मंगलवार, 16 अक्टूबर 2012

प्रतिभावानों को सम्मानित करना फक्र की बात है: तबस्सुम अनवर


प्रतिभावानों को सम्मानित करना फक्र की बात है: तबस्सुम अनवर

(संतोष श्रीवास)

सिवनी (साई)। यह फक्र की बात है कि जिस कौम को शिक्षा के क्षेत्र में अति पिछड़ा माना जाता है आज उसी मुस्लिम कौम के छात्र-छात्राओं को जिले में मिली श्रेष्ठता के आधार पर उन्हें सम्मानित करने का अवसर मुझे मिल रहा है। उक्ताशय की बात न्यायाधीश सुश्री तब्बसुम अनवर ने आज मानस भवन में जिला जमीयत अहले हदीस के तत्वाधान में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही है। सुश्री तब्बसुम इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थी।
आपने कहा कि एक समय था जब मुस्लिम परिवार में जन्म लेने वाले बालक-बालिकायें शिक्षा से पूरी तरह वंचित रहते थे लेकिन आज स्थितियाँ बदल चुकी हैं। यह फक्र की बात है कि पूर्व में जिस कौम को इस मामले में स्थान नहीं मिलता था आज इस समारोह के माध्यम से हम उसी कौम के योग्यताधारी छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर रहे हैं। सुश्री तबस्सुम खान ने आगे कहा कि आज के इस दौर में दीनी तालिम के साथ-साथ दुनियावी तालीम भी जरूरी है और दोनों ही तालिम हासिल करने के बाद ही कोई तरक्की के रास्ते तय कर सकता है।
उन्होंने कहा कि आज के इस समारोह से इस वर्ग के बच्चों में तालिम के प्रति रूझान बढेगा और इससे दूसरे बच्चे भी प्रभावित होकर शिक्षा के क्षेत्र में अपना नाम कमायेंगे। वैसे भी इस्लाम में शिक्षा का विशेष महत्व है और जो कौम अपनी शिक्षा और इतिहास को भूल जाीती है उस कोम का अस्तित्व ही समाप्त हो जाता है।
इस अवसर पर उपस्थित जिला वक्फ कमेटी के अध्यक्ष श्री सोहेब राजा ने कहा कि सिवनी जिले में पहली बार किसी संस्था के द्वारा मुस्लिम प्रतिभावान विद्यार्थियों की सुध ली गयी है। उन्होंने यह भी कहा कि आगे के दिनों में इस व्यवस्था को जारी रखा जायेगा।
समारोह में उपस्थित बाबा रोड लाईन्स के संचालक श्री बाबा भाई ने कहा कि यदि ऐसे आयोजन होते रहे तो हमारे समाज के बच्चों का उत्साहवर्धन होता रहेगा और वे अपनी प्रतिभा को निखारने में और ज्यादा प्रयत्नशील होंगे।  कार्यक्रम में उपस्थित पालिका उपाध्यक्ष श्री राजिक अकील, गोहना के श्री अख्तर पटेल  अधिवक्ता श्री जकी अनवर खान, अधिवक्ता श्री याहया खान कुरैशी, मो। अ. वदूद मदनी, याकूब बाबू ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जमीयत की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल कुद्दूस ने अपने संबोधन में जहाँ इस्लाम में नमाज, रोजे और दूसरे फराईज के अलावा सबसे पहले जो आयत नाजिल हुई उसका उल्लेख करते हुए कहा कि पढों और बढो। लेकिन हमारी कौम इस मुकाम पर पिछड गयी और आज हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं इसके लिए हम और आप ही जिम्मेदार हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता श्री जकी अनवर खान ने कहा कि हम खुद ही अपने बच्चों की पढाई पर ध्यान नहीं देते और इसके लिए सरकारों को दोष देते हैं। यह बात ठीक नहीं है। यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि जिला जमीयत अहले हदीस के द्वारा इस वर्ष कक्षा 10वीं एवं 12वीं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले मुस्लिम समुदाय के छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए यह आयोजन किया गया था जिसमें प्रथम 10 स्थान पर रहने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किये जाने की बात योजना थी।
कक्षा 10वीं में जिन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया है उनमें क्रमशः मारिया बानो पिता मजहर खान 85.8 प्रतिशत, मुजतबा रहवर पिता समीम कुरैशी 84 प्रतिशत, नाबिला कौशर पिता अ. अहद 83 प्रतिशत, शबा पिता अ। निजाम खान 82.8 प्रतिशत, हसन खान पिता अ. मुक्तदिर खान 81.5 प्रतिशत, फरहीन पिता अ. कलीम खान 80.8 प्रतिशत शेख सोहेए पिता शेख फिरोज 80.16 प्रतिशत, दानेश खान पिता असद खाद 80.16 प्रतिशत, अनाम शबा खान पिता इशाक खान 79.33 प्रतिशत, तालफा खान पिता मो. शमीम खान 78.33 प्रतिशत के नामों का उल्लेख है।
इसी तरह कक्षा 12वीं में सर्वाधिक अंक लेकर सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों में शबाहत खान पिता शाहिद खान 8860 प्रतिशत, अशमा अंजुम पिता जकीउल्लाह खान 85 प्रतिशत, तंजीला अंजुम पिता शमीउल्लाह खान 82.4 प्रतिशत, मारिया आजमी पिता अतीक आजमी 80.4 प्रतिशत, तंजिला कौशर पिता रियाज खान 80 प्रतिशत, शौतल अंजुम पिता शकील खान 80 प्रतिशत, साईमा बेगम पिता शेख शकील 79.80, अंजुम पिता मजहर खान 79.4 प्रतिशत, शाहिना तरन्नुम पिता मकबूल खान 77.8 प्रतिशत एवं शबाना अंजुम पिता मो. अलफाज खान 77.2 प्रतिशत का समावेश है।

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