असंगठित मजदूरों को इकट्ठा करना पहली प्राथमिकता : प्रहलाद पटेल
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का राजनैतिक पुर्नवास हो गया है। राजधानी दिल्ली में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने श्री पटेल को भारतीय जनता असंगठित मजदूर महासंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया। फिक्की के सभागार में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में उनके नाम की घोषणा की गई।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं से खचाखच भरे सभागार में अपने उद्बोधन में नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होनंे पदभार ग्रहण करने के साथ ही यह तय कर लिया था कि वे शोषितों को न्याय अवश्य ही दिलाएंगे। इस तरह के एक महासंघ के गठन की अवधारणा उनके मानस पटल पर सालों से घुमूड रही थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र मेंु इस तरह का संघ बनाकर कुछ प्रयास अवश्य ही किए हैं। गडकरी ने चिंघाड लगाई कि हमारी सज्जनता को दुर्बलता न समझा जाए और हमारी आक्रमकता के मायने गुण्डागर्दी कतई नहीं है।
श्री गडकरी ने कहा कि वे लगभग पचास हजार कामगार यूनियन के अध्यक्ष भी हैं। मुंबई में कामगारों की बदहाली बयान करते हुए उन्होंने कहा कि वहां के कामगारों के बच्चे भीख मांग्रने पर मजबूर हैं और उनके घरों की महिलाएं बार में नाच रही हैं या शराब परोस रही हैं। कांग्रेस पर परोक्ष वार करते हुए गडकरी ने कहा कि भाजपा वैसी पार्टी नहीं है जिसमें देा मालिक और बाकी सब मजदूर मालिक बोलता है और कुत्ते दुम हिलाते आगे पीछे दौड़ते रहेते हैं।
नाम की घोषणा के उपरांत अपने संबोधन में प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि लोगों को संगठित करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी, साथ ही मध्य प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने किसानों के पंजीकरण का बेहतरीन काम आरंभ किया है।ै उन्होनें कहा कि उनका प्रयास होगा कि लोगों को चिन्हित कर उनका पंजीकरण कराया जाए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय मंत्री रामलाल, दिल्ली प्रदेश भाजपाध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, प्रभारी महासचिव विजय गोयल, मध्य प्रदेश भाजपाध्यक्ष प्रभात झा, सांसद अनिल माधव दुबे आदि भी उपस्थित थे। सिवनी जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए पूर्व मंत्री डाॅ.ढाल सिंह बिसेन, नरेंद्र टांक, महेंद्र सिंह ठाकुर, प्रकाश शर्मा, कलीचरण सनोडिया, संजीव मिश्रा, अरविंद बघेल, मनोज मर्दन त्रिवेदी, तिलक देशमुख, सुदामा गुप्ता आदि ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करवाई।
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