शनिवार, 2 मई 2009

02 / 05 / 22009 hindi

आड़वाड़ी के तीर से कहीं घायल न हो जाएं शिवराज
0 गरीब का बेटा मुख्यमंत्री तो बन गया, कहीं सियासी चाल में न उलझा देपीएम केंडीडेट का प्रोजेक्शन
0 उमाश्री के तेवर तीखे होने की आशंका

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। भले ही किसी भी कारण से सही पर मध्य प्रदेश के सूबे के निजाम शिवराज सिंह चौहान का नाम प्रधानमंत्री का केंडीडेट के बतौर उछालने से सियासी हल्कों में तूफान आ गया है। माना जा रहा है कि भाजपा की दूसरी पंक्ति द्वारा नरेंद्र मोदी का नाम बतौर पीएम उछालने की काट के रूप में आड़वाणी ने यह तीर चलाया है।
स्वयं राजग के पीएम इन वेटिंग द्वारा शिवराज सिंह चौहान का नाम अगले प्रधानमंत्री के दावेदारों की फेहरिस्त में शामिल किए जाने से निश्चित रूप से चौहान के राजनैतिक रसूख में एकदम से इजाफा हुआ है। गांव के गरीब घर में जन्मे शिवराज सिंह चौहान ने भले ही संसद की दहलीज पर जाने की बात कभी सोची भी न होगी, फिर उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया गया, और अब भाजपा के कथित लौह पुरूष लाल कृष्ण आड़वाणी ने एन चलते चुनाव मेें उन्हें पीएम के दावेदारों की फेहरिस्त में शामिल करवा दिया है।
जानकारों का मानना है कि नरेंद्र मोदी के कद को कम करने के उद्देश्य से आड़वाणी ने इस तरह का सोझा समझा बयान दिया है। साथ ही साथ वे मध्य प्रदेश में भावनात्मक तौर पर मतदाता और कार्यकर्ताओं को सक्रिय भी करना चाह रहे होंगे। कहा तो यहां तक जा रहा है कि आड़वाणी ने मोदी के बाद चौहान का नाम फिजां में उछालकर यह संदेश देने में भी सफलता हासिल कर ली है कि भाजपा में पीएम के लायक नेताओं की फौज है।
देश की राजनैतिक राजधानी में अब चौहान और मोदी के बीच तुलना और समानताएं गिनाना आरंभ हो गया है। दोनों ही नेताओं को मुख्यमंत्री पद अचानक ही मिला और दोनों ही के नेतृत्व में गुजरात और मध्य प्रदेश में भाजपा सत्ता पर दुबारा काबिज हुई। गुजरात में अगर केशु भाई तो मध्य प्रदेश में उमाश्री भारती अगर ठीक राह चलते तो क्या मोदी और चौहान की लाटरी लग सकती थी।
इससे इतर मध्य प्रदेश में शिवराज द्वारा एक के बाद एक लागू की गईं जनकल्याणकारी योजनाएं मील का पत्थर बनती जा रही हैं। प्रदेश में चल रही लाड़ली लक्ष्मी योजना का जादू इस कदर सर चढ़कर बोला कि केंद्र सरकार ने भी इसे अपना लिया, और तो और पंजाब और राजस्थान भी इसे लागू करने पर विचार कर रहे हैं।
बहरहाल आड़वाणी के इस बयान के बाद अब सभी की नजरें शिवराज सिंह चौहान के उपर आकर टिक गईं हैं। चौहान के बढ़ते कद को उमाश्री भारती कतई पचा नहीं पाएंगी। अगर उनकी भाजपा में वापसी होती है, तो निश्चित रूप से वे शिवराज के मार्ग में शूल बोने का काम युद्ध स्तर पर पहली प्राथमिकता बनाकर ही करेंगी।



रिश्म शुक्ला शर्मा जाएंगी केंद्र में
(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश काडर की 1984 बेच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी रिश्म शुक्ता शर्मा जल्द ही केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने वाली हैं। उन्हें केंद्र में सदस्य सचिव, बाल अधिकार संरक्षण आयोग (नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाईल्ड राईट्स) में सदस्य सचिव के बतौर पदस्थ किया जा सकता है।
ज्ञातव्य है कि श्रीमति शर्मा पूर्व में सिवनी की जिलाधिकारी रह चुकी हैं, उनके पति प्रवेश शर्मा भी भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मध्य प्रदेश काडर के अधिकारी हैं, एवं वे भी सिवनी में कलेक्टर रह चुके हैं।

02 / ०५ / 2009

Shivraj has to careful from Advani’s arrow
(Limty Khare)
New Delhi। Even if for any reason on the right of the Nizam of Madhya Pradesh Shivraj Singh Chauhan Sube's name as the prime minister's Kendeedet Uchhalne of political storm in Hlcon has come. That the BJP is considered the second line by the name of Narendra Modi as PM as Adwani cut Uchhalne of the arrow is launched. PM in waiting by the NDA itself Shivraj Singh Chauhan's name the next prime minister to be included in the list of claimants from certain Chauhan's political influence has risen in all of a sudden. Born in a poor village house Shivraj Singh Chauhan at the threshold of the Parliament, even if the thing will not even thought of, then he was made chief minister of Madhya Pradesh, and now the BJP's Lal Krishna Adwani the so-called iron man to run the elections in the N PM them to join the list of claimants is made. Technicians believe that Narendra Modi's stature with the objective of reducing Adwani this kind of statement is considered Soja. In Madhya Pradesh as well as the emotionally to voters and activists are trying to be too active. Is even said that after Modi Adwani Fijan Chauhan in the name of this message to Uchhalkar success achieved in the PM that the BJP leaders of the army is capable of. Now the country's political capital of the Chauhan and Modi and similarities between comparison Ginana has been started. Both leaders met chief minister and all of a sudden, both under the leadership of the BJP in Gujarat and Madhya Pradesh Kabij the power again. In Gujarat, Madhya Pradesh brother if Keshu Umasri Bharati Modi So what if the right way to run the lottery and Chauhan could take. The other in Madhya Pradesh Shivraj implemented by one after a landmark were Jnkalyankari plans are being made. Lakshmi plan in the state on the magic of the beloved head so that the Central Government did climb it yourself, and then apply it to Punjab and Rajasthan are considering. Adwani's statement, however, after the eye of the Shivraj Singh Chauhan has gone over to come and stay. Bharti Chauhan, the growing stature of Umasri will not digest at all. If they return to the BJP is, then certainly in the way of the fork Shivraj seeding work on a war footing as the first priority will.

Rashmi Shukla Sharma will be on deputation to the Center
(Limty Khare)
New Delhi. Madhya Pradesh cadre of Indian Administrative Service in 1984 to sell the Shukta Sharma soon Rashmi officer on deputation to the Central Government are. Member-Secretary in the Center, Child Rights Protection Commission (National Commission For Protection of Child RITES) as the member secretary can be posted. Mrs. Sharma was posted earlier collector seoni, her husband Pravesh Sharma of the Indian Administrative Service officer of the Madhya Pradesh cadre officer, and he also DM seoni earlier.