हरवंश परिवार के
सदस्य थे: कमल नाथ
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। हरवंश
सिंह मेरे परिवार के सदस्य थे, जिस समय उनका निधन हुआ, मै विदेश में था, जहां मुझे पता चला
कि ठा. हरवंश सिंह इस दुनिया में नहीं रहे तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ, क्योंकि 2-3 दिन
पूर्व ही उन्होंने मुझसे चर्चा की थी और दिल्ली में मिलने का वादा भी किया था। मैं
अपने परिवार के सदस्य से मिलने इस तरह आऊंगा, सोचा न था। उक्ताशय की बातें आज स्व. ठा.
हरवंश सिंह के गंगाजलि पूजन कार्यक्रम में पहुंचकर कमलनाथ ने शोक संवेदनाएं व्यक्त
करते हुए कहा।
ज्ञातव्य है कि
हरवंश सिंह ठाकुर ने अपनी राजनैतिक पायदान चढ़ना तत्कालीन क्षत्रप कुंवर अर्जुन
सिंह का हाथ पकड़कर आरंभ किया था। उस वक्त सिवनी के सियासी गलियारों में सुश्री
विमला वर्मा का इकबाल बुलंद था। कुंवर अर्जुन सिंह उस समय सिवनी में सुश्री वर्मा
के खिलाफ किसी को खड़ा करना चाह रहे थे।
इसी समीकरण के चलते
हरवंश सिंह को उस वक्त हाथकरघा और वस्त्र निगम का अध्यक्ष बनाया गया। इसके उपरांत
तिवारी कांग्रेस के गठन के उपरांत हरवंश सिंह ने कमल नाथ का दामन थामा और इसके
उपरांत दिग्विजय सिंह के वे विश्वास पात्र बन गए थे। कमल नाथ के साथ उन्होंने लंबा
समय बिताया है। इस लिहाज से कमल नाथ के परिवार के सदस्य के रूप में हरवंश सिंह रहे
हैं।
बर्रा में आयोजित
तेरहवी के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, कांतिलाल भूरिया, अजय राहुल सिंह को
भी पहुंचना था, परंतु
छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं के ऊपर हुए नक्सली हमले के बाद उक्त नेता छत्तीसगढ़
की ओर रवाना हुए, जिस कारण
से वह बर्रा नहीं पहुंच पाये। आज बर्रा पहुंचने वालों में श्री नाथ के अलावा
विधायक लखन घनघोरिया, सांसद उदयप्रताप सिंह, विश्वेश्वर भगत, रामेश्वर निखरा, सुखदेव पांसे, दीपक सक्सेना सहित
सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।