माल्या पर मेहरबानी की तैयारी
वायलर रवि बने माल्या के दरबारी
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। शराब माफिया या लिकर किंग की अघोषित उपाधि पाने वाले उद्योगपति सांसद विजय माल्या की ताल पर कांग्रेस अब ठुमके लगाती दिख रही है। विजय माल्या के पास अकूल दौलत है, उनकी शराब को पीकर समूचा देश झूमता है। उनके हवाई जहाज में राजनेता सैर करते हैं, तब फिर माल्या को सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस सर माथे पर भला क्यों न बिठाए। माल्या के पुत्र भी इन दिनों मीडिया की सुर्खियां बटोर रहे हैं।
देखा जाए तो किंगफिशर एयरलाईंस के मालिक विजय माल्या पर कांग्रेस की मेहरबानी की अनगिनत वजहें हैं। कांग्रेस के अंदरखाने में नागरिक विमानन मंत्री वायलर रवि और वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह के द्वारा विजय माल्या की तरफदारी के मायने खोजे जा रहे हैं। रवि और मनमोहन सिंह दोनों ही किंगफिशर की डूबती नैया को बचाने की पुरजोर कोशिशों में लगे हुए हैं।
कांग्रेस के अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही चर्चाओं पर अगर यकीन किया जाए तो माल्या से कांग्रेस के नेता इसलिए भी खौफ खा रहे हैं क्योंकि कर्नाटक की राजनीति में माल्या की गहरी पकड़ है। सूबे के कम से कम एक दर्जन से अधिक विधायक माल्या के इशारों पर ही कदम ताल करते नजर आते हैं। वे माल्या के कहने पर दिन को रात तो रात को दिन तक कहने की स्थिति में हैं। इतना ही नहीं माल्या की मराठा क्षत्रप शरद पंवार से गलबहियां भी किसी से छिपी नहीं हैं।