7, रेसकोर्स पर हैं ममता की नजरें
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की तरह ही देश की दूसरी महिला
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सधे कदमों से इस बात का इंतजार करती नजर आ रही हैं कि
उन्हें कब स्वाधीनता दिवस पर लाल किले की प्रचीर से संबोधन करने का मौका मिले।
इसके लिए जरूरी जमावट में जुट चुकी ममता बनर्जी ने अब अपने घर को सबसे पहले
व्यवस्थित करना आरंभ कर दिया है।
ममता बनर्जी की
गुपचुप तैयारियों की भनक उस समय लगी जब त्रणमूल सांसद सुदीप बनर्जी ने अति उत्साह
में ममता की तारीफ में कशीदे गढ़ते हुए कह दिया कि ममता बनर्जी वर्तमान में सबसे
ईमानदार नेता हैं,
और देश के नागरिक ईमानदार व्यक्ति को ही प्रधानमंत्री के पद
पर देखना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्तमान प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को
ईमानदार तो माना जाता है पर उन्हें घपले, घोटालों, भ्रष्टाचार के
ईमानदार संरक्षक के बतौर भी देखा जाता है।
सुदीप ने संकेत दिए
कि त्रणमूल कांग्रेस अगला आम चुनाव अपने दम पर ही लड़ेगी और पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर वह अपने
प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश के लोग चाहते हैं कि ईमानदार, स्वच्छ छवि वाले व
मेहनती नेता को प्रधानमंत्री बनने का मौका मिले। मौजूदा समय में देश में इस तरह के
कुछ नेताओं में ममता का नाम सबसे ऊपर है।
त्रणमूल सुप्रीमो
ममता बनर्जी के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के साथ चर्चा के दौरान
कहा कि दरअसल, ममता
बनर्जी बेहद उत्साहित हैं, क्योंकि एल.के.आड़वाणी ने अपने ब्लाग पर लिख दिया है कि अगला
प्रधानमंत्री कांग्रेस या भाजपा का नहीं होगा। वैसे ममता बनर्जी की ईमानदारी पर
अभी तक कोई दाग नहीं लगा है, फिर भी उनकी एकला चलो रे की नीति के चलते
उनकी राह में शूल ही शूल नजर आ रहे हैं।
सूत्रों ने यह भी
कहा कि ममता बनर्जी की नजरें पश्चिम बंगाल के साथ ही साथ इससे लगे राज्यों पर भी
हैं। देश के मध्य इलाकों के राज्यों में भी ममता बनर्जी अपनी पार्टी का विस्तार
करने की योजना बना रही हैं। कांग्रेस और भाजपा के कुछ असंतुष्ट नेता भी ममता के
संपर्क में हैं, जिनकी
बैसाखी पर त्रणमूल कांग्रेस का संगठन पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में भी
खड़ा किया जा सकता है।
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