हमारे पूर्वजों का सम्मान करने वाले और भारत की उन्नति के विचार वाले सभी व्यक्ति हिंदु है-भागवत
मनोज मर्दन त्र्िवेदी
हर वह व्यक्ति जो हमारे ऋषि मुनियों पूर्वजों द्वारा दिये गये संस्कारों का सम्मान करते है और भारत की उन्न्ति करने में अपना योगदान देता है भारत माता की सेवा का संकल्प लेता है और इस राष्ट्र के संस्कारित विकास की भावना रखता है वह हमारा भाई है और वहीं हिंदु है इस प्रकार की स्पष्ट बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने मंडला समाजिक कुंभ के उदघाटन अवसर पर कही और उन्होंने कहा कि हम जो काम कर रहे है वह पवित्र काम है काम करने में संकोच नहीं होना चाहिये हमें संस्कार सहित विकास चाहिये जो भारत वर्ष के सनातन विचारों से यह संभव है, सर्वधर्म संभाव पर बोलते हुये उन्होंने कहा कि जब सब धर्म समान है तो हमारा धर्म बुरा क्यों ? हमें अपने धर्म के प्रति क्रियाषील होना पड़ेगा आचरण और संकल्प लेना पड़ेगा तभी समाजिक एकता और सामाजिक समरसता का विकास होगा उन्होंने इस बात का आहवान किया कि समाज के जिस वर्ग और व्यक्ति के पास जो भी विषिश्टतांए है उनका देष हित में अधिक से अधिक उपयोग किया जाये और पूरी संकल्प ष्षक्ति के साथ राष्ट्र के विकास के लिये संकल्पित हो समाज को जागृत करने की आवष्यकता है जो लाभ प्रलोभन के चलते अन्य धर्मों के प्रति आकृषित हो गये है उन्हें विष्वास पूर्वक उनके मूल संस्कारों की ओर लौटने पर हमें कोई आपत्ति नहीं और विधर्मयों द्वारा धर्मातंरण से समाज को जाग्रत कर उनके प्रयासों को रोकने के सकारात्मक प्रयास होने चाहिये हमारे दीनहीन बंधुओं में हमें विष्वास जगाना होगा कि पूरा समाज उनके साथ खड़ा हुआ है स्वास्थ्य षिक्षा के क्षेत्र में हमें तेजी से कार्यों को बढ़ाना है और यह कार्य समाज को ही करना पड़ेगा उन्होंने कहा हमारे पास जो षक्ति बुद्धि और जो ज्ञान है उसका विनियोग समाज के विकास में करना चाहिये । नर्मदा सामाजिक कुंभ उदघाटन अवसर पर हरिद्धार स्थित भारत माता के संस्थापक निवृत्त गुरू ष्षंकराचार्य स्वाामी श्री सत्य मित्रा नंद जी महाराज ने कहा कि मां नर्मदा में की गई साधना सिद्धि दिलाती है उन्होंने कहा कि भारत ही ऐसा पवित्र ऋषि मुनी का देष है जहां चरित्र व्यक्ति की पहचान बनता है संस्कारों को अधिक महत्व दिया जाता है उन्होंने कुंभ में आये व्यक्तियों से आहवान किया कि जहां अपने व्यसनों को त्याग कर व्यस्न मुक्त समाज और राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेने की बात कहीं उपस्थित श्रृद्धालुओ को विष्व हिन्दु परिशद से राष्ट्रीय यमहामंत्री प्रवीण तोगड़िया ने भी संबोधित किया और कहा कि हमारी जाति भाषा भिन्न है और विधिताओ बावजूद भी हमारे संस्कार और राश्ट्रीय चेतना के स्वर एक है हम सभी भारत माता के पूजक है और हम सभी हिंदु है आज हिंदु समाज जाति में बंटा है और ऐसी कमजाोरी के चलते विधर्मी धर्मांतरण का कुचक्र चला रहे है श्री तोगड़िया ने धर्मांतरण पर आरक्षण का फायदा देने का विरोध किया और इसे अनैतिक और असंवेधानिक बताया उन्होंने इसके विरूद्ध कड़ा कानून बनाने की बात भी कहीं उन्होंने धर्मांतरित व्यक्तियों को अनुसूचित जाति में षामिल नहीं करने की बात कहीं उन्होंने समाज से आहवान किया कि जिस क्षेत्र में धर्मांतरण का प्रभाव है या जहां धर्मातंरण करने वाली मिषनरियां सक्रिय है या ऐसी ष्संभावना है वहां षिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सुविधायें प्रदान करने में समाज को हिस्सेदारी करना चाहिये और हमारे ऐसे प्रयासों से धर्मांतरण रूकेगा संघ के कार्यवाहक सुरेष सेानी ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि सभी व्यक्तियों के अंदर ईष्वर का अंष है जिसका सीधा संबंध आत्मा से है हम सभी को व्यवहार में परिवर्तन लाकर कंुभ से लौटने के बाद समाज में आत्मीयता का बोध लाना होगा इसके अलावा कुंभ उदघाटन अवसर पर पूज्य संत स्वामी ष्ष्याम दास जी महाराज, परम पूज्य हरिहर महाराज, रामजीवन दास जी, सांसद नंदकुमार सहाय आदि ने भी संबोधित किया इस दौरान हम हिंदु है पुस्तक का विमोचन जगदेव राम जी द्वारा किया गया लाखों की संख्या में उपस्थित जनसभा को गोविंद देव जी गिरी जी महाराज, नागेन्द्र जी षिवेष गिरी जी महाराज , अखिलेषावरानंद जी महाराज, रामायण तथा वाचक अतुल श्रीकृष्ण जी महाराज ने भी संसबसंधोधित किया , उरांव जी महाराज, ष्ष्याम दास जी महाराज आदि संतों द्वारा भी सभा को संबोधित किया गया इस अवसर पर देष के विविध प्रांतों से आये कलाकारों ने धर्म सभा के पूर्व अपनी सुदर प्रस्तुतियां दी ।