शुक्रवार, 9 जुलाई 2010

भ्रष्‍ट टीआई को धरा लोकायुक्‍त ने

रिश्वत खोर टीआई को लोकायुक्त ने पकड़ा

(दिलीप बाटू)

रतलाम । वैसे तो पुलिस और भ्रष्टाचार का आपस में कोई रिश्ता नही है लेकिन
जब से पुलिस व्यवस्था में गिरावट आई है बगैर लिये दिये आज पुलिस से कोई
काम जनता नही करवा सकती है रिश्वत ही सिस्टम बन चुका है । आये दिन
रिश्वतखोरी की कई घटनायें हमने सुनी है लेकिन यह घटना उनसे कुछ अलग है ।
हुआ यूं कि बीते गुरुवार को उज्जैन लोकायुक्त टीम ने रतलाम जिले के
कालूखेड़ा टीआई गोपालसिंह चैहान को 45 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार
किया ।
 
इस संबंध में जानकारी देते हुए लोकायुक्त एस.पी. अविनाश शर्मा ने बताया
कि कालूखेड़ा थाने पर पौने तीन किलो अफीम का एक प्रकरण एनडीपीएस एक्ट में
पिछले दिनों दर्ज हुआ था । जिसमें मांगु व राजू नाम के दो आरोपी जेल में
है आरोपियों ने पूछताछ के दौरान उन्होने अफीम सीतामऊ  क्षेत्र के नकेड़िया
गांव के रमेश शर्मा से लाने की बात कहीं थी । उसके बाद से ही टीआई गोपाल
चैहान अपने खबरी के माध्यम से रमेश शर्मा निवासी नकेड़िया से पांच लाख
रुपये रिश्वत के मांग रहे थे । जिस पर रमेश शर्मा ने करीब 25 दिन पूर्व
49 हजार रुपये की राशि टीआई को दे दी । लेकिन फिर भी टीआई चैहान 5 लाख पर
अड़े रहे।
 
श्री शर्मा ने बताया कि रमेश शर्मा ने इतनी बड़ी राशि देने मे असमर्थता
जताई, लेकिन फिर भी चैहान पैसे देने की बात पर अड़े रहे । बाद मे सौदा 2
लाख 25 हजार रुपए में तय हुआ । सौदा तय करने के बाद रमेश शर्मा ने
लोकायुक्त पुलिस से सम्पर्क किया और पूरा मामला बताया लोकायुक्त के सामने
आने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने अपनी रणनीति बनाई जिसके बाद रमेश शर्मा ने
टीआई चैहान के खबरी पर्वतसिंह से सम्पर्क किया और उसे टीआई को देने के
लिए 50 हजार रुपए दिये ।
 
श्री शर्मा ने बताया कि पर्वतसिंह ने इस राशि मे से पांच हजार रुपये अपने
पास रखे और बाकी के 45 हजार रुपये वह कालूखेड़ा थाने पर जाकर टीआई गोपाल
चैहान को दे आया । जैसे ही पर्वतसिंह से टीआई ने 45 हजार रुपये लिये वैसे
ही लोकायुक्त टीम ने उन्हे धरदबोचा।  टीआई चैहान के विरुद्ध रिश्वत लेने
का मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार किया गया ।

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