(नन्द किशोर)
भोपाल (साई)। भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर पूरे देश के मतदान केन्द्रों पर आज नये मतदाताओं के नाम जुड़वाने के लिए शिविर लगाये गये।
मध्यप्रदेश के 53 हजार 946 मतदान केन्द्र में लगाये गये शिविरों में बड़ी संख्या में मतदाताओं ने पहुँचकर अपना नाम जुड़वाने के लिए फार्म-6 भरा। फार्म भरवाने में शिविर में मौजूद केन्द्र के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ने भी मदद की। भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त विनोद जुत्शी ने मिसरोद रोड स्थित केन्द्रीय विद्यालय-3, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और सागर पब्लिक स्कूल में स्थापित मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया। उनके साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविन्द, संयुक्त मुख्या निर्वाचन पदाधिकारी एस.एस. बंसल और जिला कलेक्टर निशांत बरबड़े भी थे।
विनोद जुत्शी सर्वप्रथम 19-भोपाल संसदीय क्षेत्र के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-154 गोविंदपुरा के मतदान केन्द्र क्रमांक 271, 272, 273 पहुँचे। यह तीनों केन्द्र केन्द्रीय विद्यालय (केवी-3) में स्थित है। जुत्शी ने शिविर में मौजूद बीएलओ आर.एस. मेहरा, श्रीविनय कुमार, श्रीमती आभा बिसकिया से नाम जुड़वाने की प्रक्रिया के संबंध मंर जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने शिविर में बड़ी संख्या में आए मतदाताओं से चर्चा की। जुत्शी ने मतदान केन्द्र की दीवार में चस्पा की गई सूची को देखा और सूची में अपने नाम की जाँच कर रहे मतदाताओं से पूछताछ की। उप चुनाव आयुक्त ने फार्म-6 जमा कर रहे मतदाताओं को शीघ्र ऐपिक कार्ड दिलाए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने मतदाताओं को बताया कि मध्यप्रदेश में जहाँ 10 अप्रैल को मतदान होना है, वहाँ 12 मार्च, जहाँ 17 अप्रैल को वोटिंग होगी वहाँ 16 मार्च और जहाँ 24 अप्रैल को मत डाले जायेंगे वहाँ 26 मार्च तक मतदाता अपना नाम निर्वाचक नामावली में जुड़वा सकेंगे।
श्री जुत्शी और गोविंद मिसरोद के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक 284, 285, 286, 287 पहुँचे, जहाँ उन्होंने बीएलओ और मतदाताओं से बातचीत की। यहाँ उन्होंने मतदाताओं को अपना परिचय देते हुए कहा ‘मैं भारत निर्वाचन आयोग से आया हूँ... आपकी क्या मदद कर सकता हूँ‘, इस पर मतदाताओं ने मतदान केन्द्र में अपने आने का उद्देश्य बताते हुए आयोजन की सराहना की। जुत्शी द्वारा यह पूछने पर कि आपको शिविर की जानकारी कैसे मिली, मतदाताओं ने उन्हें बताया कि मीडिया से मिली। उन्होंने मतदाताओं को नाम जुड़वाने में आ रही कठिनाईयों के संबंध में पूछताछ कर अधिकारियों को निर्देश दिये।
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