पत्र
संपादक के नाम
कलाम
को महामहिम बनाना देश हित में
महोदय,
डॉ.कलाम
एक योग्य और देशप्रेमी शख्सियत हैं इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। सफल वैज्ञानिक
के साथ ही साथ वे एक सफल महामहिम राष्ट्रपति भी रहे हैं। उनका कार्यकाल बेदाग ही रहा
है। 1931 मेें जन्मे कलाम साहब को देश के 31 से अधिक विश्वविद्यालयों ने डाक्टरेट की
उपाधि से विभूषित किया है। डॉ.कलाम को देश का सर्वोपरि पुरूस्कार 1981, 1990 में पदम विभूषण, एवं 1997 में भारत रत्न से
नवाजा जा चुका है।
डॉ.कलाम
ने विज्ञान, स्पेस साईंस, सूचना प्रोद्योगिकी आदि के क्षेत्र में विशिष्ट पदों पर रहकर नाम रोशन किया
है। महमहिम का पद छोड़ने के बाद भी कलाम साहब की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है।
आज भी लोग उनके दीवाने हैं। बच्चों से कलाम साहब को बेहद लगाव है। उन्होंने देश भर
का भ्रमण कर पांच लाख से ज्यादा बच्चों से संपर्क किया है। ऐसे महान व्यक्तित्व को
दुबारा देश का महामहिम राष्ट्राध्यक्ष चुना ही जाना चाहिए।
डी.डी.खरे
सेवानिवृत्त
प्रोफेसर,
आईआईटी
केम्पस, रूड़की,
उत्तराखण्ड
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