मंगलवार, 16 अक्तूबर 2012

फिर चर्चाओं में जनसंपर्क


फिर चर्चाओं में जनसंपर्क

(राजेश शर्मा)

भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग एक बार फिर सुर्खियों में छा गया है। मध्य प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर सरकार द्वारा जारी किए गए विज्ञापनों पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि विज्ञापन हकीकत से दूर है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि पिछले 10 दिनों में महिलाओं पर सामूहिक ज्यादती की पांच घटनाएं हुईं। लाडली लक्ष्मीऔर बेटी बचाओअभियान सिर्फ विज्ञापनों और कागजों पर चलाने से महिलाओं की रक्षा नहीं हो सकती। सिंह ने कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो ने महिला ज्यादती में मध्य प्रदेश को नम्बर एक बताया है और जो आंकड़े दिए हैं, वे बीजेपी सरकार की महिलाओं के प्रति संवेदनहीनता की कलई खोलता है।
उन्होंने कहा, श्विज्ञापन के आधार पर मुख्यमंत्री रोज घाटित हो रही घटनाओं की असलियत नहीं छुपा सकते। जिन लड़कियों के साथ ज्यादती हुई है, उसके लिए सरकार सीधे जिम्मेदार है क्योंकि वह शासन-प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त बनाने के बजाय उत्सव मनाने और अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त रहती है।श्
उन्होंने कहा कि जिस समय शिवराज सरकार अखबारों में आधे पेज के विज्ञापन प्रकाशित कर गर्व महसूस कर रही थी कि महिला ज्यादतियां प्रदेश में कम हुई हैं, उसी सप्ताह राजधानी सहित ग्वालियर और दतिया में महिलाएं और नाबालिग बालिकाएं सामूहिक हिंसा की शिकार हो रही थीं।

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