला की खूबसूरत एक नर्स पर आ गया राजस्थान सरकार के एक मंत्री का दिल। फिर क्या था कुछ समय चला शारीरिक दोहन का मामला। राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और कांग्रेसी विधायक मलखान बिश्नोई ने भी भंवरी देवी के साथ वही किया।
अपने तबादले के चक्कर में भंवरी की मुलाकात मलखान से हुई। चूंकि चुनाव जीतने में साम, दाम, दण्ड भेद की नीति अपनाई जाती है। अतः यह मान लिया जाता है कि जो जीता है वह चलता पुर्जा होगा ही। अपनी बातों में मलखान ने भंवरी को फंसा लिया। फिर धीरे धीरे मलखान ने भंवरी का यौन शोषण आरंभ किया, और यह सिलसिला लंबे समय तक चलता रहा।
यहां एक बात गौरतलब है कि भंवरी कुछ चालाक थी। उसने अपने यौन शोषण का वीडियो बना लिया और फिर उसने ब्लेक मेल आरंभ किया। यही वीडियो भंवरी की मौत का कारण बना। इस संबंध में वाम सांसद वृंदा करात काफी आहत हैं और वे कहती हैं कि क्या नेताओं, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों को भारतीय संविधान से कुछ खास छूट मिली हुई है कि वे महिलाओं के साथ उन्मुक्त होकर संबंध बनाएं और जब मन भर जाए तो फिर उनकी हत्या कर दें या आत्महत्या के लिए प्रेरित कर दें।
मध्य प्रदेश में राजा दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्रित्वकाल में कांग्रेस की युवा नेत्री सरला मिश्रा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। सरला मिश्रा भी खूबसूरत और समझदार व्यक्तित्व की स्वामी थीं। उस समय काफी हो हल्ला मचा पर समय के साथ ही सारी की सारी बातें गर्त में दब गईं।
मध्य प्रदेश में ही बालाघाट जिले में हाल ही में एक बड़ा सेक्स स्केंडल हुआ है। जिसमें आकाशवाणी, दूरदर्शन से संबद्ध एक पत्रकार, पुलिस के कर्मचारी और उसकी पत्नि शामिल थी। यह सेक्स रेकिट लोगों को फंसाता फिर वीडियो बनाकर उसे लूटता था। कहा जाता है कि इसमें भी काफी नेताओं के वीडिया मिले थे, जिसे पुलिस ने शायद दबा दिया है।
प्रेम प्रसंग जब तक छुपा रहे तब तक सब कुछ ठीक ठाक रहता है। सार्वजनिक होने पर इसका अंत बेहद डरावना ही होता है। वैसे कहते हैं इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते। मधुमिता हत्याकांड ने इस बात को साबित ही किया है। आपराधिक चरित्र वाले राजनेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ अपने संबंधों के लिए मधुमिता खासी चर्चित हुई थीं।
मई 2003 में मधुमिता को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया। वह भी तब जब मधुमिता के पेट में अमरमणि का बच्चा पल रहा था। हत्या के आरोप में त्रिपाठी और उसकी पत्नी जेल में हैं। इसके पांच साल बाद उत्तर प्रदेश में ही पूर्व मंत्री आनंदसेन यादव को फैजाबाद की एक दलित लड़की शशि के अपहरण और हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया। शशि की बहन अनिता ने बताया कि उसकी बहन गर्भवती थी और उसने यादव को शादी करने के लिए कहा था।
राजनैतिक रसूख वाले लोगों का प्रिय शगल बन चुका है अबला हो या सबला सभी का यौन शोषण। दरअसल, राजनैतिक रसूख वालों के पास पावर और पैसा दोनों ही होते हैं। इन्ही दोनों अस्त्रों के सहारे धनपति लोग बालाओं को अपनी ओर आकर्षित कर ग्लेमर में फांसते हैं, फिर उनका दैहिक शोषण कर कूडे में डाल देते हैं। अगर बात उछलती भी है तो अपने प्रभाव के बल पर उसे दफन करवा देते हैं। कुछ ही मामले एसे होते होंगे जो ज्यादा बढ़ जाने पर जनता के सामने आते हों, वरना तो सब कुछ दफन, और रही बात मीडिया की तो वह भी दूध का धुला नहीं बचा है अब। (साई फीचर्स)

चार्टर्ड विमान से आएंगे पूर्वोत्तर के छात्र


चार्टर्ड विमान से आएंगे पूर्वोत्तर के छात्र

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि पुणे और मुंबई से असम गए छात्रों को वापस लाने के लिए चार्टर्ड विमान की व्यवस्था कराई जाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने अरुणाचल के सांसद टकन संजय के नेतृत्व में मुंबई आए सद्भावना दल को बताया कि छात्रों को वापस लाने के लिए किफायती दरों पर चार्टर्ड उड़ानें मुहैया कराई जाएगी।
मुंबई पुलिस के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आजाद मैदान में हाल की हिंसा के सिलसिले में १९ और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें मिलाकर इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या ४३ हो गई है। पुलिस ने बताया कि इन लोगों को मंगलवार को शहर के विभिन्न भागों से गिरफ्तार किया गया।
इनमें से दो लोगों- नियाजद्दीन शेख और मोहम्मद हुसैन अंसारी को कल मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें २८ अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने अदालत में बताया कि उनके पास सीसीटीवी फुटेज है, जिसमें दोनों लोगों को दंगा करते हुए दिखाया गया है।
अन्य १७ लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। असम और म्यामां में हिंसा के विरोध में आजाद मैदान में ११ अगस्त को हुई रैली में भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी और ४४ पुलिसकर्मियों सहित ५२ लोग घायल हो गए थे।
उधर, गुप्तचर ब्यूरो ने असम और म्यांमा की हिंसा के बारे में तोड़-मरोड़कर बनाए गये एमएमएस और एसएमएस के प्रसार के सिलसिले में झारखंड में जमशेदपुर के एक स्थानीय पत्रकार से पूछताछ की है। ब्यूरो के अधिकारियों के एक दल ने इस पत्रकार से मोंगो थाने में पांच घंटे पूछताछ की।

बारिश से उत्तर भारत में तबाही


बारिश से उत्तर भारत में तबाही

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश के उत्तरी भाग में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। लोगों को बारिश और बाढ़ से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ रहा है। देश के उत्तरी भागों में दूर-दूर तक भारी वर्षा से कई स्थानों पर जनजीवन पर असर पड़ा है। राजस्थान में मूसलाधार बारिश से १४ लोगों की मौत हो गई। राजधानी दिल्ली में पिछले २४ घंटों में लगभग ३५ मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
राजस्थान की राजधानी जयपुर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से शैलेन्द्र ने बताया कि १० लोगों की मृत्यु जयपुर में और चार लोगों की अन्य जगहों पर हुई। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कल स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए।
उन्होंने बर्षा से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तुरंत शुरू करने को भी कहा है। इस बीच राज्य के उत्तरी हिस्सों में भी कई इलाकों में तेज बारिश की खबर है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। झुंझनू जिले नवलगढ़ में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं वहां पर कई इलाके पानी से घिरे हुए हैं क्योंकि कल वहां २० सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई थी। राज्य में कल की बारिश से ३७ में से २७ जिले सामान्य वर्षा की श्रेणी में आ गए हैं।
 कुछ दिन पहले तक सूखे की दुहाई दे रहे राजस्थान में अब इतनी बारिश हो रही है, कि लोग बेहाल हैं। यहां पर बारिश ने पिछले 54 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। जयपुर की स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि यहां 100 से ज्यादा कालोनियां डूब गई हैं और सैंकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं।
आलम यह है कि टीवी, फ्रिज गलियों में बह रहे हैं और लोग छतों पर बैठे हुए हैं। मंगलवार के दिन में भयानक उमस थी, उसके बाद मौसम विभाग का आंकलन कि 24 घंटे के अंदर सामान्य बारिश होने की आशंका है। रात को बारिश शुरू हुई तो ऐसी हुई कि बाढ़ ही आ गई। बारिश रात 11 बजे से लेकर सुबह 830 तक होती रही।
जयपुर के निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिसके कारण लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। लोगों को ऊंचे इलाकों में शिफ्ट किया जा रहा है। अब जयपुर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। एयरपोर्ट में भी पानी घुस गया है। जयपुर आगरा हाईवे को बंद कर दिया गया है। जयपुर का गोविंदपुरी इलाका पूरी पानी से भरा हुआ है। लोग घर की छतों पर बैठे हुए हैं।
फर्नीचर, टीवी, फ्रिज सब पानी में बह रहे हैं। अगर बुधवार की शाम तक जल स्घ्तर कम नहीं हुआ तो स्थिति बिगड़ सकती है, क्घ्योंकि सैंकड़ों घरों में राशन-पानी गलियों घुसे नालों के पानी में खराब हो गया है। नालों से उफान भरती पानी की लहरें घरों के किचन तक में घुस गईं हैं। यानी कई घरों में महीने भर की खाने-पीने की वस्तुएं अब खाने लायक नहीं रही हैं।
जयपुर प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। शहर की सैकड़ो कालोनियां पानी में डूबी हुई है। दर्जनों मकान गिर गये है। बारिश इतनी भयानक थी कि एक मारूति कार सहित दम्पती पानी के बहाव में बह गये। हजारों लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। सैकड़ों लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया, और राहत कार्य अभी जारी है। ऐसा बताया जा रहा है कि बीती रात इंटरनेट सुविधा ठप होने के कारण मौसम वैज्ञानिकों को मौसम का हाल बताने में दिक्कत उठानी पड़ी।
जिला प्रशासन ने आरएसी को अलर्ट कर दिया है। बाढ़ आपदा प्रबंधन के दलों को राहत कार्य के लिए रवाना कर दिया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि 53 साल बाद ऐसी भयानक बारिश देखने को मिली। इससे पहले सन 1959 में ऐसी बारिश हुई थी। इस बारिश में लोगों के घरों में पानी चला गया। डूबे हुए इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्घ्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मकान और दुकानों के साथ-साथ अस्घ्पतालों में भी पानी भरा हुआ है, जिससे मरिजों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने सूचना दी थी कि हल्घ्की बारिश होने की संभावना है लेकिन हुआ इसके विपरीत। कल रात जयपुर में 190 मिलीमीटर बारिश हुई। ऐसी भी खबर आ रही है कि जयपुर में दर्जन भर मकान गिर गये है। एयरपोर्ट में पानी घुस गया है। जयपुर आगरा हाईवे को बंद कर दिया गया है। जयपुर का गोविंदपुरी इलाका पूरा पानी से भरा हुआ है। लोग घर की छतों पर बैठे हुए हैं।
जयपुर के यमुनानगर इलाके में भी पूरा पानी भरा हुआ है। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रशासन की वजह से अभी यहां कोई सुविधा नहीं मुहैया कराई गई है, क्षेत्र के लोग एक दूसरे की मदद में जुटे हुए है। घरों में पानी भर जाने की वजह से लोगों का सामान बह रहा है। अब लोगों के सामने समस्घ्या यह है कि घरों का सामान बचाए या जिंदगी।
बारिश से रेल यातायात भी बाधित हुए बिना नहीं है। रात को हुई बारिश से बुधवार सुबह ट्रेन व सड़क यातायात पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया। ट्रैक पर पानी भरने से 10 ट्रेनें बीच रास्ते घंटों अटकी रहीं। ट्रेनों को बस्सी, गांधीनगर, आसलपुर, फुलेरा, जगतपुरा, दुर्गापुरा स्टेशनों पर रोका गया। जयपुर स्टेशन से भी सुबह ट्रेनें देरी से रवाना हो सकी। आगरा व दिल्ली जाने वाली रोडवेज की बसों को भी डायवर्ट मार्ग से भेजा गया। कनकपुरा में पानी के तेज बहाव से ट्रैक के नीचे से गिट्टी बह गई। इस कारण यह ट्रैक चार घंटे बाधित रहा।
ट्रैक पर पानी भरने के कारण ट्रेनें आधा घंटे से चार घंटे तक देरी से चली। दिल्ली-जोधपुर मंडौर एक्सप्रेस 4 घंटे, हरिद्वार-अहमदाबाद एक्सप्रेस 2 घंटे 5 मिनट, अहमदाबाद-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस 3 घंटे 40 मिनट, अहमदाबाद-दिल्ली आश्रम एक्सप्रेस 2 घंटे 5 मिनट, जैसलमेर-दिल्ली एक्सप्रेस 2 घंटे 30 मिनट, कोटा-हनुमानगढ़ पैसेंजर ट्रेन 30 मिनट, अमृतसर-जयपुर एक्सप्रेस 30 मिनट, कोटा-जयपुर पैसेंजर ट्रेन 2 घंटे 5 मिनट, जयपुर-दिल्ली नॉन स्टाप ट्रेन 25 मिनट और बांद्रा टर्मिनस-दिल्ली सराय रोहिल्ला ट्रेन 1 घंटा 15 मिनट की देरी से चली। रेलवे प्रशासन ने अंडरपास व कई जगह ट्रैक पर पानी भरने से ऐसे स्थानों पर ट्रेनों को धीमी गति से निकालने के निर्देश दिए गए हैं।
तेज बारिश के कारण बसें दो से तीन घंटे की देरी से चलीं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सिंधी कैंप से भी बसें देरी से रवाना हो सकी। यात्री बसों का इंतजार करते रहे। सिंधी कैंप बस स्टैंड से आगरा व दिल्ली जाने वाली बसों को डायवर्ट मार्ग से भेजा गया।
रोडवेज प्रशासन से प्राप्त जानकारी घाट की गुणी पर बंद होने से आगरा जाने वाली बसों को खो नागोरियान होकर निकाला गया। दिल्ली जाने वाली बसों को ट्रांसपोर्ट नगर की बजाय नारायण सिंह सर्किल से अजमेर रोड होते हुए एक्सप्रेस हाईवे से निकाला गया।
जयपुर से आगरा जानेवाले हाईवे पर इतना पानी भर गया कि हाईवे जाम हो गया। शहर में दीवार गिरने की वजह से तीन लोगों की मौत होने की खबर है। जबकि एक दंपति की मौत कार में पानी भर जाने से हुई। दंपति की कार सीधे पानी से भरे नाले में जा घुसी। एक शख्स के नाले में बह जाने की भी खबर है।
बारिश से सिर्फ जयपुर बेहाल नहीं है। राजस्थान के दूसरे इलाकों में भी बारिश से लोगों का बुरा हाल है। सवाई माधोपुर के भी कई इलाकों में पानी भर गया है। भारी बारिश के कारण धौलपुर में भी पांच लोगों के तेज बहाव में बहने की खबर है। सड़कों पर पानी भरने से लोगों का चलना भी मुहाल हो गया है।
उधर, उत्तर प्रदेश के समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से दीपांकर श्रीवास्तव ने खबर दी है कि उत्तर प्रदेश में मॉनसून के सक्रिय रहने से पिछले २४ घंटों में कई स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। साई के इलाहाबाद ब्यूरो ने खबर दी है कि इस दौरान राज्य में लगभग ४९ मिलीमीटर वर्षा हुई।
बाराबंकी जिले में घाघरा नदी के बाढ़ से २४ गांव के तीन हजार से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं और दो हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसल नष्ट हो गर्इ्र है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शारदा नदी लखीमपुर खीरी के बलिया कलां में खतरे के निशान से उपर बह रही है। जबकि घाघरा बाराबंकी के एरियन रिज में खतरे के निशान से उपर है और अयोध्या और तुर्तीपार में इसके आसपास है।
पनबसा बैराज से एक लाख क्विसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने के कारण घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ा है। यमुना नदी बागपत से आगरा तक जबकि रात्ती नदी बहराईच से बस्ती तक बढ़ रही है। मौसम विभाग ने आगामी ४८ घंटों के दौरान राज्य के कई स्थानों पर बरसात की भविष्यवाणी की है।

बालकृष्ण के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्


बालकृष्ण के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज

(प्रियंका)

नई दिल्ली (साई)। प्रवर्तन निदेशालय ने योग गुरू बाबा रामदेव के सहयोगी, बालकृष्ण के खिलाफ मनीलॉन्ड्रिग का मामला दर्ज किया है। सीबीआई की एफआईआर पर कार्रवाई करते हुए यह मामला दर्ज किया गया है। इसमें सीबीआई ने बालकृष्ण पर पासपोर्ट कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
निदेशालय को शक है कि बाबा रामदेव के कई न्यासों का कामकाज देख रहे बालकृष्ण ने फर्जी पासपार्ट का इस्तेमाल कर यह धन विदेशों में रखा है। सीबीआई ने पिछले वर्ष जुलाई में बालकृष्ण के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया था।
निदेशालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) की धारा चार के तहत मामला दर्ज किया गया है और बालकृष्ण के विदेशों में किए गए लेन-देन की अब जांच की जा रही है। ईडी को बालकृष्ण को गिरफ्तार भी करना पड़ सकता है जिन्हें 17 अगस्त को जमानत मिली। भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के लिए कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज जमा करने के लिए सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था और पिछले महीने उन्हें जेल भेज दिया गया था।