मोरे डुबुलिया
चलेगा डिंडोरी में
(एस.के.वर्मा)
डिंडोरी (साई)।
मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में गर्भवती माताओं और शिशुओं को कुपोषण से मुक्ति
दिलाने, सम्पूर्ण
स्वास्थ्य सबके लिए और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के समन्वित प्रोजेक्ट ’’मोरे डुबुलिया’’ के जिले में क्रियान्वयन
के लिए राज्य योजना आयोग 14 लाख रूपये आवंटित करेगा। इस आशय का आश्वासन राज्य योजना आयोग
के उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन ने बीते दिन ग्राम किसलपुरी के उपस्वास्थ्य केन्द्र
में आयोजित महिला एवं बाल विकास द्वारा आयोजित गोदभराई एवं मोरे डुबुलिया कार्यक्रम
में दिया।
आयोजित कार्यक्रम
में श्री जैन ने जब डुबुलिया के साथ मिट्टी का गुल्लख देखा तो इस संबंध में
कलेक्टर मदन कुमार से जानकारी चाही। कलेक्टर ने बताया कि 2 अक्टूबर से जिले
में प्रोजेक्ट डुबुलिया की शुरूआत की गई है। चूंकि महिलायें अपने घर परिवार के
रोजमर्रा के कार्याे में व्यस्तता के कारण अपने स्वास्थ्य एवं भावी संतान के
स्वास्थ्य के संबंध में सोच ही नहीं पाती हैं अतः प्रसव के पूर्व एवं पष्चात् के
खान-पान सहित स्वास्थ्य रक्षा के संबंध में संपूर्ण जानकारी उन्हें गोदभराई के
दौरान दी जाती है।
साथ ही गुल्लख देकर
उन्हें अपने घर खर्च से कुछ राशि बचाकर जमा करने की सलाह भी दी जाती है ताकि प्रसव
के दौरान या बाद में उन्हें साहूकारों से कर्ज आदि की व्यवस्था नहीं करना पड़े और
वे उनके शोषण से मुक्त भी रह सकें। कलेक्टर ने बताया कि डुबुलिया में सिर्फ प्रसव
एवं पोषण संबंधी जानकारी ही नहीं बल्कि इसमें उनके भविष्य के लिए विभिन्न विभागों
की हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी के साथ उनके आवेदन प्रपत्र भी उपलब्ध कराये
जाते है ताकि वे उनका भी लाभ उठा सकें।
उन्होंने बताया कि
मोरे डुबुलिया कार्यक्रम के समन्वयक महिला बालविकास की कार्यक्रम अधिकारी कल्पना
तिवारी एवं डिण्डौरी परियोजना के अधिकारी गिरीष बिल्लौरे पूरी लगन के साथ इसे जिले
में लागू करने प्रयासरत है। जिला प्रशासन कुछ एसे प्रयास भी कर रहा है कि महिला
बाल विकास विभाग का मैदानी अमला लगातार अपने सहकर्मियों के सम्पर्क में बना रहें
और हाईटेक तरीके से अपनी योजनाओं का क्रियान्वयन करता रहें।
जानकारी प्राप्त
करने के बाद योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने श्री बिल्लौरे को प्रोत्साहित करते हुये
कहा कि अन्य अधिकारियों को श्री बिल्लौरे से शिक्षा लेनी चाहिए जब एक निशक्त
अधिकारी अपने विभाग की योजनाओं को क्रियान्वित करने पूरी लगन से कार्य कर सकते है
तो सक्षम व्यक्ति को पीछे नहीं रहना चाहिए। उन्होंने श्री बिल्लौरे को सम्मानित कर
प्रोत्साहित किया तथा कलेक्टर को पूरे प्रोजेक्ट की जानकारी सहित प्रस्ताव भेजने
के निर्देश दिये ताकि उसे स्वीकृत कर राशि उपलब्ध कराई जा सकें।
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