शनिवार, 18 अगस्त 2012

वेबसाइट के बाद अब जनसम्पर्क विभाग का ड्रिस्ट्रिक्ट न्यूज पोर्टल भी ‘हिट’ हुआ

वेबसाइट के बाद अब जनसम्पर्क विभाग का ड्रिस्ट्रिक्ट न्यूज पोर्टल भी ‘हिट’ हुआ

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट के बाद अब विभाग का ड्रिस्ट्रिक्ट न्यूज पोर्टल भी ‘हिट’ हुआ है। विभाग द्वारा शुरू किए गए डिस्ट्रिक्ट न्यूज पोर्टल http://www.dprmp.org/ को पहले छह माह में ही विजिटर द्वारा 71 लाख 96 हजार 294 हिट्स किए गए।
देश में अपनी तरह के पहले इस शासकीय न्यूज पोर्टल पर एक फरवरी से 31 जुलाई की अवधि में 1 लाख 21 हजार 257 लोगों ने विजिट किया। पोर्टल पर एक दिन में औसतन 34 हजार 268 हिट्स किए जा रहे हैं। इसी प्रकार रोजाना पाँच सौ से अधिक लोग पोर्टल को देखते भी हैं। यही नहीं छह माह में पोर्टल से 3 लाख 47 हजार 870 फाइल को डाउन-लोड भी किया गया।
उल्लेखनीय है कि जनसम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने 31 जनवरी 2012 को डिस्ट्रिक्ट न्यूज पोर्टल का शुभारंभ किया था। पोर्टल में जिला जनसम्पर्क कार्यालयों द्वारा जारी किये जाने वाले सभी समाचार संबंधित जिले के पोर्टल पर उपलब्ध करवाए जाते हैं। पोर्टल यूनिकोड आधारित होने से समाचार-पत्रों को चाणक्य, कृतिदेव तथा अन्य फोन्टस में प्राप्त करने की सहूलियत रहती है। इस पोर्टल पर जिले की ऐतिहासिक, भौगोलिक, सांस्कृतिक, पर्यटकीय जानकारी के अलावा प्रशासनिक/पुलिस और अन्य आवश्यक दूरभाष आदि की जानकारी भी उपलब्ध है। विभाग द्वारा पोर्टल के अलावा दो अन्य वेबसाइट http://www.mpinfo.org/ और www.mpnewsarch.org संचालित की जा रही हैं, जिसमें क्रमशः विभाग द्वारा जारी समाचार और समाचार-पत्रों की कतरनें सहित अन्य जानकारियाँ उपलब्ध हैं। लोगों की सुविधा के लिए पोर्टल सहित दोनों वेबसाइटों को एक-दूसरे से लिंक किया गया है।

सीएजी की रिपोर्ट खारिज की सरकार ने

सीएजी की रिपोर्ट खारिज की सरकार ने

(प्रियंका श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। सरकार ने कोयला खंडों के आवंटन में निजी कंपनियों को एक लाख छियासी हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने के बारे में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक-सीएजी के अनुमान को भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया है। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कल नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि इस मामले में सरकार की नीति पारदर्शी थी।
श्रीप्रकाश जायस्वाल ने कहा कि जो पॉलिसी बनाई है इससे ज्यादा बेहतर और कोई दूसरी पॉलिसी नहीं हो सकती। जिस स्क्रीनिंग कमैटी की अध्यक्षता कोल सेकरेट्री करता हो, जिस स्क्रीनिंग कमैटी में सारी लॉ मिनिस्ट्री की सेकरेट्री या उनके द्वारा अधिकृत प्रतिनिधि बैठता हो, जिस स्क्रीनिंग कमैटी में सारी राज्य सरकारों के चीफ सेकरेट्री या उनके द्वारा अधिकृत प्रतिनिधि बैठता हो, चेयरमेन कोल इंडिया बैठता हो सारी सब्सिडीस के सीएमडी बैठते हों। मैं नहीं समझता हूं की इससे ज्यादा पारदर्शी कोई कमैटी बनाई जा सकती है।
श्री जायसवाल ने बताया कि तीन राज्य सरकारों-छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और राजस्थान ने बोली प्रक्रिया का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि कोयला खंडों के आवंटन की मौजूदा प्रणाली बदली नहीं जानी चाहिए। श्री जायसवाल ने कहा कि उनका मंत्रालय सीएजी की रिपोर्ट के सभी पहलुओं से सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोयला खंडों के आवंटन में अगर नीतिगत दिशा-निर्देशों के अमल में कोई अनियमितता दिखाई देती है, तो उसकी जांच कराई जाएगी। कोयला मंत्री ने कहा कि नुकसान का आकलन भ्रामक है क्योंकि रिपोर्ट में जिन ५७ कोयला खंडों का जिक्र किया गया है उनमें से केवल एक ही खंड में उत्पादन हो रहा है।
नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने कल कोयला खंडों के आवंटन, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और कोयला आपूर्ति बिजली परियोजना से संबंधित तीन रिपोर्टें संसद में पेश की थीं। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से संबंधित अपनी रिपोर्ट में सीएजी ने कहा है कि हवाई अड्डे को विकसित करने वाली कंपनी-डायल द्वारा लगाया गया ३४ अरब १५ करोड़ रुपये का विकास शुल्क समझौते के प्रावधानों और नागरिक उड्डयन कानूनों के विरुद्ध है।
नागर विमानन मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि दिल्ली हवाई अड्डे पर जमीन के व्यावसायिक इस्तेमाल से होने वाले अनुमानित लाभ की गणना गलत और भ्रम फैलाने वाली है क्योंकि इसमें वर्तमान शुद्ध मूल्य शामिल किए बिना अनुमानित राजस्व का संकेत मूल्य जोड़ा गया है।
सीएजी ने अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के बारे में अपनी रिपोर्ट में अनुमान व्यक्त किया है कि रिलायंस पावर लिमिटेड को जिन तीन बिजली परियोजनाओं का ठेका दिया गया था, उनके बिजली शुल्क में अंतर के कारण कंपनी को २९ हजार करोड़ रुपये से अधिक का फायदा हुआ होगा। हालांकि केंद्रीय बिजली मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि मध्य प्रदेश की परियोजना के लिए रिलायंस पावर लिमिटेड को कोयला खदानों के आवंटन की प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती गई।
उधर, भारतीय जनता पार्टी ने कोयला खंडों के आवंटन में कथित अनियमितताओं के बारे में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफे की मांग की है। नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि इस नुकसान के लिए डॉक्टर मनमोहन सिंह जिम्मेदार हैं, क्योंकि उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार उन्हीं के पास था।
दूसरी ओर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार वाले राज्यों में कोयला खंडों के आवंटन में भारतीय जनता पार्टी पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है। नई दिल्ली में पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा शासित राज्यों ने भी कोयला खंडों के आवंटन में प्रतियोगी बोली के नियम-कायदे नहीं अपनाए क्योंकि उन्होंने इसका विरोध किया था।
इसके साथ ही साथ लोक लेखा समिति के अध्यक्ष डॉ। मुरली मनोहर जोशी ने कहा है कि समिति नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्टों पर चर्चा करेगी और इसके लिए समय का निर्धारण किया जाएगा। नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि संबधित मंत्रालयों और विभागों से इससे जुड़े दस्तावेज मंगाए जाएंगे।

बल्क एसएमएस पर एक पखवाड़े की रोक


बल्क एसएमएस पर एक पखवाड़े की रोक

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। सरकार ने अफवाहों पर काबू पाने के लिए देशभर में बड़ी तादाद में एस एम एस और एमएमएस भेजने पर १५ दिन के लिए रोक लगा दी है। यह फैसला असम हिंसा और देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों के लिए खतरे के बारे में गुमराह करने वाले एसएमएस और एमएमएस संदेश और भ्रामक वीडियो के प्रसार की खबरें मिलने के बाद उठाया गया है।
उधर, बंग्लुरू से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो से श्वेता यादव ने बताया कि कर्नाटक पुलिस ने पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों को धमकाने और धमकी भरे संदेश भेजने के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आर अशोक ने बताया कि पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों की ज्यादा आबादी वाले इलाकों, कॉलेजों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में गश्त बढ़ा दी गई है।
उन्होंने कहा कि अपने गृह राज्यों को जाने वाले लोगों की संख्या में पहले दो दिन की तुलना में कमी आई है। खबर है कि मुस्लिम समुदाय और पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों ने डर दूर करने के लिए मिलजुलकर काम करने का संकल्प लिया है। एक साझा संवाददाता सम्मेलन में दोनों समुदायों के सदस्यो ने मिलकर ईद मनाने का फैसला किया है।
गृह मंत्री अशोका और कानून मंत्री सुरेश कुमार ने कल पूर्वाेत्तर राज्य के मुसाफिरों से मिलकर उनसे गुजारिश की कि वे बैंगलोर छोड़कर न जाएं। उनसे यह भी कहा गया कि वे अपने राज्यों में बसे संबंधियों को तसल्ली दें। कल उन्होंने कई कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिलकर अपील की कि वे पूर्वाेत्तर राज्यों के उद्योगियों को अपने संस्था में ही रहने का अवसर दें, ताकि उनको सुरक्षा प्रदान हो। इस बीच, रैपिड एक्शन फोर्स के छह कंपनियों को तैनात किया गया है और आज उनके द्वारा फ्लैग मार्च होगा।
इसी बीच पीएमओ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सरकार ने बंगलोर, हैदराबाद और पुणे जैसे शहरों से पूर्वाेत्तर क्षेत्र के छात्रों का पलायन जारी रहने के मद्देनजर सोशल मीडिया से भेजे जाने वाली खबरों की अधिक निगरानी करने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय ने गुप्तचर ब्यूरो और राज्यों की पुलिस से बेवसाइट तथा सोशल मीडिया की निगरानी करने के लिए कहा है।

विकास को तरसता विकास पुरूष का क्षेत्र


विकास को तरसता विकास पुरूष का क्षेत्र

हरवंश सिंह के क्षेत्र में जान हथेली पर रखकर शाला जा रहे मासूम

धूम मचा रही है पुनीत कपूर की मौत का तांड़व

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। देश के समाचार चेनल्स में अग्रणी आज तकमें लंबे समय तक दिल्ली कार्यालय में काम करने वाले पुनीत कपूर की घर वापसी भी धूम मचा रही है। आज तक पर उनके द्वारा संकलित, संपादित मौत का तांडव शीर्षक की खबर रोंगटे खड़े कर देने वाली है। मजे की बात तो यह है कि जिस गांव के बच्चे जान हथेली पर रखकर स्कूल जा रहे हैं वहां पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा लंबे समय तक विधायक रही हैं और वर्तमान में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हरवंश सिंह यहां से चौथी बार विधायक बने हैं।
केवलारी विधानसभा क्षेत्र वैसे तो कांग्रेस का अभेद्य गढ़ रह है। इस विधानसभा सीट पर सालों तक सुश्री विमला वर्मा, फिर भाजपा की नेहा सिंह के उपरांत चार बार से कांग्रेस के कद्दावर नेता हरवंश सिंह ठाकुर का कब्जा है। हरवंश सिंह ठाकुर के बारे में सिवनी जिले का मीडिया उन्हे विकास पुरूषकी संज्ञा देने से नहीं चूकता है। यह अलहदा बात है कि हरवंश सिंह के खाते में 1983 में पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह के संचार मंत्री रहते एसटीडी सुविधा के अलावा कोई और उल्लेखनीय उपलब्धि दाखिल नहीं है।
हरवंश सिंह के विधानसभा क्षेत्र केवलारी के तहसील मुख्यालय के कंडीपार गांव के बच्चे रोजाना किसी तरह पुल पार करके स्कूल तक का सफर पूरा करते हैं! गांव से लेकर स्कूल तक का ये रास्ता करीब  ४ किलोमीटर लंबा है! इस रास्ते में आते हैं तीन बड़े-बड़े पुल और पुल भी इतने ऊँचे-ऊँचे कि नीचे देखते ही दिल सहम जाए! आप और हम तो शायद पैदल चलकर इस पुल को पार ही न कर पाएं, लेकिन इन बच्चों के लिए तो ये रोज की मजबूरी है! इसके साथ ही ट्रेन के आने का खतरा भी हर वक्त बना रहता है! और अगर पुल पार करते समय ट्रेन आ गयी तो समझो गए!
एक छात्र कैलाश डेहरिया ने बताया कि इस पुल को पार करना बहुत मुश्किल होता है, हमारे साथ छोटे बच्चे भी होते हैं, जो ट्रेन आने पर घबरा जाते हैं। दरअसल सिवनी जिले के कंडीपार गांव को शहर से जोड़ने के दो रास्तें हैं। एक सड़क का और दूसरा रेल की पटरियों का! बारिश के मौसम में सड़क का ये हाल हो जाता है कि पैर भी न रखते बने! इसलिए पूरा का पूरा गांव रेल कि पटरियों पर चलने को मजबूर है! क्या बच्चे, क्या बूढ़े और महिलाएं हर कोई इस पुल को पार करके ही शहर तक पहुँच पता है! हालाँकि बच्चों समेत पूरा गांव कई बार कलेक्टर ख्डी एम, के पास जाकर गुहार लगा चुके है, लेकिन कलेक्टर भी ये बताने को तैयार नहीं हैं कि आखिर इस गांव को सड़क कब नसीब होगी!
जिला कलेक्टर अजीत कुमार ने समाचार चेनल से चर्चा के दौरान कहा कि लोग हमारे पास आए थे, सीईओ जिला पंचायत को निर्देश दिए है, कि जिस भी योजना में संभव हो, इसे करा दिया जाये। हो सकता है १ महीने के बाद हो या ३ महीने बाद हो, कोई समय सीमा नहीं दे सकता।
ये गांव मध्य प्रदेश सरकार के विकास के दावों पर सवाल खड़ा करता है, इसके साथ ही देश की ऐसी हकीकत से रूबरू कराता है, जिसका देश की आजादी के ६५ साल बाद भी सामने आना किसी कलंक से कम नहीं है! पुनीत कुपूर की इस रिपोर्ट से देश भर में तहलका मचा हुआ है।
यहां उल्लेखनीय है कि विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह कांग्रेस के शासन में लंबे समय तक गृह मंत्री और त्रिविभागीय मंत्री भी रहे हैं। उन्होने अपने क्षेत्र में कुछ किया हो या नहीं, पर मीडिया ने उन्हें विकास पुरूष अवश्य ही बना दिया है।

संन्यास ले सकते हैं लक्ष्मण


संन्यास ले सकते हैं लक्ष्मण

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। भारत के स्टार बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण न्यूजीलैंड के खिलाफ 23 अगस्त से हैदराबाद में होने वाली दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की योजना बना रहे हैं। चर्चा है कि अब 134 टेस्ट मैच खेलने वाला यह कलात्मक बल्लेबाज एक-दो दिन में संवाददाता सम्मेलन में अपने 16 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के समापन की घोषणा करेगा। अभी तक हालांकि बीसीसीआई या हैदराबाद क्रिकेट संघ ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
पिछले डेढ दशक से भारतीय मध्यक्रम में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड और सौरव गांगुली के साथ मिलकर फैब फोरबनाने वाले लक्ष्मण ने अपनी कलाईयों की जादूगरी से विश्व क्रिकेट में खास जगह बनायी। इन चारों खिलाडियों के रहते ही भारत ने टेस्ट मैचों में तेजी से प्रगति की और वह दुनिया की नंबर एक टीम बनी।
ज्ञातव्य है कि लक्ष्मण ने अब तक 8781 टेस्ट रन बनाये हैं जिसमें 17 शतक शामिल हैं। उनके करियर का सर्वाेच्च स्कोर 281 रन है जो उन्होंने 2001 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता में बनाया था। भारत ने उनकी इस पारी की बदौलत फाओलान के बावजूद जीत दर्ज की थी। लक्ष्मण का टेस्ट औसत 45.97 है।
लक्ष्मण कभी एकदिवसीय टीम के नियमित सदस्य नहीं रहे। उन्होंने 83 वनडे मैचों में 2338 रन बनाये जिसमें छह शतक शामिल हैं। उनके चमकदार करियर का सबसे निराशाजनक पहलू यह रहा कि वह अपने करियर के दौरान चारों विश्व कप में से किसी में नहीं खेल पाये। आस्ट्रेलियाई दौरे में नहीं चल पाने के कारण उनके भविष्य को लेकर कयास लगाये जा रहे थे। इस हैदराबादी बल्लेबाज ने आस्ट्रेलिया के दौरे में केवल 154 रन बनाये थे।

माइक्रोमैक्स ने पेश किया 10.1 ईंच का टैबलेट


माइक्रोमैक्स ने पेश किया 10.1 ईंच का टैबलेट

(रश्मि सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)।  मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली घरेलू कंपनी माइक्रोमैक्स ने 10.1 इंच का टैबलेट पेश किया। इसकी कीमत 9,999 रुपये है। माइक्रोमैक्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक मेहरोत्र ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने 7 ईंच का टैबलेट पेश किया है। हमने केवल 100 दिन में ही 1.4 लाख उपकरण बेच दिया। हमें विश्वास है कि नया 10.1 ईंच का टैबलेट का प्रदर्शन भी बेहतर रहेगा।’’ कंपनी इस महीने 7 ईंच का दो और टैबलेट पेश करेगी ताकि ग्राहकों के पास विकल्प हो।

अलविदा, अलविदा माह-ए-रमजान


अलविदा, अलविदा माह-ए-रमजान

(फिरोज खान)

नई दिल्ली (साई)। ‘‘हर अदा तेरी इबादत का नहीं हमसे हुआ/हम रहें गफलत में, हमसे हो रहा तू
जुदा/आज रो-रो के कहते हैं हम अलविदा-अलविदा।। माह-ए-रमजान’’। माह-ए-रमजान मुबारक का आखिरी जुमा यानी जुमअतुल विदा की नमाज शुक्रवार को शहर के विभिन्न मसजिदों में अदा की गयी। नमाजियों की भीड़ से राजधानी की तमाम मसजिदें भरी पड़ी थीं। घरों में भी काफी चहल-पहल रही।
इसे आप ईद से पहले की छोटी ईदका एहतिमाम भी कह सकते हैं। अलविदा जुमे की नमाज अदा करने के लिए 12 बजे से ही लोग मसजिदों में जुटने लगे थे। सफेद कुरता-पाजामा, टोपी और इत्र लगा कर अपने नजदीकी मसजिदों में लोगों ने रमजान के अंतिम जुमे की नमाज अदा की।
अंजुमन इसलामिया हॉल, पटना जंक्शन स्थित जामा मसजिद, खानकाह मुजीबिया, फुलवारीशरीफ, मुदारपुर, शाह गद्दी मसजिद के अलावा छोटी खानकाह, दरियापुर मसजिद, न्यू मसजिद व सब्जीबाग शाहगंज मसजिद सहित विभिन्न मसजिदों में सैकड़ों की तादाद में नमाजियों ने नमाज अदा की। खुतबे में इमाम साहब ने रोजे की अहमियत, जकात-फितरा व ईद की नमाज से संबंधित तकरीर की। सबने आपसी भाईचारा व सूबे में अमन-चौन की दुआ मांगी। नमाज अदा करने के बाद लोग एक-दूसरे से गले मिले।
खत्म हुई कड़े इम्तिहान की घड़ी। अब ईद मनानी है। तमाम ईदगाहों में ईद की नमाज की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। गांधी मैदान में ईद की नमाज सुबह आठ बजे होगी। वहीं औरतों की नमाज आलमगंज में पठान टोली स्थित शीश महल मदरसा में सुबह 9रू00 बजे पढ़ायी जायेगी। इसकी तैयारी कर ली गयी है।