गैंगरेप वीडियो
कांड टीआई परेड में पीड़िता ने कहा दिनेश ही है सौरभ
(ब्यूरो कार्यालय)
पटना (साई)।
गैंगरेप वीडियो कांड एक बार फ़िर उलझता प्रतीत हो रहा है। अभियुक्त सुशांत के नौकर
दिनेश की पहचान पीड़िता ने सौरभ के रुप में की है। इस आशय की जानकारी कल सिटी एसपी
जयंतकांत ने बताया कि मामले की तफ़्तीश के दौरान पीड़िता के सामने सभी अभियुक्तों का
टीआई परेड कराया गया। इस परेड के बाद पीड़िता ने दिनेश को ही सौरभ बताया है। बताते
चलें कि दिनेश ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष यह बयान दिया था कि उसका नाम
दिनेश पासवान है। वह सौरभ नहीं है। उसने यह भी बताया था कि वह सौरभ को पहचानता है।
उधर, कल विधानमंडल के
दोनों सदनों में गैंगरेप मामले को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा किया। पूरा सदन कौन
है सौरभ, कौन है
घ्षभ आदि सवालों से गूंज उठा। विधानसभा में विपक्ष की ओर से मुख्य सचेतक सम्राट
चौधरी और भाई वीरेंद्र ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में बताया कि गैंगरेप मामले में
पुलिस द्वारा की गयी जांच संदिग्ध है और दो अभियुक्तों को बचाने की साजिश रची जा
रही है। सम्राट चौधरी ने सदन में कहा कि जब गया जिले में एक जापानी युवती के साथ
गैंगरेप हुआ था तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि उन्हें रातभर नींद नहीं
आयी।
अब जब बिहार की
बेटी के साथ गैंगरेप हुआ है तो फ़िर वे चुप क्यों हैं? विपक्ष के
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सदन को बताया कि पुलिस
न तो किसी को बचाने का काम कर रही है और न ही फ़ंसाने की। सरकार की ओर जवाब देते
हुए जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि इस मामले की स्पीडी ट्रायल होगी।
पीड़िता द्वारा
बिहार राज्य महिला आयोग को दिये गये बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और
उसमें नामजद अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। श्री चौधरी ने सदन को यह
भी बताया कि पीड़िता ने धारा 164 के तहत दिये अपने बयान में कुल 8 लोगों के नाम
बताये हैं। पीड़िता का बयान दुबारा लिया जा रहा है ताकि सौरभ और घ्षभ की पहचान हो
सके। सरकार की ओर से दिये गये जवाब से असंतुष्ट विधानपरिषद में विपक्ष ने वाक आउट
किया और विधानसभा में वेल में जाकर सरकार विरोधी नारे लगाये।
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