शुक्रवार, 21 सितंबर 2012

वाम दल बनेंगे कांग्रेस की बैसाखी!


वाम दल बनेंगे कांग्रेस की बैसाखी!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। ममता बनर्जी के तीखे तेवरों के चलते संकट में आई कांग्रेस अगर आत्मविश्वास से लवरेज दिख रही है तो इसके पीछे वाम दलों के साथ कांग्रेस का अंदरूनी गठजोड़ ही प्रमुख कारक माना जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी और पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी के बीच समन्वय की खबरें अब सार्वजनिक हो चली हैं। यही कारण है कि कांग्रेस ने मुलायम सिंह यादव पर भी यकीन करना छोड़ दिया है।
अभी सरकार में शामिल कांग्रेस- 207, टीएमसी-19, डीएमके- 18, एनसीपी-9, नैशनल कॉन्फ्रेंस- 3, आरएलडी- 5, मुस्लिम लीग केरल स्टेट कमिटी-2, एआईएमआईएम-1, केरल कांग्रेस- 1, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट-1, वीसीके-1, एआईयूडीएफ-1 मिलाकर कुल 268 सांसदों का संख्या बल है। इसके अलवा बाहर से समर्थन वाले समाजवादी 22, बसपा 21, आरजेडी 4 इस तरह कुल संख्या 315 हो जाती है।
इसमें से तमिल मीनला कांग्रेस ने अगर अपने आप को सरकार से अलग किया तो फिर संप्रग के पास 296 ही सांसद बच जाते हैं। उधर डीएमके ने सरकार की कालर पकड़ना आरंभ कर दिया है। अगर डीएमके 18 सांसदों के साथ अलग हुई तो सरकार के पास 278 ही बचेंगें। उस वक्त संप्रग के टूटकर बिखरने के डर से कांग्रेस कुछ भी कर सकती है।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को पूरा यकीन है कि वाम दल भले ही प्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस का साथ ना दें पर वे वाक आउट कर जरूर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना देंगें। सरकार को अपनी अस्मत बचाने के लिए सदन में उपस्थित सदस्यों में ही बहुमत साबित करना होगा।
सूत्रों ने कहा कि अब जबकि त्रणमूल कांग्रेस ने अपना स्टेंड साफ कर दिया है अतः कांग्रेस और त्रणमूल के बीच रार आरंभ हो गई है। यह सब कुछ वाम दलों के लिए मुफीद ही लग रहा है। एक तरफ सरकार को बचाकर वाम दल उसे बैसाखी देंगें, तो वहीं दूसरी ओर इसकी कीमत के बतौर वाम दल पश्चिम बंगाल में अपने ढहे गढ़ को पुनः दुरूस्त करने के लिए सरकार की मदद ले लेंगें।
वहीं दूसरी ओर जनता दल यूनाईटेड के क्षत्रप और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने अब राजग को टाटा बाय बाय कहने का मन बना लिया है। माना जा रहा है कि बिहार के लिए खासा पैकेज हासिल कर नितीश कुमार राजग को नमस्ते कह सकते हैं। इन परिस्थितियों में राजग के अहम घटक जदयू के सांसद भी विश्वास मत के दौरान सदन से गायब रह सकते हैं।

एफडीआई पर अधिसूचना जारी


एफडीआई पर अधिसूचना जारी

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। सरकार ने खुदरा कारोबार क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी के मंत्रिमंडल के फैसले को अमल में लाने के लिये कल अधिसूचना जारी कर दी। इसके तहत मल्टी ब्रांड रिटेल, नागरिक उड्डयन और प्रसारण तथा ऊर्जा एक्सचेंज क्षेत्र में विदेशी निवेश लागू हो गया है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक अधिसूचना जारी होने के साथ ही रिटेल कारोबार करने वाली बहुराष्ट्रीय कम्पनियां देश के १० राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में ५१ प्रतिशत तक के निवेश के साथ खुदरा रिटेल स्टोर खोल सकेंगी। खुदरा कारोबार में विदेशी निवेश की अनुमति सभी तरह के उत्पादों के लिये दी गयी हैं। हालांकि राज्य सरकारों को रिटेल कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लागू करने का फैसला अपने अनुसार लेने की छूट दी गयी है।
उधर, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आज देश को खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदशी निवेश-एफडीआई के निर्णय के कारणों और इसके फायदों के बारे में जानकारी देने की संभावना है। प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री लिखित संदेश या टेलीविजन सम्बोधन के माध्यम से यह जानकारी दे सकते हैं। उम्मीद है कि डा। मनमोहन सिंह उन कारणों को बताएगें जिनकी वजह से सरकार को मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफ डी आई की मंजूरी देनी पड़ी।
१४ सिंतबर को कैबिनेट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था कि इससे आर्थिक विकास में तेजी आएगी और भारत विदेशी निवेश का आकर्षक केन्द्र बनेगा। प्रधानमंत्री ने इसके लिए समाज के सभी वर्गों से समर्थन की अपील की थी।

पीएम ने की राजपक्षे से भेंट


पीएम ने की राजपक्षे से भेंट

(प्रियंका)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री मनमोहन ंिसंह ने कल नई दिल्ली में श्रीलंका के राष्ट्रपति महेन्द्र राजपक्षे से मुलाकात की और बातचीत के दौरान दशकों पुराने जातीय मुद्दे को हल करने तथा विस्थापित तमिलों के पुनर्वास में तेजी लाने की जरूरत पर जोर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि डॉ। सिंह ने अधिकारों के विकेंद्रीकरण का भी मुद्दा उठाया, ताकि श्रीलंका में तमिलों को ऐसा भविष्य मिले, जिसमें वे गरिमा और सम्मान के साथ रह सकें।
डॉ। सिंह ने उन मछुआरों के साथ मानवीय व्यवहार करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया है जो भटक कर श्रीलंका की समुद्री सीमा में चले जाते हैं। दोनों नेताओं ने भारत और श्रीलंका के आर्थिक और व्यापारिक संबंधों की प्रगति की भी समीक्षा की। श्री राजपक्षे ने राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात की।

अवैध जमीन खरीदी है झाबुआ पावर ने


अवैध जमीन खरीदी है झाबुआ पावर ने

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। देश के मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के द्वारा मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य घंसौर तहसील के बरेला में लगाए जाने वाले पावर प्लांट में जो जमीनें खरीदी गईं हैं, वे अवैध हैं। यह बात देश की सबसे बड़ी अदालत के एक फैसले के प्रकाश में साफ होती दिख रही है।
उच्चतम न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि अनुसूचित जातियों और जनजातियों से संबंधित भूमि को कम्पनियों सहित अन्य वर्ग के लोग नहीं खरीद सकते, क्योंकि ऐसे सौदे असंवैधानिक हैं। न्यायमूर्ति के एस राधाकृष्णन और न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की पीठ ने यह आदेश राजस्थान सरकार की उस याचिका पर दिया है, जो इस तरह के सौदे को कानूनन वैध ठहराने वाले राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ दायर की गई थी।
एक कंपनी ने अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति से एक प्लॉट खरीदा था, लेकिन राज्य प्रशासन ने इसे मानने से इंकार कर दिया था। कंपनी ने इस फैसले के खिलाफ राजस्थान उच्च न्यायालय में अपील की थी, जिसे न्यायालय ने सही बताया था। उच्च न्यायालय ने कंपनी द्वारा प्लॉट की खरीद को इस आधार पर सही बताया था कि कंपनी की कोई जाति नहीं होती।
इस तरह आदिवासियों को छलने के आरोप मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड पर लग रहे हैं। कहा जा रहा है कि गौतम थापर के कारिंदों ने मध्य प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन सिवनी से मिलकर आदिवासियों को बरगलाकर उनकी जमीनें माटी मोल खरीद ली गई हैं। आदिवासियों के विरोध का भी जिला प्रशासन और मध्य प्रदेश सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश के कैबनेट मंत्री राजेंद्र शुक्ला के परिजनों की हिस्सेदारी इस पावर प्लांट में है।

ईरान को दी पश्चिमी देशों ने चेतावनी


ईरान को दी पश्चिमी देशों ने चेतावनी

(अंकिता)

न्यूयार्क (साई)। अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने ईरान को चेतावनी दी है कि उसके परमाणु कार्यक्रम के बारे में बातचीत के जरिए हल निकालने का समय निकलता जा रहा है। इस बीच, ईरान के वरिष्ठ परमाणु वार्ताकार सईद जलाली ने कहा है कि ईरान को अगले महीने होने वाले दौर की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षा परिषद ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उसके खिलाफ प्रतिबंधों पर चर्चा के दौरान अमरीकी राजदूत सूजन राइट्स ने कहा कि पांच स्थाई सदस्य देश और जर्मनी के साथ बातचीत का सिलसिला अनिश्चितकाल तक नहीं चल सकता।
ब्रिटेन के राजदूत मार्क लैल ग्रांट ने कहा कि ईरान दोराहे पर खड़ा है और उसे बातचीत के जरिए हल ढूंढना चाहिए। वहीं इस्ताम्बुल में यूरोपीय स्तम्भ के विदेश मामलों के प्रमुख कैथरीन मेरी एस्टन से सोमवार को हुई बातचीत को ईरान के प्रमुख वार्ताकार सईद जलीली ने सकारात्मक बताया है।

अफगानिस्तान में बड़ा फेरबदल


अफगानिस्तान में बड़ा फेरबदल

(टी विश्वनाथन)

काबुल (साई)। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने स्थानीय प्रशासन के स्तर पर बड़े फेरबदल के तहत दस प्रांतों के गवर्नरों को बदल दिया है। तखर, काबुल, हेलमंड, बग़लान, मैदान वर्दक, लग़मान, लोगर, बग़दिस, निमरोज और फरयाब के गर्वर्नरों को बदला गया है।।
बताया जाता है कि यह परिवर्तन देश में प्रशासन को चुस्त दुरस्त बनाने और भ्रष्टाचार तथा भाई-भतीजावाद पर अंकुश लगाने की दिषा में करजई सरकार का एक और कदम है। कहा जा रहा है कि अफगानिस्तान सरकार ने प्रशासन को चुस्त-दुरस्त बनाने और विभिन्न स्तरों पर भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए हैं।
भ्रष्टाचार पर रोक लगाना अफगानिस्तान सरकार की चिंता का विषय रहा है। इस साल जुलाई में आयोजित तोक्यो सम्मेलन में अफगानिस्तान को मदद देने वाले देशों ने १६ अरब डॉलर की आर्थिक सहायता का वादा करने से पहले अफगानिस्तान सरकार से भ्रष्टाचार पर रोक लगाने का आश्वासन मांगा था। अब स्थानीय प्रशासन के स्तर पर जो बदलाव किये गए हैं, वे प्रशासन को चुस्त-दुरस्त बनाने की दिशा में अगला कदम लगते हैं।

बारिश ने असम में मचाई तबाही


बारिश ने असम में मचाई तबाही

(पुरबालिका हजारिका)

गोवहाटी (साई)। असम में लगातार वर्षा से सात जिलों के लगभग पांच सौ गांव में पानी भर गया है। ब्रह्मपुत्र और इसकी कुछ सहायक नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि जन्मीचुक में ब्रह्मपुत्र के तट में दरार आने से धेमाजी के तीस गांवों में पानी भर गया है।
समाचार एजेंसी ऑॅफ इंडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार असम के १४ राजस्व इलाकों के दो लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ की वजह से सड़क यातायात प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र के जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन द्वारा जोरहार्ट और मांजुली के बीच फेरी सेवाओं पर अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इन परिस्थितियों से निपटने राज्य सरकार हरकत में आ गया है। राज्य आपदा कार्रवाई बल एसडीआरएफ को राहत कार्यों में लगाया गया है। तीनसुकिया जिले में लगभग बीस हजार लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों में राहत सामग्री बांट रहे हैं।

फिर सुर्खियों में छाने को बेताब मोनिका


फिर सुर्खियों में छाने को बेताब मोनिका


(दीपन)

वाशिंग्टन (साई)। अमेरिका के इतिहास में भारी बखेडा खडा करने वाली मोनिका लेविन्स्की एक बार फिर बवाल मचाने जा रही है। उसने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को किसी जमाने में लिखे अपने प्रेम पत्रों को सार्वजनिक करने के साथ ही उनके साथ अपने प्रेम संबंधों का खुलासा सिलसिलेवार तरीके से एक किताब में करने का फैसला किया है।
व्हाइट हाउस में क्लिंटन की सबसे पसंदीदा इंटर्न रही मोनिका पूर्व राष्ट्रपति से ‘‘बदला ’’ लेना चाहती है क्योंकि उसका मानना है कि वह सस्ते में छूट गए हैं। न्यूयार्क पोस्ट ने यह रिपोर्ट दी है। मोनिका के मित्रों के अनुसार , वह 12 लाख डालर में पूर्व राष्ट्रपति के साथ अपने प्रेम संबंधों का कच्चा चिट्ठा बयान करेगी। इससे पूर्व दिए गए साक्षात्कारों में मोनिका ने कभी भी क्लिंटन के साथ अपने रिश्ते को अधिक व्यापक तरीके से नही बयां किया लेकिन अब वह दुनिया को सचाई बताना चाहती है। मोनिका के एक दोस्त ने नेशनल एंक्वायरर को यह जानकारी दी।
39 वर्षीय मोनिका के मित्रों के अनुसार , किताब में वह यह भी ब्यौरा देगी कि पूर्व राष्ट्रपति कैसे अपनी पत्नी हिलेरी को ‘‘ठंडी मछली’’ कहते थे और अपने ‘‘खत्म हो चुके यौन संबंधों ’’ को लेकर हंसते थे। वह क्लिंटन को लिखे अपने प्रेम पत्रों को भी इस किताब में पेश करेंगी। इनमें से कुछ खत तो ऐसे हैं जो उसने लिखे लेकिन अपने प्रेमी को नहीं भेजे। मोनिका के मित्र ने दी पोस्ट को बताया , ‘‘ क्लिंटन के कारण कोई उसे नौकरी नहीं देगा।’’

रिलायंस की काल दरें बढ़ेंगी

रिलायंस की काल दरें बढ़ेंगी

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। कॉल रेट में जल्द ही ईजाफा होने की उम्मीद रिलायंस इंडस्ट्री ने जताई है। रिलायंस कम्युनिकेशन्स शुक्रवार से कॉलिंग रेट्स में 25 प्रतिशत का इजाफा करने जा रही है। देश की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी रिलायंस यह बढ़ोतरी अपने कॉलिंग मार्जिन्स में सुधार के लिए कर रही है।
माना जा रहा है कि रिलायंस के कॉल रेट्स बढ़ाने के साथ ही दूसरी कंपनियों पर भी कॉल रेट्स बढ़ाने का दबाव पड़ेगा। अगर घ्सा हुआ तो कॉल रेट्स में एक साल में दूसरी बार बढ़ोतरी होगी। नए ग्राहक आरकॉम्स की संशोधित दरों से प्रभावित होंगे। साथ ही पुराने ग्राहकों का जब टैरिफ प्लान खत्म होगा तो उन पर भी बढ़ी दरों का बोझ पड़ेगा।
रिलांयस के अनुसार उसने बेस प्राइस 12 पैसे से बढ़ाकर 15 पैसे कर दिया है जो चार राज्यों में लागू भी हो चुका है। इस परिवर्तित बेस प्राइस को एक माह में देशभर में लागू कर दिया जाएगा। कंपनी ने कहा कि वह अपनी नई रणनीति के तहत घ्सा कर रही है। कंपनी की नई रणनीति औसत मासिक राजस्व प्रति यूजर के बजाए प्रति यूजर औसत मार्जिन हसिल करने की है।

ड्रीमलाइनर की पहली महिला पायलट बनीं निवेदिता


ड्रीमलाइनर की पहली महिला पायलट बनीं निवेदिता

(विपिन सिंह राजपूत)

नई दिल्ली (साई)। एयर इंडिया की वरिष्ठ पायलट कैप्टन निवेदिता भसीन बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ानेवालीं विश्व की पहली महिला बन गयी हैं। एयर इंडिया में शामिल होनेवाले दूसरे ड्रीमलाइनर विमान (वीटी-एएनडी) को निवेदिता अमेरिका से उड़ा कर बुधवार को दिल्ली पहुंची।
निवेदिता बी-787 विमान के लिए प्रशिक्षित विश्व की एकमात्र महिला पायलट हैं। निवेदिता 1984 में इंडियन एयरलाइंस में शामिल हुई थीं। उन्होंने 26 वर्ष की उम्र में 1990 को वाणिज्यिक विमान उड़ा कर विश्व के उड्डयन इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया था। एयर इंडिया का पहला ड्रीमलाइनर आठ सितंबर को दिल्ली पहुंचा था जबकि तीसरा विमान इस महीने के अंत तक पहुंच जायेगा। इसके अलावा इसी श्रेणी के पांच अन्य विमान साल के अंत तक एयरलाइन से जुड़ जायेंगे।

सैफ की हो जाएंगी करीना


सैफ की हो जाएंगी करीना

(नेहा घई पण्डित)

मुंबई (साई)। भले ही पटौदी के नवाब सैफ अली खान और कपूर खानदान की नूरचश्म करीना विवाह के लिए इंकार कर रहे हों पर उनका विवाह तय है। 12 सितंबर को सैफ अली खान ने करीना कपूर के साथ शादी के लिए बांद्रा में मैरिज रजिस्ट्रार को ऐप्लिकेशन दे दी है।
सबसे ज्यादा सुर्खियां में रहने वाली इस शादी की खबर का एक स्थानीय अखबार ने किया। सैफीना की शादी की खबरें काफी समय से चल रही थीं। लेकिन करीना लगातार इनकार कर रही थीं। इसी सप्ताह अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए दिल्ली आईं करीना कपूर ने अभी शादी करने से इनकार कर दिया।
हां, सैफ की मां शर्मिला टैगोर बार-बार 16 अक्टूबर शादी की तारीख बताती रही हैं। कानूनी तौर पर देखा जाए तो अब सैफ अली खान और करीना आने वाले 30 दिन पूरे होने के बाद कभी भी शादी कर सकते हैं। यानी कि 11 अक्टूबर से लेकर 17 अक्टूबर तक वह कभी भी शादी कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि 12 सितंबर को सैफ ने सारे जरूरी कागजात कोर्ट में दे दिए हैं।
अखबार के अनुसार सैफ-करीना 16 अक्टूबर को शाम 5 बजे बांद्रा वाले घर में मैरिज रजिस्ट्रार बुलाने की प्लानिंग कर रहे हैं, जहां शादी की बाकी सारी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इसके बाद करीना की सास शर्मिला ने 18 अक्टूबर को न्यूली वेड कपल के वेलकम में दावत-ए-वलीमा रखा है।

7 उग्रवादी धरे गए


7 उग्रवादी धरे गए

(जीता प्रीतम)

इंफाल (साई)। मणिपुर में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान विभिन्न संगठनों से ताल्लुक रखने वाले 7 उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि 15 असम राइफल बटालियन के जवानों ने उग्रवादियों की घुसपैठ की सूचना मिलने के बाद थोउबल जिले के हेइरोक पार्ट टू इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। इस अभियान के दौरान उन्होंने 2 उग्रवादियों ओइनाम बेनरजीत (18) और लैशराम इगोचा (18) को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि ये दोनों ही प्रतिबंधित कांगलेइपाक कम्यूनिस्ट पार्टी (नोयोन) के सदस्य हैं और पिछले सप्ताह हेइरोक चिंगदोमपोक में सड़क किनारे विस्फोट करने के लिये जिम्मेदार थे।
इन लोगों से 2 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, 4 चीन निर्मित हथगोले और एक 9 एमएम पिस्तौल बरामद की है। इसके अलावा कई अन्य घटनाओं में 5 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। इन सभी उग्रवादियों को इंफाल पश्चिम जिला पुलिस को सौंप दिया गया है।

विंडोज 8 फोन लांच


विंडोज 8 फोन लांच

(एकता)

न्यूयार्क (साई)। एचटीसी ने विंडोज 8 फोन लॉन्च किए हैं जो नोकिया लूमिया 920 की नींद उड़ाने का दम रखते हैं। न्यू यॉर्क में एचटीसी ने विंडोज फोन 8 एक्स और 8 एस को पेश किया, जिन्हें पहले विंडोज सिग्नेचर फोन के तौर पर लाया गया है। इस मौके पर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ स्टीव बामर भी मौजूद थे।
विंडोज 8 ऑपरेटिंग सिस्टम की खूबियों के अलावा इसमें बेहतरीन डिजाइन और बीट्स ऑडियो जैसे फीचर हैं। फोन की बॉडी कई तरह के यूनिक कलर में लाई गई है। 1.5 गीगा हर्त्ज डुअल कोर प्रोसेसर, एक जीबी रैम, 16 जीबी मेमरी, 1800 एमएएच बैटरी के अलावा इसमें 2.1 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा और 8 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है। एचटीसी वन एक्स के उलट इसमें कैमरे के लिए फिजिकल बटन भी दिया गया है। 8 एक्स फोन की स्क्रीन सुपर एलसीडी-2 में 4.3 इंच की है जबकि 8 एस में एलसीडी स्क्रीन 4 इंच की है। अभी इसे 50 से ज्यादा देशों में पेश किया जा रहा है।

राजपक्षे का हुआ आत्मीय स्वागत


राजपक्षे का हुआ आत्मीय स्वागत

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे के आज भोपाल पहुँचने पर आत्मीय स्वागत किया गया। राज्यपाल श्री रामनरेश यादव और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीलंका के राष्ट्रपति की अगवानी की। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता भी उपस्थित थे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री राजपक्षे प्रातः 10 बजे एयर इंडिया के विशेष विमान से राजा भोज विमानतल के पुराने टर्मिनल पर पहुँचे। राज्यपाल श्री रामनरेश यादव और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति श्री महिन्दा राजपक्षे का पुष्पगुच्छ तथा शाल-श्रीफल भेंटकर स्वागत किया। श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ आये उप सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का भी तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर डिण्डोरी जिले के आदिवासी गुदंमबाजा दल और सागर के वरेदी लोक नृतक दल ने नृत्य प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया। श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री राजपक्षे प्रातः 1015 बजे वायुसेना के हेलीकाप्टर से साँची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के शिलान्यास समारोह में भाग लेने के लिए साँची के लिए रवाना हुए।
श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री राजपक्षे का विमानतल पर आत्मीय स्वागत के दौरान मुख्य सचिव श्री आर। परशुराम, पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, राज्यपाल के सचिव श्री विनोद सेमवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल, ए।डी।जी। श्री विजय यादव, आई।जी। श्रीमती आशा माथुर कलेक्टर श्री निकुंज श्रीवास्तव, एस।एस।पी। श्री योगेश चौधरी आदि उपस्थित थे।

फिल्म समीक्षा: हीरोइन


फिल्म समीक्षा: हीरोइन
0 निर्देशक - मधुर भंडारकार
0 संगीत ऋ सलीम-सुलेमान
0 सितारे - अर्जुन रामपाल, करीना कपूर, दिव्या दत्ता, रणदीप हुडा, शहाना गोस्वामी आज दर्शकों के लिए सिनेमाघरों में रिलीज हो रही चर्चित मधुर भंडारकर की फिल्म हीरोइन। रियलिस्टिक अप्रोच की फिल्म बनानेवाले मधुर की इस फिल्म का सभी को बेसब्री से इंतजार है। बताया जाता है कि इसमें फिल्म इंडस्ट्री के पीछे के सच को मधुर ने पेश करने की कोशिश की है। भंडारकर के निर्देशन में यह करीना कपूर की पहली फिल्म है। अन्य मुख्य कलाकारों में अर्जुन रामपाल, रणदीप हुडा हैं।
इस फिल्म में संगीत है सलीम और सुलेमान का, जो फिल्म के रिलीज होने से पहले ही धमाल मचा चुका है। खासकर हलकट जवानीलोगों की जुबान पर है। फिल्म की कहानी माही खन्ना के इर्द-गिर्द ही घूमती है। माही बॉलीवुड की एक सफल अभिनेत्री है। उसकी कामयाबी से मुग्धा जलती है।
माही अपनी निजी परेशानियों की वजह से बॉलीवुड में अपनी जगह धीरे-धीरे खोने लगती है। एक दिन उसका सब कुछ छिन जाता है। इस फिल्म में हीरोइनों के साथ होनेवाली परेशानी, उस रंगीन दुनिया के पीछे की सच्चई को पेश किया गया है। दर्शकों को उम्मीद है कि मधुर की पिछली फिल्म पेज 3’ की ही तरह कुछ नया दिखेगा।

वालमार्ट आयेगा, रोजी रोटी खायेगा


वालमार्ट आयेगा, रोजी रोटी खायेगा

(प्रेम शुक्ला / विस्फोट डॉट काम)

रिटेल यानी खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को लेकर हर राजनीतिक दल के मन में जो सबसे बड़ी आशंका है वह है बड़ी आबादी वाले देश में व्यापक बेरोजगारी बढ़ने की आशंका। सरकार का दावा है कि वालमार्ट जैसी रिटेल कंपनियों के लिए दरवाजा खोल देने से देश में 40 लाख रोजगार के नये अवसर पैदा होगें। क्या इसमें कोई सच्चाई है? अगले तीन वर्षों में वॉलमार्ट’ 40 लाख कर्मचारियों को भारत में रोजगार देना चाहे तो आज उसके 28 देशों में जितने कुल स्टोर्स हैं उसकी तुलना में लगभग दोगुना स्टोर अकेले भारत में खोलना पड़ेगा। यदि रिटेल क्षेत्र के चारों टॉप ब्रांड्स का औसत निकाल लिया जाए तो प्रति स्टोर कर्मचारियों की संख्या बनती है 117 की। यदि चारों ब्रांड मिलकर वाणिज्य मंत्रालय के रोजगार देने के दावे को पूरा करना चाहें तो उन्हें कुल 34,180 स्टोर्स खोलने पड़ेंगे। क्या यह संभव है?
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के प्रथम संस्कण में सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि गिनाई गई थी सकल राष्ट्रीय उत्पाद (जीडीपी) में 8 से 10 फीसदी की सालाना वृद्धि। जीडीपी में वृद्धि का लाभ क्या आम आदमी को मिला? सरकारी आंकड़े ही इस प्रश्न का जवाब नकारात्मक देते हैं। 2000 से 2005 के बीच रोजगार वृद्धि में इजाफे की दर 253 प्रतिशत थी जो 2005 से 2010 के बीच में घटकर 08 प्रतिशत रह गई। यह आंकड़ा नेशनल सैंपल सर्वे (एनएसएस) का है। इस अवधि में गैर कृषि क्षेत्र में रोजगार वृद्धि की दर 465 प्रतिशत से गिरकर 253 प्रतिशत रह गई। देश की कुल श्रम शक्ति का 51 प्रतिशत हिस्सा स्वयं रोजगार वाला है। देश की कुल श्रमशक्ति में अस्थायी श्रमिकों की संख्या 335 प्रतिशत और नियमित या वेतनभोगी श्रमिकों की संख्या केवल 156 प्रतिशत है। आईसीआरआईईआरने मई 2008 में असंगठित क्षेत्र में संगठित खुदरा व्यापार के प्रभाव पर एक अध्ययन कराया। इस शोध रिपोर्ट के अनुसार 2006-2007 तक देश में कुल 13 करोड़ खुदरा दुकानदार थे जो औसतन 217 वर्गफुट की दुकान से अपना कारोबार करते हैं। असंगठित खुदरा क्षेत्र का कुल कारोबार लगभग 4088 बिलियन डॉलर का है। औसतन प्रत्येक दुकानदार सालाना 15 लाख रूपए का करोबार करता है और न्यूनतम 3 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है।
अब हम देख लें कि एफडीआई के माध्यम से जिन मल्टीनेशनल ब्रांड्स को हम निमंत्रित कर रहे हैं उनका कारोबार और रोजगार अनुपात क्या है? ‘वॉल्मार्टइसमें सबसे चर्चित नाम है जिसका कारोबार 28 देशों में फैला है, जिसकी बिक्री 9800 स्टोर्स के माध्यम से 405 बिलियन डॉलर की है। वॉल्मार्ट के कुल कर्मचारियों की संख्या 21 लाख है। इस अनुपात से अगर वॉल्मार्टभारत में विस्तार पाता है तो एक वॉल्मार्टस्टोर 1300 खुदरा दुकानदारों की दुकान बंद कराएगा जिसमें 3900 लोग बेरोजगार हो जाएंगे। वॉल्मार्टके एक स्टोर में कुल आवश्यक कर्मचारियों की संख्या 225 होगी (यह आंकडा अमेरिका में वॉल्मार्टस्टोर के आधार पर है)। यदि वॉल्मार्टखुदरा क्षेत्र में आज सक्रिय श्रमशक्ति को समाहित भी करें तो 3,675 लोग एक स्टोर के खुलते ही बेरोजगार हो जाएंगे। इस तथ्य को नजरअंदाज करते हुए उलटा भारत सरकार का वाणिज्य मंत्रालय दावा करता है कि रिटेल में एफडीआई से अगले तीन वर्षों में 1 करोड़ नए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसमें 40 लाख लोग सीधे नए स्टोर्स में कर्मचारी होंगे जबकि शेष आपूर्ति सेवाओं में रोजगार पाएंगे।
अब पहले दुनिया के 4 मल्टीनेशनल ब्रांड के वर्तमान स्टोर्स के कर्मचारियों की संख्या की पड़ताल कर लें। वॉल्मार्टके दुनिया में कुल 9,826 स्टोर्स हैं जिसमें प्रति स्टोर 214 कर्मचारियों की दर से कुल 21 लाख कर्मचारी नियुक्त हैं। दूसरा ब्रांड है केयरफोरजिसके कुल 15937 स्टोर्स में प्रति स्टोर 30 कर्मचारियों के औसत से कुल 4,71,755 कर्मचारी नियुक्त हैं। तीसरा ब्रांड है मेट्रोजिसके कुल 2131 स्टोर्स में 133 प्रति स्टोर की दर से 2,83,280 कर्मचारी नियुक्त हैं। चौथा बड़ा रिटेल ब्रांड है टेस्कोजिसके कुल 5380 स्टोर्स में प्रति स्टोर 92 कर्मचारी के औसत से 4,92,714 कर्मचारी नियुक्त हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि प्रति स्टोर सर्वाधिक कर्मचारी नियुक्ति के मामले में इन चारों में वॉल्मार्टशीर्ष पर है। अब हम वाणिज्य मंत्रालय के दावे की पड़ताल करें तो ज्ञात होता है कि यदि अगले तीन वर्षों में वॉल्मार्ट’ 40 लाख कर्मचारियों को भारत में रोजगार देना चाहे तो उसे 18600 सुपर मार्केट खोलने पड़ेंगे, अर्थात आज उसके 28 देशों में जितने कुल स्टोर्स हैं उसकी तुलना में लगभग दोगुना। यदि चारों टॉप ब्रांड्स का औसत निकाल लिया जाए तो प्रति स्टोर कर्मचारियों की संख्या बनती है 117 की। यदि चारों ब्रांड मिलकर वाणिज्य मंत्रालय के रोजगार देने के दावे को पूरा करना चाहें तो उन्हें कुल 34180 स्टोर्स खोलने पड़ेंगे। आज चारों ब्रांड्स के विश्वव्यापी स्टोर्स की कुल संख्या 18874 है। रिटेल में एफडीआई के लिए सरकार ने कुल 53 महानगरों को चिह्नित किया है। वाणिज्य मंत्रालय के रोजगार टारगेट को पूरा करने के लिए हर शहर में औसतन 644 सुपरमार्केट खोलने पड़ेंगे। क्या यह संभव है? तब क्या सरदार मनमोहन सिंह की सरकार देश से सफेद झूठ नहीं बोल रही है? इस झूठ के लिए क्या सरकार को जूते से नहीं मारा जाना चाहिए? यदि रिटेल में एफडीआई का बारीकी से विश्लेषण किया जाए तो ज्ञात होता है कि सुपरमार्केट यदि एक रोजगार सृजित करेगा तो वह मौजूदा खुदरा क्षेत्र के 17 रोजगार खा जाएगा।
रिटेल में एफडीआई के समर्थन में दूसरा तर्क दिया जाता है कि इससे मुद्रास्फीति नियंत्रित होगी और आम आदमी को महंगाई की मार से बचाया जा सकेगा। यह तर्क बुनियादी तौर पर गलत है। रिटेल क्षेत्र में एकाधिकार स्थापित होने से जब प्रतियोगिता खत्म हो जाएगी तो महंगाई घटाने-बढ़ाने का सूत्र सीधे तौर पर मल्टीनेशनल कंपनियों को प्राप्त हो जाएगा। खाद्य विशेषज्ञों का मानना है कि यूरोप और अमेरिका में मंदी के बावजूद सिर्फ मल्टीनेशनल कंपनियों की मेहरबानी से वहां खाद्य पदार्थों के भाव आसमान छू रहे हैं। मल्टीनेशनल कंपनियां बड़े पैमाने पर खाद्य पदार्थों के वायदा बाजार में सट्टा कराती हैं उसके परिणामस्वरूप भी खाद्य पदार्थ निचली पायदान की आबादी के लिए दुर्लभ है। पहले वॉल्मार्टका बोधवाक्य हुआ करता था- आलवेज लो प्राइसेस, आलवेज’ (हमेशा कम कीमत, हमेशा)। उसे जैसे ही मंदी की आहट मिली 2008 में उसका नारा बदल गया सेव मनी, लीव बेटर’ (धन बचाओ, बेहतर जियो)। 2011 में भारी मंदी के बीच भी वॉल्मार्टने ब्रेड, दूध, कॉफी, चीज यानी लगभग हर आवश्यक खाद्य सामग्री का भाव बढ़ा दिया। अब अमेरिका में कोई ब्रांड उसका मुकाबला कर पाने की स्थिति में नहीं, इसलिए उसे अब प्रतियोगिता की परवाह नहीं, सो ग्राहकों को चूसने का दौर चल पड़ा है। जो कंपनी अमेरिकियों का खून चूस सकती है उससे भारतीयों को कौन बचाएगा?
सो, आप तैयार रहे कि सुनील भारती मित्तल अब वॉल्मार्टके सहयोग से जल्द ही इस देश को लूटने का चक्र शुरू करेंगे। टाटा का संभावित पार्टनर टेस्को है। टेस्कोने पिछले साल आयरलैंड में बड़े पैमाने पर अपने सामानों की कीमत में इजाफा किया है। टेस्कोको अपनी बैलेंस शीट में मुनाफा बढ़ाने का दबाव था सो उसने 8000 वस्तुओं की कीमतें एकमुश्त बढ़ा दीं। कौन रोक सकता है उसे? यही काम फ्रांस में केयरफोरऔर हायपरमार्केट के बड़े ब्रांड्स ने देखते-देखते ऑस्ट्रेलिया के 97 प्रतिशत खुदरा बाजार को अपने कब्जे में ले लिया। ब्रिटेन समेत यूरोप में बड़े ब्रांड्स के पास न्यूनतम 50 प्रतिशत बाजार पर कब्जे में है। इसका परिणाम है कि जब मंदी में बाकी व्यापारी दम तोड़ रहे हैं तब मनचाही मूल्यवृद्धि कर बड़े मल्टीनेशनल अपना मुनाफा बढ़ा रहे हैं। नीलसन नामक सर्वेक्षण कंपनी ने फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) पर रिटेल एंड शॉपर्स ट्रेंडरू एशिया पैसिफिक, दि लैटेस्ट इन रिटेलिंग एंड शॉपर्स ट्रेंडके अगस्त 2010 के रिपोर्ट में माना कि सन् 2000 से 2009 के बीच कोरिया, सिंगापुर, ताईवान, चीन, मलेशिया और हांगकांग में देखते-देखते मल्टीनेशनल ब्रांड खुदरा व्यापार को निगल गए। क्या भारत इस अजगर के जबड़े से बच पाएगा?
(लेखक मुंबई से प्रकाशित सामना के कार्यकारी संपादक हैं)