भागवत बोले, नमो-नमो करना
हमारा काम नहीं
(मोदस्सिर कादरी)
नई दिल्ली (साई)। भारतीय जनता पार्टी के नेता भले ही इन दिनों नमो-नमो का
जाप कर रहे हों, लेकिन आरएसएस यानी संघ नहीं चाहता कि
उसके स्वयंसेवक नमो-नमो करते रहें। संघ प्रमुख सर संघसंचालक मोहन भागवत ने रविवार
को बेंगलुरू में हुए संघ के प्रतिनिधि सभा में अपना संदेश साफ कर दिया। स्वंयसेवकों
को बेहद साफ लफ्जों में उन्होंने संदेश दे दिया।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक मोहन भागवत ने कहा कि हम राजनीति में नहीं
हैं। हमारा काम नमो-नमो करना नहीं है। हमें अपने लक्ष्य के लिए काम करना है। अखबार
के मुताबिक भागवत ने स्वयंसेवकों से कहा कि बीजेपी के लिए काम करते वक्त
स्वयंसेवकों को अपनी मर्यादा नहीं लांघनी चाहिए।
यही नहीं, भागवत ने यहां तक
कहा कि उन्हें किसी शख्सियत को ध्यान में रखकर अभियान चलाने से दूर रहना चाहिए। एक
स्वयंसेवक ने जब भागवत को ये सलाह दी कि संघ और बीजेपी की भूमिका चाणक्य और
चंद्रगुप्त की तरह होनी चाहिए तो भागवत का जवाब था कि हमारी अपनी मर्यादा है। हमें
मर्यादा नहीं तोड़नी है। बेंगलुरू में हुई इस प्रतिनिधि सभा में बीजेपी अध्यक्ष
राजनाथ सिंह और आरएसएस की तरफ से बीजेपी के महासचिव बनाए गए प्रचारक रामलाल भी
मौजूद थे।
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