एसी कोच खोजते रहे
पेंचव्हेली में यात्री
(सुनील श्रीवास्तव)
छिंदवाड़ा (साई)।
केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के संसदीय क्षेत्र जिला छिंदवाड़ा के जिला मुख्यालय से
भोपाल तक चलने वाली पेंचव्हेली फास्ट पैसेंजर रेलगाड़ी को इंदौर तक बढ़ाया गया है, इस रेल में सोमवार
को यात्री वातानुकूलित शयनयान का डिब्बा इंदौर के रेल्वे स्टेशन पर खड़ी रेलगाड़ी
में खाजते रहे।
इंदौर-छिंदवाड़ा
पैंचवेली फास्ट पैसेंजर ट्रेन में सोमवार को रेलवे थर्ड एसी का कोच लगाना भूल गया।
जब ट्रेन प्लेटफॉर्म चार पर लगी तो यात्रियों ने देखा कि ट्रेन में एसी कोच लगी ही
नहीं है। रेलवे की इस लापरवाही को देख यात्री हैरान हो गए। इसके बाद उन्होंने जमकर
हंगामा किया।
इसके बाद ताबड़तोड़
कोच लगाया गया। इस कसरत में 1.25 बजे रवाना होने वाली ट्रेन दोपहर 2.25 बजे रवाना हुई।
इससे यात्री काफी परेशानी हुए। रेलवे का तर्क है कि पैंचवेली ट्रेन में प्लेटफॉर्म
पर ही थर्ड एसी का कोच लगाया जाता है। इधर, यात्रियों का कहना है एसी के यात्रियों ने
आपत्ति ली तो कोच लगवाया गया। ट्रेन को बीच में से अलग कर शंटिंग की गई और
स्टेब्लिंग लाइन में खड़े कोच को जोड़कर पैंचवेली ट्रेन में लगाया गया।
रेल्वे के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पैंचवेली ट्रेन के रैक का उपयोग
इंदौर-भोपाल पैसेंजर और इंदौर-मक्सी पैसेंजर ट्रेन के लिए होता है। थर्ड एसी की
सुविधा पैंचवेली में तो है लेकिन बाकी ट्रेनों में नहीं है इसलिए यह कोच
मक्सी-इंदौर पैसेंजर ट्रेन के इंदौर पहुंचने पर लगाना पड़ता है।
यह रैक पैंचवेली
में बदल जाता है। रेलवे यदि रैक में एसी कोच स्थायी रूप से लगा दे और पैंचवेली के
समय उसके ताले खोल दे तो कोच बीच में जोड़ने की मशक्कत नहीं करना पड़ेगी। थर्ड एसी
कोच इधर से उधर करने के कारण अकसर पैंचवेली ट्रेन लेट होती है।
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