गुरुवार, 28 मार्च 2013

पांचवां ब्रिक्स सम्मेलन संपन्न


पांचवां ब्रिक्स सम्मेलन संपन्न

(टी.विश्वनाथन)

डरबन (साई)। पांचवां ब्रिक्स सम्मेलन कल डरबन में विकास योजनाओं के लिए पांच वर्ष के अन्दर ४५ खरब डॉलर की पूंजी वाले ब्रिक्स विकास बैंक के गठन की घोषणा के साथ सम्पन्न हो गया। सदस्य देशों के बीच आर्थिक चुनौतियों से निपटने और वित्तीय स्थिरता लाने के उद्देश्य से सौ अरब डॉलर का आपात आरक्षित कोष बनाने को भी मंजूरी दी गयी।
२०१५ तक पांच खरब डॉलर के महत्वाकांक्षी व्यापार लक्ष्य को हासिल करने के लिए ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के उद्देश्य से कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को सम्बोधित किया। डॉ. सिंह ने दक्षिण अफ्रीका को ब्रिक्स संगठन की अध्यक्षता सौंपते हुए गत वर्षों में भारत की अध्यक्षता में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। सदस्य देशों के बीच तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें विकास परियोजनाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए ब्रिक्स, विकास बैंक स्थापित करने संबंधी समझौता भी शामिल है।
ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना होने पर वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा कि ब्रिक्स देशों के नेताओं ने आपातकालिक रिजर्व व्यवस्था के विचार को भी मंजूरी दी है। उधर, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीन के राष्ट्रपति षी चिन फिंग के बीच डरबन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान बातचीत हुई। कल देर शाम करीब एक घंटे तक चली इस बातचीत में दोनों नेताओं ने एक दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच यह पहली उच्चस्तरीय द्विपक्षीय बैठक थी। इससे पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पूर्ण अधिवेशन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। प्रधानमंत्री ने चीन के राष्ट्रपति को भारत आने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह को चीन के राष्ट्रपति षी चिन चिन फिंग के बीच शिष्टमंडल शिखर की वार्ता से यह साफ संकेत मिले हैं कि भारत और चीन के बीच आपसी रिश्ता एक नई दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। डॉ. सिंह ने षी से कहा कि भारत-चीन के साथ अच्छे रिश्ते रखना चाहता है। चीन के राष्ट्रपति ने डॉक्टर मनमोहन सिंह की यह कहते हुए तारीफ की कि उन्हें इस बात की जानकारी है कि उनके और चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू चिंताओं के बीच अच्छे रिश्ते थे और वे इन रिश्तों को नया आयाम देना चाहते हैं। इस वार्ता में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री शंकर मेनन ने प्रधानमंत्री की सहायता की जबकि चीन के राष्ट्रपति के दल में मंत्री और पोलिड ब्यूरो के मेम्बर भी शामिल थे।
बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा की। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि भारत-चीन संबंध सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं और दोनों देश साझा सैन्य अभ्यास करने तथा समुद्री सुरक्षा पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए हैं।
ब्रिक्स देशों ने मानवाधिकारों के बढ़ते उल्लंघन और सीरिया में जारी हिंसा पर अंतर्राष्ट्रीय मानवता कानून की निंदा की है। पांचवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर डरबन घोषणापत्र में सीरिया में सुरक्षा और मानवता के गिरते हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की गई।  अफगानिस्तान के बारे में ब्रिक्स देशों ने कहा कि शांति और स्थिरता प्राप्त करने के लिए विकास में सहायता और वैश्विक बाजारों में पहुंच के लिए एफ.डी.आई. की जरूरत है।

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