बजट तक शायद चलें मनमोहन. . . 74
ममता खड़ी कर सकतीं हैं मुसीबतों का पहाड़
बंगाल में कांग्रेस कोटे के मंत्री ने सुनाई ममता को खरी खोटी
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)। कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की अभिन्न अंग त्रणमूल कांग्रेस और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बीच रिश्तों में बेहद तल्खी आ चुकी है। कांग्रेस और त्रणमूल दोनों ही अब आर पार का खेल खेलने का दिखावा करने को आतुर दिख रहे हैं। केंद्र पर दवाब बनाने के लिए त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी अब ज्यादा उग्र नजर आ रही हैं। हाल ही में कांग्रेस कोटे के एक मंत्री का विभाग बदलकर उन्होंने कांग्रेस को संदेश देने का प्रयास किया है।
उधर, ममता के रवैए से क्षुब्ध कांग्रेस कोटे के राज्य मंत्री मनोज चक्रवर्ती ने महत्वपूर्ण विभाग उनसे लेकर उन्हें महत्वहीन विभाग देने पर ममता बनर्जी पर तानाशाह होने का तगमा जड़ दिया है। ममता बनर्जी के घुर विरोधी सांसद अधीर रंजन चौधरी के करीबी समझे जाने वाले चक्रवर्ती के पास लघु और कुटीर उद्योग विभाग था जो उनसे छीन लिया गया है।
कोलकता के रायटर बिल्डिंग पर अपना त्यागपत्र लहराते हुए मीडिया से रूबरू श्री चक्रवर्ती ने कहा कि इस त्यागपत्र में महज तारीख भरना शेष है। विभाग वापस लेने से श्री चक्रवर्ती बुरी तरह भड़के नजर आ रहे हैं। श्री चक्रवर्ती ने कांग्रेस विधायक दल के नेता तथा राज्य सरकार में मंत्री मानस भुइयां पर भी जमकर भड़ास निकाली। उन्हें दोहरे चरित्र वाला नेता करार दिया। चक्रवर्ती ने कहा कि वह ममता मंत्रिमंडल में अब नहीं रहना चाहते।
दिल्ली में कंपकंपी के बीच मनोज चक्रवर्ती प्रकरण ने एक बार सियासी हल्कों में गर्माहट ला दी है। कहा जा रहा है कि इसके पहले की ममता बनर्जी प्रेशर टेक्टिस का इस्तेमाल करें, कांग्रेस के एक गुट ने उन पर वार करके उन्हें ही बैकफुट पर जाने को मजबूर कर दिया है। इस हमले से बौखलाई ममता बनर्जी के अगले कदम का सियासी हल्कों में इंतजार किया जा रहा है।
(क्रमशः जारी)
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