मंगलवार, 7 अगस्त 2012

हरवंश बैतूल में फहराएंगे तिरंगा

हरवंश बैतूल में फहराएंगे तिरंगा

(सोनल सूर्यवंशी) 

भोपाल (साई)। राज्य शासन ने स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त, 2012 पर समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने एवं मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करने के लिए मंत्रियों को जिले आवंटित किये हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में ध्वजारोहण करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वरदास रोहाणी जबलपुर और विधानसभा उपाध्यक्ष श्री हरवंश सिंह बैतूल में राष्ट्रीय ध्वज फहरायेंगे।
मंत्रीगण में श्री बाबूलाल गौर हरदा, श्री राघवजी विदिशा, श्री जयंत मलैया दमोह, श्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर, श्री गोपाल भार्गव सागर, श्री जगदीश देवड़ा मंदसौर, श्री लक्ष्मीकांत शर्मा रायसेन, श्री नागेन्द्र सिंह नागौद उमरिया, श्रीमती अर्चना चिटनीस बुरहानपुर, श्री जगन्नाथ सिंह सिंगरौली, डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया छतरपुर, श्री गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन छिन्दवाड़ा, श्री तुकोजीराव पवार देवास,
श्री करण सिंह वर्मा सीहोर, श्री नरोत्तम मिश्रा ग्वालियर, श्री विजय शाह खण्डवा, श्री सरताज सिंह होशंगाबाद, श्री अजय विश्नोई कटनी और श्री उमाशंकर गुप्ता राजगढ़ में ध्वजारोहण करेंगे।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पारस जैन नीमच, श्रीमती रंजना बघेल धार, श्री राजेन्द्र शुक्ल रीवा, राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह शिवपुरी, श्री कन्हैयालाल अग्रवाल गुना, श्री हरिशंकर खटीक टीकमगढ़, श्री देवसिंह सैयाम मण्डला, श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह पन्ना, श्री जयसिंह मरावी शहडोल, श्री महेन्द्र हार्डिया उज्जैन, श्री नानाभाऊ मोहोड़ सिवनी और श्री मनोहर ऊँटवाल रतलाम में राष्ट्रीय ध्वज फहरायेंगे।
शेष 16 जिलों में कलेक्टर ध्वजारोहण कर मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करेंगे। जिला कलेक्टर द्वारा ध्वजारोहण करने वाले जिलों में अनूपपुर, खरगोन, नरसिंहपुर, भिण्ड, श्योपुर, मुरैना, अशोकनगर, डिण्डोरी, बालाघाट, शाजापुर, झाबुआ, अलीराजपुर, दतिया, सीधी, बड़वानी और सतना शामिल हैं।

मान्यता प्रकरणों का निराकरण 11 अगस्त के पूर्व करें

मान्यता प्रकरणों का निराकरण 11 अगस्त के पूर्व करें

(नन्‍द किशोर) 

भोपाल (साई)। स्कूल शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने स्कूलों के मान्यता प्रकरणों को 11 अगस्त के पहले हल करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की मान्यता अपील समिति की मंत्रालय में हुई बैठक में अब तक मात्र 67 प्रकरण के निराकरण पर अप्रसन्नता व्यक्त की। बैठक में प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्री संजय सिंह और आयुक्त लोक शिक्षण श्री अरूण कोचर भी मौजूद थे।
बैठक में श्रीमती चिटनीस ने विभिन्न त्रुटियों के कारण मान्यता के लंबित प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने को कहा। मंडल के सचिव ने बताया 762 प्रकरण में से 67 की मान्यता दी गई है जबकि 107 अमान्य किए गए हैं और 588 लंबित हैं। सभी मामले वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक भी प्रकरण बेवजह गलती से अमान्य नहीं होना चाहिए।
श्रीमती चिटनीस ने कहा कि ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्ति और प्रपत्र पूर्ण करने वाले प्रकरणों में तुरंत मान्यता जारी की जाए। उन्होंने अपील समिति की बैठक पुनः 11 अगस्त को करने के निर्देश भी दिए। समिति के सदस्य भी इस दौरान उपस्थित थे।

7, रेसकोर्स पर हैं ममता की नजरें


7, रेसकोर्स पर हैं ममता की नजरें

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की तरह ही देश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सधे कदमों से इस बात का इंतजार करती नजर आ रही हैं कि उन्हें कब स्वाधीनता दिवस पर लाल किले की प्रचीर से संबोधन करने का मौका मिले। इसके लिए जरूरी जमावट में जुट चुकी ममता बनर्जी ने अब अपने घर को सबसे पहले व्यवस्थित करना आरंभ कर दिया है।
ममता बनर्जी की गुपचुप तैयारियों की भनक उस समय लगी जब त्रणमूल सांसद सुदीप बनर्जी ने अति उत्साह में ममता की तारीफ में कशीदे गढ़ते हुए कह दिया कि ममता बनर्जी वर्तमान में सबसे ईमानदार नेता हैं, और देश के नागरिक ईमानदार व्यक्ति को ही प्रधानमंत्री के पद पर देखना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्तमान प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को ईमानदार तो माना जाता है पर उन्हें घपले, घोटालों, भ्रष्टाचार के ईमानदार संरक्षक के बतौर भी देखा जाता है।
सुदीप ने संकेत दिए कि त्रणमूल कांग्रेस अगला आम चुनाव अपने दम पर ही लड़ेगी और पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर वह अपने प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश के लोग चाहते हैं कि ईमानदार, स्वच्छ छवि वाले व मेहनती नेता को प्रधानमंत्री बनने का मौका मिले। मौजूदा समय में देश में इस तरह के कुछ नेताओं में ममता का नाम सबसे ऊपर है।
त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के साथ चर्चा के दौरान कहा कि दरअसल, ममता बनर्जी बेहद उत्साहित हैं, क्योंकि एल.के.आड़वाणी ने अपने ब्लाग पर लिख दिया है कि अगला प्रधानमंत्री कांग्रेस या भाजपा का नहीं होगा। वैसे ममता बनर्जी की ईमानदारी पर अभी तक कोई दाग नहीं लगा है, फिर भी उनकी एकला चलो रे की नीति के चलते उनकी राह में शूल ही शूल नजर आ रहे हैं।
सूत्रों ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी की नजरें पश्चिम बंगाल के साथ ही साथ इससे लगे राज्यों पर भी हैं। देश के मध्य इलाकों के राज्यों में भी ममता बनर्जी अपनी पार्टी का विस्तार करने की योजना बना रही हैं। कांग्रेस और भाजपा के कुछ असंतुष्ट नेता भी ममता के संपर्क में हैं, जिनकी बैसाखी पर त्रणमूल कांग्रेस का संगठन पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में भी खड़ा किया जा सकता है।

समन्वय से चलेगा संसदीय सत्र


समन्वय से चलेगा संसदीय सत्र

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। विभिन्न दलों के नेताओं ने कल से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के दौरान कार्रवाई के सुचारू संचालन में हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया है। संसद भवन में कल सभी दलों के नेताओं की बैठक के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने आशा व्यक्त की कि वे सदन में होने वाली चर्चाओं में सभी दलों को शामिल कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि मॉनसून सत्र सात सितम्बर तक चलेगा।
ज्ञातव्य है कि संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में विपक्षी गठबंधन एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष एल. के. आडवाणी, संयोजक शरद यादव और विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज सहित तमाम दलों के नेताओं ने भाग लिया। सरकार की तरफ से लोकसभा में सदन के नए नेता सुशील कुमार शिंदे व संसदीय मामलों के मंत्री पी .के. बंसल के साथ कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
बैठक में लोकसभा स्पीकर को सभी दलों ने सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने में अपनी तरफ से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। बुधवार से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र के काफी हंगामेदार होने की आशंका है। विपक्ष इसमें पुणे विस्फोट, असम के जातीय दंगे, रेल दुर्घटनाएं, बिजली ग्रिड के ठप होने, रिटेल में एफडीआई और पेंशन व बीमा अमरनाथ यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मारे जाने और मानेसर स्थित मारुति संयंत्र में हिंसा जैसे मामलों पर सरकार की घेराबंदी करने की रणनीति बना रहा है।

कर नीतियों की समीक्षा करेगी सरकार


कर नीतियों की समीक्षा करेगी सरकार

(प्रियंका श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा है कि सरकार निवेशकों का विश्वास फिर से प्राप्त करने के लिए कर नीतियों की समीक्षा करेगी। कल नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय उन कर प्रावधानों की समीक्षा करेगा, जो पिछली तारीख से प्रभावी हैं।
उन्होंने कहा कि कीमतों में स्थिरता लाने के लिए आपूर्ति की बाधाएं दूर करने, मुद्रास्फीति की दर कम करने के लिए रिजर्व बैंक के साथ मिलकर काम करने और उपभोक्ताओं पर ब्याज का बोझ कम करने के लिए कदम उठाये जायेंगे। श्री चिदम्बरम्घ् ने कहा कि दस अरब रुपए या उससे अधिक लागत वाली परियोजनाओं पर नजर रखने के लिए निवेश निगरानी प्रणाली बनाई गई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति में समय-समय पर हर योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगी और इन नीतियों को लागू करने में आ रही बाधाओं को दूर करेगीे। पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा जैसे कुछ क्षेत्रों पर दबाव है। हम समस्या का व्यावहारिक समाधान चाहते हैं। कमजोर मॉनसून पर चिंता व्यक्त करते हुए, वित्त मंत्री ने कहा कि सूखे जैसी स्थिति से निपटने के लिए मनरेगा और अन्य कार्यक्रमों के अमल में तेजी लाई जाएगी।

बिजली की मांग और पूर्ति की होगी समीक्षा


बिजली की मांग और पूर्ति की होगी समीक्षा

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। केंद्रीय बिजली मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा है कि राज्यों की ट्रांसमीशन ग्रिड की संरक्षा प्रणाली का स्वतंत्र ऑडिट एक महीने में कराया जाएगा। नई दिल्ली में कल उत्तरी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ के मुख्यमंत्रियों तथा प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद,उन्होंने बताया कि राज्यों से बिजली की खरीद और मांग प्रबंधन के बारे में लघु, मझौले और लंबी अवधि की योजना तैयार करने को कहा गया है। श्री मोइली ने बताया कि सभी राज्यों ने भारतीय बिजली ग्रिड संहिता का पालन करने और उसके कारगर अमल के लिए पर्याप्त कदम उठाने का वायदा किया है।

15 दिन में दो गन्ने की कीमत: कोर्ट का फरमान


15 दिन में दो गन्ने की कीमत: कोर्ट का फरमान

(निधि नायक)

नई दिल्ली (साई)। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों को १५ दिन के अंदर गन्ना किसानों की बकाया राशि का ब्याज सहित भुगतान करने का निर्देश दिया है। भारतीय किसान मजदूर संगठन की याचिका पर न्यायालय की लखनऊ पीठ ने सरकार को भी आदेश दिया है कि जब तक किसानों को बकाया राशि ब्याज सहित नहीं मिल जाती, तब तक वह कृषि ऋणों की वसूली बंद कर दे।
गन्ना उत्पादकों से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को मिली जानकारी के अनुसार कि चीनी मिलों पर किसानों का पिछले पेराई सत्र का करीब दो हजार करोड़ रूपया बकाया है। ज्ञातव्य है कि सर्वाेच्च न्यायालय ने इसके भुगतान के लिए सात जुलाई की तिथि निर्धारित की थी। सहकारी क्षेत्र की चीनी मिलों को लगभग ५६६ करोड़ रूपए का भुगतान करना है।
राज्य सरकार ने हाल ही में किसानों के भुगातान के लिए ४०० करोड़ रूपए सहकारी चीनी मिलों को उपलब्ध कराए थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि चीनी मिलों ने वर्ष ११-१२ के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित गन्ना समर्थन मूल्य का न्यायालय में चुनौती दी थी। लेकिन उच्च न्यायालय और सर्वाेच्च न्यायालय दोनों ने राज्य सरकार के निर्णय को वैध ठहराया था।

मैरीकॉम ने एक पदक किया पक्का


मैरीकॉम ने एक पदक किया पक्का

(अभिलाषा जैन)

लंदन (साई)। लंदन ओलिंपिक में, महिला बॉक्सिंग के ५१ किलोग्राम भारवर्ग में एम. सी. मैरीकॉम ने सेमीफाइनल में पहुंच कर इस स्पर्धा का कम-से-कम एक पदक भारत के लिए पक्का कर दिया है। क्वार्टर फाइनल में मैरीकॉम ने ट्यूनीशिया की मरौवा रहाली को लगभग एकतरफा मुकाबले में १५-६ से हराया।
सेमीफाइनल में बुधवार को मैरीकॉम का सामना ब्रिटेन की निकोला एडम्स से होगा। पुरूष वर्ग में ७५ किलोग्राम भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में पेइचिंग ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता विजेन्दर सिंह को उज्बेकिस्तान के अब्बोस अताएव से १३-१७ से हार का सामना करना पड़ा। निशानेबाजी में गगन नारंग तथा संजीव राजपूत ५० मीटर राइफल थ्री-पोजिशन में और मानवजीत सिंह संधू ट्रैप स्पर्धा में फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके।
एथलेटिक्स में, विकास गौड़ा ने डिस्कस थ्रो में ६५ दशमलव दो शून्य मीटर की दूरी तय करके आज होने वाले फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। लंदन में कृष्णा पूनिया के बाद विकास, एथलेटिक्स की स्पर्धाओं में फाइनल में जगह बनाने वाले भारत के दूसरे एथलीट बन गए हैं। आज भारत के रंजीत महेश्वरी ट्रिपल जम्प के क्वालिफिकेशन राउंड में ट्रैक पर उतरेंगे। आज ही हॉकी में भारत अपने पांचवें और अंतिम ग्रुप मैच में बेल्जियम से खेलेगा।
कल पुरूषों की चार सौ मीटर बाधा दौड़ में डोमिनिकन रिपब्लिक के फेलिक्स सान्चेज ने और चार सौ मीटर में ग्रेनाडा के किरानी जेम्स ने स्वर्ण पदक जीते। महिलाओं के पोल वॉल्ट में अमरीका की जेनिफर ने पिछले दो ओलिंपिक खेलों की स्वर्ण पदक विजेता रूस की येलेना इसिनबायेवा को पीछे छोड़ दिया।
पदक तालिका में चीन ३१ स्वर्ण सहित ६४ पदक लेकर पहले तथा अमरीका २९ स्वर्ण सहित ६३ पदक लेकर दूसरे स्थान पर है। भारत एक रजत और दो कांस्य के साथ ४४वें स्थान पर है।

सामान्य हो रहा है असम में जनजीवन


सामान्य हो रहा है असम में जनजीवन

(पुरबालिका हजारिका)

गुवहाटी (साई)। असम के हिंसा प्रभावित चिरांग जिले में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पिछले ४८ घंटे में वहां से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है। जिले में एहतियात के तौर पर अनिश्चितकालीन कर्फ्घ्यू जारी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने पिछले २४ घंटों के दौरान चिरांग जिले में ५५ असामाजिक तत्वों को हिरासत में लिया है।
मंत्रियों का एक समूह भी आज कोकराझार, चिरांग और धुबरी जिलों में राहत शिविरों का दौरा करेगा। असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने स्वास्थ्य विभाग को गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए अलग शिविर स्थापित करने तथा उन्हें पोषक आहार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
इसी बीच समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को मिली जानकारी के अनुसार पिछले महीने से अशांत कोकराझार जिले में फिर से हिंसा होने से 3 व्यक्तियों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। राज्य में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 64 हो गई है।
आईजी (कानून और व्यवस्था) एल आर बिश्नोई ने बताया बोडो चरमपंथियों ने कोकराझार पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले रानीबुली गांव में बीती रात अंधाधुंध गोलीबारी की जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यहां पिछले महीने शुरू हुई हिंसा में मरने वालों की आधिकारिक संख्या बढ़ कर 64 हो गई है। बिश्नोई ने बताया कि तीनों मृतक धुबरी जिले की सीमा से लगने वाले लाखीगंज के रहने वाले थे।
घटना के बाद कोकराझार जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। समीपवर्ती चिरांग जिले में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है। वहां फिर से आगजनी की खबरें हैं। बिश्नोई ने बताया कि चिरांग में रविवार रात कुछ मकानों को आग लगा दी गई थी लेकिन पुलिस ने समय पर कार्रवाई की और बड़ी घटना टल गई।
चिरांग में आगजनी की घटना के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। कोकराझार, चिरांग और धुबरी तीनों जिलों में सोमवार सुबह सेना ने फ्लैग मार्च किया। इन जिलों में बोडो आदिवासियों और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच झड़पों की वजह से हिंसा हो रही है।

बाल विवाह रोकने केंद्र संजीदा


बाल विवाह रोकने केंद्र संजीदा

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। बाल विवाह की सामाजिक कुप्रथा को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने केंद्र व राज्य सरकारों से सख्त नियम-कानून लागू करने की सिफारिश की है। आयोग के मुताबिक गांव में बाल विवाह होने पर सरपंच व ग्राम प्रधान को भी जिम्मेदार माना जाये। उनके लिए भी सजा का प्रावधान हो।
आयोग का मानना है कि गांव के मुखिया पर यदि कानून की सख्ती लागू की जायेगी तो उसका सकारात्मक असर दिखेगा। बाल विवाह पर लगाम लगाने का यह तरीका कारगर साबित हो सकता है। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार एनसीपीसीआर ने सुझाव दिया है कि गांवों में ऐसी व्यवस्था कायम होनी चाहिए, जिससे विवाह में शामिल होने वाले सरपंच व पंचायत सदस्य इस कुप्रथा के खिलाफ सामाजिक जिम्मेदारी हर हाल में निभायें।
आयोग के सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा बच्चों की तस्करी होती है। वहां से नाबालिग बच्चियों को बड़ी तादाद में दिल्ली, मुंबई लाया जाता है। उन्हें विदेश भी भेजा जाता है। इसके पीछे गरीबी, सामाजिक असमानता जैसे कारणों के साथ बाल विवाह भी अहम भूमिका निभाता है।
सूत्रों ने बताया कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए पश्चिम बंगाल और झारखंड ने गांवों में 3000 ग्रामीण वॉलेंटियर तैयार किये हैं, जो बच्चों पर निगरानी रखेंगे। अगर किसी घर से बच्चा गायब होता है तो यह समूह गांव के प्रधान और पुलिस चौकी को तत्काल जानकारी पहुंचायेगा। एनसीपीसीआर ने बड़े शहरों के कुछ एनजीओ को बच्चों की तस्करी रोकने के लिए विशेष अधिकार देने का सुझाव भी दिया है।

हिन्दुस्तान अखबार का बड़ा घोटाला!!!

हिन्दुस्तान अखबार का बड़ा घोटाला!!!

(श्रीकृष्ण प्रसाद)

मुंगेर (साई)। देश के नामचीन हिन्दी भाषा के अखबार द्वारा एक एसा इतिहास रचा है जिससे समूची पत्रकारिता ही शर्मसार हुए बिना नहीं है। देश में वैसे तो अनेक मामले ऐसे भी प्रकाश में आए हैं कि निविदाओं का प्रकाशन का उसे देयक के साथ भेजी जाने वाली प्रति और उसी दिन की बाजार में बिकने वाली प्रतियों में भारी अंतर होता है। इतना ही नहीं केंद्र या राज्य सरकार की विज्ञापन सूची में सूचीबद्ध नहीं होने के बाद भी सरकारी स्तर पर या स्थानीय निकायों के विज्ञापनों में मनमानी दरें देकर उपकृत करने का गंदा खेल भी खेला जा रहा है।
विश्व के अब तक के सनसनीखेज दैनिक हिन्दुस्तान विज्ञापन घोटाले में बिहार के पुलिस अधीक्षक पी0 कन्नन के निर्देशन में उपाधीक्षक अरूण कुमार पंचालर ने जो पर्यवेक्षण-टिप्पणी समर्पित की है उस पर्यवेक्षण-टिप्पणी की पृष्ठ संख्या-03 ने विश्व के समक्ष उजागर कर दिया है कि भारत सरकार और बिहार सरकार सहित अन्य राज्यों के खजानेको लूटने के लिए भारत का कारपोरेट प्रिंट मीडिया किस हद तक नीचे गिर सकता है, मीडिया हाउस किस हद तक जालसाजी, फरेबी और धोखाधड़ी कर सकता है? हम यह भी कह सकते हैं कि भारत सरकार और राज्य सरकारों के खजाने को बुद्धि से लूटने के हथकंडे भारत के इन कारपोरेट प्रिंट मीडिया घराने से सीखने की दूसरों को जरूरत है।
आरक्षी उपाधीक्षक की पर्यवेक्षण-टिप्पणी के पृष्ठ-03 पर दैनिक हिन्दुस्तान के अभियुक्तों के द्वारा की गई जालसाजी, फरेबी और धोखाधड़ी की तस्वीर कुछ यूं पेश की गई है। उस तस्वीर को पुलिस पदाधिकारी की कलम में ही हू-ब-हू पेश किया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक ने पर्यवेक्षण-टिप्पणी में लिखा है कि -‘‘प्राथमिक अभियुक्त शोभना भरतिया, अध्यक्ष, हिन्दुस्तान प्रकाशन समूह (दी हिन्दुस्तान मीडिया वेन्चर्स लिमिटेड), प्रधान कार्यालय-18-20,कस्तुरबा गांधी मार्ग, नई दिल्ली द्वारा संचालित इस कंपनी के द्वारा देश के विभिन्न भागों से हिन्दी और देवनागरी लिपि में हिन्दुस्तान शीर्षक से दैनिक समाचार पत्रों को प्रकाशित किया जा रहा है।
इन्होंने अपने बयान में आगे बताया कि किसी भी समाचार पत्र के प्रकाशन के पूर्व प्रेस एण्ड रजिस्ट्रेशन आफ बुक्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत दिये गये प्रावधानों का अक्षरशः पालन करना समाचार पत्र के किसी भी प्रकाशक के लिए कानूनी बाध्यता है, जिसका उल्लंघन दण्डनीय अपराध है। प्रेस एण्ड रजिस्ट्रेशन आफ बुक्स एक्ट में निहित प्रावधानों के तहत किसी भी समाचार पत्र के प्रकाशन के पूर्व निम्नांकित नियमों का पालन किया जाना आवश्यक है:-
(1) प्रकाशन का कार्य प्रारंभ करने के पूर्व संबंधित जिले के जिला दंडाधिकारी के समक्ष विहित प्रपत्र में घोषणा-पत्र समर्पित करना।
(2) तद्नुसार जिला दंडाधिकारी द्वारा प्रमाणीकरण देना।
(3) कंपनी रजिस्ट्रार से अनुमति प्राप्त करना।
(4) भारत सरकार के समाचार-पत्र पंजीयक से पंजीयन कराना।
भागलपुर से अवैध दैनिक हिन्दुस्तान का प्रकाशन शुरू हुआ। इन्होंने अपने बयान में आगे बताया कि अभियुक्तों द्वारा उक्त नियमों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए भारत के प्रेस रजिस्ट्रार की अनुमति प्राप्त किए बिना ही 03 अगस्त, 2001 से दैनिक हिन्दुस्तान का प्रकाशन भागलपुर के मेसर्स जीवन सागर टाईम्स प्रा0 लि0, लोअर नाथनगर रोड, परबत्ती, भागलपुर से प्रारंभ कर दिया गया।
विज्ञापन पाने के लिए फर्जी कागजत प्रबंधन ने पेश किया- साथ ही सरकार के समक्ष झूठा व फर्जी कागजात प्रस्तुत कर विज्ञापन भी प्राप्त किया जाने लगा जिस क्रम में विज्ञापन मद में करोड़ों रुपया सरकारी खजाने से प्राप्त किया जा चुका है। इन्होंने अपने बयान में आगे बताया कि किसी भी प्रकाशक द्वारा समाचार -पत्र के प्रकाशन के नाम का क्लियरेंस भारत के समाचार पत्रों के निबंधक कार्यालय से भी लेना अनिवार्य एवं कानूनी बाध्यता है।
नए संस्करण के लिए भी निबंधन अनिवार्य- यदि समाचार पत्र का नाम टाइटिल प्रकाशक को उपलब्ध हो गया है, तो बदले हुए समाचार के साथ नया संस्करण निकालने के लिए भी समाचार पत्रों को निबंधक से अनुमति प्राप्त करना अनिवार्य एवं कानूनी बाध्यता है। परन्तु उक्त तथ्यों की अनदेखी करते हुए मुंगेर संस्करणका भी प्रकाशन किया जाने लगा। अभियुक्तों द्वारा वर्ष 2001 से ही लगातार भागलपुर से दैनिक हिन्दुस्तान का प्रकाशन किया जा रहा है, परन्तु इसके लिए प्रकाशन के पूर्व वहां के जिला दंडाधिकारी द्वारा प्रमाणीकृत घोषणापत्र अभियुक्तों द्वारा प्राप्त नहीं किया गया।
मुंगेर से भी अवैध दैनिक हिन्दुस्तान के संस्करण का प्रकाशन शुरू हुआ- इसी प्रकार अभियुक्तों के द्वारा मुंगेर के जिला दंडाधिकारी द्वारा भी बगैर प्रमाणीकृत घोषणापत्र प्राप्त किए ही मुंगेर से भी दैनिक हिन्दुस्तान का प्रकाशन किया जाने लगा। इन्होंने अपने बयान में आगे बताया कि भागलपुर और मुंगेर से मुद्रित एवं प्रकाशित होने वाले दैनिक हिन्दुस्तान में वर्ष 2001 से 30 जून, 2011 तक आर0एन0आई0 नं0-44348/86 जो पटना के लिए आवंटित है, का प्रयोग किया गया जबकि 01 जुलाई, 2011 से 16 अप्रैल, 2012 तक आर0एन0आई0 नं0 के स्थान पर आवेदितछापा जाने लगा। पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2012 को उक्त समाचर-पत्र में आर0एन0आई0 नं0--बी0आई0एच0एच0आई0एन0/2011/41407 छापा गया।
मीडिया हाउस ने पदाधिकारियों को बेहोशी का इन्जेक्शन दे दिया?- इस पर्यवेक्षण टिप्पणी से स्पष्ट होता है कि विगत ग्यारह वर्षों से इस कारपोरेट प्रिंट मीडिया हाउस का सरकारी विज्ञापन फर्जीवाड़ा इतने लंबे अंतराल तक इसलिए चलता रहा चूंकि इस विज्ञापन फर्जीवाड़ा रोकने की जिम्मेदारी जिन केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की थीं, उन सभी वरिष्ठ सरकरी पदाधिकारियों को इस कोरपोरेट प्रिंट मीडिया ने कथित रूपमें बेहोशी का इंजेक्शनलगा दिया था। प्रेस रजिस्ट्रार कार्यालय, नई दिल्ली, डी00वी0पी0 कार्यालय, नई दिल्ली, सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशालय,पटना, बिहार, मुंगेर, भागलपुर और मुजफ्फरपुर के जिला पदाधिकारी और जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी के समक्ष हाल के वर्षों में जब भी दैनिक हिन्दुस्तान और दैनिक जागरण के अवैध प्रकाशन और अवैध सरकारी विज्ञापन प्रकाशन के मामले लाए गए, इन विभागों से जुड़े सभी वरिष्ठ पदाधिकारी इससे जुड़ी संचिका आने के बाद ही बेहोश हो जाते थे और वर्षों तक अखबार का सरकारी विज्ञापन घोटाला बेरोकटोक चलता रहा। अब केन्द्र और राज्य सरकार की जांच एजेंसियों का दायित्व है कि वे इस बात की जांच करें आखिर संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने आर्थिक अपराध के ऐसे गंभीर मामले में आखिर किन कारणों से चुप्पी साधी? यह मामला जो अबतक विश्व के समक्ष सामने आ पाया है, वह न्यायालय की सक्रियता का प्रतिफल है।
आर्थिक अपराध की जांच में जुटी जांच एजेसिंयां अखिर कब तक चुप रहेगी?- अब भी केन्द्र और राज्य सरकारों की आर्थिक अपराध की जांच से जुड़ी जांच एजेंसियां दैनिक हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण और अन्य दैनिकों के अवैध जिलावार संस्करणों और अवैध ढंग से छप रहे सरकारी विज्ञापनों के फर्जीवाड़ा के मामलों में कोई जांच नहीं कर पा रही है। क्या कोरपोरेट हाउस ने जांच एजेंसिंयों के वरिष्ठ अधिकारियों को बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया है? सबसे दिलचस्प बात यह है कि अरबों-खरबों रूपये के सरकारी विज्ञापन घोटाले में डूबे मीडिया हाउस के अखबार न्यायपालिक, कार्यपालिका और विधायिका पर आंखें तरेरने में अब भी पीछे नहीं हो रहे हैं।
सभी अभियुक्तों के विरूद्ध प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित- मुंगेर पुलिस ने कोतवाली कांड संख्या-445/2011 में सभी नामजद अभियुक्त शोभना भरतिया, अध्यक्ष, दी हिन्दुस्तान मीडिया वेन्चर्स लिमिटेड, नई दिल्ली, शशि शेखर, प्रधान संपादक, दैनिक हिन्दुस्तान, नई दिल्ली, अकु श्रीवास्तव, कार्यकारी संपादक, हिन्दुस्तान, पटना संस्करण, बिनोद बंधु, स्थानीय संपादक, हिन्दुस्तान, भागलपुर संस्करण और अमित चोपड़ा, मुद्रक एवं प्रकाशक, मेसर्स हिन्दुस्तान मीडिया वेन्चर्स लिमिटेड, नई दिल्ली के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धाराएं 420/471/476 और प्रेस एण्ड रजिस्ट्रेशन आफ बुक्स एक्ट, 1867 की धाराएं 8(बी), 14 एवं 15 के तहत लगाए गए सभी आरोपों को अनुसंधान और पर्यवेक्षण मेंसत्यघोषित कर दिया है।
सांसदों से इस विज्ञापन घोटाले को संसद में उठाने की अपील- देश के माननीय सांसदों से इस विज्ञापन घोटाले को आगामी संसद सत्र में उठाने की अपील की गई है। देश की आजादी के बाद यह पहला मौका है कि माननीय सांसद देश के कोरपोरेट मीडिया के अरबों-खरबों के सरकारी विज्ञापन घोटाले को ससबूत सदन के पटल पर रख सकेंगे। अबतक अखबार ही देश के भ्रष्टाचारियों को अपने अखबारों में नंगा करता आ रहा है। अब माननीय सांसद भी आर्थिक अपराध में डूबे शक्तिशाली मीडिया हाउस के सरकारी विज्ञापन घोटाले को संसद में पेश कर आर्थिक भ्रष्टाचारियों को नंगा कर सकेंगे।
गिरफ्तारी का आदेश और आरोप-पत्र समर्पित होना बाकी है-  विश्व के इस सनसनीखेज हिन्दुस्तान विज्ञापन घोटाले में पुलिस अधीक्षक के स्तर से पर्यवेक्षण रिपोर्ट -02 जारी होने के बाद अब कानूनतः इस कांड में सभी नामजद अभियुक्तों के विरूद्ध गिरफ्तारी का आदेश और आरोप पत्र न्यायालय में समर्पित करने की प्रक्रिया शेष रह गई है। देखना है कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के नेतृत्व में बिहार में आर्थिक अपराधियों के विरूद्ध चले रहे युद्ध में सरकार कबतक इस मामले में गिरफ्तारी का आदेश और आरोप-पत्र न्यायालय में समर्पित करने का आदेश मुंगेर पुलिस को देती है?
क्या सरकार अभियुक्तों को सजा दिला पाएगी?- विश्व के पाठक अब प्रश्न कर रहे हैं कि क्या बिहार सरकार दैनिक हिन्दुस्तान के विज्ञापन घोटाले में शामिल कंपनी की अध्यक्ष शोभना भरतिया, प्रधान संपादक शशि शेखर और अन्य संपादकों को सजा दिलाने में भविष्य में सफल होगी? दैनिक जागरण भी सरकारी विज्ञापन घोटाले में शामिल रू बिहार में दैनिक जागरण भी दैनिक हिन्दुस्तान की तर्ज पर बिहार में बिना निबंधन का अखबार प्रत्येक जिले से बदले हुए फारमेट में स्थानीय समाचारों की प्रमुखता के साथ मुद्रित, प्रकाशित और वितरित कर भागलपुर और मुजफ्फरपुर संस्करणों के नाम से अवैध ढंग से सरकारी विज्ञापन लंवे समय से प्राप्त करता आ रहा है और करोड़ों-अरबों में सरकारी राजस्व को चूना लगाता आ रहा है।

मध्य प्रदेश बारिश से तरबतर: हालात हुए बेकाबू


मध्य प्रदेश बारिश से तरबतर: हालात हुए बेकाबू

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। देश के हृदय प्रदेश में बारिश का आलम यह है कि लोग पांच दिनों से भगवान भास्कर के दर्शन को तरस गए हैं। लोगों के घरों में सीलन भर गई है, और पहनने के कपड़े सूख नहीं पाने से सड़ांध मार रहे हैं। कुदरत के इस कहर से लोग घबराए हुए हैं। तेज वर्षा से उपजी बाढ़ की स्थित से हालत बेकाबू होते दिख रहे हैं।
हफ्तेभर के बाद फिर मानसून पूरे प्रदेश पर छा गया है। नेशनल व स्टेट हाईवे सहित कई मार्गाे पर पुल टूटने से ट्रैफिक बाधित है। नर्मदा उफान पर है। इंदिरा सागर बांध के 12 और ओंकारेश्वर के सात गेट खोले गए हैं। होशंगाबाद में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सेना बुलाई गई है।
मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि भोपाल (5.59 इंच), बैतूल (3.42), होशंगाबाद (6.86), रायसेन (3.77), पचमढ़ी (10.39) बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा होशंगाबाद से साई संवाददाता विवेक गौर ने बताया कि नर्मदा- होशंगाबाद में सेठानी घाट पर पानी खतरे के निशान को छू गया है। नेमावर में खतरे के निशान से तीन फीट ऊपर (888 फीट) बह रहा है। धरमपुरी, कुक्षी और मनावर तहसील के नर्मदा किनारे के क्षेत्रों में अलर्ट।
प्रदेश भर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के सूत्रों ने बताया कि हालात कामेबेश हर जगह बेकाबू ही नजर आ रहे हैं। विदिशा और रायसेन में बेतबा का जलस्तर प्रति घंटे बढ़ रहा है। उधर,  कंदेली, पोपवती, ईदनाचांदनी, हथेड़, ताप्ती, माचना, सूखी, धार नदियां भी उफान पर हैं। आलम यह है कि इटारसी क्षेत्र में 40 से अधिक गांवों में पानी भर गया है। वहीं दूसरी ओर होशंगाबाद के 25 गांवों को खाली करने के आदेश दे दिए हैं।
मालवांचल से समाचार एजेंसी ऑॅफ इंडिया के इंदौर ब्यूरो से विजय सिंह राजपूत ने बताया कि इंदौर में पहले रिमझिम फिर तेज बारिश हुई। देर रात तक बादल बरसते रहे। देवास जिले में भी बारिश का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा और झारखंड में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण आगामी 48 घंटे में भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर तथा चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर अत्यधिक वर्षा होने का अनुमान है।
उधर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के भोपाल ब्यूरो से नंद किशोर ने बताया कि कलेक्टर मोहनलाल मीना के मुताबिक, कल रात ग्राम पोलहा में दो महिलाओं, एक बच्चे सहित पांच लोग लोग अपने खेत में सो रहे थे। इस दौरान रात में हुई लगातार तेज वर्षा से बाढ़ की स्थिति निर्मित होने से पानी ने इस गांव को चारों तरफ से घेर लिया। इससे यह पांच लोग खेत में फंसे रह गए। उन्होंने बताया कि दाहोद के पास केरवा नदी में बाढ़ आ जाने से इस गांव  को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया।
वहीं पुलिस अधीक्षक आईपी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि बाढ़ के पानी में फंसे इन पांचों लोगों को बचाने के लिए राहत एवं बचाव दल सुबह मौके पर पहुंच गया था। आखिरकार इन्हें सुरक्षित बचा लिया गया। जिले में तेज वर्षा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर पगनेवर नदी के पुल पर लगभग पांच फीट पानी उपर बहने से रायसेन का विदिशा से सड़क संपर्क टूट गया और शहर के कई इलाकों में घरों में पानी घुसने से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इसके साथ ही रेहटी, औबेदुल्ला मार्ग पर भी देलवाड़ी के पास रपटे के ऊपर से पानी बहने से मार्ग के दोनों तरफ  वाहन की लंबी कतारें लग गईं। जिले में पिछले 12 घंटों के दौरान 96 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। इस दौरान सर्वाधिक 200 मिलीमीटर वर्षा गौहरगंज तहसील में हुई।
निचली बस्तियों में पानी भरारूपिछले 24 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश से इटारसी शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए। सोमवार सुबह 5 इंच और शाम 4 बजे तक 8 इंच बारिश दर्ज की गई। जिससे शहर के नाला मोहल्ला, पीपल मोहल्ला, बंगलिया, काबड़ मोहल्ल, मालवीयगंज, पुरानी इटारसी, सूरजगंज समेत पॉस कॉलोनियों के मकानों में भी पानी समा गया।
इधर पथरौटा गांव का तालाब लबालब हो गया। यहां से आसपास रहने वाले 30 परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया। लगतार बारिश से तवा डेम के 13 गेट 30-30 फीट तक खोलने पड़ गए। शहर के सब स्टेशन में पानी भर जाने से सुबह 11 बजे से पूरे शहर की बिजली बंद रही। नेशनल हाईवे 69 पूरी तरह से बंद रहा। दो दर्जन गांवों में पानी, 500 लोग बाढ़ में फंसे, एक युवती की मौत हो गई बताई जाती है।
ब्लॉक में दो दर्जन से अधिक गांवों में तवा नदी का पानी घुस गया। ग्राम बालाभेंट, झालसरसेठ, गुराडियामोती, रजौन, शुक्करवाड़ा फाम समेत अन्य ग्रामों में 500 से अधिक लोग बाढ़ के पानी में फंसे हैं। बाढ़ से बचने के लिए लोग पेड़ों पर चढ़े हुए हैं। कई जानवर भी बह गए हैं। तवा पुल अंचलखेड़ा के बीच 500 मीटर तक 4 फीट से अधिक पानी मार्ग पर आ जाने के कारण रास्ता बंद है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के चम्बल ब्यूरो से राजीव सक्सेना ने खबर दी है कि लंबे अरसे से बारिश का इंतजार अब समाप्त हो गया है। लेकिन दो घंटे हुई तेज बारिश ने दो घरों की खुशियां छीन लीं और हजारों लोगों को बेहाल कर दिया। हालत यह थी कि शहर के प्रमुख मार्ग पानी से लबालब थे। शहर मानो थम सा गया था। शहरवासियों को सबसे ज्यादा तकलीफ दे रही थी निगम प्रशासन की लापरवाही।
शहर में सोमवार को हुई तेज बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कैंसर पहाड़ी पर एक दीवार ढहने से एक महिला की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। उधर, बिजली गिरने से गोला पहाड़िया क्षेत्र में एक युवक की मौत हो गई। रविवार से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। सुबह से रिमझिम बारिश होती रही। दोपहर सवा दो बजे से सवा चार बजे तक जमकर बारिश हुई। बारिश के कारण सड़कों पर पानी भरने से ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया। निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर गया।
हालत यह थी कि बारिश थमने के दो घंटे बाद भी लोग पानी निकालते रहे। सोमवार को दो घंटे के दौरान 75.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि रविवार को 17.4 मिमी हुई थी। अगस्त माह में अब तक 96 मिलीमीटर पानी गिर चुका है। शहर में अब तक कुल औसत बारिश से आधा पानी ही गिरा है।
बारिश के कारण पिछले दिन की तुलना में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 30 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 1.5 डिग्री कम था। पिछले दिन की तुलना में न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री गिरावट के साथ 25 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
संपूर्ण ग्वालियर-चंबल अंचल, दो दिन से जारी झमाझम बारिश से अंचल तरबतर हो गया है। ग्वालियर में सोमवार को 75.1 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई जबकि दतिया में 81 मिमी। इस मानसून सीजन में यह रिकार्ड एक दिनी बारिश है। भिंड और शिवपुरी में 20-20 एवं मुरैना में 10 मिमी बारिश हुई। श्योपुरवासियों को रिमझिम बारिश से ही संतोष करना पड़ा।
ग्वालियर में सोमवार को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक 75 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले सात साल में यह एक दिन की सबसे तेज बारिश है। इससे पूर्व वर्ष 2006 में 24 जून को दो घंटे में 116 मिलीमीटर पानी गिरा था। वर्ष 2011 में भी 29 अगस्त को डेढ़ घंटे में 69 मिमी पानी गिरा था। झमाझम बारिश से अंचल में किसानों के चेहरों पर छाई मायूसी काफी हद तक दूर हो गई है। शहर में जहां सड़कें तो गांवों में खेत लबालब हो गए हैं।
प्रदेश भर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार अनेक रास्ते बंद, होने से जाम लग गया है।  रात भर से हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं, जिससे विभिन्न शहरों का आपस में आवागमन अवरुद्ध हो गया है। रायसेन जिले के ग्राम ताड़ी में बारना नदी उफनकर दर्जनभर घरों में घुस गई। इनमें रहने वाले परिवारों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
उधर, इसी जिले में सागर-भोपाल मार्ग पर दरगाह के पास नाले के उफान पर आने से यहां पर करीब चार घंटे तक यातायाता थमा रहा। वहीं नेशनल हाईवे 86 रायसेन-सांची मार्ग कौड़ी नदी के पुल पर 12 फीट से ज्यादा पानी होने से यह रास्ता भी बंद हो गया। जबकि सागर रोड पर टोल टैक्स नाका के पास नाला चढऩे से सागर मार्ग भी सुबह से बंद है। बारिश का दौर जारी रहने से उक्त रास्ते शुरू होने की संभावना कम बनी हुई है।
गौहरगंज और औबेदुल्लागंज के आसपास के करीब दो दर्जन गांव भारी बारिश से प्रभावित हैं। इन गांवों के रहवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। कलेक्टर ने तहसील में अलर्ट जारी कर दिया है। भारी बारिश के कारण पोलाहा गांव स्थित केरवा नदी में पानी आने से आधा दर्जन लोग बाढ़ में फंस गए थे। जिन्हें दस घंटे की कोशिशों के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। ग्राम वासियों ने आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन पर नाराजगी जताई है। आग लगने पर कुआं खोदने वाली कहावत केरवा में फंसे लोगों को निकालने में चरितार्थ हुई। बीती रात तहसील में आठ इंच बारिश मापी गई।

एसी कोच खोजते रहे पेंचव्हेली में यात्री


एसी कोच खोजते रहे पेंचव्हेली में यात्री

(सुनील श्रीवास्तव)

छिंदवाड़ा (साई)। केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के संसदीय क्षेत्र जिला छिंदवाड़ा के जिला मुख्यालय से भोपाल तक चलने वाली पेंचव्हेली फास्ट पैसेंजर रेलगाड़ी को इंदौर तक बढ़ाया गया है, इस रेल में सोमवार को यात्री वातानुकूलित शयनयान का डिब्बा इंदौर के रेल्वे स्टेशन पर खड़ी रेलगाड़ी में खाजते रहे।
इंदौर-छिंदवाड़ा पैंचवेली फास्ट पैसेंजर ट्रेन में सोमवार को रेलवे थर्ड एसी का कोच लगाना भूल गया। जब ट्रेन प्लेटफॉर्म चार पर लगी तो यात्रियों ने देखा कि ट्रेन में एसी कोच लगी ही नहीं है। रेलवे की इस लापरवाही को देख यात्री हैरान हो गए। इसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया।
इसके बाद ताबड़तोड़ कोच लगाया गया। इस कसरत में 1.25 बजे रवाना होने वाली ट्रेन दोपहर 2.25 बजे रवाना हुई। इससे यात्री काफी परेशानी हुए। रेलवे का तर्क है कि पैंचवेली ट्रेन में प्लेटफॉर्म पर ही थर्ड एसी का कोच लगाया जाता है। इधर, यात्रियों का कहना है एसी के यात्रियों ने आपत्ति ली तो कोच लगवाया गया। ट्रेन को बीच में से अलग कर शंटिंग की गई और स्टेब्लिंग लाइन में खड़े कोच को जोड़कर पैंचवेली ट्रेन में लगाया गया।
रेल्वे के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पैंचवेली ट्रेन के रैक का उपयोग इंदौर-भोपाल पैसेंजर और इंदौर-मक्सी पैसेंजर ट्रेन के लिए होता है। थर्ड एसी की सुविधा पैंचवेली में तो है लेकिन बाकी ट्रेनों में नहीं है इसलिए यह कोच मक्सी-इंदौर पैसेंजर ट्रेन के इंदौर पहुंचने पर लगाना पड़ता है।
यह रैक पैंचवेली में बदल जाता है। रेलवे यदि रैक में एसी कोच स्थायी रूप से लगा दे और पैंचवेली के समय उसके ताले खोल दे तो कोच बीच में जोड़ने की मशक्कत नहीं करना पड़ेगी। थर्ड एसी कोच इधर से उधर करने के कारण अकसर पैंचवेली ट्रेन लेट होती है।

राजधानी में 68 वर्षीया वृद्धा की निर्मम हत्या


राजधानी में 68 वर्षीया वृद्धा की निर्मम हत्या

(ब्यूरो कार्यालय)

पटना (साई)। राजधानी में एक सेवानिवृत इंजीनियर की 68 वर्षीया पत्नी की हत्या उनके ही घर में तेज हथियार से काटकर कर दी गयी। मिली जानकारी के अनुसार घटना राजधानी पटना के कंकड़बाग इलाके में घटित हुई। बिजली विभाग के सेवानिवृत इंजीनियर श्यामनंदन प्रसाद पी सी कालोनी के मकान संख्या 21 में रहते हैं।
कल दोपहर अपराधियों ने उनकी पत्नी कृष्णा प्रसाद की हत्या उनके घर में तेज हथियार से कर दी। उनकी लाश उनके बाथरुम में पायी गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश को अपने कब्जे में ले लिया और शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया। खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी की गिरफ़्तारी की सूचना नहीं मिली है।