किसान हनुमान की
तरह है अपनी ताकत नही पहचानाता
(सचिन धीमान)
मुजफ्फरनगर (साई)।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मेरठ कमिश्नरी स्थित चौ0 चरण सिंह पार्क
में चल रहे अधिकार धरने के 19 वे दिन आज हुई पंचायत में किसानों का सैलाब
उमड पडा। पार्क के अंदर और बाहर कहीं भी पॉव रखने की जगह नही रही। टोपी बिल्ला और
वी0एम0 सिंह के फोटो से
छपी टी-शर्ट पहने कई हजार किसान ही चारों ओर दिखाई दिए। किसानों सम्बोधित करते हुए
वी0एम0 सिंह ने कहा कि
किसान हनुमान की तरह है जिसे अपनी ताकत का अहसास नही है। अगर वह अपनी एक जुटता की
ताकत को पहचान ले तो कोई भी उसके हक पर डाका नही डाल सकता। जिस दिन किसान का
विश्वास खुद पर आ गया उस दिन कोई उसका शोषण नही कर पायेगा। आज एक-एक करोड रू0 कीमत वाली जमीन को
बंधक रखकर किसान पॉच लाख रू0 कर्ज ले जा रहा है। किसान का कोई भरोसा नही
कर रहा, उसे कर्ज
के जाल फंसाकर उसकी कीमती जमीन को बंधक बना दिया गया है। उन्होने कहा कि व्यवस्था
बदलने का वक्त है। सरकार की नीतियों की चलते ही किसान आज गंवार बना दिखाई दे रहा
है। लडकी की शादी को कोई किसान के पास आता है तो किसान को गंवार बताकर कहता है कि
उसकी कमाई पक्की नही उससे बेहतर तो चपरासी है क्योंकि उसकी तनख्वाह निश्चित तो है।
उन्होने कहा कि युवा कृषि का पेशा छोड रहे है। देश इण्डिया और भारत में बंट गया
है। भारत को जीवित रखने के लिए जरूरी है की गांव से हाई स्कूल और इण्टर पास करने
वाले छात्रों को 10 प्रतिशत
अन्य छात्रों से अधिक अंक माने जाये ताकि वह नौकरी व उच्च शिक्षा पाने के लिए
पात्र बन जाये।
उन्होने दौराला
शुगर मिल के जी0एम0 को आडे हाथों लेते
मंच से चेतावनी देते हुए कहा किवह किसी धोखें मे रहे उन्होने अदालत से 1996 में अपनी रिट सं0 1720 से स्पष्ट आदेश
लिया था कि जब तक किसान के हित में गन्ना खडा रहेगा तब तक मिल बंद नही होगी अगर
मिल बंद हुई तो किसान खडे गन्ने का पैसा देना होगा। उन्होने कहा कि यहॉ कानून का
राज चलता है यहॉ जंगल राज नही है। उन्होने कहा कि हम हर धरने में आजतक कामयाब हुए
कि हम कानून का पालन करते हुए अनुशासन से अपनी लडाई लडते है।
वी0एम0 सिंह ने कहा कि हर
फसल को लाभकारी बनाना है। व्यवस्था बदलने का दौर है। अब किसान को कोई भी बरबाद
करने की नही सोच पायेगा। उन्होने कहा कि मेरठ में एयरपोर्ट जरूर बनना चाहिए इसके
लिए जमीन अधिग्रहीत करना ठीक है मगर किसानों की अनुमति से और उनकी जमीन का सही दाम
देने के बाद ही जमीन अधिग्रहीत की जाये। साथ ही उनकी मांग है की जिस किसान की जमीन
अधीग्रहीत की जायेगी उसके घर से नौजवान को सरकारी नौकरी दी जाये। उन्होने कहा कि
वह किसी भी तरह से विकास के विरूद्ध नही है अगर वे विकास क्षेत्र व राष्ट्रहित में
है।
वी0एम0 सिंह ने आज मौजूद
रहे हजारों किसानों की भीड से उत्साहित होकर एलान किया की अगले रविवार को इसी स्थल
पर एक बडी महापंचायत आयोजित की जायेगी। वहीं उन्होने किसानों से भी वायदा लिया की
अगर सरकार उनकी सरकार मांग मान लेती है तो क्या धरना उठा लिया जाये, इसपर उपस्थित सभी
किसानों एकमत होकर कहा कि धरने पर किसी भी तरह का निर्णय लेने का अधिकार वी0एम0 सिंह को है।
उन्होने कहा कि इस
धरने से फायदा हुआ है। लखनऊ में 5 सौ के लगभग सोसायटी व अन्य विभागों से
उपस्थित लोग गणना करने में लगे हुए है की किसानों को वर्ष 2009-10 का कितना अंतर
मूल्य भूगतान देना होगा और कितना ब्याज विगत व चालू वर्ष का देना होगा। जो काम
अदालत के आदेश के बाद ढेड से में नही हुआ वह ठण्डे बस्ते निकलकर कम से कम सामने तो
आया सरकार अगर किसान हित में सोच रही तो कम से कम मेरठ मण्डल की मिलों से ब्याज
दिलाना शुरू करे, साथ ही
किसानों को यह भी सूचना दे कि उसका कितना अंतर मूल्य भुगतान और ब्याज बनता है। ये
बाद का काम है है वह पैसा किसान के खाते में जाये। पहले किसान को यह मालूम तो हो
कि उसका बकाया कितना है। उन्होने कहा कि सरकार यह लिखित में दे कि वह किसानों का
यह भुगतान किस तरह करायेगी। इसका पूर्ण विवरण और ब्यौरा किसानों को उपलब्ध कराये जब
तक ये उपलब्ध नही कराया जायेगा तब तक किसान धरने से नही उठेगा।
उन्होने कहा कि वह
अदालत पर विश्वास करते है। सन 2000 में उन्होने किसानों के आह्वान पर सरकारी
धान खरीद के लिए सडके व रेल पटरी जाम कर आन्दोलन किया था मगर किसानों को कुछ नही
मिला था, तब वह
अदालत में गये और धान खरीद के लिए 1605 सरकारी काटे लगवाने में सफल रहे।
धरने को पूर्व
राज्यसभा सांसद हरेन्द्र मलिक ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि वह यहॉ केवल भाषण
देने नही आये बल्कि इस लडाई में तन मन धन से शामिल होने आये है। उन्होने गठवाला
खाप चौ0 बाबा
हरकिशन मलिक अनुमति लेते हुए कहा गठवाला खाप इस आन्दोलन में पूर्ण शक्ति झोंकने का
काम करेंगी। हरेन्द्र मलिक अपने साथ सैकडों की संख्या में किसान व छात्रों को लेकर
आये थे।
पूर्व विधायक व
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि जाति बिरादरी व राजनैतिक दलों
से अलग होकर हम सभी को किसान बनकर किसान हित में काम करना होगा। धाकड छोरा के नाम
से मशहूर फिल्मीकलाकार उत्तर कुमार ने कहा कि किसान बस एक होकर वी0एम0 सिंह के पीछे चलना
सीख ले तो कोई भी किसान का उत्पीडन नही कर पायेगा। उन्होने किसानों मांग पर अपनी
फिल्मों के कई डायलॉग भी सुनवाये।
105 टैक्टर ट्रालियों के लम्बे काफिले के साथ
आये कुॅवर राहुल ढाना ने कहा कि वह वी0एम0 सिंह की सेना के एक सिपाही है और अपनी जान
की बाजी वी0एम0 सिंह आदेश पर नही
हिचकेंगे। आज धरने की अध्यक्षता गठवाला खाप चौ0 बाबा हरकिशन सिंह
मलिक और संचालन संयुक्त रूप से विकास बालियान और उपेन्द्र चौ0 ने किया ।
धरने को हरेन्द्र
मलिक, राजेन्द्र
शर्मा राहुल ढाना,
धाकड छौरा फैम फिल्मी कलाकर उत्तर कुमार मेरठ जिला पंचायत
अध्यक्ष मन्निदर पाल सिंह, भाकियू से जुडे चौ0 राजपाल सिंह, विरेन्द्र सिंह
कुतुबपुरिया, डॉ0 मेजर हिमांशु, धर्मवीर कटोच, चौ0 उधम सिंह, जितेन्द्र प्रधान
सिवाया, कैलाश
बिजनौर, विजय
शुक्ला, गुल्लू
पहलवान, राजवीर
सिंह मून्डेट, राजवीर
सिंह डी0एफ0ओ0, कालूराम मटर वाले, ग्यासुद्दीन
पीलीभीत, राजीव
सिरोही, रनपाल सिंह, श्रीमति राजदुलारी, नेहा त्यागी, सीमा मलिक, श्यामपाल सिंह
चेयरमैन, जितेन्द्र
चौधरी बहादरपुर आदि ने सम्बोधित किया। वी0एम0 सिंह के संगठन से जुडे कार्यकर्ता और
पदाधिकारी भी आज हुई किसान पंचायत में नजर
आये।
किसान पंचायत में
हिमांशु, धूम सिंह
पूर्व विधायक, ओमप्रकाश
मलिक विजयपाल गुर्जर, सतवीर त्यागी, युनूस खान, विपेन्द्र सुधा
वाल्मिकी, कुमार अंजु, इजी0 राजवीर सिंह, बुद्धु पहलवान, आकाश टाली, रूपचन्द्र नागर, सहंसरपाल झिटकरी, संजय दूधधारी खेरी, राजबल सिंह गुर्जर
आदि शामिल थे।
आज विभिन्न गॉवो से
टैक्टरों-ट्रालियांे व विभिन्न वाहनों से हजारों की संख्या में किसान आये। जिनमें
बीडीसी सदस्य, प्रधान
जिला पंचायत संदस्य चैयरमैन पूर्व विधायक आदि आये। विभिन्न गॉवों से केले, खीर पूरी सब्जी, दाल रोटी भी धरना
स्थल पर आये, जिसे
किसानों बडे चाव से खाया।
आज पल्लवपुरम जाट
वैलफेयर एसोसिएशन,
भारतीय स्वर्ण महासभा, का समर्थन पत्र भी राष्ट्रीय किसान मजदूर
संगठन के धरने के लिए आया। आज धरने में किसान राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की टोपी
व बिल्ले लगाये हुए थे वहीं वी0एम0 सिंह के फोटो वाली टी-शर्ट भी पहने हुए
सैकडों किसान नजर आये।