पिघल रही है दस जनपथ और 7 रेसकोर्स में जमी बर्फ
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी और वजीरे आजम डाॅ.मनमोहन सिंह के बीच संवादहीनता की स्थिति अब कुछ हद तक समाप्त होती प्रतीत हो रही है। दोनों ही शीर्ष नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर भी अब संवाद आरंभ कर दिया है। पिछले दिनों एक विवाह समारोह में जब दोनों ही ताकतवर नेता आमने सामने आए तो वे एक दूसरे की उपेक्षा करने का साहस नहीं जुटा सके।
पिछले दिनों सोनिया गांधी के एक करीबी सुमन दुबे के पुत्र के विवाह समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री डाॅ.एम.एम.सिंह दोनों ही शिरकत करने पहुंचे। दोनों ही के वहां पहुंचने के पहले वर पक्ष की ओर से सोनिया की मण्डली तो वधू पक्ष की कमान प्रधानमंत्री कार्यालय के विश्वस्तों ने संभाल रखी थी।
गौरतलब है कि सुमन दुबे की गिनती कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र दस जनपथ (सोनिया का सरकारी आवास) के वफादारों में होती है, तो सुमन दुबे की बहू एक मलयाली पत्रकार और प्रधानमंत्री कार्यालय के अतिरिक्त सचिव की सुपुत्री हैं, जो प्रधानमंत्री की गुड बुक्स में हैं। इस लिहाज से घोषित और अघोषित सत्ता और शक्ति के केंद्र की वहां उपस्थिति लाजिमी ही थी।
यद्यपि यह विवाह केरल में संपन्न हुआ किन्तु इसका रिसेप्शन धौलाकुआं स्थित वायुसेना के मैदान में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मनमोहन और सोनिया गांधी दोनों ही आमने सामने आए और कुछ पलों तक वे एकांत में चर्चारत भी रहे। वहां मौजूद लोग इस नजारे को देखकर यह कहने से नहीं चूके कि संबंधों की बर्फ पिघल रही है।
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