कीर्ति पर डोरे डाल
रही सोनिया!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)।
गुजरे जमाने के मशहूर क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद पर इन दिनों कांग्रेस
की सुप्रीम अथारिटी सोनिया गांधी की नजरें जमी हुई हैं। नेहरू गांधी परिवार के
वफादार भगवत झा आजाद के सुपुत्र कीर्ति आजाद भाजपा के सांसद हैं और उनके बढ़ते रसूख
का इस्तेमाल कांग्रेस द्वारा दिल्ली बिहार और झारखण्ड में किए जाने पर विचार चल
रहा है।
कांग्रेस के सत्ता
और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ (बतौर सांसद सोनिया गांधी को आवंटित
सरकारी आवास) के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले दिनों
बिहार, झारखण्ड और
दिल्ली के स्टार प्रचारकों की चर्चा के दरम्यान कीर्ति आजाद का नाम सामने आया था।
इसके बाद कीर्ति आजाद की पूरी जन्म कुण्डली बुलवाई गई।
ज्ञातव्य है कि
सोनिया गांधी की सास ओर पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शनी स्व.श्रीमति इंदिरा गांधी
के राजनैतिक सचिव रहे भगवत झा आजाद लंबे समय तक बिहार के निजाम भी रहे हैं। नेहरू
गांधी परिवार की करीबी के चलते कीर्ति आजाद के लिए भी राजीव गांधी के आवास के
दरवाजे सदा ही खुले रहे हैं।
सूत्रों की मानें
तो भाजपा के सांसद बनने के बाद भी कीर्ति आजाद का सोनिया के निवास में आना जाना
बंद हो गया। जब तक राजीव गांधी जीवित थे तब तक आजाद इस घर में बेरोकटोक घूमा करते
थे। इसके बाद फिर उनके गांधी परिवार के रिश्तों में विराम लग गया किन्तु अमिताभ
बच्चन जैसी तल्खियां आजाद और गांधी परिवार में नहीं हैं।
पिछले दिनों
सेंट्रल हाल में आयोजित एक कार्यक्रम में कीर्ति आजाद और सोनिया गांधी का जब अचानक
ही आमना सामना हुआ तब कीर्ति आजाद ने सालों पहले की भांति सोनिया गांधी को ‘भाभी‘ संबोधन से बुलाया, इस पर सोनिया अचकचा
गईं। सोनिया की भाव भंगिमाएं देख आजाद ने तुरंत इसके लिए खेद प्रकट कर दिया। आजाद
के झुकते ही सोनिया ने भी बडप्पन दिखाते हुए कह ही दिया कि आप मुझे भाभी कह सकते
हैं।
संभवतः पिछले दिनों
मीडिया में सोनिया गांधी की रहस्मय बीमारी के चर्चे सुनने के बाद कीर्ति आजाद ने
औपचारिकतावश सोनिया से उनकी तबियत के बारे में पूछा तो सोनिया गांधी ने धीरे से
कहा कि यह उपयुक्त स्थान नहीं है हाल चाल पूछने का! कभी घर आओ तब बैठकर बात होगी।
कीर्ति आजाद और
सोनिया गांधी के बीच हुए इस संवाद से सियासत गर्मा गई है। कोई कह रहा है कि भाजपा
से उकताकर आजाद अपने पुराने घर की ओर कदम बढ़ा रहे हैं तो कोई कहता है कि सोनिया
गांधी अब कीर्ति आजाद का उपयोग अगले लोकसभा चुनावों के लिए करने के मूड में हैं।
जो भी हो पर सोनिया आजाद के संवाद से कीर्ति आजाद की कीर्ति एकाएक बढ़ गई है।