शनिवार, 13 अप्रैल 2013

खौफ का पर्याय बन गए थे प्राण


खौफ का पर्याय बन गए थे प्राण

(लिमटी खरे)

रूपहले पर्दे के अदाकार प्राण का नाम आते ही घरों की स्त्रीयों में एक दहशत छा जाती थी। सिनेमाघरों में प्राण को देखकर महिलाएं अपने बच्चों को अपने आंचल में छिपा लेती थीं। उस दौर में महिलाओं को लगता था कि पर्दे पर जो हो रहा है वह हकीकत में हो रहा है। प्राण इतना जीवंत अभिनय करते थे थे कि उनका विलेन का स्वरूप जी उठता था, इसलिए महिलाओ में उनके इमेज बेहद खराब बनी हुई थी। वास्तव में प्राण बेहद जिंदादिल इंसान थे। समय के साथ उन्होंने केरेक्टर आर्टिस्ट के रूप में अपने आप को स्थापित किया। पहले वे विलेन के रूप में जबर्दस्त तरीके से स्थापित हो चुके थे।

बालीवुड के प्रसिद्ध विलेन और चरित्र अभिनेता प्राण सिकंद को फिल्मों में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह सम्मान भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के के नाम पर दिया जाता है। प्राण को तीन मई को विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में सम्मान दिया जायेगा. अपने छह दशक के कैरियर में 400 से अधिक फिल्में कर चुके प्राण ने 1998 में अभिनय को अलविदा कह दिया था। प्राण की हालत नाजुक है इसलिए वे शायद ही पुरूस्कार लेने जा पाएं।
12 फरवरी 1920 को दिल्ली में जन्म लेने वाले प्राण आज 93 वर्ष के हैं। प्राण का वास्तविक नाम प्राण किशन सिकन्द है। प्राण के पिता लाला केवल कृष्ण सिकंद एक सरकारी ठेकेदार थे, जो आम तौर पर सड़क और पुल का निर्माण करते थे। देहरादून के पास कलसी पुल उनका ही बनाया हुआ है। अपने काम के सिलसिले में इधर-उधर रहने वाले लाला केवल कृष्ण सिकंद के बेटे प्राण की शिक्षा कपूरथला, उन्नाव, मेरठ, देहरादून और रामपुर में हुई।
प्राण ने अपना कैरियर फोटोग्राफर के बतौर लाहौर में आरंभ किया था। प्राण एक्टर नहीं फोटोग्राफर बनना चाहते थे। प्राण ने आरंभ में महिलाओं का किरदार भी निभाया। उन्होंने सबसे पहले अपने शहर की रामलीला में सीता का किरदार निभाया था। प्राण को 1940 में यमला जटनामक फिल्म में पहली बार काम करने का अवसर मिला।
जब मुंबई आए प्राण तब उन्होनें फिल्मों में काम करना आरंभ किया ओर प्राण की पहली सबसे बड़ी हिट फिल्म थी बीआर चोपड़ा की अफसाना (1951) रही। एक अनुमान के अनुसार प्राण ने आधी सदी तक रूपहले पर्दे पर अपनी जानदार शानदार अदाकारी का जलवा दिखाया और चार सौ से अधिक फिल्मों में काम किया।
प्राण ने अपनी अधिकांश फिल्मों में बरखुरदार शब्द का इस्तेमाल किया। उनकी लटकती जुल्फें और बरखुरदार उनकी पहचान बन गई थी। आजादी के उपरांत सन 1948 में रिलीज जिद्दी और बड़ी बहन से उनकी पहचान खलनायक के रूप में बननी शुरू हुई और यही से शुरू हुआ प्राण का नया सफर। जिसमे राम और श्याम में उनकी भूमिका दमदार रही। प्राण विलेन ही नहीं रहे उन्होंने उपकार में मंगल चाचा का किरदार निभाकर अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया।
जिस तरह पचहत्तर में आई अमिताभ बच्चन धर्मेंद्र अभिनीत शोले में गब्बर सिंह का किरदार अमजद खान ने निभाकर महिलाओं के दिल में दहशत पैदा कर दी थी, उसी तरह सत्तर के दशक के पहले प्राण को देखकर ही महिलाओं के मन से उन्हें बद्दुआ देना आरंभ कर देती थीं। प्राण की अदाकारी में इतना दम था कि वे महिलाओं और बच्चों के खासे दुश्मन बन बैठे थे।
निजी जिंदगी में प्राण अपनी इस इमेज से हटकर ही हैं। उनको खेलों का बड़ा शौक है। खिलाड़ियों की मदद को तो वह हरदम तैयार रहते हैं। बताया जाता है कि उन्होंने एक बार क्रिकेट अधिकारियों से कहा था कि वह कपिल देव की ऑस्ट्रेलिया में ट्रेनिंग का पूरा खर्चा उठाने के लिए तैयार हैं। प्राण चौरिटी के लिए क्रिकेट मैच भी खूब कराते थे। प्राण ने फुटबॉल टीम बॉम्बे डायनमॉस को भी मदद की थी।
माना जाता है कि इंडियन सोसायटी में प्राण का नाम इतना बदनाम था कि साठ से सत्तर के दशक के बीच किसी ने भी अपने बच्चे का नाम प्राण नहीं रखा। एक्टिंग प्राण की पूजा थी। उनके करीबी बताते हैं कि फिल्म जंजीर में यारी है ईमान मेरा की शूटिंग के दौरान उनकी पीठ में जबर्दस्त दर्द था, पर उन्होंने इस दर्द के बाद भी जमकर नाचा।
वैसे प्राण का पूरा नाम प्राण किशन सिकंद है। उनकी शादी 1945 में शुक्ला अहलूवालिया से हुई। उनसे उनके दो बेटे अरविंद, सुनील व एक बेटी पिंकी है। प्राण को कुत्ते बहुत पसंद हैं। साथ ही उन्हें पाइप कलेक्ट करने का भी बड़ा शौक है। उन्होंने कई देशों के पाइप इकट्ठे किए हुए हैं। एसे अदाकार को उम्र के इस पड़ाव में दादा साहेब फाल्के अवार्ड से नवाजना फक्र की बात है पर अगर यह सम्मान उन्हें दस बीस साल पहले मिल जाता तो वे अपनी खुशी का इजहार बेहतर तरीके से कर सकते थे। (साई फीचर्स)

पीएम लौटे स्वदेश


पीएम लौटे स्वदेश

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जर्मनी की तीन दिन की सफल यात्रा के बाद कल रात नई दिल्ली लौट आए हैं। इससे पहले बर्लिन में जारी संयुक्त बयान में दोनों देशों ने सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाने और आपसी हित के लिए अंतरसरकारी वार्ता की सफल व्यवस्था को जारी रखने का फैसला किया। दोनों देशों ने एक दूसरे के यहां कारोबारियों की आवाजाही आसान बनाने का फैसला किया है ताकि दोनों देशों में निवेश को प्रोत्साहन मिल सके। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दस समझौतों तथा सहमति ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
पीएमओ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि भारत और जर्मनी ने व्यापार और द्विपक्षीय निवेश ऊर्जा, ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, संस्कृति शिक्षा और शिक्षण, शोध और तकनीकी सहित कई क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए पहल की है। दोनों देशों का मानना है कि सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग से द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। दोनों देशों ने उच्चस्तरीय अंतर सरकारी बातचीत की वर्तमान व्यवस्था को जारी रखने का निर्णय लिया है साथ ही शिक्षा ग्रीन ऊर्जा और विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में आपसी संबंध और बढ़ाने के प्रति उत्साह दिखाया है।
पीएमओ के सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि दोनों देशों ने साइबर अपराध, आंतकवाद से निपटने और सुरक्षा के बारे में एक दूसरे के अनुभव और कौशल के आदान प्रदान का भी ब्यौरा लिया है। भारत और जर्मनी ने ईरान से अपील की है कि वे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के बारे में अंतरराष्ट्रीय विश्वास को बहाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मनकों को पूरा करें।
वहीं, संयुक्त बयान में भारत और जर्मनी ने ईरान से कहा है कि अपना अंतर्राष्ट्रीय दायित्व पूरा करे और अपने परमाणु कार्यक्रम के केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए होने के बारे में दुनिया का विश्वास बहाल कराए। दोनों देशों ने परमाणु मुद्दे पर उत्तर कोरिया की भी निंदा की है।
उन्होंने परमाणु हथियार और विकिरण आधारित आतंकवाद के खतरे कम करने के लिए राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने रासायनिक, जैविक तथा विषैले हथियारों से संबंधित समझौतों को पूरी तरह और असरदार ढंग से लागू करने का संकल्प दोहराया।

पंजाब की सभी पंचायतें भंग


पंजाब की सभी पंचायतें भंग

(ए.के.शर्मा)

चंडीगढ़ (साई)। पंजाब राज्य में पंचायत चुनावों की आहट सुनी जा रही है। पंजाब सरकार ने राज्य में सभी बारह हजार सात सौ पचहत्तर पंचायतें भंग कर दी हैं। इससे पंचायत चुनावों का रास्ता साफ हो गया है। राज्य के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री सुरजीत सिंह राखरा ने सभी पंचायतों को भंग किये जाने की घोषणा करते हुए बताया कि चुनाव प्रक्रिया इस साल ३१ मई से पहले पूरी कर ली जाएगी।
चंडीगढ़ के निकट मोहाली में कल एक पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने कहा कि चुनाव अधिसूचना एक सप्ताह के भीतर जारी की जा सकती है। उन्होंने पंजाब सरकार का यह संकल्प दोहराया कि पूरी पारदर्शिता बरतते हुए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएँगे। 

ट्राई ने जारी किया टेरिफ आदेश का मसौदा


ट्राई ने जारी किया टेरिफ आदेश का मसौदा

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ट्राई ने कल टैरिफ आदेश का मसौदा जारी किया। इसमें डिजीटल केबल टी वी सिस्टम के लिए सेट टॉप बॉक्स के वास्ते मानक टैरिफ पैकेज का सुझाव दिया गया है और सभी सम्बद्ध पक्षों से राय मांगी गई है। नई दिल्ली में एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए प्राधिकरण ने मानक टैरिफ पैकेज का सुझाव दिया है जो डीटीएच, केबल ऑपरेटरों और सेवा उपलब्ध कराने वाली अन्य कंपनियों के लिए अनिवार्य होगा।
इस महीने ३८ शहरों में केबल टीवी डिजिटीकरण के पहले चरण में ८५ प्रतिशत से अधिक काम पूरा हुआ है, जबकि अन्य शहरों में लगभग सौ प्रतिशत काम हो चुका है। बाकी शहरों में डिजिटीकरण जोरों पर चल रहा है। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार ३८ शहरों में मल्टी सिस्टम ऑपरेटर और डायरेक्ट टू होम ऑपरेटर १३६ लाख सैटटॉप बॉक्स लगा चुके हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय केबल टीवी एनालॉग सिग्नल को डिजिटल मोड में बदलने के दूसरे चरण पर लगातार नजर रखे हुए है, जिसकी समयसीमा ३१ मार्च को समाप्त हो चुकी है। सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी उपभोक्ताओं की रूचि को ध्यान में रखते हुए लगातार इसकी प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।

नारायणन ने मांगी मांफी


नारायणन ने मांगी मांफी

(प्रतुल बनर्जी)

कोलकता (साई)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एम. के. नारायणन ने तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से हिंसक कार्रवाई के लिए प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के छात्रों से कल माफी मांगी। विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करते हुए श्री नारायणन ने कहा कि वे कुलाधिपति के रूप में छात्रों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में हुई हिंसा को एक बदनुमा दाग बताते हुए कहा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ दुबारा नहीं होनी चाहिए।
राजभवन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस बीच पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग ने इस घटना की जाँच पुलिस के साथ-साथ प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के पूर्व प्राचार्य अमोल मुखोपाध्याय से कराने के आदेश दिये हैं। कोलकाता पुलिस ने प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ की घटना के सिलसिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता सहित पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश कारात ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा पर नई दिल्ली में हुए हमले के मुद्दे पर राज्यपाल एम. के. नारायणन की टिप्पणी के बारे में शिकायत की है।

मनीष तिवारी की राह में शूल बोता डीडी


मनीष तिवारी की राह में शूल बोता डीडी

(प्रदीप चौहान)

नई दिल्ली (साई)। सरकारी मीडिया दूरदर्शन द्वारा सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी और कांग्रेस की फजीहत करना आरंभ कर दिया है। डीडी पर मुसलमानों के लिए प्रसारित होने वाले प्रोग्राम में सुअर के मांस से सूप बनाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में अल्पसंख्यक अब कांग्रेस को गरियाते नजर आ रहे हैं।
दूरदर्शन के उर्दू चौनल पर प्रसारित होने वाले एक प्रोग्राम से विवाद खड़ा हो गया है। डीडी उर्दू पर एक कूकिंग शो प्रोग्राम श्टेस्ट की बात हैश् नाम से प्रसारित होता है। 9 अप्रैल को इस प्रोग्राम का एक एपिसोड सूअर की रेसिपी पर फोकस था। इसमें खास करके सूअर के सूप बनाने और उसके टेस्ट को लेकर नुस्खे बाताए जा रहे थे। लेकिन, इस प्रोग्राम में खास करके सूअर की रेसिपी को शामिल करने की बात मुस्लिम दर्शकों के गले नहीं उतर रही है।
अब इस प्रोग्राम की मुस्लिम समुदाय के कई सेक्शन की तरफ तीखी आलोचना हो रही है। इस समुदाय के नेता और विद्वान प्रोगाम को प्रसारित करने के फैसले से हैरान हैं। इनका कहना है कि यह पूरी तरह से साफ है कि उर्दू चौनल देखने वालों में सबसे ज्यादा मुस्लिम दर्शक हैं, लेकिन चौनल ने इस एपिसोड को प्रसारित कर अपनी असंवेदनशीलता का ही परिचय दिया है। क्या इन्हें पता नहीं है कि इस्लाम में सूअर हराम है।
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में इस्लामिक स्टडिज के प्रफेसर अख्तरुल वासे ने कहा कि उर्दू चौनल सिर्फ मुस्लिम खान-पान पर ही बात नहीं करता है। इसके बावजूद वैसे प्रोग्राम को प्रसारित करने से पहले सतर्क रहना चाहिए जिससे मजहबी सेंटिमेंट आहत होता है। इससे बचा जा सकता था।
इस विवाद पर डीडी उर्दू के प्रोग्रामिंग एग्जेक्युटिव एम. सेनगुप्ता ने कहा कि कूकिंग सीरीज श्टेस्ट की बात हैश्अलग-अलग पाक शैली, लाइफ स्टाइल पर एपिसोड प्रसारित करता है। इसमें कोइ खास समुदाय पर फोकस नहीं किया जाता है, लेकिन हम इस खास एपिसोड की तहकीकात करेंगे कि इसे क्यों प्रसारित किया गया।
इस्लामिक विद्वानों का कहना है कि मीडिया में छपने वाले आर्टिकल या प्रसारित होने वाले प्रोग्रामों को मजहबी प्रिज्म में नहीं देखा जा सकता है, लेकिन मीडिया को ऐसे मसले पर खुद ही संवेदनशील होकर सोचना चाहिए कि मजहबी सद्भावना को कैसे कायम रखा जाए। इस्लामिक स्कॉलर जीन्नत शौकत अली ने कहा कि हम लोगों के टेस्ट पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते हैं। हालांकि, यह बात सच है कि डीडी उर्दू के ज्यादातर दर्शक मुस्लिम हैं। पवित्र कुरान में सूअर का मांस हराम है। ऐसे में कोई मुस्लिम इस प्रोग्राम को सराह नहीं सकता है।
कुछ लोगों ने इस एपिसोड को बिना छानबीन और सोचे समझे प्रसारित करने पर हैरानी जतायी है। उर्दू कॉलमिस्ट फिरोज बख्त अहमद ने कहा कि डीडी उर्दू एक खास समुदाय में बेहद लोकप्रिय है। मैं तो चकित हूं कि किसी ने सोचा तक नहीं कि इस एपिसोड से एक समुदाय की भावनाएं आहत होंगी।

सूत्रों से नाराज है एनआईए


सूत्रों से नाराज है एनआईए

(रश्मि सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)। गृह मंत्रालय के अंदर से अंदरूनी खबरें मीडिया में बाहर आने पर सियासत गरमाने लगी है। हिजबुल आतंकी होने के आरोपी लियाकत शाह को लेकर गृह मंत्रालय के कथित सूत्रों द्वारा मीडिया को दी जा रही जानकारी से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आला अफसर खासे नाराज हैं।
एनआईए के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिस तरह यह प्रचारित किया जा रहा है कि एनआईए लियाकत के खिलाफ आतंक से जुड़े आरोपों पर जोर नहीं देगी और उसकी जमानत में मदद करेगी, इससे एजेंसी की इमेज खराब हो रही है।
एनआईए के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस मामले में जांच के सिलसिले में एक टीम फिलहाल कश्मीर में है। जांच चालू रहने के दौरान ही यह कहना बेबुनियाद है कि एनआईए लियाकत शाह की रिहाई में मदद करेगी। अगर दिल्ली पुलिस की ओर से लियाकत पर लगाए गए आरोप सच पाए गए तो एनआईए कानून के मुताबिक ही काम करेगी। अधिकारी ने यह भी माना कि लियाकत का मामला एनआईए को नहीं सौंपा जाना चाहिए था। अगर सरकार को दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर शक था तो उसे उसकी ही किसी दूसरी इकाई से जांच करानी चाहिए थी।
गौरतलब है कि मामले की जांच एनआईए को मिलने के बाद से ही मीडिया में गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से यह खबरें आ रही हैं कि एनआईए लियाकत के खिलाफ आतंकवादी होने जैसे गंभीर आरोपों पर जोर नहीं देगी और उसकी जमानत का विरोध नहीं करेगी। इसी के कारण एनआईए अफसर नाखुश हैं।
दिल्ली पुलिस ने नेपाल के रास्ते भारत आ रहे लियाकत शाह की गिरफ्तारी के बाद राजधानी के एक गेस्ट हाउस से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए थे। पुलिस का दावा था कि लियाकत होली से पहले दिल्ली में धमाके करने की फिराक में था। उसने यह गिरफ्तारी अपने श्सूत्रोंश् की सूचना पर की थी। हालांकि, लियाकत के कश्मीर में रह रहे परिजनों ने दावा किया था कि वह आत्मसमर्पण करने के लिए भारत लौट रहा था। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस मुद्दे को उठाया था। बाद में विवाद बढ़ता देख गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी। 

मुख्यमंत्री ने किया प्रतिमा का अनावरण


मुख्यमंत्री ने किया प्रतिमा का अनावरण

(अभय नायक)

रायपुर (साई)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम गरियाबंद जिले के विकासखण्ड मुख्यालय फिंगेश्वर के नजदीक ग्राम जामगांव में अंचल के वरिष्ठ पत्रकार और समाज सेवी स्वर्गीय श्री वीरेन्द्र दीपक की प्रतिमा का अनावरण किया। समारोह का आयोजन वीरेन्द्र दीपक शिक्षा महाविद्यालय परिसर में किया गया। डॉ। सिंह ने समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता में स्वर्गीय श्री दीपक के योगदान को याद किया और कहा कि स्वर्गीय श्री वीरेन्द्र दीपक एक निष्पक्ष तथा निर्भीक पत्रकार थे, जिन्होंने पत्रकारिता को समाज सेवा का माध्यम बनाया था। डॉ। रमन सिंह ने इस अवसर पर स्वर्गीय श्री वीरेन्द्र दीपक के साथ काम कर चुके अंचल के पांच वरिष्ठ पत्रकारों, गरियाबंद निवासी सर्वश्री फारूख मेमन, भीखू भाई मयारी, मनोज वर्मा और भरत बखारिया तथा राजिम के श्री श्याम किशोर शर्मा को आयोजकों की ओर से सम्मानित किया। कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री चन्दूलाल साहू और विधायक श्री अमितेष शुक्ला भी उपस्थित थे। स्वर्गीय श्री वीरेन्द्र दीपक की सुपुत्री तथा रायपुर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती श्वेता शर्मा ने भी समारोह को सम्बोधित किया।

राज्यपाल से मिले शुक्ला


राज्यपाल से मिले शुक्ला

(अर्जुन कुमार)

देहरादून (साई)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डॉ0 अज़ीज़ कुरैशी से आज केन्द्र सरकार में योजना मंत्रालय एवं संसदीय कार्यों के राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने राजभवन पहुँचकर उनसे शिष्टाचार भेंट की। श्री शुक्ला आज देहरादून में आयोजित राज्य की प्रस्तावित वार्षिक योजना तथा राज्य में संचालित विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में शामिल होने के बाद राज्यपाल से मुलाकात करने पहुँचे। इस शिष्टाचार भेंट के दौरान राज्यपाल एवं श्री शुक्ला के बीच राज्य के विकास सम्बन्धी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर विचार-विमर्श भी हुआ। 

मुकदमा अदालत में पहुंचता है, तब तक निर्दोष बन जाता है दोषीः सिब्बल


मुकदमा अदालत में पहुंचता है, तब तक निर्दोष बन जाता है दोषीः सिब्बल

(सचिन धीमान)

मुजफ्फरनगर (साई)। न्याय व्यवस्था में सुधार केवल टेक्नॉलाजी के प्रयोग से ही आ सकता है। पुलिस की डेली डायरी इलैक्ट्रानिक हो सर्वर में पूरी जांच रिकार्ड हो जांच प्रक्रिया फोरेंसिक लेबोरेट्री से कनेक्ट हो। कोर्ट की प्रक्रिया की वीडियों रिकाडिंग होनी चाहिए। पुलिस की कार्य प्रणाली में बदलाव से शीघ्र न्याय होगा। उक्त बाते जिला बार संघ मुजफ्फरनगर द्वारा आयोजित ‘‘स्पीडी ट्रॉयल एण्ड जस्टिस’’ विषय पर बोलते हुए मुख्यअतिथि के रूप में पहुंचे केन्द्रीय दूर संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कही।
उन्होनंे कहा कि कपिल सिब्बल ने पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक मुकदमा अदालत में पहुंचता है, तब तक निर्दोष दोषी बन जाता है। पुलिस का इन्वेस्टिगेटिव ऑफिसर केवल मौका देखता है। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच का दायरा टैक्नॉलाजी के अंदर होना चाहिए। पुलिस की डेली डायरी इलैक्ट्रानिक हो सर्वर में पूरी जांच रिकार्ड हो जांच प्रक्रिया फोरेंसिक लेबोरेट्री से कनेक्ट हो। कोर्ट की प्रक्रिया की वीडियों रिकाडिंग होनी चाहिए। पुलिस की कार्य प्रणाली में बदलाव से शीघ्र न्याय होगा।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इसमें बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वकालत में भी मर्यादाएं समाप्त हो रही है। इस पर भी चिंतन करना होगा। एफडीआई की वकालत करते हुए डिग्री कालेजों में देश में केवल सौ में से चौदह युवा ही पढाई करते है। जिस पर उन्होंने गंभीर चिन्ता वक्त की। कपिल सिब्बल ने देश में अपराधियों राजनीतिज्ञों और बिल्डर्स के गठजोड पर भी चिन्ता जताई।
कार्यक्रम में केन्द्रीय उड्डयन मंत्री चौ. अजीत सिंह ने भी माडर्न टैक्नॉलाजी के इस्तेमाल पर जोर देते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना की आवश्यकता बतायी। इनके अलावा इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस वेदपाल सिंह ने कहा कि त्वरित न्याय के लिए तहसीलों और जिलों मेें वरिष्ठ अधिवक्ताओं को जजों के पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता डा. सूरत सिंह ने की। मुजफ्फरनगर जिला बार संघ के अध्यक्ष राजेश्वर दत्त त्यागी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सांसद संजय चौहान भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सहदेव त्यागी, महीपाल सिंह वर्मा, अमित त्यागी, सुरेन्द्र सिंघल, ब्रजपाल सिंह वर्मा, राजदीप काकरान, राजीव कुमार शर्मा, संदीप, विरेन्द्र, नेत्रपाल सिंह वर्मा, यशपाल राठौर, पूर्व अध्यक्ष ठा. अनूप सिंह, नरेश कुमार त्यागी, देवकीनन्द शर्मा, योगेश मलिक, दुष्यन्त त्यागी सहित हजारों अधिवक्ता मौजूद रहे।

वुलन प्रतिनिधिमण्डल मिला कुन्नर से


वुलन प्रतिनिधिमण्डल मिला कुन्नर से

(श्याम एन.रंगा)

बीकानेर (साई)। राजस्थान स्टेट वूलन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने स्थानीय सर्किट हाऊस में कृषि राज्य मंत्री गुरमीत कुन्नर का स्वागत कर धन्यवाद ज्ञापित किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल कल्ला ने बताया कि ऊन पर मण्डी टैक्स समाप्त करने से राज्य का ऊन व्यवसायी काफी राहत महसूस कर रहा है और इसलिए कृषि राज्य मंत्री का आज धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कल्ला ने कहा कि मण्डी टैक्स समाप्त करना ऊन उद्योग के विकास में मील का पत्थर साबित होगा व इससे ऊन उद्योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी। कल्ला ने कहा कि ऊन उद्योग के संरक्षण व विकास के लिए यह महत्वूपर्ण कदम है और राजस्थान का ऊन उद्यमी अशोक गहलोत सरकार के इस कदम का तहेदिल से स्वागत करता है। इस अवसर पर एसोएिसशन के उपाध्यक्ष श्याम कोठारी, कोषाध्यक्ष महेश कोठारी, सचिव जय सेठिया, कार्यकारिणी सदस्य गौरीशंकर सोमाणी, अशोक सुराणा, संजय राठी, संरक्षक शीबू बाबू अग्रवाल सहित कईं ऊन उद्यमी व व्यवसायी उपस्थित थे। राज्य मंत्री गुरमीत कुन्नर का एसोसिएशन की ओर से अभिनन्दन पत्र भेंट कर स्वागत किया गया।
द बीकानेर वूल इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने आज स्थानीय सर्किट हाऊस में कृषि राज्य मंत्री गुरमीत कुन्नर से मुलाकात कर मण्डी से संबंधित अपनी समस्याओं से अवगत करवाया व इसके निस्तारण की मांग की। एसोसिएशन के अध्यक्ष जगत नारायण कल्ला ने बताया कि मंत्री महोदय से मांग की गई है कि बीकानेर की मण्डी में दुकानों के आवंटन से संबंधित करीब 246 मामले लम्बित पड़े हैं, इन लम्ब्ति भूखण्डों का शीध्र आवंटन किया जाए और इस संबंध में जो पत्रावलियां लम्बित पड़ी है उनका शीघ्र निस्तारण किया जाए। मण्डी डायरेक्टर रामदयाल सारण ने बताया कि मंत्री जी से मांग की गई है कि मण्डी की दुकानों का जो मालिकाना हक दिया गया है उस पर ब्याज की माफी की जाए ताकि मण्डी का व्यापारी इस अतिरिक्त बोझ से मुक्त हो सके। इस प्रतिनिधि मण्डल में नानूराम भोबिया, लालजी राठी सहित मण्डी के कईं व्यापारी व दुकानदार शामिल थे। 

साईलो भंडार होंगे स्थापित


साईलो भंडार होंगे स्थापित

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। भारत सरकार द्वारा हरियाणा में तीन लाख मीट्रिक टन क्षमता के साईलो भंडार स्थापित किए जाएंगे। ये साईलो भंडार रोहतक, जींद, सोनीपत, करनाल, सिरसा और कुरूक्षेत्र में 50-50 हजार मीट्रिक टन क्षमता के बनाए जाएंगे, ताकि प्रदेश में खुले में पड़ा गेहूं खराब होने की नोबत न आए तथा उसकी गुणवत्ता भी बरकरार रहे।  यह जानकारी भारतीय खाद्य निगम के उत्तर क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक श्री सुधीर गर्ग ने आज ढांड में अदानी समूह के साईलो भंडार क्षेत्र में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने बताया कि अदानी ग्रुप द्वारा दो लाख मीट्रिक टन भंडारण क्षमता का गोदाम पहले ही भंडारण के लिए उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खुले में भंडारण की गई गेहूं काफी मात्रा में खराब हो जाती है तथा उसकी गुणवत्ता में भी गिरावट आती है। इस नई तकनीक से गेहूं की गुणवत्ता बरकरार रहने के साथ-साथ उसे खराब होने से बचाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में गेहूं का भरपूर उत्पादन होने के बावजूद भंडारण की समस्या आ रही है। इस समस्या के समाधान के लिए नई तकनीक के भंडार बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष हरियाणा प्रदेश से 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं का निर्यात किया गया था। इस बार यह लक्ष्य 65 लाख मीट्रिक टन से भी बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में 70 लाख मीट्रिक टन गेहूं का पुराना भंडार है। पिछले साल खुले में कच्चे स्थानों पर 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं का भंडार किया गया था। इस बार भारतीय खाद्य निगम द्वारा पक्के प्लेट फार्म बनाकर गेहूं का भंडारण के लिए स्थान निर्धारित किए गए हैं। इस बार प्रदेश में 90 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है।
 श्री गर्ग ने बताया कि प्रदेश में गेहूं की फसल उत्तम गुणवत्ता की होती है, लेकिन पोस्ट हार्वेस्टिंग टैक्नोलोजी ठीक न होने के कारण तैयार गेहूं दूसरे देशों में निर्यात करने में परेशानी आती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए ही प्रदेश में नई तकनीक के भंडार बनाए जाएंगे। इन भंडारों में जमा गेहूं को निर्यात करने से अच्छी गुणवत्ता की होने के कारण विदेशी मुद्रा अर्जित करने में मदद मिलेगी। भारतीय खाद्य निगम के महा प्रबंधक श्री एमएस सहरावत ने कार्यकारी निदेशक का स्वागत करते हुए बताया कि गेहूं खरीद की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए तथा किसान को शोषण से बचाने के लिए गेहूं को न्यूनतम समर्थन मूूल्य पर सीधे नई तकनीक के भंडारों पर खरीद की जाएगी तथा कमीशन एजैंटों को अढ़ाई प्रतिशत कमीशन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुराना गेहूं का स्टाक उठाने के बाद नए गेहूं का स्टाक पक्के प्लेट फार्मों पर किया जाएगा। उन्होंने सभी खरीद एजैंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपसी तालमेल बनाए रखते हुए गेहूं की गुणवत्ता व सफाई पर विशेष ध्यान दे। बारह प्रतिशत नमी वाला गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। ज्यादा नमी का गेहूं खरीदने से हरियाणा प्रदेश की छवि खराब होती है, इसलिए गेहूं उच्च गुणवत्ता का तथा निर्धारित मानकों के अनुसार ही खरीदा जाए।  अतिरिक्त उपायुक्त श्री दिनेश सिंह यादव ने जिला प्रशासन की ओर से कार्यकारी निदेशक व महा प्रबंधक का स्वागत करते हुए कहा कि क्षमताओं का दोहन करके गेहूं के खराब होने की सभी समस्याओं का नई तकनीक की भंडारण क्षमता से समाधान होगा। सीधे भंडार में किसान का गेहूं जाने से किसानों के साथ-साथ आढ़तियों को भी लाभ होगा। इस नई व्यवस्था से गेहूं साफ-सुथरा व गुणवत्ता का होने के कारण निर्यात करने में मदद मिलेगी। इस नई व्यवस्था से किसानों को भी मंडियों में कई-कई दिन गेहूं बेचने के लिए रूकने की जरूरत नही पड़ेगी।   इस अवसर पर जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक श्री सुरेंद्र सैनी, साईलो के प्रबंधक श्री प्रदीप सभ्रवाल तथा जिला कैथल व कुरूक्षेत्र के कांफैड, हैफेड, एग्रो, वेयर हाउस के जिला प्रबंधक व खरीद एजैंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं, भारतीय खाद्य निगम के उत्तर क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक श्री सुधीर गर्ग ने कहा कि किसानों का गेहूं सीधे साईलो भंडारों में जाने से किसानों को राहत मिलेगी तथा गेहूं की गुणवत्ता को बरकरार रखने में मदद मिलेगी। इस नई व्यवस्था से कमीशन एजैंटों को भी अढ़ाई प्रतिशत कमीशन का नियमित भुगतान होगा।   श्री सुधीर गर्ग आज ढांड में अदानी समुह के साईलो भंडार क्षेत्र में खरीद एजैंसियों के अधिकारियों व कमीशन एजैंटों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गेहूं की फसल की कटाई के बाद साफ-सुथरा गेहूं खुले में भंडारण से खराब हो जाता है तो उसमें कई प्रकार के कीड़े लगने से वह खाने के योग्य नही रहता। भंडारण की नई तकनीक से उसकी गुणवत्ता को कायम रखने में मदद मिलेगी। इन भंडार गृहों से गेहूं को रेल मार्ग से विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि इन भंडार गृहों में गेहूं लाने के लिए थैले भरने की जरूरत नही पड़ेगी, बल्कि सीधे किसान टै्रक्टर-ट्रालियों से इन गोदामों तक पहुंचा सकते हैं। मौके पर ही वजन करने के बाद किसानों को फसल के दाम का तुरंत भुगतान किया जाएगा। इस नई व्यवस्था से कंप्यूटर से भुगतान होने के कारण किसी प्रकार की कटौती नही होगी तथा मंडियों में लगने वाले सफाई तुलवाई के लेबर चार्जिज भी नही लगेंगे। इस नई भंडारण क्षमता से गेहूं ज्यादा से ज्यादा निर्यात किया जा सकेगा। श्री सुधीर गर्ग ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू होने के बाद खाद्यान्न वितरण के बाद भी काफी मात्रा में अनाज सरप्लस रहेगा, ऐसी स्थिति में नई तकनीक के भंडार इस सरप्लस अनाज के भंडारण में मददगार साबित होंगे। इन भंडारों में कई वर्षों तक अन्न की गुणवता बरकरार रहने के कारण विदेशों में निर्यात से विदेशी मुद्रा मिलेगी। बाद में श्री सुधीर गर्ग ने साईलो भंडार का दौरा कर इस भंडार में तुलाई व लदान की तकनीक का अवलोकन किया।   इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री दिनेश सिंह यादव, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक श्री सुरेंद्र सैनी, साईलो के प्रबंधक श्री प्रदीप सभ्रवाल तथा जिला कैथल व .कुरूक्षेत्र के कांफैड, हैफेड, एग्रो, वेयर हाउस के जिला प्रबंधक व खरीद एजैंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।

कैसा होगा नव सम्वत्सर


कैसा होगा नव सम्वत्सर

(पंडित दयानंद शास्त्री)

नई दिल्ली (साई)। सन् 2013 का राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक योग - ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार विक्रम सम्वत् 2070 का प्रारम्भ सन् 2013 में 11 अप्रेल 2013 से चौत्र मास की शुक्ल पक्ष से प्रारम्भ हो रहा है। उस दिन तिथि प्रतिपदा पड रही है। इस वर्ष की बात करे तो इस वर्ष पराभव नामक सम्वत्सर है तथा इस वर्ष के राजा गुरू है और मंत्री का कार्यभार शनिग्रह को दिया गया है। जो पृथ्वी पर जन आक्रोश तथा विद्वानों के चिन्ता का कारण बनेगा। सन् 2013 में देश विदेश में कोई वडी जन संहारक प्राकृतिक आपदा भारत व विश्व के किसी भी भाग में होने की सम्मभावना बनती है।
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार पराभव नामक संवत्सर में अन्यायियों के लिए कोई स्थान नहीं होगा। अन्याय के प्रति विश्व में जनाक्रोश बढ़ेगा, जबकि धन-धान्य की बढ़ोत्तरी होगी। मंत्री शनि के कारण वातावरण में झंझावत एवं सत्ता तथा प्रशासन के लिए मानसिक विद्वेष रहेगा। इसे यूं कह सकते हैं कि सत्ताधारियों के लिए नाराजगी बढ़ेगी। राजा वृहस्पति विश्व में भारतीय नीतियों की स्वीकृति बढ़ाएंगे। आकाशीय मंत्रिपरिषद में दस प्रमुख विभागों में छह के अधिपति पाप ग्रह सूर्य, शनि, मंगल, राहु, केतु होंगे। चार विभाग के अधिपति शुभ ग्रह गुरु, शुक्र, बुध व चंद्रमा रहेंगे।
अंतरिक्ष में चौत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्श्विनी नक्षत्र (11 अप्रैल) से प्रभावी होने वाला नया मंत्रिमंडल खुशियां लेकर आएगा। श्पराभवश् नामक इस विक्रम संवत्सर के राजा हैं देवगुरु वृहस्पति और मंत्री हैं न्याय के प्रतीक शनि। ज्योतिषविदें की मानें तो यह जुगल बंदी अन्यायी शासकों को पराजित करने वाली होगी।
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार,ग्रहगोचर की दृष्टि को देखे तो शनि की दृष्टि मंत्री के रूप में पश्चिम राष्ट््रो में आर्थिक मंदी, महाशक्तियों में परस्पर सहयोग से अर्थव्यवस्था का नया स्वरूप सामने आने का योग बनता है। आतंकवाद की बात करे तो इस वर्ष पाकिस्तान का दोहरा चेहरा सामने आयेगा। पार्टी वाद की बात करे तो इस वर्ष यूपीए सरकार तथा गठवंधन के मध्य मध्य आपस में तालमेल न होने की दशा में स्थिति बनेगी बिगडेगी।
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार राज्यों में होने वाले चुनावों में कांग्रेस को नुकसान होने की सम्भावना बनती है। साथ दूसरी बडी पार्टी बीजेपी को अच्छी राहत मिल सकती है। अगर उत्पादन की बात करे तो कृषि क्षेत्र में इस वर्ष खाद्यान्नों के मूल्यों में भारी वृद्वि से जनमानस त्रस्त रहेगे। पेट्रोलियम पदार्थाे में बढोत्तरी होने की सम्मभावना बनी रहेगी। धातुओं के दामों भी वृद्वि होने योग बन रहा है।
मौसम विभाग की बात करे तो कभी तेज बारिश तो कभी सूखा पडने का योग भी बनता है। कही कही क्षेत्रों तेज आंधी तूफान और भूकल्प आदि का योग बनता है। ओलावृष्टि अनावृष्टि का योग भी अपने आप में पृथ्वी पर पडेगे। पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार शेयर बाजार की बात करे तो इस वर्ष सन् 2013 और सम्वत् 2070 में शनि मंत्री योग होने से राजा गुरू के प्रताप से इस वर्ष शेयर की डांवाडोल स्थिति बनी रहेगी। कभी शेयर में तेजी तो कभी कमी आने का योग बनेगा। रियम स्टेट में फिर एक बार मंदी का योग बनेगा। इस वर्ष 11 अप्रेल 2013 को विक्रम सम्वत् 2070 तथा शाके 1935 रहेगा।
इस वर्ष पराभव नामक सम्वत् का अर्थ अर्थात् हारना होता है। अतः अपनी समस्याओं में हारने का योग बनाता है। इस वर्ष फसलो का स्वामी मंगल है। धान्य पदार्थ सूर्य के आधीन मेघ वर्षा का स्वामी शुक्र के पास है। धन सम्पतित्त का स्वामी चन्द्रमा पर है। सुरक्षा का कारोबार इस वर्ष शुक्र के पास है। इस वर्ष सामान्य वर्षा का योग बनता है। इस वर्ष ग्रह मण्डल विधानसभा में 4 स्थान सौम्य ग्रहों के पास और 5 स्थान पाप ग्रह को मिली है। इस वर्ष गेहूॅ का उत्पादन कम होगा। इस वर्ष मंदी का दौर चलेगा। वर्ष में अनुसंधान के क्षेत्र में तेजी रहेगी।
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार परिवहन रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में फिर तेजी का योग रहेगा। इस वर्ष भूमण्डल पर पॉच ग्रहण होगे परन्तु भारत वर्ष में एक भी ग्रहण दिखाई नही देगा। अन्य पाच ग्रहण विदेश में दिखाई देगे जिनमें क्रमशः 25 अप्रैल 2013 को चन्द्रग्रहण, 10 मई 2013 को सूर्य ग्रहण, 25 मई 2013 को चन्द्र ग्रहण, 3 नवम्बर 2013 को सूर्य ग्रहण, 18 अक्टूबर 2013 को पुनः चन्द्र ग्रहण दिखाई देगा। यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी यूरोप, अफ्रीका , मध्य एशिया, पश्चिमी ऑस्टेलिया, पापुआ, न्यगिनी, सोलोमन , गिलबर्ट द्वीप, ग्रीनलैण्ड आदि में दिखेगा।
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार इस वर्ष शनि की दृष्टि कन्या राशि पर शनि की साढे साती अंतिम ढैया चल रही है। तुला राशि पर शनि की साढे साती चल रही है। तथा वृश्चिक राशि पर भी शानि की साढे साती है। कर्क ओर मीन राशि पर शनि की ढैया का असर रहेगा। अतः जिन राशि पर शानि की साढेसाती और ढैया दशा है उन्हें स्वास्थ्य में परेशानी व्यापार आदि में हाानि होने की सम्भावना बनती है। अतः उन्हें बडे कार्य और स्वास्थ्य को सम्भाल तंाींदं ीवहं...
वैज्ञानिक महत्व-----
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार नवसंवत्सर का संबंध किसी धर्म से नहीं बल्कि विश्व की प्रकृति, खगोल सिद्धांत, ब्रह्मांड के ग्रह व नक्षत्रों से है। विक्रमी संवत्सर के बाद वर्ष में 12 माह और सप्ताह को सात दिन माना गया। महीनों का हिसाब सूर्य व चंद्रमा की चाल पर होता है। एक माह को दो भागों कृष्णपक्ष व शुक्लपक्ष में बांटा गया है। दिन का नामकरण आकाश में ग्रहों की स्थिति सूर्य से प्रारम्भ होकर क्रमशरू मंगल, बुध, वृहस्पति, शुक्र, शनि और चंद्र से हुआ है। दुनिया के महान गणितज्ञ भास्कराचार्य ने इसी दिन सूर्याेदय से सूर्यास्त तक दिन, महीना व वर्ष की गणना करते हुए पंचांग की रचना की थी।
सृष्टि आरंभ का प्रथम दिन------
पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार परमपिता ब्रह्मा जी ने चौत्रशुक्ल प्रतिप्रदा से ही सृष्टि का आरंभ किया। सृष्टि के समय, वर्ष, मास, ऋतु, दिन-रात, घंटा-मिनट, कला-बिकला आदि के निर्धारण करने वाले स्वरूपों की रचना आज से लगभग एक अरब, 95 करोड़, 58 लाख, 85 हजार, 115 वर्ष पहले हुई थी।

जानिए इस वर्ष के नवरात्र स्थापना के शुभ मुहूर्त


जानिए इस वर्ष के नवरात्र स्थापना के शुभ मुहूर्त

(पं.दयानंद शास्त्री)

नई दिल्ली (साई)। चौत्र नवरात्रों का  शुभारम्भ इस वर्ष 11 अप्रैल 2013 ( गुरुवार ) के दिन से होगा। दिनांक 11अप्रैल 2013 से शुरू संवत -2070 के प्रारम्भ चौत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों का आरंभ वर्ष 11 अप्रैल 2013 के दिन से होगा। ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार घट स्थापना का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त समय सुबह 622 से 750 तक रहेगा, उसके बाद सूर्याेदय से सुबह 920 बजे तक लाभ, अमृत के चौघड़िए में और सुबह 1049 से दोपहर 12 बजे तक, देवी पुराण में नवरात्र के दिन देवी का आह्वान, स्थापना व पूजन का समय प्रातरू काल माना गया है। मगर इस दिन चित्रा नक्षत्र व वैधृति योग वर्जित बताया गया है। हालांकि इस दिन वैधृति योग का संयोग तो नहीं हो रहा है लेकिन दोपहर 139 बजे चित्रा नक्षत्र आएगा। इसलिए प्रातरूकाल देवी का आह्वान कर घट स्थापना करना श्रेष्ठ रहेगा।
इस वर्ष की चौत्र नवरात्र तिथियाँ इस प्रकार होगी  ------
    पहला नवरात्र, प्रथमा तिथि, 11 अप्रैल 2013, दिन बृस्पतिवार
    दूसरा नवरात्र, द्वितीया तिथि  12 अप्रैल  2013, दिन शुक्रवार
    तीसरा नवरात्रा, तृतीया तिथि, 13 अप्रैल 2013, दिन शनिवार
    चौथा नवरात्र , चतुर्थी तिथि, 14 अप्रैल 2013 , दिन रविवार
    पांचवां नवरात्र , पंचमी तिथि , 15 अप्रैल 2013, दिन सोमवार
    छठा नवरात्रा, षष्ठी तिथि, 16 अप्रैल 2013, दिन मंगलवार
    सातवां नवरात्र, सप्तमी तिथि , 17 अप्रैल 2013,दिन  बुधवारढ
    आठवां नवरात्रा , अष्टमी तिथि, 18 अप्रैल 2013, दिन बृहस्पतिवार
    आठवां नवरात्रा , अष्टमी तिथि, 19 अप्रैल 2013, दिन शुक्रवार सुबह 06रू55 तक
    नौवां नवरात्रनवमी तिथि 20 अप्रैल, दिन शनिवार सुबह 08रू15 तक
दिनांक 11अप्रैल 2013 से शुरू संवत -2070 के प्रारम्भ में मई तक बनने वाला चार -पांच ग्रह संयोग राजनैतिक -सामाजिक -प्राकृतिक महोत्पात का कारण बनेगा । 11 अप्रैल 2013 से शुरू होने वाला पराभव संवत का फल शुभ होगा। संवत का वास माली के घर तथा रोहिणी का वास समुद्र में होने से उत्तम बारिश का योग बनेगा। संवत का वाहन मृग है। मंत्री शनि होने से सियासतदारों की अयोग्यता सिद्ध होगी।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार नौ दिनों तक चलने नवरात्र पर्व में माँ दुर्गा के नौ रूपों क्रमशः शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धदात्री देवी की पूजा का विधान है। नवरात्र के इन प्रमुख नौ दिनों में लोग नियमित रूप से पूजा पाठ और व्रत का पालन करते हैं। दुर्गा पूजा के नौ दिन तक देवी दुर्गा का पूजन, दुर्गा सप्तशती का पाठ  इत्यादि धार्मिक किर्या पौराणिक कथाओं में शक्ति की अराधना का महत्व व्यक्त किया गया है। इसी आधार पर आज भी माँ दुर्गा जी की पूजा संपूर्ण भारत वर्ष में बहुत हर्षाेउल्लास के साथ की जाती है। वर्ष में दो बार की जाने वाली दुर्गा पूजा एक चौत्र माह में और दूसरा आश्विन माह में की जाती है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार दुर्गा पूजा के साथ इन दिनों में तंत्र और मंत्र के कार्य भी किये जाते है। बिना मंत्र के कोई भी साधाना अपूर्ण मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार हर व्यक्ति को सुख -शान्ति पाने के लिये किसी न किसी ग्रह की उपासना करनी ही चाहिए। माता के इन नौ दिनों में ग्रहों की शान्ति करना विशेष लाभ देता है। इन दिनों में मंत्र जाप करने से मनोकामना शीघ्र पूरी होती है। नवरात्रे के पहले दिन माता दुर्गा के कलश की स्थापना कर पूजा प्रारम्भ की जाती है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार तंत्र-मंत्र में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिये यह समय ओर भी अधिक उपयुक्त रहता है। गृहस्थ व्यक्ति भी इन दिनों में माता की पूजा आराधना कर अपनी आन्तरिक शक्तियों को जाग्रत करते है। इन दिनों में साधकों के साधन का फल व्यर्थ नहीं जाता है। मां अपने भक्तों को उनकी साधना के अनुसार फल देती है। इन दिनों में दान पुण्य का भी बहुत महत्व कहा गया है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार 11 अप्रैल से पहले तक शुक्र ही राजा व मंत्री रहेगा। यह संयोग घातक जुनून की तरफ समाज को ले जाएगा। समाज व कानून एक तरफा महिलाओं का सहयोगी होगा। 18 साल बाद (23 दिसंबर) राहु व केतु अपनी राशि बदल कर तुला व मेष में आए हैं। राहु व केतु अब अप्रैल 2014 तक शनि के साथ साथ चलेंगे।
संवत 2070 में उत्साहजनक प्रदर्शन करेगा। विश्व के अन्य देशों के साथ इसके संबंध प्रगाढ़ होंगे तथा तकनीकी क्षेत्र में भारत का प्रभाव बढ़ेगा। सुरक्षा से जुड़े मामलों में विश्व स्तर पर भारत को सहयोग प्राप्त होगा। देश में धन-धान्य की वृद्धि होगी, खाद्य वस्तुओं में वृद्धि की संभावना बन रही है। राजनैतिक क्षेत्र में लगनस्थ राहु के कारण सत्तापक्ष व विपक्ष में मतभेद बने रहने की संभावना है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार सत्ता के विरुद्ध जनता में विद्वेष बढ़ेगा। आंतरिक कलह एवं कुछ राज्यों में सत्ता के विरुद्ध जनता सड़क पर उतर सकती है। धर्मेश वृहस्पति होने के कारण देश में धार्मिक लोगों, संतों, महात्माओं का सम्मान बढ़ेगा। धर्म आधारित राजनीति में वृद्धि की पूर्ण संभावना है। आतंकवाद एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पड़ोसी राष्ट्रों से जुड़े शत्रु वर्ग पराजित होंगे। लग्न कुण्डली में शत्रु स्थान स्थित वृहस्पति शत्रुहंता योग उत्पन्न करेगा।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार 11 अप्रैल 2013 से अगस्त 2013 के मध्य देश के कई राज्यों में दैवीय प्रकोप व किसी भीषण दुर्घटना की संभावना बन रही है। नवम्बर 2013 से जनवरी 2014 के मध्य किसी बड़ी रेल दुर्घटना, भूकंप या समुद्र तटीय क्षेत्रों में जन-धन की हानि संभावित है। जून 2013 से दिसम्बर 2013 के मध्य कुछ आर्थिक सुधार होने की संभावना है। देश में धार्मिक कृत्य बढ़ेंगे। पापाचार करने वाले सावधान रहें, उन्हें कठोर दंड मिल सकता है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार जुलाई के प्रथम सप्ताह तक अन्तरिक्ष में गुरु अतिचारी तो शनि वक्री गमन करेगा ,तब तो अंतर्राष्ट्रीय जगत में तहलका मचवायेगा ----

ष्ष्ष्अतिचारी गते जीवे वक्री भूते शनैश्वरे ।हा !हा !भूतं जगत्सर्वं रुण्डमाला महीतले ष्ष्ष्ष्
अमेरिका आदि देश तथा खाड़ी के देश त्रस्त रहेंगें ।युद्धोत्पाति भयान्तक से हा हाकार मचेगा ।किन्हीं देशों में रक्त की धारा वहेगी ।प्रजाजन दुखी होंगें ।शांति के सभी प्रयास निष्फल होंगें ।--
----जून -जुलाई 15 तक भयानक गर्मी पड़ेगी ।शनि के वक्रत्व काल में यातायात से सम्बंधित दुर्घटनाएँ बहुत होंगीं ।सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव बढ़ता है ।सक्रीय आंतंकवादी प्रबल होती
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार नव वर्ष का प्रारम्भ हिन्दू, चौत्र शुक्ल प्रतिपदा से मानते हैं क्योंकि
ऽ इस तिथि से ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण प्रारम्भ किया।
ऽ मर्यादापुर्षाेत्तम भगवान रामचन्द्र जी का इस दिन राज्याभिषेक हुआ।
ऽ इस दिन नवरात्रों का महान पर्व आरम्भ होता है।
ऽ देव भगवान झूले लाल जी का जन्म दिवस ।
ऽ महाराजा विक्रमादित्य द्वारा विक्रमी संवत का शुभारम्भ ।
ऽ राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के संस्थापक डा। केशव बलिराम हेडगेवार जी का जन्म दिवस।
ऽ महर्षि दयानन्द जी द्वारा आर्य समाज का स्थापना दिवस।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार चौत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों का आरंभ वर्ष 11 अप्रैल 2013 के दिन से होगा। इसी दिन से हिंदु नवसंवत्सर का आरंभ भी होता है। चौत्र मास के नवरात्र को वार्षिक नवरात्रकहा जाता है। इन दिनों नवरात्र में शास्त्रों के अनुसार कन्या या कुमारी पूजन किया जाता है। कुमारी पूजन में दस वर्ष तक की कन्याओं का विधान है। नवरात्रि के पावन अवसर पर अष्टमी तथा नवमी के दिन कुमारी कन्याओं का पूजन किया जाता है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानंद शास्त्री के अनुसार चौत्र नवरात्र  पूजन का आरंभ घट स्थापना से शुरू हो जाता है। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन प्रातरू स्नानादि से निवृत हो कर संकल्प किया जाता है। व्रत का संकल्प लेने के पश्चात मिटटी की वेदी बनाकर जौ बौया जाता है। इसी वेदी पर घट स्थापित किया जाता है। घट के ऊपर कुल देवी की प्रतिमा स्थापित कर उसका पूजन किया जाता है। तथा ष्दुर्गा सप्तशतीष् का पाठ किया जाता है। पाठ पूजन के समय दीप अखंड जलता रहना चाहिए।