बुधवार, 20 जून 2012

पत्रकार श्री पटेरिया को पितृ शोक

पत्रकार श्री पटेरिया को पितृ शोक

(श्रुति)

भोपाल (साई)।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ पत्रकार श्री शिव अनुराग पटेरिया के पिता श्री शंकर प्रसाद पटेरिया, सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्य, स्कूल शिक्षा विभाग के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
85 वर्षीय श्री पटेरिया का आज प्रातः स्थानीय चिकित्सालय में निधन हुआ। सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन स्वर्गीय श्री पटेरिया ने जनसहभागिता से स्कूल भवनों के सुधार कार्य में समर्पित किया।
जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने श्री शंकर प्रसाद पटेरिया के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। वे उनकी अंत्येष्टि में भी शामिल हुए। श्री शंकर प्रसाद पटेरिया वरिष्ठ पत्रकार श्री शिव अनुराग पटेरिया के पिता हैं। श्री शर्मा ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।



प्रदेश में विद्युत वितरण के लिये खर्च किये जा रहे हैं 10 हजार करोड़

प्रदेश में विद्युत वितरण के लिये खर्च किये जा रहे हैं 10 हजार करोड़

(संतोष पारदसानी)

भोपाल (साई)।ऊर्जा तथा खनिज साधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि विद्युत क्षेत्र में सुधार के लिये हर-संभव कदम उठाये गये हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत वितरण के लिये प्रदेश में 10 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। इसका लाभ हर श्रेणी के उपभोक्ताओं को मिलेगा। श्री शुक्ल कल रतलाम जिले के बड़ावदा में फीडर विभक्तिकरण के लोकार्पण को संबोधित कर रहे थे। दो 11 के.व्ही. के फीडर्स के शुरू होने से 150 ग्राम के घरेलू उपभोक्ताओं को अधिकतम 20 घंटे और कृषि कार्य के लिये 8 घंटे विद्युत प्रदाय होगा। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री श्री मनोहर ऊँटवाल भी मौजूद थे।
श्री शुक्ल ने कहा कि राज्य शासन ने महत्वाकांक्षी फीडर विभक्तिकरण योजना को लागू किया है। यह मध्यप्रदेश को स्वर्णिम बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं तथा किसानों को सिंचाई के लिये पर्याप्त बिजली मुहैया कराने के ऐतिहासिक कार्य का संकल्प लिया है, जो वर्ष 2013 में पूरा होगा। उन्होंने कहा कि फीडर विभक्तिकरण के बाद नये शेड्यूल के साथ उपभोक्ताओं को पर्याप्त विद्युत प्रदाय किया जाये।
राज्य मंत्री श्री मनोहर ऊँटवाल ने कहा कि प्रदेश में फीडर विभक्तिकरण का चुनौतीपूर्ण कार्य विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी तेजी से प्रगति पर है। इसका लाभ निश्चित रूप से ग्रामीणों को मिलेगा।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता राजमल जैन, जनपद पंचायत जावरा अध्यक्ष श्रीमती नमिता शाकल्य, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री डी.पी. आहूजा, प्रबंधक श्री नागेन्द्र तिवारी सहित अनेक जन-प्रतिनिधि तथा अधिकारी उपस्थित थे।


महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों में अब होगी त्वरित कार्रवाई

महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों में अब होगी त्वरित कार्रवाई
(नंद किशोर)
भोपाल (साई)। महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों से संबंधित प्रकरणों की एफ.आई.आर. से न्यायालय तक मॉनीटरिंग की जाएगी। इससे अपराधियों को उनके किए की सजा जल्द मिलेगी। गौरतलब है कि महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश में विशेष महिला प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने महिला प्रकोष्ठ के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि महिलाओं से संबंधित शिकायतों का त्वरित निराकरण किया जाए।
महिला प्रकोष्ठ का प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती एम. अरुणा मोहन राव को बनाया गया है। प्रकोष्ठ की प्रभावी गतिविधि के लिए चार क्षेत्रीय महिला प्रकोष्ठ भोपाल, इन्दौर, ग्वालियर और जबलपुर में बनाए गए हैं। इनमें से भोपाल, इन्दौर और जबलपुर में पुलिस महानिरीक्षक एवं ग्वालियर में पुलिस उप महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी की पद-स्थापना कर दी गयी है। गृह मंत्री श्री गुप्ता प्रदेश के सभी 9 महिला थानों में महिला पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग करने के निर्देश भी दिए हैं। पुलिस बल में महिला कर्मचारियों एवं अधिकारियों की अलग से ग्रेडेशन लिस्ट बनायी जाएगी। इससे उनको पदोन्नति के अधिक अवसर मिलेंगे।
इसके साथ ही न्यायालयीन प्रकरणों में मजबूती से महिलाओं का पक्ष रखने के लिए सभी क्षेत्रीय महिला प्रकोष्ठ में उप संचालक अभियोजन भी पदस्थ किए गए हैं। महिला प्रकोष्ठ के अधीन ही अब सभी थानों की महिला हेल्प डेस्क, परिवार परामर्श केन्द्र और हयूमन ट्रैफिकिंग का सेल कार्य करेगा।
नवगठित क्षेत्रीय महिला प्रकोष्ठ
  • भोपाल - भोपाल, होशंगाबाद, सागर संभाग के सभी जिले।
  • इन्दौर - इन्दौर, उज्जैन संभाग के सभी जिले।
  • जबलपुर - जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिले।
  • ग्वालियर - ग्वालियर, चंबल संभाग के समस्त जिले।
क्षेत्रीय महिला प्रकोष्ठ के कार्य
महिला संबंधी अपराधों का डीएसआर प्राप्त कर समीक्षा। प्रतिदिन डीएसआर मुख्यालय भेजेगें। स्पेशल रिपोर्ट प्रगति प्रतिवेदन एवं अंतिम रिपोर्ट की समीक्षा और कार्यवाही। सनसनी-खेज एवं गंभीर अपराधों के घटना स्थल का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण। महिला संबंधी अपराध का जिलेवार डायजेस्ट तैयार करना। गंभीर अपराधों की निर्णय होने तक मॉनीटरिंग। गुमशुदा बालक-बालिकाओं की जानकारी एवं समीक्षा। जोन के समस्त महिला अपराधों की समीक्षा पर्यवेक्षण, मानीटरिंग। जोन में स्थित मानव दुर्व्यापार सेल एवं जोन में पंजीबद्ध अपराधों की मानीटरिंग। जोन में स्थित महिला परामर्श केन्द्र हेल्प लाइन, महिला डेस्क के कार्यों का निरीक्षण, मॉनीटरिंग एवं समीक्षा। महिला संबंधी विषयों पर प्रशिक्षण व सेमीनार। कार्य स्थल पर यौन शोषण की जोन स्तरीय समीक्षा। जोन के महिला संबंधी अपराधों का मासिक विश्लेषण एवं प्रतिवेदन और दोषमुक्ति, दोषसिद्धि एवं राजीनामा के निर्णयों की समीक्षा कर रिपोर्ट अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कार्यालय भेजेंगें।

सीबीआई के चाबुक ने यादव को किया मुलायम!

सीबीआई के चाबुक ने यादव को किया मुलायम!

यूपी को मिल सकता है खासा केंद्रीय पैकेज

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। बुधवार 13 जून को त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ संयुक्त पत्रवार्ता कर मुलायम सिंह यादव ने कठोर होने का दिखावा कर अचानक ही नाम के अनुरूप मुलायम हो जाना सियासी गलियारों में आश्चर्य का विषय माना जा रहा है। 13 जून के बाद अचानक यू टर्न लेकर मुलायम आखिर कांग्रेस की गोद में जाकर कैसे बैठ गए इस बारे में अब शोध किया जा रहा है।
बताया जाता है कि जैसे ही मुलायम सिंह यादव ने ममता बनर्जी के साथ मिलकर अपने उम्मीदवार के बारे में पत्रवार्ता में खुलासा किया वैसे ही कांग्रेस के ट्रबल शूटर्स एकाएक सक्रिय हो गए। कहा जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो में लंबित शिकायतों की नस्तियों पर से धूल की गर्त हटा दी गई। फाईलें झाड पोंछ कर साफ कर आला अफसरान की टेबिल पर एक बार फिर सज गईं।
मुलायम के करीबी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के दूतों ने मुलायम के साथ महामहिम के चुनाव के बारे में चर्चा के दर्मयान सीबीआई की लंबित जांचों का हवाला भी दिया। इस पर मुलायम सिंह यादव भड़क गए और उन्होंने कांग्रेस के दूतों को दो टूक शब्दों में कह दिया कि कांग्रेस को जो करना है कर ले, वे अब इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।
सूत्रों ने आगे कहा कि बात बिगड़ती देख एक बार फिर इन दूतों ने कांग्रेस अध्यक्ष के सबसे विश्वस्त और राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल को फोन कर सारी चर्चा की जानकारी दी। सूत्रों की मानें तो अहमद पटेल द्वारा ब्रम्हास्त्र चलाने की बात कहकर उन दूतों को फिर से मुलायम सिंह यादव से चर्चा जारी रखने को कहा।
इस चर्चा के दौरान कांग्रेस के दूतों ने मुलायम सिंह यादव को एक तरफ तो सीबीआई का भय बताया गया वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के लिए केंद्र सरकार के एक खास पैकेज के साथ ही साथ ममता के सरकार से अलग होने के बाद उन्हें कैबनेट मंत्री का लाईलप्पा भी दे दिया गया। इस सबके लिए महामहिम चुनाव तक मुलायम को कहा गया कि वे कांग्रेस का साथ दें।
सूत्रों ने बताया कि सारी स्थिति परिस्थिति को भांपकर सीबीआई की चाबुक से बचने और उत्तर प्रदेश की खस्ताहाल माली हालत में सरकार चलाने की परेशानियों आदि पर विचार कर मुलायम सिंह यादव ने इस मामले में यूटर्न लेने का भरोसा कांग्रेस के प्रबंधकों को जता दिया।
सूत्रों के अनुसार जब इस बात की जानकारी ममता बनर्जी को लगी तो वे मुलायम सिंह यादव से काफी खफा बताई जा रही हैं। उधर, कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि अगर महामहिम के चुनाव के लिए ममता हां कह देती हैं तो कांग्रेस को मुलायम का साथ छोड़ने में देर नहीं लगेगी, क्योंकि अगर मुलायम और ममता की तुलना की जाए तो ममता बनर्जी कांग्रेस के लिए मुलायम से कम नुकसानदेह साबित हुई हैं।

पिक्चर से गायब हैं राहुल गांधी!


पिक्चर से गायब हैं राहुल गांधी!

महामहिम चुनाव जैसे महत्वपूर्ण मामले में राहुल की चुप्पी आश्चर्यजनक

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस की नजरों में भविष्य के वज़ीरे आज़म राहुल गांधी इन दिनों राजनैतिक परिदृश्य से ही गायब हैं। राहुल के जन्म दिन पर भी कार्यकर्ताओं के सामने उनकी अनुपस्थिति में कांग्रेस के महासचिव राजा दिग्विजय सिंह ने केक काटा। महामहिम राष्ट्रपति चुनावों की जद्दोजहद चरम पर है, और कांग्रेस के युवा तुर्क का इस तरह गायब रहना आश्चर्य के साथ ही साथ संदेहों को भी जन्म दे रहा है।
कांग्रेस में शीर्ष स्तर पर जो कुछ चल रहा है उसे देखकर लग रहा है मानो उपर सब कुछ ठीक ठाक नहीं है। एक तरफ कांग्रेस द्वारा राजा दिग्विजय सिंह के बयानों को कांग्रेस का अधिकृत बयान ना माने जाने की बात कही जाती है तो दूसरी ओर राहुल गांधी के अघोषित राजनैतिक गुरू राजा दिग्विजय सिंह उनके जन्म दिन पर समाचार चेनल में केेक काटते दिख जाते हैं।
एक निजी समाचार चेनल के साथ साक्षात्कार में राजा दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की अभी जरूरत ही कहां है? राहुल जी ने सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया है कि वे राष्ट्रपति के लिए प्रत्याशी का चयन करें!
संभवतः यही बात कांग्रेस की दूसरी पंक्ति के नेताओं को नागवार गुजरी और राजा के बोलने पर पाबंदी लगा दी गई। अमूमन कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा ही किसी को किसी बात के लिए अधिकृत किया जाता है, इस परंपरा से उलट दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी का कद सोनिया से बड़ा कर दर्शाया गया है।
सियासी गलियारों में अब यह खोज मच गई है कि आखिर अपने जन्म दिन पर राहुल गांधी कहां थे? कोई कह रहा है कि राहुल छुट्यिां मना रहे हैं तो कोई उनके विदेश जाने की बातें कर रहा है। किसी का कहना है कि वे अपनी माता श्रीमति सोनिया गांधी के इलाज के सिलसिले में अमरीका गए हुए हैं।

शिखर सम्मेलन में भारत को मिली बड़ी सफलता


शिखर सम्मेलन में भारत को मिली बड़ी सफलता

(टी.विश्वनाथन)

लॉस काबोस (साई)। जी-२० शिखर सम्मेलन की समापन घोषणा में दुनिया की आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाने के लिए विकासशील देशों में बुनियादी ढांचागत  सुविधाओं में निवेश को प्राथमिकता देने की भारत की पहल को प्रमुखता से शामिल किया जाना देश के लिए एक बड़ी सफलता है। विश्व अर्थव्यवस्था में कमजोरी और यूरोजोन संकट के कारण विश्व अर्थव्यवस्था मंदी की शिकार है।
मैक्सिको में लॉस काबोस में सातवें जी-टूवेंटी शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर जारी १४ पृष्ठ की घोषणा में कहा गया है कि गरीबी उन्मूलन तथा समावेशी, सतत और संतुलित विकास जी-२० संगठन के मुख्य लक्ष्य बने रहेंगे। घोषणा में कहा गया है कि विकास के अंतर्राष्ट्रीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए संगठन विकसित देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस घोषणा में वैश्विक वृद्धि की मजबूती, विश्वास बहाली और रोजगार के अवसर बढ़ाने के जरूरी उपाय करने की वचनबद्धता व्यक्त की गई है। घोषणा में कहा गया है कि यूरोजोन के सदस्य देश क्षेत्र की एकता और स्थिरता बनाये रखने और  वित्तीय बाजारों के कामकाज में सुधार के लिए मिलकर काम करेंगे।
यूरोप के आर्थिक संकट का विस्तार से उल्लेख करते हुए घोषण में कहा गया है कि जी-२० संगठन  उभरती आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये मजबूत आर्थिक नीतियों के जरिए इस संकट के समाधान के लिए काम करेगा। घोषणा में कहा गया है कि सदस्य देश मुक्त व्यापार,  निवेश, बाजारों के विस्तार, और सभी तरह का संरक्षणवाद खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि आर्थिक वृद्धि, रोजगार और सतत विकास सुनिश्चित किया जा सके।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था मजबूत करने के लिये घोषणा में अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष में सुधार और कोष की प्रासंगिकता, प्रामाणिकता, प्रभावशीलता बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई गई हैं। घोषणा में यह भी कहा गया है कि कोटा सुधारों की प्रक्रिया २०१३ तक पूरी कर ली जाएगी।
उधर, प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा है कि लॉस काबोस घोषणा, भारत के इस विचार की पुष्टि करती है कि विकासशील देशों के बुनियादी ढांचे में निवेश से वृद्धि की रफ्घ्तार तेज की जा सकती है तथा इससे वैश्विक मंदी से उबरने में महत्वपूर्ण मदद मिल सकती है।
शिखर सम्मेलन की समाप्ति के बाद एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा है कि जी-२० देशों के नेताओं के बीच इस बात पर आम सहमति थी कि सभी देशों की नीति, आर्थिक वृद्धि को मज$बूत करने पर केन्द्रित होनी चाहिए तथा इस समय सबसे बड़ी जरूरत यूरोजोन में अनिश्चितता कम करना है।
डॉक्टर सिंह ने कहा कि वर्तमान स्थिति में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के लिए संसाधन बढ़ाने की आवश्यकता को देखते हुए जी-२० देशों ने सकारात्मक कार्रवाई की है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को भारत की ओर से १० अरब डॉलर के योगदान के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पता चलता है कि विश्व समुदाय में भारत एक जिम्मेदार राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है।