जबरन फेल कर रहे
सीबीएसई स्कूल
(आशय अर्गल)
इंदौर (साई)। अपने
नामी गिरामी शाला का रसूख बरकरार रखने की गरज से कमजोर विद्यार्थियों को जबरन ही
फेल कर टीसी पकड़ाई जाने की खबरें प्रकाश में आई हैं। शहर के कई बड़े और नामी
सीबीएसई स्कूल अपना 10वीं और 12वीं का बोर्ड रिजल्ट सुधारने के लिए नौवीं
और 11वीं के
थोड़े से भी कमजोर बच्चों को फेल कर रहे हैं। बाद में वे फेल छात्रों को पास की
टीसी थमाकर डमी स्कूल में भेज रहे हैं। इस गड़बड़झाले की लगातार शिकायत मिलने पर
सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल) ने 60 स्कूलों को नोटिस
जारी किया है। इसमें स्कूलों को सख्ती से कहा गया है कि वे ऐसा न करें, वर्ना कार्रवाई की
जाएगी।
दरअसल, ये स्कूल बोर्ड
रिजल्ट सुधारने के लिए ९वीं और 11वीं के छात्रों को कठिन विषयों में २-३
अंकों से रोक रहे हैं। साइंस के विभिन्न विषयों में कमजोर छात्रों को प्रैक्टिकल
में रोका जाता है। महज कुछ अंकों से फेल होने से हताश ये छात्र जब भी आवाज उठाते
तो उन्हें स्कूल से निकाल दिया जाता है, ताकि अगली बोर्ड परीक्षा में वे ही शामिल हो
सकें जिनमें मेरिट में आने का माद्दा हो।
बताया जाता है कि
पास की टीसी लो और डमी स्कूल से 12वीं करो- नौवीं और 11वीं में एक या दो
विषय में पूरक लाने वाले छात्रों को पूरक परीक्षा में बैठाने के बजाय स्कूल छोड़ने
पर मजबूर किया जाता है। उन्हें उत्तीर्ण की टीसी देकर किसी भी डमी स्कूल में 10वीं या 12वीं में एडमिशन
दिलवा दिया जाता है। यह सारी कवायद इसलिए होती कि डमी स्कूल में वह छात्र बोर्ड
परीक्षा में कम अंक भी लाया तो इस स्कूल की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।
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