साई संस्थान शिरडी
को सरकारी नोटिस!
(निधि गुप्ता)
मुंबई (साई)। देश
विदेश में मशहूर शिरडी के फकीर साई बाबा की तपोभूमि शिरडी में बाबा की समाधि, मंदिर एवं अन्य
चीजों के रखरखाव के लिए पाबंद साई बाबा संस्थान के प्रबंधन ट्रस्ट को महाराष्ट्र
सरकार ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। गुपचुप तरीके श्रृद्धालुओं के चढ़ावे की
रकम को पानी में बहाने के आरोप के चलते यह नोटिस जारी किया गया बताया जाता है।
राज्य शासन के
कानून मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राज्य सरकार ने
साईंबाबा संस्थान के प्रबंधन ट्रस्ट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आरटीआई के
जरिए इस बात का खुलासा किया गया है। श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट से पूछा गया है
कि उसने शिरडी शहर में सड़क जैसी जरूरी सुविधाओं पर लाखों रुपये खर्च करने से पहले
राज्य सरकार की इजाजत क्यों नहीं ली। यह नोटिस लॉ एंड जुडिशरी डिपार्टमेंट की ओर
से भेजा गया है।
सूत्रों ने साई
न्यूज को बताया कि आरटीआई एक्टिविस्ट संदीप कुलकर्णी ने ट्रस्ट की ओर से
प्रोजेक्टों पर किए गए खर्च की जानकारी मांगी थी। कुलकर्णी का कहना है कि मौजूदा
ट्रस्टियों ने बीते समय में भी करोड़ों रुपये सरकार की इजाजत लिए बगैर कई
परियोजनाओं पर खर्च किए हैं।
यहां गौरतलब है कि
राज्य सरकार ने साईं बाबा के मंदिर की देखरेख के लिए बोर्ड ऑफ ट्रस्टी बनाया था।
यह लंबे समय से विवादों में ही रहा है। संस्थान के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया को बताया कि संस्थान ने अपने हजारों कर्मचारियों को भी छठे वेतन आयोग के
मुताबिक वेतन दिया जाना आरंभ तो कर दिया है पर इसके लिए संस्थान ने राज्य सरकार से
इजाजत लेना भी मुनासिब नहीं समझा है।
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