वकीलों पर सेवाकर का शिकंजा
चार्टर्ड एकाउंटेंट भी होंगे सेवाकर की जद में
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। यद्यपि अभी 2011 - 2012 के आम बजट पर बहस होना शेष है पर लगने लगा है कि आने वाले दिनों में वकील और चार्टर्ड एकाउंटेंट पर कर की गाज गिर सकती है। सरकार द्वारा राजस्व में बढ़ोत्तरी के लिए अब वकील और चार्टर्ड एकाउंटेंट पर भी शिकंजा कसना आरंभ कर दिया है। इस साल अप्रेल से इन दोनों ही व्यवसायिक सेवा वालों को सेवाकर देना होगा।
वित्त मंत्रालय के सूत्रों का दावा है कि बढ़ती मंहगाई और सरकारी खर्चों को पूरा करने के लिए अब वित्त मंत्री के पास नए करारोपण के अतिरिक्त कोई ओर विकलप नहीं बचा है। यही कारण है कि इन दोनों ही प्रोफेशनल्स पर सेवाकर आहूत करने का प्रावधान अभी लंबित है, जिसे बजट के उपरांत लागू किया जा सकता है।
सूत्रों ने आगे बताया कि वैसे तो इन दोनों ही पर सेवाकर लगाने का मसला 2009 में लाया गया था, किन्तु वकीलों के भारी विरोध के बाद सरकार ने अपने कदम वापस खींच लिए थे। इसके साथ ही साथ सरकार द्वारा न्यायिक सेवा के लिए एक नियामक आयोग के गठन पर भी विचार कर रही है ताकि वकीलों की मश्कें कसी जा सकें।
वित्त मंत्रालय के सूत्रों का दावा है कि बढ़ती मंहगाई और सरकारी खर्चों को पूरा करने के लिए अब वित्त मंत्री के पास नए करारोपण के अतिरिक्त कोई ओर विकलप नहीं बचा है। यही कारण है कि इन दोनों ही प्रोफेशनल्स पर सेवाकर आहूत करने का प्रावधान अभी लंबित है, जिसे बजट के उपरांत लागू किया जा सकता है।
सूत्रों ने आगे बताया कि वैसे तो इन दोनों ही पर सेवाकर लगाने का मसला 2009 में लाया गया था, किन्तु वकीलों के भारी विरोध के बाद सरकार ने अपने कदम वापस खींच लिए थे। इसके साथ ही साथ सरकार द्वारा न्यायिक सेवा के लिए एक नियामक आयोग के गठन पर भी विचार कर रही है ताकि वकीलों की मश्कें कसी जा सकें।
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